फार्म_भरने_से_लेकर_आईएस_बनने_तक_का_संपूर्ण_जानकारी
यूपीएससी का परीक्षा तीन चरणों में होता है---
1) Preliminary Exam
2)Mains Exam
3) Interview/Personality Test
#Notification
हर साल Union Public Serice Commission फरवरी माह में सिविल सर्विसेज का Notification प्रकाशित करता है जिसमे IAS के साथ साथ लगभग 24 Central Civil Services के लिए भी Notification दिया जाता है!भारत में IAS – Indian Administrative Service, IPS - Indian Police Service तथा IFS -Indian Forest Service को ऑल इंडिया सर्विस कहा जाता है। बाकि की सर्विस Central Civil Services में आती हैं । इनमे शीर्ष पर IFS – Indian Foreign Service होती है!
IAS परीक्षा में हर साल लगभग 8-10 lakh अभ्यर्थियों फॉर्म भरते है लेकिन केवल 1000 अभ्यर्थियों का चयन होता है! इसका अर्थ यह है की पासिंग परसेंटेज बहुत ही कम रहता है. और यदि सीटें कम हुई तो पासिंग परसेंटेज और भी कम हो जाता है. पिछले कुछ सालों से इस विज्ञापन में लगभग 1000 सीटें विज्ञापित की जाती है तथा अंतिम मेरिट के अनुसार सभी चयनित अभ्यर्थियों को उनके क्रम अनुसार सर्विसेज प्रदान की जाती हैं!
#Eligibility
#नागरिकता
इस परीक्षा में भारतीय नागरिकों के साथ साथ तिब्बत के रिफ्यूजी , नेपाल तथा भूटान के नागरिक भी शामिल हो सकते हैं परन्तु IAS तथा IPS में भर्ती के लिए, अभ्यर्थी को भारत का नागरिक होना अनिवार्य है. इस परीक्षा में भारतीय मूल के लोग जो अलग अलग देशों में हैं, वह भी शामिल हो सकते हैं!
#शैक्षिक_योग्यता
इस परीक्षा के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से किसी भी विषय में ग्रेजुएट होना अनिवार्य है, फाइनल वर्ष appearing वाले छात्र भी इस परीक्षा में भाग ले सकते हैं. इस परीक्षा की ख़ास बात यह है की ग्रेजुएशन में किसी भी #मिनिमम_पर्सेंटेज_की_रिक्वायमेंट_नहीं_होती। साथ ही साथ किसी भी सब्जेक्ट की अनिवार्यता नहीं होती है। किसी भी विषय के ग्रेजुएट इस परीक्षा में भाग ले सकते हैं!
#आयु_सीमा
इस परीक्षा के लिए अभ्यर्थी को 21 साल की न्यूनतम आयु का होना अनिवार्य है!अलग अलग श्रेणीओं के लिए अलग अलग अधिकतम आयू सीमा निर्धारित की गयी है! सामान्य श्रेणी के लिए 32 वर्ष , अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए 35 वर्ष और एससी व एसटी के लिए 37 वर्ष तक की आयु निर्धारित की गयी है। विकलांग श्रेणी में और भी ज्यादा छूट दी जाती है. आयु की गणना विज्ञापित वर्ष की दिनांक 1 अगस्त से की जाती है!
#फॉर्म_भरने_पर_प्रतिबंध
जो अभ्यर्थी पिछली किसी भी परीक्षा में IAS- Indian Administrative Service या IFoS - Indian Foreign Service में सेलेक्ट हो चुके है वे अभ्यर्थी फॉर्म नहीं भर सकते हैं!
#फॉर्म_भरने_से_जुड़े_कुछ_महत्वपूर्ण_तथ्य
फॉर्म भरते समय अभ्यर्थी को सभी Basic information जैसे नाम, पिता का नाम, माता का नाम इत्यादि भरने होते हैं. सिविल सेवा प्रारम्भिक परीक्षा के लिए सेंटर भी अंकित करना होता है. यह परीक्षा देश के 72 शहरों के विभिन्न केन्द्रों पर एक साथ आयोजित की जाती है!फॉर्म भरने के लिए एक महीने का समय मिलता है जिसकी सारी प्रक्रिया ऑनलाइन होती है!
ख़ास बात यह है की अभ्यर्थियों को सिविल सेवा मुख्य परीक्षा का optional subject भी फॉर्म भरते समय बताना होता है. Notification में 26 optional subjects की सूची में से किसी एक का चुनाव करना होता है तथा फॉर्म में अंकित करना होता है. फॉर्म भरते समय आपको अपना परीक्षा का माध्यम भी बताना होता है! आप हिन्दी और इंग्लिश दोनों में से किसी भी माध्यम में परीक्षा दे सकते हैं।
फॉर्म भरते समय आपको अपनी पसंद की Services को क्रमवार बताना होता है! इसे service preference भी कहते हैं! साथ ही साथ आपको अपनी पसंद के राज्यों की सूचि भी क्रमबद्ध रूप में देनी होती है की आप कहाँ सर्विस करना पसंद करेंगे! इसके लिए आपसे फॉर्म भरते समय कोई प्रश्न नहीं पुछा जाता.!
UPSC pre exam के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है इच्छुक उम्मीदवार 18 मार्च तक फार्म भर सकते हैं !
#Fee
सामान्य और पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों ( Male) के लिए फार्म फीस ₹100 लगता है.!
महिला उम्मीदवारों की कोई भी Form Fee नहीं लगता.!
Sc/St/ PH उम्मीदवारों की Form Fee नहीं लगता !
#Attempts
इस परीक्षा में हर श्रेणी के अभ्यर्थियों के लिए अटेंप्ट निर्धारित किये गए हैं . अटेंप्ट का मतलब है की किसी भी श्रेणी के अभ्यर्थी, इस परीक्षा में कितनी बार शामिल हो सकते हैं। #सामान्य_श्रेणी_के_लिए_6_Attempts निर्धारित हैं । #अन्य_पिछड़ा_वर्ग_के_लिए_9_Attempts_और_एससी_एसटी_के_लिए_कोई_सीमा_नहीं_है ( Unlimited attempts till 37 year of age ) ध्यान देने वाली बात यह है की फॉर्म भरने को Attempt काउंट नहीं किया जाता । प्रारम्भिक परीक्षा के किसी भी एक पेपर में सम्मिलित होने को Attempt मान लिया जाता है!
#परीक्षा_प्लान
UPSC, इस परीक्षा को दो चरणों में आयोजित करता है :- पहला चरण है प्रारम्भिक परीक्षा तथा दूसरा चरण है मुख्य परीक्षा. मुख्य परीक्षा के दो भाग होते है – पहला मुख्य लिखित परीक्षा तथा दूसरा इंटरव्यू चरण!पहले चरण को प्रारम्भिक परीक्षा कहते हैं तथा इसके मार्क्स फाइनल मेरिट में नहीं जोड़े जाते हैं. यह परीक्षा सिर्फ अभ्यर्थियों की संख्या कम करने के लिए है इसलिए qualifying मात्र है . मुख्य परीक्षा के दोनों भागों में अर्जित मार्क्स के आधार पर फाइनल मेरिट लिस्ट बनती है!
#सिवील_सेवा_प्रारम्भिक_परीक्षा_का_Syllabus
सिवील सेवा प्रारम्भिक परीक्षा में दो पेपर होते है! फर्स्ट पेपर में जनरल स्टडीज के सारे एरिया कवर होते हैं। ये सारे टॉपिक जैसे History, Geography, Economy, Current Events, General Science, Environment, Technology Indian Polity and Governance आदि होते है । जबकि सेकेंड पेपर यानि aptitude में एसएससी, बैंकिंग एग्जाम टाइप के क्वेश्चन रहते हैं। जैसे कांप्रिहेंसिव, लॉजिकल रीजनिंग, बेसिक न्यूमेरेसी आदि होते हैं।
#सिवील_सेवा_प्रारम्भिक_परीक्षा
सिविल सेवा परीक्षा का पहला पड़ाव सिवील सेवा प्रारम्भिक परीक्षा है जिसे जून माह में संपूर्ण भारत के 72 शहरों के विभिन्न केन्द्रों पर एकसाथ आयोजित किया जाता है! सिवील सेवा प्रारम्भिक परीक्षा का आयोजन देश की सबसे प्रतिष्ठित संस्था UPSC द्वारा प्रत्येक वर्ष किया जाता है!परीक्षा के लिए लगभग 8-10 लाख लोग फॉर्म भरते हैं तथा लगभग 5 लाख लोग परीक्षा देते हैं! इस परीक्षा में सिलेक्शन के चांसेस कम होने के कारण तथा पेपर के standard के कारण इसे बहुत कठिन परीक्षा माना जाता है!
यह परीक्षा दो पालीयों में आयोजित की जाती है. प्रारम्भिक परीक्षा में दो पेपर होते हैं। पहला सामान्य अध्ययन I है जो की सामान्य अध्ययन विषयों से जुड़ा होता है तथा दूसरा सामान्य अध्ययन II पेपर होता है जो Aptitude से जुड़ा है तथा सिर्फ क्वालीफाई करना होता है तथा प्रारम्भिक परीक्षा की मेरिट में इसके नंबर नहीं जुड़ते!
पहले पेपर में 100 Questions होते है तथा 2 घंटे का समय होता है!प्रत्येक प्रश्न 2 मार्क्स का होता है. इसी तरह दूसरे पेपर में 80 Questions होते है तथा 2 घंटे का समय होता है. इस परीक्षा में 1/3 की Negative Marking होती है. इसका अर्थ यह है की एक Question गलत होने पर सही Question पर मिलने वाले मार्क्स का 1/3 मार्क्स काटे जाते हैं!
ध्यान रखने योग्य बात यह है की प्रारम्भिक परीक्षा में पास होना अनिवार्य है तभी आप सिविल सेवा मुख्य परीक्षा देने के लिए योग्य होंगे!
#सिवील_सेवा_मुख्य_परीक्षा/Civil Services Main Exam
IAS Prelims परीक्षा का रिजल्ट जुलाई माह के अंत तक घोषित कर दिया जाता है! (50 days after pre exam result announced) तथा जो भी अभ्यर्थी इसको पास कर लेते हैं उन्हें सिविल सेवा मुख्य परीक्षा का फॉर्म भरने के लिए दोबारा ऑनलाइन आवेदन करना होता है जिसके लिए लगभग 20 दिन का समय दिया जाता है! इसे Detail Application Form भी कहते हैं. IAS इंटरव्यू में इसका बहुत महत्व होता है. मुख्य परीक्षा लिखित में विज्ञापित सीटों की संख्या के 15 गुना अभ्यर्थियों का चयन किया जाता है!इस परीक्षा में सभी पेपर सब्जेक्टिव होते हैं तथा सभी की समय सीमा 3 घंटे होती है!
सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में दो तरह के पेपर होते है! एक तो वे पेपर्स जो सभी के लिए समान यानी कॉमन होते हैं और दुसरे ऑप्शनल सब्जेक्ट के पेपर होते है जो की प्रत्येक सब्जेक्ट के लिए अलग होते हैं. अभ्यर्थी ऑप्शनल Subject का चयन करते हैं तथा उसी के पेपर देते हैं! सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में कुल 9 पेपर होते हैं जिनका टोटल 1750 मार्क्स होता है । इसमें आपको 9 में से 7 सब्जेक्ट में ज्यादा फोकस करना है। क्योंकि 7 सब्जेक्ट पेपर्स में से ही मेरिट बनाई जाती है!इंग्लिश तथा सामान्य भाषा का पेपर केवल पास करना होता है तथा इसके मार्क्स नहीं जुड़ते हैं. ख़ास बात यह है की जो माध्यम आपने फॉर्म पर अंकित किया हो उसी माध्यम से आप परीक्षा दे सकते हैं!दूसरे माध्यम से परीक्षा देने पर answer चेक नहीं किया जाता ऐसा निर्देश प्रत्येक पेपर पर लिखा होता है!
English तथा भारतीय भाषा के पेपर में पास होने के लिए सिर्फ 25% अंक लाने होते है!भारतीय भाषा का कंपल्सरी पेपर अरुणाचल प्रदेश,मणिपुर,मेघालय, मिजोरम,नागालैंड तथा सिक्किम के अभ्यर्थियों के लिए अनिवार्य नहीं है! यह दोनों पेपर 300 मार्क्स के होते हैं. शेष सभी पेपर 250 मार्क्स के होते हैं!
#पेपरों_की_संख्या
सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में कुल 9 पेपर होते हैं जिनका टोटल 1750 मार्क्स होता है! सामान्य अध्ययन के 4 पेपर होते हैं!एक निबंध का पेपर होता है , एक इंग्लिश का तथा एक भाषा का पेपर भी होता है! दो पेपर ऑप्शनल सब्जेक्ट के होते हैं!यह सारे पेपर्स Weekend में होते हैं इसलिए यह परीक्षा दो हफ्ते तक चलती है. पेपर होने के बाद सिविल सेवा मुख्य परीक्षा का रिजल्ट नवंबर महीने में आता है!
#Civil_Services_मुख्य_परीक्षा_Syllabus
Civil Services Essay Paper – इस पेपर में दिए गए टॉपिक्स में से 3 घंटे में 2 निबंध लिखने होते हैं । प्रत्येक निबंध 125 मार्क्स का होता है । पॉलिटिक्स, सोसायटी, टेक्नोलॉजी, फिलोसोफी आदि से टॉपिक्स दिए जाते हैं ।
#General_Studies_पेपर_I में इंडियन हिस्ट्री, कल्चर, वर्ल्ड जियोग्रफी और सोसायटी कवर होता है।(Indian Heritage and Culture, History and Geography of the World and Society.)
#General_Studies_पेपर_II में गवर्नेंस, भारत का संविधान, पॉलिटि, सोशल जस्टिस और इंटरनेशनल रिलेशन से प्रश्न आते हैं ।(Governance, Constitution, Polity, Social Justice and International relations.)
#General_Studies_पेपर_III में टेक्नोलॉजी, इकोनॉमिक डेवलपमेंट, बायोडायवर्सिटी, एनवायरमेंट, सिक्योरिटी, डिजास्टर मैनेजमेंट से प्रश्न आते हैं। (Technology, Economic Development, Biodiversity, Environment, Security and Disaster Management)
#General_Studies_पेपर_IV में Ethics, Integrity and Aptitude है। सामान्य शब्दों में कहा जाए तो आप क्या सोचते हैं, आपके विचार कैसे हैं ।(Ethics, Integrity and Aptitude) किसी घटना को लेकर आप कैसे रिएक्ट करते हैं। जैसे खुशी क्या है। इसका उत्तर अलग-अलग लोगों के लिए अलग अलग होता है । एक सैनिक के लिए मोर्चे पर जीत उसकी खुशी हो सकती है और एक छात्र के लिए एग्जाम में टॉप करना खुशी हो सकती है।
#सिविल #सेवा_मुख्य_परीक्षा
सभी General Studies के पपेरों में 20 questions होते हैं जिनका उत्तर 3 घंटे में देना होता है. प्रत्येक 10 मार्क्स के लिए 150 शब्दों की तथा 15 मार्क्स के लिए 250 शब्दों की शब्द सीमा भी निर्धारित की गयी है.परंतु Ethics के पेपर में केस स्टडीज आती हैं इसलिए उसमे सिर्फ 12 प्रश्न ही पूछे जाते है. पेपर का structure फिक्स नहीं होता है और ये किसी भी साल बदल सकता है!
#Optional_Subject_के_पेपर_में 8 Question आते है जिनका 3 घंटे में ही उत्तर देना होता है!
#Optional_Subject_कैसी_चुने
#वैकल्पिक_विषय_का_महत्त्व
👉यह कहना पूर्णत: सही नहीं है कि सामान्य अध्ययन 1000 अंकों का है और वैकल्पिक विषय सिर्फ 500 अंकों का, इसलिये अभ्यर्थियों को सामान्य अध्ययन पर ज़्यादा बल देना चाहिये।
👉ऐसा कहने वाले शायद वैकल्पिक विषय के रणनीतिक महत्त्व को नहीं समझते। इस परीक्षा में यह बात बिल्कुल मायने नहीं रखती कि किसी अभ्यर्थी को कितने अंक हासिल हुए हैं। महत्त्व सिर्फ इस बात का है कि किसी उम्मीदवार को अन्य प्रतिस्पर्द्धियों की तुलना में कितने कम या अधिक अंक प्राप्त हुए हैं।
👉विगत कुछ वर्षों के परीक्षा परिणामों पर नज़र डालें तो आप पाएंगे कि हिंदी माध्यम के लगभग सभी गंभीर अभ्यर्थियों को सामान्य अध्ययन में 325-350 अंक प्राप्त हुए (2014 की सिविल सेवा परिक्षा में निशांत जैन ने एक अपवाद के रूप में 378 अंक प्राप्त किये थे)। इसके विपरीत, अंग्रेज़ी माध्यम के गंभीर अभ्यर्थियों को इसमें औसत रूप से 20-30 अंक अधिक हासिल हुए, जबकि वैकल्पिक विषय में लगभग सभी गंभीर अभ्यर्थियों को 270-325 अंक हासिल हुए। इस औसत से वैकल्पिक विषय का महत्त्व अपने आप स्पष्ट हो जाता है। ध्यान रहे कि ये लाभ आपको तभी मिल सकता है जब आपने वैकल्पिक विषय का चयन बहुत सोच-समझकर किया हो।
उम्मीदवारों को वैकल्पिक विषय वही चुनना चाहिए जो उनके ग्रेजुएशन में सब्जेक्ट हो.! #जिस_विषय_में_उनकी_रुचि_है_वही_वैकल्पिक_सब्जेक्ट_को_चुनना_चाहिए!
सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों की संख्या विज्ञापित सीटों की संख्या से 2.5 गुना होती है! यानी लगभग 15000 में से 2500 ही इंटरव्यू के लिए चयनित होते हैं. ये सिविल सेवा का कठिनतम चरण होता है और यदि यहाँ सिलेक्शन हो गया तो फाइनल सिलेक्शन के चांसेस बहुत बढ़ जाते हैं!
#Personality_टेस्ट_या_IAS_इंटरव्यू
इंटरव्यू, सिविल सेवा मुख्य परीक्षा का दूसरा भाग होता है! इसे पर्सनालिटी टेस्ट कहते है!यह इंटरव्यू कुल 275 मार्क्स का होता है. इसे सामान्य भाषा में IAS इंटरव्यू भी कहते हैं. इसका सिलेबस निर्धारित नहीं है तथा आपके Detail Application Form (DAF) से अधिकांश प्रश्न पूछे जाते हैं! इसलिए DAF को पूरी सावधानी और पूरी सच्चाई के साथ भरनी चाहिए.!
IAS इंटरव्यू के लिए अभ्यर्थी को UPSC की Delhi स्थित धोलपुर हाउस बिल्डिंग में आना होता है. यहाँ अभ्यर्थियों के सभी ओरिजिनल डाक्यूमेंट्स का वेरिफिकेशन किया जाता है तथा एक कॉमन हाल में बैठा दिया जाता है. UPSC के मेम्बेर्स की अध्यक्षता में एक इंटरव्यू पैनल बनाये जाते हैं जो की अभ्यर्थियोंअ का इंटरव्यू लेते हैं. इंटरव्यू पैनल में देश की विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े दिग्गजों को आमंत्रित किया जाता है. IAS Interview में अभ्यर्थी का confidence, attitude तथा प्रॉब्लम सोल्विंग स्किल्स चेक की जाती हैं. यहाँ अभ्यर्थी की personality का सब्जेक्टिव असेसमेंट किया जाता है तथा अधिकतम 275 मार्क्स में से मार्क्स दिए जाते हैं!
#आईएस_के_Interview_में_फेल_हो_जाने_पर_भी_नौकरी_मिलेगी_इस_पर_अभी_सरकार_विचार_कर_रहा_है !
#IAS_Toppers_के_Interview_अनुभवों_को_जानें
सिविल सेवा के इंटरव्यू लगभग 20 दिन तक चलते हैं तथा इंटरव्यू ख़त्म होने के 10 दिन के बाद ही फाइनल रिजल्ट आ जाता है. फाइनल मेरिट लिस्ट इंटरव्यू तथा सिविल सेवा मुख्य परीक्षा लिखित के मार्क्स मिलकर बनती है. इसका अर्थ यह है की अधिकतम 2025 मार्क्स में से फाइनल मेरिट लिस्ट बनती है जिसके आधार पे सर्विसेज प्रदान की जाती है. लगभग 100 रैंक तक के अभ्यर्थियों को IAS सेवा मिल जाती है!
रिजल्ट के कुछ दिन बाद UPSC अपनी रिकमेन्डेशनस को Ministry of Personnel को भेजता है जिसके बाद ही सबको appointment letter जारी किये जाते है. जो अभ्यर्थी फाइनल रिजल्ट में जगह नहीं बना पाते हैं उन्हें पूरी प्रक्रिया से फिर से गुजरना होता है!
तो यह था सिविल सेवा के फॉर्म भरने से लेकर सिलेक्शन तक का सफ़र आशा है आपको यह लेख पसंद आया होगा
UPSC के लिए #टाइम_टेबल कैसे बनाएं...
अब मैं सभी के schedule को एक साथ explain करना चाहूँगा…ये सभी पर apply होगा जो new, old या seasoned प्लेयर्स हैं…
#पहला_है... 6 से 8 घंटे की पढ़ाई पर्याप्त होगी . मगर पहले आप 3 से 4 घंटे से शुरुआत करें…धीरे धीरे इस time को बढायें….अचानक आज से ही 8 घंटे आप पढ़ने लगोगे तो आपके लिए ये ठीक नहीं होगा, आप थकावट महसूस करोगे और सब कुछ छोड़-छाड़ कर बैठ जाओगे...
Prelims के ठीक एक साल पहले तैयारी करना ठीक रहता है. जैसे इस बार prelims यदि June में है…तो आप तैयारी पिछले June से प्रारम्भ करो...
NCERT textbooks आपके basics को मजबूत करते हैं.. भले इनसे सवाल आये या न आये पर आपको एक क्लियर आईडिया मिलता है कि आप जिस नदी में डूबे हो उसका पानी खारा है या मीठा…
बाद में आपका कल्याण high quality बुक्स ही करने वाली है ….polity के Laxmikant या ऐसे ही हर सब्जेक्ट की high standard books जो अक्सर toppers भी recommend करते आये हैं …
अपने time-table में previous year questions को शामिल करना न भूलें तो अच्छा होगा…previous year questions analysis भी बहुत जरुरी होती है जिससे आपको आईडिया मिलता है….खासकर जब कोई बुक पढ़ रहे होते हो..तो आपको लगता है अरे यार इसी टाइप का question तो आता है….और ये सोच कर आप झट से पेंसिल से उस sentence को underline कर देते हो…
prelims exam के date तक में आपको ज्यादा से ज्यादा mock test देना चाहिए...
जो आपने पिछले 6 महीने में पढ़ा है….उसकी जाँच भी तो जरुरी है….mock test से आप कितने पानी में हो , का पता चलता है…mock test के साथ-साथ ऑप्शनल पेपर के टच में रहें…और GS के भी...
यह पूरा महीना prelims तक आपका mock test देने में रहना चाहिए…GS भी पढ़ सकते हो आप…और ऑप्शनल सब्जेक्ट के संपर्क में भी रहें…
students confused रहते हैं…कि कितना पढूं..एक दिन में कितने subjects पढूं….एक सब्जेक्ट को complete कर के दूसरे पर jump कब करूँ…
तो यहाँ पर मैंने mention किया है कि आप दो सब्जेक्ट को लेकर चलो …जैसे morning में आपने history पढ़ लिया और रात को time geography को दे दिया….कोशिश करें कि एक चैप्टर complete हो जाए..
पर यहाँ पर जानना जरुरी है कि complete का definition है क्या…आपको रीडिंग नहीं मारनी…मेरे लिए complete की परिभाषा है कि आप चैप्टर को पूरी तरह से पढ़ो और फिर खुद से नोट्स बनाओ …अपने शब्द में लिखो कि आपने क्या-क्या पढ़ा उस चैप्टर में…इससे आपको लिखने की प्रैक्टिस भी होगी.
दिन रात एक ही सब्जेक्ट पढ़ने से आप bore भी हो सकते हो. इसलिए मैंने कहा कि आप दो सब्जेक्ट ले कर चलो.
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अपने नोट्स पर ही विश्वास रखो…क्योंकि हर लोगों का नोट्स बनाने का ढंग अलग –अलग होता है…जब मैं कॉलेज का नोट्स बनाता था तो बहुत सारे दोस्त मुझसे मांगते थे कि यार अपना नोट्स दो…जब मैं उन्हें देता था नोट्स और वो जब उसे पढ़ते थे तो सर पकड़ कर बैठ जाते थे…क्योंकि मेरे नोट्स में सिर्फ points होते थे…और कभी कभी आढी तिरछी लाइन होती थी जब मैं तैयारी करता था तो GOOGLE image से ग्राफ download कर लेता था !
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इसलिए सब के नोट्स अलग-अलग तरीके के होते हैं…आप अपने नोट्स पर ही full trust करो…और ऐसा notes बनाओ जो बाद में revision के समय आसानी से grasp किये जा सके.
पढ़ाई करते समय ब्रेक भी लेते चलो…ब्रेक का बहुत इम्पोर्टेन्ट रोल है…आप शायद जानते नहीं होगे कि ब्रेक ले ले कर पढ़ने से आपका grasping power दोगुना हो जाता है…दूसरी तरफ आप घंटों पेज को लगातार पलटते रहोगे…कोई फायदा नहीं होने वाला.
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आप जो चीज फेस करने वाले हो उसी के according एक्शन लो….जैसे आप 3-4 महीने बाद prelims देने वाले हो…..और आप पढ़ाई कर रहे हो…मगर लिख लिख कर…आप pages रंगने में लगे हो…लिखे जा रहे हो…लिखे जा रहे हो…कापियां भर रही हैं…पेन की स्याही ख़त्म हो रही है तो ये गलत एप्रोच है….there will be a high probability की आपको success नहीं मिलेगी prelims में…..
आप prelims देने वाले हो तो आप mock दो…आप ज्यादा से ज्यादा ऑब्जेक्टिव questions सोल्व करो…आप मेंस देने वाले हो…तो ज्यादा से ज्यादा लिखने की practice करो…आप इंटरव्यू देने वाले हो…तो Delhi जा कर mock interviews ज्वाइन करो….
एक साल तक आपको सब भूल जाना है…क्योंकि आपका future disturbances से भरा पड़ा है..आपको नहीं पता आगे क्या disturbance आने वाला है…और आप किस कदर उसमें involve होने वाले हो….आप हो सकता है किसी शादी में नागिन डांस करते नज़र आओ…आप हो सकता है किसी family trip पर चले जाओ….खैर….आप इन्टरनेट use करो…मगर सिर्फ break time में….जब आप पढ़ कर बोर हो गए हो…तो friends से बात कर लेना….कोई बेवकूफी नहीं है…इससे आपको freshness मिलेगी….
Pre और Mains में एक ही चीज कॉमन है…और वह है General Studies ...
यूपीएससी शुरु से ही General Studies पर based exam माना गया है…हाँ भले कांग्रेस के शासन में सिब्बल ने इसमें Maths and aptitude डाल दिया…..पर UPSC की आत्मा General Studies अभी भी है..
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इसलिए आपके preparation के first stage से ही General Studies पर आपका 80% focus होना चाहिए.
सुबह का समय पढ़ने के लिए सबसे अच्छा समय होता है. आप यदि 5 बजे उठकर पढ़ने की आदत डाल लो तो आपने बहुत बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है. सुबह उठने से आपको एक ताजगी का अनुभव होगा, आपको शांति मिलेगी, सब घर पर सोये रहेंगे, आपको पढ़ने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा. ऐसा कहा जाता है कि सुबह में पढ़ने से आपको चीजें लम्बे समय तक याद रहती है…
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वैसे कई लोगों की हैबिट होती है — देर रात तक पढ़ने की…पर personally यह habit मुझे कभी भी suit नहीं किया क्योंकि देर रात तक पढ़ने से सर भारी-भारी भी लगता है और देर सुबह उठने से आत्मग्लानि यानी पछतावा का भी अनुभव होता है.
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#नौकरी_करने_वालों के लिए....
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Last but not the least, जो लोग job करते हैं…उनको मैं यह suggestion दूंगा की आपके पास कोई option नहीं है. आप 9 से 6 ऑफिस में रहोगे तो आपके पास केवल सुबह का time है और रात का….और weekend आपके लिए किसी bonanza से कम नहीं है….अच्छा होगा आप एकदम सुबह उठकर 2-3 घंटे का time मैनेज कर लो…और रात को dinner के बाद आप time निकाल लो. आपके life में entertainment के लिए कोई जगह नहीं है….आप नौकरी छोड़ने का यदि सोचते हो….यदि ऐसा कुछ दिमाग में है
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आपके तो मेरा suggestion यही रहेगा कि आप Prelims clear करने के बाद ही नौकरी छोड़ना क्योंकि अक्सर लोग ऐसी गलती कर बैठते हैं…बाद में पता चलता है यार prelims तो सबसे tough है… नौकरी वाले लोग यदि दिन में 5-6 घंटे भी पढ़ाई के लिए निकाल देते हो तो आपने सच में बहुत चीज achieve कर ली है…
प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्नपत्र-1 का संबंध ‘सामान्य अध्ययन' से है। इसका पाठ्यक्रम निम्नलिखित है-
1. राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की सामयिक घटनाएँ (Current events of national and international importance)
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2. भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन (History of India and Indian National Movement)।
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3. भारत एवं विश्व का भूगोल : भारत एवं विश्व का प्राकृतिक, सामाजिक, आर्थिक भूगोल (Indian and World Geography - Physical, Social, Economic Geography of India and the World)।
4. भारतीय राज्यतंत्र और शासन- संविधान, राजनीतिक प्रणाली, पंचायती राज, लोकनीति, अधिकारों संबंधी मुद्दे इत्यादि (Indian Polity and Governance - Constitution, Political System, Panchayati Raj, Public Policy, Rights Issues etc)।
5. आर्थिक और सामाजिक विकास- सतत् विकास, गरीबी, समावेशन, जनसांख्यिकी, सामाजिक क्षेत्र में की गई पहल आदि (Economic and Social Development, Sustainable Development-Poverty, Inclusion, Demographics, Social Sector initiatives etc)।
6. पर्यावरणीय पारिस्थितिकी, जैव-विविधता और जलवायु परिवर्तन संबंधी सामान्य मुद्दे, जिनके लिये विषयगत विशेषज्ञता आवश्यक नहीं है (General issues on Environmental Ecologh2y, Bio-diversity and Climate Change - that do not require subject specialization)।
7. सामान्य विज्ञान (General Science)।
1.पहले जाने क्या बनना चाहते हैं
👉2 सभी टाॅपिक्स के बारे मे पता करें
👉3.पढ़ाई मे एकाग्रता बहुत जरुरी है
👉4.सिर्फ पढ़े नहीं बल्कि समझें
👉5.न्यूज पेपर रोज पढ़े।
👉6.लोकल कल्चर को जाने।
👉7.पहले ग्रेजुएशन को पूरा टाईम दें।
👉8.हर तरह के Question पूछे जाते हैं
👉9.सक्सेस का कोई शार्टकट नहीं
👉10.आपका बिहेवियर मायने रखता है।।
सिविल सेवा .....किसके लिए कितनी आसान...
1...पढ़ने में गहन रुचि....अगर आप 2-3घन्टे तक एक जगह
बैठकर किताबों के साथ डूबे रह सकते हो...,जैसे एक
गुदगुदाने वाले उपन्यास को पढ़ते समय पता ही नहीं
चलता ,कब दो से तीन घंटे बीत गए अथार्त पढ़ाई को
एन्जाय करते हो ।
2...निरन्तरता का कोई जबाव नहीं....... हर रोज़
पढने की ललक .........चाहें पांच छह घंटे ही
पढ़े,क्योंकि सप्ताह में चार दिन पंद्रह-पंद्रह घंटे पढ़कर
,तीन दिन मौजमस्ती करने से अच्छा है,सप्ताह के
सातों दिन आठ आठ घंटे पढ़ना ....
3..." करेंट अफेयर पर तगड़ी पकड़ .......सिविल सेवा
की तैयारी 70 फीसदी डैली के न्यूजपेपर से होती हैं
.....इसलिए खुद को हर दिन देश- दुनिया की खबरों व
घटनाओं के प्रति alert रखता हो ,न्यूजपेपर को
किताब की तरह पढ़ता हो..., लेकिन चुनिंदा खबरों
तथा लेखों को ही.....
4......तैयारी के शुरुआती चार महीनों में हर रोज़ आधा
घंटा सिविल सेवा के सिलेबस को समझने में
लगाइये,उसके पश्चात् अगले चार महीने हर रोज़ आधा
घंटा आईएएस के पुराने पेपरों को समझने में लगाइये
.....यह याद रखिए अगर आपने सिलेबस तथा पुराने
पेपरों को नहीं समझा,तो आपने upsc के बारे में कुछ
भी नहीं समझा,क्योंकि यही आपकी गीता हैं,यही
आपकी कुरान हैं .......
5....6-12 Ncert किताबों का खुद को विशेषज्ञ
बना ले...
कुछ चुनिंदा विषयों का
6.....सबसे अन्त में सबसे जरूरी भी एक वैकल्पिक कैरियर
दिमाग में रखिए,ताकि आगे चलकर ज्यादा हाथ -
पाव ना मारना पड़े (अधिकतर लोग हल्के में लेते
हैं)..