Saturday, November 5, 2022

बातें हो या ना हो ख्याल तुम्हारा ही रहता है दोस्त,

 बातें हो या ना हो ख्याल तुम्हारा ही रहता है दोस्त,


लाजिम है तेरा लाजवाब होना दोस्त, एक ही तो ख्वाब थी वो भी हमारा...उसे यह शिकवा है कि मैं उसे समझ न सका, और मुझे ये नाज़ है कि मैं जानता बस उसी को हूँ दोस्त...जब किसी अपने को खोने की नौबत आती है न दोस्त,तभी उसे पाने की कीमत समझ आती है...दोस्त निभाते नहीं हैं लोग आजकल वरना इंसानियत से बड़ा रिश्ता कौन सा है...दोस्तों में मशहूर हुए तो क्या मज़ा दोस्त , मज़ा तो तब है जब चर्चा दुश्मनों की महफ़िल में हो...बेहतरीन होता है वो रिश्ता दोस्त जिसकी एक मुस्कान से,दूसरे के चेहरे पर मुस्कान आ जाये...भूल जाना तो जमाने की फितरत है, पर तुमने शुरुआत हमसे ही क्यों की दोस्त...किसी को शोर में नींद नहीं आती,किसी को खामोशियाँ सोने नहीं देती दोस्त...कभी टूटा ही नही'दिल से तुम्हारी यादो'का रिश्ता,बातें हो या ना हो ख्याल तुम्हारा ही रहता है दोस्त...आँसू निकल आए तो खुद ही पोछ लेना दोस्त, लोग पोछने आएंगे तो अब सौदा करेंगे...अल्फाज अक्सर अधूरे ही रह जाते है मोहब्बत में दोस्त,हर शख्स किसी न किसी की चाहत दिल में दबाये रखता है...नहीं है अब कोई जुस्तजू इस दिल में ए दोस्त,मेरी पहली और आखिरी आरज़ू ही किसी ने लूट लिया...दोस्त बहुत दिन हुए तुमने मुझे याद नहीं किया,हमें भी बताओ वो बाजार जहाँ तुमने यादें बेच दी हमारी...तुम महक बन के मिल जाओ इन हवाओं में कहीं दोस्त,हम सांस लेकर दिल में उतार लेंगें तुम्हे कुछ पल के लिए...गुलशन महके, बरखा बरसे, पतझड़, जाड़ा, बषन्त बहार कुछ भी हो,दिल का मौसम अच्छा है तो सारे मौसम से दोस्त...शिक़वा नहीं है कुछ भी तेरी "रहमतों" से मालिक,मगर  वो  मेरा "अज़ीज़ -ऐ- दिल" की हमेशा महफूज़ रखना...वजूद सिर्फ मेरी मौहब्बत से है,मुझे गुरुर बहुत अपनी मौहब्बत पे है,मुझे चाहते होंगे और भी बहुत लोग,मगर मुझे मौहब्बत सिर्फ अपनी मौहब्बत से है दोस्त...राज


शुभ रात्रि मेरे सभी प्रिय मित्रों...

तुम महसूस ना कर सको तो इसमें राज क्या गलती है दोस्त...

 तुम महसूस ना कर सको तो इसमें राज क्या गलती है  दोस्त...


इश्क़ दूर रहकर भी होता है दोस्त,बस इश्क़ करने के हुनर में वफ़ा होनी चाहिए...दोस्त तुम्हारे पास नहीं है तो हमसे ले जाओ,हमारे पास बहुत सारी मोहब्बत है सिर्फ तेरे वास्ते...हवा बन के तेरे पास से ही गुजरते हैं हर रोज,तुम महसूस ना कर सको तो इसमें राज क्या गलती है  दोस्त...मिटा न पाओगे मुझे तुम अपने अन्दर से,चुकी मिलने से बिछड़ने तक बेमिसाल है राज तुममे दोस्त...सररती तौर पर मत ले राज को ,तेरा राज जरा फिक्र और जरा गौर से है दोस्त....आखिर वो रिश्ता बनाकर भी क्या करते दोस्त,जब सामने वाले का निभाने का इरादा ही झूठा हो...एक दिन मैं मर जाऊँगा,और फिर सब ठीक हो जाएगा दोस्त...हमारी आँखें भी अक्सर वही लोग खोलते है,जिन पर हम आँख बंद करके भरोसा करते है दोस्त...जो आँसू पीता हो गम ही खाता हो,उसके लिए कुछ खास क्या हो सकता हैं दोस्त...दुआ में मांग बैठे थे तुम्हे हम दोस्त, कबूल होने का इंतजार तो जन्मो जन्म तक रहेगा न दोस्त...कुछ ख्वाहिशें है कुछ फरमाइशें है दोस्त ,इस दो पल की जिंदगी में कितनी आजमाईशें हैं...जहां हम नहीं होते हैं वहां हमारे गुण एंवम अवगुण हमारा प्रतिनिधित्व करते हैं दोस्त...तू वो वक्त पर हिसाब मांग लेती अगर,आज तेरा राज इतने गमों का मालिक नहीं होता दोस्त...तुम जो होते कभी साथ निभाने वाले, मोहब्बत में हमारा भी किस्सा बेमिसाल होता दोस्त...कुछ इस तरह तेरे मेरे रिश्ते ने आखरी सांस ली,ना मैंने पलट कर देखा ना तुमने आवाज दी दोस्त...अनदेखे बेनाम धागों में यूं बांध गया कोई,कि वो साथ भी नही और हम आजाद भी नहीं दोस्त...तूने ही तो बनाया था आशिक अपना,मैं कहां जानता था मोहब्बत कैसी होती है दोस्त...हमारी नींद की हसरत तो देखो,तुम्हे तकिया बनाना चाहती थी दोस्त...नहीं जानता क्या रिश्ता है तुझसे फिर भी,मन्नतों के हर धागे में एक गाँठ तेरे नाम की ही बांधता था दोस्त...तेरे दिल का मेरे दिल से रिश्ता अजीब है,मीलों की दूरियां और धड़कन करीब है दोस्त...ना जाने कौन सी शिकायतों के शिकार हो गये,जितना दिल साफ़ रखा उतने ही गुनाहगार हो गये दोस्त...अपनी किस्मत को कभी भी दोष नही देना चिहिय दोस्त,इंसान के रूप में जन्म मिला है ये किस्मत नहीं तो और क्या हैं...यूं ही नहीं दिल ढूंढता है तुम्हे बार बार,एक हिस्सा है मेरा जो कहीं रह गया है दोस्त...साथ तेरा नही फिर भी सफर तन्हा नही,निहायत ही वफादार है यादे तेरी दोस्त...वो जो चंद लम्हें गुजरे है तेरे साथ,ना जाने कितने बरस मेरे काम आयेंगे दोस्त...रिश्तों को तोड़ने की कोशिश मत करो दोस्त,क्यूंकि ये और भी गहरे हो जाते हैं...राज 


शुभ रात्रि दोस्तों

बड़ा आदमी बनना...

 दोस्तो बड़ा आदमी बनना अच्छी बात है लेकिन अच्छा आदमी बनना उससे भी बड़ी बात है। जीवन में गलती सिर्फ एक पन्ना है लेकिन रिश्ता पूरी किताब है...रिश्तों की पूरी किताब के खातिर गलती का एक पन्ना फाड़ना पर गलती के एक पन्ने की वजह से पूरी किताब नहीं फाड़ें। दर्पण जब चेहरे का दाग दिखाता है तब हम दर्पण नहीं तोड़ते बल्कि चेहरे पर लगे दाग को साफ करते हैं। उसी प्रकार हमारी कमी बताने वाले पर क्रोध करने के बजाय हमें अपनी कमी दूर करनी चाहिए। आपकी ताकत और चरित्र का सबसे बड़ा प्रदर्शन तब होता है जब आप उस वक्त किसी और की मदद करते हैं जिस वक्त आप खुद ही तूफान से गुजर रहे होते हैं...राज


बाल, युवा और बृद्ध...

 दोस्तो...शरीर कभी एकरूप नहीं रहता और सत्ता कभी अनेकरूप नहीं होती। शरीर जन्म से पहले भी नहीं था, मरने के बाद भी नहीं रहेगा तथा वर्तमान में वह प्रतिक्षण मर रहा है। शरीर की तीनों- बाल, युवा और बृद्ध अवस्थायें स्थूल शरीर की हैं। परंतु स्वरूप की चिन्मय सत्ता इन सभी अवस्थाओं से अतीत है!अवस्थाएँ बदलती है पर स्वरूप वही रहता है। जन्मना और मरना हमारा धर्म नहीं है प्रत्युत शरीर का धर्म है.हमारी आयु अनादि और अनंत है। जैसे हम अनेक वस्त्र बदलते रहते हैं, पर वस्त्र बदलने पर हम नहीं बदलते। ऐसे ही अनेक जन्मो में जाने पर भी हमारी सत्ता नित्य निरंतर ज्यों की त्यों रहती है। हर कठिन समय के बाद एक खूबसूरत सुबह जरूर होती है। ईश्वर पर भरोसा रखें। मजबूत बनें और अपना और परिवार का ध्यान रखें...संयोग तो अचानक आता है ना तो उसकी आहट सुनाई देती है। ना ही पूर्वाभास होता है। परन्तु जब आता है तो, जीवन के हर पहलू पर अपना असर छोड़ जाता है...जिसकी संगत से रंगत बदल जाए,वही मित्र उत्तम व श्रेष्ठ होता है। और जिसकी प्रेरणा व सुझाव से किसी का, चरित्र व जीवन बदल जाये गुरु वही श्रेष्ठ है...किसी भी रिश्ते को कितनी भी खूबसूरती से क्यों ना बांधा जाए...अगर नज़रों में इज्जत और बोलने में लिहाज,न हो तो वह टूट जाता है...         


टूटे हुए काँच की तरह चकनाचूर हो गए,

 टूटे हुए काँच की तरह चकनाचूर हो गए,


दोस्त कुछ तो उधार बाकी है तुम्हारा मुझ पर,वरना यूँ ही नहीं जुड़ते शब्दो के धागे...


दोस्त अपने सिवा बताओ कभी कुछ मिला भी है क्या तुम्हें,हज़ार बार ली हैं तुमने मेरे दिल की तलाशियाँ...


टूटे हुए काँच की तरह चकनाचूर हो गए,

किसी को लग ना जाये इसलिए सबसे दूर हो गए दोस्त...


आईना आज फिर से रिशवत लेते पकड़ा गया,दिल में दर्द था और चेहरा हंसता हुआ पकड़ा गया दोस्त...


जिसकी गलतियों को भुला के मैंने रिश्ता निभाया है,उसी ने मुझे बार बार फालतू होने का एहसास दिलाया है दोस्त...


तुझसे मोहब्बत करने से फुर्सत नहीं मिली,वरना कर के बताते नफरत किसे कहते हैं दोस्त...


किसी का दिल टूटा तो किसी की रूह,ये इश्क़ किसी का सगा नहीं  दोस्त...


चलो मैं माना की मैं हारा तुमने जीता,पर ये तो बता दो दोस्त कि खेल क्या था जीवन का...


लोग कह रहे थे कि आज अमावस है मुझे क्या पता,मेरी तो हर रात अमावस है तेरे बिना दोस्त...


कितनी अजीब बात है न दोस्त दूरियां सिखाती है,नजदीकियाँ क्या होती है...


जरुरी नहीं की काम से ही इंसान थक जाए,फ़िक्र , धोके और फरेब भी थका देते है जिंदगी में दोस्त...


ब्लॉक नहीं इग्नोर करना सीखो,वर्ना तुम्हारी कामयाबी कैसे देखेंगे वो लोग दोस्त...


कुछ तो जरूर बहुत अच्छा है  सभी में दोस्त,फिर जरा सी बुराइयों का हिसाब क्या रखें  इस जिंदगी में...


देख अतीत के आईने में महसूस होता है,रंगीनियां ज़िन्दगी की हमेशा रहती नहीं दोस्त...


एक नाराज़गी सी हैं जेहन में ज़रूर,पर मैं खफा किसी से भी नहीं दोस्त...


वो शिकवे जो मैंने नहीं किए ,सारी उम्र तुम पर क़र्ज़ रहेंगे दोस्त...


अल्फ़ाज़ कैसे भी हों ‘रद्दी’ हो जाते हैं,अगर सुनने वाला ‘कबाड़ी’ हो दोस्त...


समस्या का गुलाम बनने वाले कभी भी खुद के भाग्य का निर्माता नही बन पाते दोस्त...राज


शुभ रात्री दोस्तों...

तुम तो मेरे लिए मेरी जिंदगी से भी प्यारी थी...

 तुम तो मेरे लिए मेरी जिंदगी से भी प्यारी थी...


पता है दोस्त जिस रात को तुमने कभी थाम कर रखा था,आज वो रात तेरे राज से गुजारी नही जाती दोस्त...एक बात बता मुझे मेरे अजीज,राज आवारा आशिक या फिर पागल दीवाना है दोस्त...तुम्हे भुलाने में कुछ वक़्त लगेगा, और वो वक़्त मेरी पूरी जिंदगी है दोस्त...तुम मेरे जिंदगी की वो पासवर्ड थी, जिसका OTP सिर्फ राज था दोस्त...इस दुनिया में सबको प्यारी है ऐ जिंदगी,पर तुम तो मेरे लिए मेरी जिंदगी से भी प्यारी थी दोस्त...अपनो में कमियां तब नजर आती हैं, जब हम गैरो की बातें सुनने लगते हैं दोस्त...इतनी बुरी भी न थी जिंदगी मेरी, बस मैंने कुछ दिमाग वाले लोगो को दिल मे जगह दे दी दोस्त...एक छोटा सा टारगेट था  इस राज का, बस तेरे साथ जीने और मरने की दोस्त...तेरी याद में गुजर जाती हैं दोस्त, जिसे दुनिया रात कहती है...हम दुनिया से अलग नही दोस्त,बस तेरे राज दुनिया ही अलग है...वो नजारे भी क्या खूबसूरत होंगे,जिस दिन हम तुम बिछड़े होंगे दोस्त...अकेले आये थे अकेले जाना है, तो फिर अकेले रहने में क्या परेशानी है दोस्त...बहुत तकलीफ देता हैं वो लम्हा दोस्त,जब तन्हाई में कोई अपना याद आता है...आंखों में ऑंसू आ जाते हैं  रातो को ये सोंच कर दोस्त, जो कहता था पागल सोना मत अभी बहुत सारी बाते करनी है तुमसे...शायर बनना कोई मुश्किल काम नही है दोस्त,बस एक अधूरी मोहब्बत की मुकम्मल डिग्री होनी चाहिए...ना जाने मैं बुरा हूँ या मेरा नसीब,हर शख़्स ने मेरा दिल दुखया है जिस पे राज को नाज था दोस्त...मुझे नफरत है मेरी उस मोहब्बत से,जो मोहब्बत मैंने कभी किसी को दी थी दोस्त...कमसिन भोला सा मुखड़ा और मासूम चेहरा, दोनो ने दग़ा दे दिया दोस्त...प्रेम, राजनीतिक और धर्म दुनिया की सबसे खतरनाक बीमारिया हैं दोस्त...Pain is not always in tears sometimes its also present in smiles फ्रेंड...राज

सिर्फ मिले थे हम काश मिल गए होते दोस्त...

 सिर्फ मिले थे हम काश मिल गए होते दोस्त...


कुछ लोग इतने गरीब होते है की, देने के लिए कुछ नहीं होता तो धोखा दे जाते है दोस्त...


दिमाग पर ज़ोर लगाकर गिनते हो गलतियां मेरी,कभी दिल पर हाथ रख के पूछना कसूर किसका था दोस्त...


हमारी हार का सबब है इतना ही की, राज ने कभी किसी से जंग ही नहीं की दोस्त...


मेरी तो फितरत में था माफ करना ,पर वो गलती करते करते गुनाह कर गए दोस्त...


इकट्ठा कर लिए हथियार बहुत दुनिया वालों ने,जमा करते जो फूल इतने तो दुनिया महक उठती दोस्त...


इतना तो किसी ने चाहा भी ना होगा,जितना की मैंने सिर्फ सोचा है तुम्हे दोस्त...


खूबसूरती हमेशा दिल और ज़मीर में होती है,लोग बेवजह उसे शक्ल और कपड़ों में ढूंढ़ते हैं दोस्त...


बहुत फर्क होता है किसी को जानने और समझने में दोस्त,जानता वो है जो पास होता है और समझता वो है जो खास होता है...


जरुरी नहीं है कि सब लोग हमें समझ पाएं,तराज़ू तो सिर्फ वज़न बता सकता है क्वालिटि नहीं दोस्त...


दुनिया का सबसे सुन्दर गिफ्ट किसी को मन से याद करना, और उसे एहसास दिलाना की वो हमारे लिए सबसे अजीज दोस्त...


गुज़रते दिनों का नही बल्कि यादगार लम्हों का नाम है जिंदगी दोस्त...सिर्फ मिले थे हम काश मिल गए होते दोस्त...राज


Have a wonderful Day फ़्रेंड्स...

नाउम्मीदी और अविश्वास की भावना...

 दोस्तों...नाउम्मीदी और अविश्वास की भावना वह धीमा ज़हर है, जो इंसान के जीवन मे निराशा फैलाकर उसकी सारी शक्तिया नष्ट कर देता है जबकि उमीद और विश्वास की भावना वह अमृत है, जिसकी एक बूँद चखते ही इंसान अपनी उच्चतम सम्भावनाओ और खुशहाल जीवन की ओर चल पड़ता है.उत्साह और शांति के दिए बुझने के बाद, तीसरा दिया उम्मीद होता है...उम्मीद जगते ही सुकून महसूस होता है क्योंकि उम्मीद भी एक राहत है. लोगो को रोटी नही उम्मीद जिंदा रखती है तथा उम्मीद के बल पर ही पूरी सृष्टि कायम है। कल के सपने आज की उम्मीद है और आज की उम्मीद आनेवाले काल की हकीकत है। जीवन और मृत के बीच मे कुछ है तो वो है उम्मीद दस्तो..जब ईश्वरीय विचारों को इंसान की वाणी मिलती है तब वह वाणी विश्वासवाणी बनती है। यह वाणी वह दवा है जो मुँह से नही ली जाती बल्कि बोलकर बनाई जाती है...हमारे जीवन मे जो भी घटनाएं होती हैं, वो हमारे रुके हुए जीवन को गति प्रदान करने के लिए आती हैं...अगर वो कर सकता है तो मैं क्यों नही, इस पर अमल करें...राज

मेरे अल्फाजों के एकलोते वारिस हो तुम...

 मेरे अल्फाजों के एकलोते वारिस हो तुम...


आरजू , अरमान, तमन्ना , वफ़ा , इश्क, ये चीज़ें तो अच्छी है पर इसकी कीमत बहुत चुकानी पड़ती हैं दोस्त...दिल से दिल तक, जब दिल पुकारे तो,हर दिल तक, दस्तक जाती है उस दिल की दोस्त...बहुत मुश्किल से करता हूँ तेरी यादों का कारोबार,मुनाफा कम है पर गुज़ारा हो ही जाता है दोस्त...अपने वही हैं जो खामोशी पढ़ लेते हैं,वरना अंदाजे तो बेगाने भी लगा लेते हैं दोस्त...कुछ सफ़र इतने हसीन होते हैं दोस्त,कि फ़िर मंज़िल अधूरी ही बेहतर लगती है...दोस्त किसी ने मुझसे पूछा वादे और यादें में क्या अंतर है,मैंने कहा वादे इंसान तोड़ता है और यादें इंसान को तोड़ती है...सिर्फ ख्वाब होते तो क्या बात होती,तुम तो ख्वाहिश बन बैठे दोस्त वो भी बेइंतहा...उम्र कैद की तरह होते हैं कुछ रिश्ते,जहां जमानत देकर भी रिहाई मुमकिन नहीं दोस्त...तेरे हाथ को अपने हाथ मे ले कर उम्र भर चलना,मेरी ख्वाहिश ही नही तेरी दिल की दुआ भी थी दोस्त...कुछ गम कुछ ठोकरें कुछ चीखें उधार देती है,कभी कभी जिंदगी मौत आने से पहले ही मार देती है दोस्त…उसने पुछा क्या एहमियत है मेरी मैंने भी लिख दिया,मेरे अल्फाजों के एकलोते वारिस हो तुम दोस्त...बदल गया वक्त, बदल गयी बातें, बदल गयी मोहब्बत,कुछ न बदला तो इन आँखों में नमी और तेरी कमी दोस्त...आखें तो सबकी एक जैसी होती हैं मगर, सबके देखने का अंदाज अलग अलग होता हैं दोस्त...नशा सूरत का होता तो कब का उतर जाता,मुझे तो तलब तेरी मासूमियत और सादगी की थी दोस्त...एक ठहरा हुआ खयाल तेरा,न जाने कीतने लम्हों को रफ्तार देता है दोस्त...ईश्क का सबसे बडा इम्तिहान ईश्क से बाहर निकलना है दोस्त...इक नाराज़गी सी है, ज़हन में जरूर,लेकिन मैं खफ़ा किसी से नहीं दोस्त...प्यार करते तो जानते सिर्फ कहने से प्यार नहीं होता दोस्त...कटना पिसना और निचोड़ा जाना अंतिम बूंद तक,गन्ने से बेहतर कौन जानता होगा कि मीठा होने में नुकसान कितना है दोस्त...ऐ ज़िंदगी एक बार रूबरु होकर बता दे मुझे,वो कौन सी जगह है जहाँ दुआएँ कुबूल होती हैं...To love is nothing.To be loved is something.But to love and be loved, that’s everything फ्रेंड...राज


शुभ दिन दोस्तों...

भाव से, अभाव से और प्रभाव से..

दोस्तो कोई भी व्यक्ति हमारे पास तिन कारणों से आता है,भाव से, अभाव से और प्रभाव से... यदि भाव से आया है तो उसे प्रेम दो,अभाव में आया है तो उसे मदद करो,और यदि प्रभाव से आया है तो प्रसन्न हो जाओ की परमात्मा ने तुम्हे इतनी क्षमता दी है...मैं सब कुछ,और तुम कुछ भी नहीं,बस यही सोच व्यक्ति को इंसान नहीं बनने देता...सम्मान हमेशा समय का होता है,लेकिन आदमी उसे अपना समझ लेता है...कोई भी इंसान वो लड़ाई कभी नहीं जीत सकता, जिसमें दुश्मन उसके ख़ुद के अपने हो...




बिखरा वजूद,टूटे ख्वाब, सुलगती तनहाइयां...

 बिखरा वजूद,टूटे ख्वाब, सुलगती तनहाइयां...


बेहद और बेहिसाब थी तुझे पाने का तसव्वुर मुझमें,फ़र्क नहीं पड़ता कुछ दोस्त तू रहे मुझमें या मै रहूँ तुझमे...नजर नहीं आते अब गलियों में वो आशिक, क्योंकि इश्क भी अब डिजिटल हो गया है दोस्त...बहुत छोटी सी थी मेरे खोइहिसों की लिस्ट,पहली भी तुम और आखरी भी तुम दोस्त...रंग छोड़ते कपड़े और रंग बदलते लोग,कितने भी ब्रांडेड हो दिल से उतर जाते है दोस्त...बिखरा वजूद,टूटे ख्वाब, सुलगती तनहाइयां,कितने हशीन तोहफे दे जाती है ये मोहब्बत दोस्त...पता नहीं होश में हुँ या बेहोश हूँ,लेकिन बहुत कुछ सोंच समझकर खामोश हूँ दोस्त...बाहर से शांत दिखने के लिए, अंदर से बहुत लड़ना पडता है दोस्त...यूं लगते तो कुछ भी नहीं तुम मेरे, बस ऐहसास का एक खूबसूरत रिश्ता है दोस्त...बहुत ही खूबसूरत होती हैं एहसास की खुश्बू,चाहे हम जितना भी सोचे कम ही नही होती दोस्त...बिक गया मेरा सारा गरूर ,तेरी चाहत खरिदने में दोस्त...फकीरी ये की तुम से मिल नही सकते,रईसी ये की तुम्हें हम चाहते थे दोस्त...हम अपनी मर्जी से सिर्फ़ चाह सकते है,पर भुला नही सकते दोस्त...जन्म से मिले रिस्ते प्रकृति की देन है,लेकिन खुद के बनाए रिश्ते जिंदगी की पूंजी होती है दोस्त...गजब का रिश्ता हो गया तेरा और मेरा,बात दोनों नहीं करते याद दोनो करते है दोस्त...चाहने वाले मिलते रहंगे तुझे सारी उम्र,लेकिन तुम जिसे भुला न पाओगे यक़ीनन वो चाहत मेरी है दोस्त...किस्मत और दिल की आपस कभी नही बनती,क्योंकि जो लोग दिल में होते है वो किस्मत कँहा होते है दोस्त...मोहब्बत का कानून ही अलग है ,इसकी अदालत में वफादार सजा पता है दोस्त...कम खूबसूरत लोगो का प्यार बहुत खूबसूरत होता है दोस्त...Love is composed of a single soul inhabiting two bodies. All love stories  of this world are beautiful but ours is  the best and my favorite love story friend...राज


मेरी जिंदगी की कुछ गलतियां...


1 हद से ज्यादा दूसरों की फिकर की...

2 पूरे संचे दिल से रिश्ता निभाया...

3 खुद से ज्यादा दूसरों पर भरोसा किया...

4 बिजी होकर भी दुसरो के लिए टाइम निकाला...

5 हर परिस्थितियों में दूसरों के लिए तैयार रहना...

6 सबका साथ देना किसी को धोखा नहीं देना...ये मेरी गलतियां थी दोस्त... राज 


Have a wonderfull my all dear FB Friends...

श्रद्धा ज्ञान देती है,नम्रता मान देती है...

 दोस्तों...श्रद्धा ज्ञान देती है,नम्रता मान देती है,योग्यता स्थान देती है और ये तीनो मिलकर व्यक्ति को समाज मे हर जगह सम्मान दिलाते हैं...मिट्टी का मटका और परिवार की कीमत सिर्फ बनाने वाले पता है तोड़ने वाले को नही,संघर्ष किसे कहते है इसकी परिभाषा आप अपने पिता से सीखिए और संस्कार की कीमत माँ से। बाकी सब दुनिया सीखा देगी दोस्तों... Take up one idea. Make that one idea your life,think of it, dream of it, live on that idea. Let the brain, muscles, nerves, every part of your body, be full of that idea, and just leave every other idea alone. This is the way to success...Good things come to people who wait, but better things come to those who go out and get them...Life is not about finding yourself but Life is about creating yourself...There are two types of people who will tell you that you cannot make a difference in this world: those who are afraid to try and those who are afraid you will succeed...The starting point of all achievement is desire... Friends...Raj

हमारी यादो के सफर मे हमसफर हो तुम...

 हमारी यादो के सफर मे हमसफर हो तुम...


ख्वाहिश सिर्फ एक यही है की जब, मैं तुझे याद कर तू  मुझे महसूस करे दोस्त...वही छीन लेते हैं चेहरे की मुस्कान दोस्त,जिसे बता दिया जाय कि तुम मेरी हंसी हो...मुझे बहुत प्यारी हैं तेरी हर एक दी हुई निशानी,चाहे वो दर्द हो या आंखों की पानी दोस्त...दूर रह कर रिस्ते खाक नही होते,क्योंकि एहसासों और यादों के कभी तलाक नही होते दोस्त...तेरा चेहरा,तेरी बातें, तेरा गम,तेरी यादे,इतनी दौलत पहले कँहा थी मेरे पास दोस्त...जब मोहब्बत बे-पनाह हो जाय न,तो पनाह कहि नही मिलती दोस्त...ये तीन चीज काफी है जिंदगी का सकूँन छिनने के लिए, झूठा प्यार, मतलबी यार और पंचायती रिस्तेदार दोस्त...लोग कहते है कि हद से ज्यादा जिसे प्यार करो वो कदर नहीं करता,पर सच तो ये है कि प्यार की कदर जो भी करता है उसे कोई प्यार ही नही करता दोस्त...वो कागज आज भी मुझे फूलो की तरह लगता है,जिसपे तुमने लिखा था मुझे तुमसे मोहब्बत दोस्त...हमारी यादो के सफर मे हमसफर हो तुम,हमारे दिल मे बसी इस कदर हो तुम दोस्त...तलब कहूं, ख्वाहिश कहूं,या कहूं इश्क तुम्हें दोस्त, जो भी है,तुम से तुम तक का ये सफ़र जिंदगी है...सारी दुनिया की मोहब्बत से किनारा कर के,हमने रखा था खुद को तुम्हारा कर के दोस्त...


हर बंधन को विश्वास नहीं कहते,

हर आँसू को जज्बात नहीं कहते,

किस्मत से मिलते हैं रिश्ते जिंदगी में,

हर रिश्ते को इत्तेफाक नहीं कहते दोस्त...राज


आप सभी मेरे प्यारे दोस्तों को शुभ रात्रि...