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Thursday, May 9, 2024

THE ELDERS WILL SAY...

 THE ELDERS WILL SAY...


1. "A stitch in time saves nine."

2. "Actions speak louder than words."

3. "All good things come to those who wait."

4. "An apple a day keeps the doctor away."

5. "Birds of a feather flock together."

6. "Better late than never."

7. "Don't count your chickens before they hatch."

8. "Don't put all your eggs in one basket."

9. "Every cloud has a silver lining."

10. "Every dog has its day."

11. "Every man for himself."

12. "Fortune favors the bold."

13. "Give a man a fish and you feed him for a day; teach a man to fish and you feed him for a lifetime."

14. "Haste makes waste."

15. "It takes two to tango."

16. "Kill two birds with one stone."

17. "Let sleeping dogs lie."

18. "Make hay while the sun shines."

19. "Necessity is the mother of invention."

20. "No pain, no gain."

21. "Out of the frying pan and into the fire."

22. "Practice makes perfect."

23. "Rome wasn't built in a day."

24. "The early bird catches the worm."

25. "The grass is always greener on the other side."

26. "The pen is mightier than the sword."

27. "There's no smoke without fire."

28. "Too many cooks spoil the broth."

29. "Two heads are better than one."

30. "When in Rome, do as the Romans do."

31. "Where there's a will, there's a way."

32. "You can't judge a book by its cover."

33. "You can't make an omelet without breaking eggs."

34. "You reap what you sow."

35. "A watched pot never boils."

36. "Actions speak louder than words."

37. "Beggars can't be choosers."

38. "Better safe than sorry."

39. "Curiosity killed the cat."

40. "Don't bite the hand that feeds you."

41. "Don't cry over spilled milk."

42. "Don't put off until tomorrow what you can do today."

43. "Easy come, easy go."

44. "Familiarity breeds contempt."

45. "Half a loaf is better than none."

46. "Idle hands are the devil's workshop."

47. "It's no use crying over spilt milk."

48. "Jack of all trades, master of none."

49. "Kill the fatted calf."

50. "Let bygones be bygones."

51. "Look before you leap."


Thursday, March 9, 2023

Life is a series of challenges



Friends...Life is a series of challenges and it’s important to face them head-on and not be afraid of the unknown. Starting the day with a simple task that you can fully complet.Impact on your life and lead to success.Positive attitude can help you overcome obstacles and achieve your goals.Focus on what you can control. Life is a challenge but Life is not always fair. Failure is an important part of growth and it is important to embrace it and learn from it.Setting achievable goals is crucial for success and that small, achievable goals can lead to big achievements.Self-belief is key to success and that you should never let fear or self-doubt get in the way of your goals.No decision is ever black-and-white, and if you can learn to see all the shades of gray, that will help you...

Five Encouragement & Empowerment Tips... 

1. The power of habit: Habits are powerful and can shape our lives in both positive and negative ways. It's important to recognize which habits are helping or hindering us and make the necessary changes...

2. The importance of goal setting: Setting clear and specific goals is crucial for success. It helps us focus our efforts, stay motivated, and measure our progress...

3. The power of positive thinking: Positive thinking can be a powerful tool for achieving our goals. It helps us overcome negative thoughts and beliefs, and allows us to see the opportunities in difficult situations...

4. The importance of self-discipline: Self-discipline is essential for achieving our goals. It helps us stay focused, overcome distractions, and persist in the face of challenges...

5. The power of visualization: Visualization is a powerful tool for achieving our goals. It helps us see ourselves achieving our goals, which helps us stay motivated and focused...

सफलता के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्‍स...

1 आप अपने विचारों से अपना जीवन बनाते हैं. इसलिए अपने विचारों को हमेशा सकारात्‍मक रखें. अच्‍छा सोचेंगे और खुश रहेंगे तो वो सब पा लेंगे जो पाना चाहेंगे...

2 सफल होने के लिए सकारात्‍मक लोगों की संगत करें. इससे आपके अंदर जीतने और अपने सपनों को पूरा करने की चाहत जिंदा रहेगी और अपने लक्ष्‍य पा लेंगे...

3 जीवन चमत्‍कारों से भरा हुआ है इसलिए ईश्‍वर पर भरोसा रखें और जुट जाएं. भगवान आपके सपनों को जरूर पूरा करेंगे...

4 ईश्‍वर के आगे झुक जाओगे तो दुनिया के आगे नहीं झुकना पड़ेगा...

5 हमेशा नम्रता और मिठास से बात करें. लोग अपने आप आपके हो जाएंगे. यह आपको सम्‍मान भी दिलाएगा और जिंदगी की कई समस्‍याओं से बचा लेगा...

6 कोशिश ऐसी करो कि पहाड़ भी हिल जाए और भगवान को आपको वो देना पड़े जो आप चाहते हैं...

7 यदि कोई आपका दिल दुखाए या बुरा बोले तो उसे सबसे अच्‍छा जवाब देने का तरीका है, चुप हो जाना. आपकी चुप्‍पी से बड़ा जवाब कोई नहीं होगा...


8 किताबे और मा बाप की बाते,ज़िंदगी में कभी धोखा नही देती...


9 जीवन का हर दिन हमारे लिए नया जन्‍म है, इसलिए पूरे उत्‍साह और खुशी से इसकी शुरुआत करें. साथ ही भगवान को इसके लिए धन्‍यवाद दें...

Wednesday, December 7, 2022

डॉ ए. पी. जे. अब्दुल कलाम की किताबें







 डॉ ए. पी. जे. अब्दुल कलाम द्वारा रचित 25 प्रमुख पुस्तकों की सूची 


1. इंडिया 2020 : ए विजन फॉर द न्यू मिलेनियम (India 2020 : A Vision for the New Millennium)

❇️ प्रकाशन वर्ष : 1998


2. विंग्स ऑफ फायर : एन ऑटोबायोग्राफी (Wings of Fire : An Autobiography)

❇️ प्रकाशन वर्ष : 1999


3. इगनाइटेड माइंड्स : अनलीजिंग द पॉवर विदिन इंडिया (Ignited Minds : Unleasing the Power Within India)

❇️ प्रकाशन वर्ष : 2002


4. द ल्यूमिनस स्पार्क्स : ए बायोग्राफी इन वर्स एंड कलर्स (The Luminous Sparks : A Biography in Verse and Colours)

❇️ प्रकाशन वर्ष : 2004


5.  गाइडिंग सोल्स : डायलॉग्स ऑन द पर्पस ऑफ लाइफ (Guiding Souls : Dialogues on the Purpose of Life)

❇️ प्रकाशन वर्ष : 2005


6.  मिशन ऑफ इंडिया : ए विजन ऑफ इंडियन यूथ (Mission of India: A Vision of Indian Youth)

❇️ प्रकाशन वर्ष : 2005


7.  इन्स्पायरिंग थॉट्स : कोटेशन सीरिज (Inspiring Thoughts : Quotation Series)

❇️ प्रकाशन वर्ष : 2007


8. यू आर बोर्न टू ब्लॉसम : टेक माई जर्नी बियोंड (You Are Born to Blossam : Take My Journey Beyond)

❇️ प्रकाशन वर्ष : 2011


9. द साइंटिफिक इंडियन : ए ट्वेंटी फर्स्ट सेंचुरी गाइड टू द वर्ल्ड अराउंड अस (The Scientific India : A Twenty First Century Guide to the World Around Us)

❇️ प्रकाशन वर्ष : 2011


10. फेलियर टू सक्सेस : लीजेंडरी लाइव्स (Failure to Success : Legendry Lives)

❇️ प्रकाशन वर्ष : 2011

 


11. टारगेट 3 बिलियन (Target 3  Billion)

❇️ प्रकाशन वर्ष : 2011


12. यू आर यूनिक : स्केल न्यू हाइट्स बाई थॉट्स एंड एक्शंस (You Are Unique : Scale New Heights by Thoughts and Actions)

❇️ प्रकाशन वर्ष : 2012


13. टर्निंग पॉइंट्स : ए जर्नी थ्रू चैलेंजेस (Turning Points : A Journey Through Challenges)

❇️ प्रकाशन वर्ष : 2012


14. इन्डोमिटेबल स्प्रिट (Indomitable Spirit)

❇️ प्रकाशन वर्ष : 2013


15. स्प्रिट ऑफ इंडिया (Spirit of India)

❇️ प्रकाशन वर्ष : 2013

Tuesday, December 6, 2022

Superior Motivated Line





दोस्तों..."रिद्धि दे, सिद्धि दे,वंश में वृद्धि दे, ह्रदय में ज्ञान दे,चित्त में ध्यान दे, अभय वरदान दे...दुःख को दूर कर, सुख भरपूर कर, आशा को संपूर्ण कर,सज्जन हित दे, प्रीत दे...जग में जीत दे, माया और साया दे, और निरोगी काया दे,मान के साथ साथ सम्मान भी दे...सुख-समृद्धि और ज्ञान दे,शान्ति और शक्ति दे, भक्ति भरपूर दें"...यही मनोकामना, दुआ और इबादत है इस राज का उस खुदा से आप सब के वास्ते...इस बदलते साल और आनेवाले नए साल के शुभ अवसर पर...दोस्तो...इस दुनिया मे कहीं भी दर्पण नही है, प्रेम तो है लेकिन समर्पण नहीं है... हर दामन पे दाग लगा है,यहां पर कोई चन्दन नहीं है...हमे हमेशा याद रहे... किसी दूसरे की खुशी के लिए किया गया प्रयास अपने आप को भी उपर उठाता है...


दोस्तों अगर किस्मत आजमाते आजमाते थक गए हो तो,कभी खुद को आजमाइये नतीजे बेहतर होंगे। वैसा इंसान बने जिस तरह के इंसान को आप पसंद करते हैं। संसार एक कड़वा वृक्ष है, इसके दो फल ही अमृत जैसे मीठे होते है, एक मधुर वाणी और दूसरी सज्जनों की संगती। यदि आपके मन में संतोष नही हैं तो,दुनिया को कोई चीज आपको खुश नही कर सकती हैं। क़ामयाबी कुछ नही बस एक नाकामयाब व्यक्ति के संघर्ष की कहानी है। कर्म वो आइना है जो हमारा स्वरुप हमें दिखा देता है। ना जाने कितने सपने टूटे हैं,सिर्फ ये सोचकर कि लोग क्या कहेंगे। कितनी भी बुरी परिस्थित हो हमे अपने गुस्से पर काबू रखना चाहिए वरना गुस्से में व्यक्ति का पलन हो जाता हैं और उसे पता भी नहीं चलता हैं हर व्यक्ति को देखने का अपना अलग अलग नजरियां होता हैं ज्ञानी व्यक्ति कर्म और ज्ञान को एक ही तरह से देखता हैं. वह ज्ञान पाने की इच्छा से लोगो को देखता हैं वही जो मनुष्य अपने मन पर नियंत्रण नहीं रखता हैं उसका पूरा जीवन खराब हो जाता हैं मन पर नियंत्रण कर आप अपने शत्रु को पराजित कर सकते हैं वही अगर मनुष्य खुद पर विश्वास करें तो वह अपने हर काम में सफलता प्राप्त कर सकता हैं। कहते हैं इंसान वैसा ही बनता चला जाता हैं जैसा वह सोचता हैं। कहते हैं अगर आप किसी काम में आगे बढ़ना चाहते हैं तो उसके लिए आप हर रोज अभ्यास करते रहे एक दिन सफलता जरूर मिलेगी कठिन से ​कठिन काम को अभ्यास से हासिल किया जा सकता हैं...



दोस्तो...सुख और दुख में कोई ज्यादा भेद नहीं...जिसे मन स्वीकारें वह सुख और जिसे अस्वीकारें वह दुख...सारा खेल हमारी स्वीकृति और अस्वीकृति का ही होता है...विचार और व्यवहार हमारे बगीचे के वो फ़ूल हैं जो हमारे पूरे व्यक्तित्व को महका देतें हैं. झूट बोलकर रिश्ते उलझाने से अच्छा है, सच बोलकर सुलझा लिया जाये। जीवन में सुख-दुख तो जिंदगी के दो पहलू है आते जाते रहेंगे...जिंदगी में अनुभव और तजुर्बे सदा मुश्किल परिस्थितियों और हालातों से होते हैं। मनुष्य संसार में हर कार्य कर सकता है लेकिन किसी की गंदी सोच नहीं बदल सकता,क्योंकि मनुष्य को अपनी जिंदगी में अपने दुर्भाग्य और परिस्थितियों से खुद जूझना पड़ता है।जिंदगी में कोई भी कारण हो, कोई भी बात हो चिढ़ो मत और गुस्सा मत करो।आप कितने भी गुस्से में हो लेकिन आपको इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि आप कौन हैं, यह इसलिए क्योंकि क्रोध हमेशा अपने स्वयं का ही विनाश करता है दूसरों का नाश कभी नहीं करता। जोर से मत बोलो और मन को शांत रखो उस पर विचार करो और फिर निर्णय लो। जीवन में हमेशा याद रखो कि शोर-शराबा करने से बुद्धि और भी भ्रष्ट हो जाती है,आप जितना क्रोध करेंगे उससे आपका ही बुरा होगा और तकलीफ भी आपको ही होगी। हर दिन आपका महत्व पहले से कम या ज्यादा होता जा रहा है. अगर आप खुद को बेहतर बना रहे हैं, तो आपका महत्व बढ़ेगा लकिन अगर आप खुद को बेहतर नहीं बना रहे हैं, तो आपका महत्व कम होता जाएगा. ये समझ लेना कि आप नहीं समझ रहे हैं गुण है, ये नहीं समझ पाना कि आप नहीं समझ रहे हैं दोष है। उन्हें अपना समझने से क्या फायदा जिनके अन्दर आपके लिये कोई अपनापन ही न हो...खुशी के फूल उन्हीं के दिलों में खिलते हैं,जो इंसान की तरह इंसानों से मिलते हैं। जिंदगी की मुश्किलों को,अपनों' के बीच रख दो, या तो 'अपने' रहेंगे,या फिर मुश्किलें...आलस्य – संदेह और भय को जन्म देती है तथा सक्रियता – आत्मविश्वास और साहस को जन्म देती है। हर छोटा बदलाव बड़ी कामयाबी का हिस्सा होता है...धर्म और कर्म बिना ज्ञान के अधूरे हैं ज्ञान से ही धर्म और कर्म पूरे होते है...प्रमुख बनो मालिक तो हर कोई हैं यंहा...कमियाँ तो मुझमें भी बहुत है पर मैं बेईमान नहीं... मैं सबको अपना मानता हूँ सोचता हूँ फायदा या नुकसान नहीं... एक शौक है शान से जीने का कोई और मुझमें गुमान नहीं... छोड़ दूँ बुरे वक़्त में अपनों का साथ वैसा तो मैं इंसान नहीं...जिंदगी के सफर में इंसान को झूठ भी बोलना पड़ता है और सच में छुपाना पड़ता है,वक्त कभी-कभी लाता है ऐसे मोड़ जिंदगी जीने के लिए हर रास्ता अपनाना पड़ता है...अच्छे और सभ्य इंसान को भला लोग सुकून से एक पल जीने ही कहां देते हैं अक्सर,अच्छे और शांत लोगों को भी अपने हक के लिए कभी-कभी बुरा बन जाना पड़ता है...राज कुमार


जीवन में हमेशा दुखी रहेंगे ये 5 तरह के लोग, कहीं आप तो इसमें शामिल नहीं...


दोस्तो...दुःख और परेशानी सभी के जीवन में आती और जाती रहती हैं. हालाँकि कई बार इंसान के दुःख का कारण वो खुद होता हैं. दुःख असल में आपके दिमाग में उत्पन्न होने वाली एक फीलिंग मात्र हैं. ऐसे में यदि आपके अंदर कुछ खराब आदतें या कमियां होगी तो आप जीवन में हमेशा दुखी ही रहोगे. सुख आपको नसीब नहीं होगा. ऐसे में आज हम आपको उन टाइप्स के लोगो के बारे में बताने जा रहे हैं जो अपनी ख़राब आदतों या सोच के चलते जीवन में हमेशा दुखी ही रहते हैं...


जलन करने वाले...


कई लोगो की लाइफ की सबसे बड़ी समस्यां ये होती हैं कि वो दूसरों को देख हमेशा जलते रहते हैं. फलाने के पास बहुत पैसा हैं, तो वो बहुत सुंदर हैं या करियर में वो टॉप पर हैं इत्यादि चीजें जलन का कारण बनती हैं. लोग दूसरों की तरक्की और ख़ुशी को बर्दास्त नहीं कर पाते हैं. अंदर ही अंदर कुड़कते रहते हैं. भगवान ने उन्हें जो पहले से दिया हैं उसमे संतुष्ट नहीं हैं. उन्हें दूसरों की तरह या उनसे बेहतर बनना हैं. बस यही वजह हैं कि इनकी लाइफ में सुख कम और दुःख ज्यादा होते हैं...


जल्दी हार मानने वाले...


समस्यां एक ऐसी चीज हैं जो हम सभी के जीवन में कभी ना कभी आती जरूर हैं. ऐसे में यदि आप उस प्रॉब्लम से हार मान हाथ पर हाथ धरे बैठे ही रहोगे तो लाइफ में दुखी ज्यादा रहोगे. आपको चाहिए कि आप उस समस्यां की जड़ तक जाए और उसे जल्द से जल्द हल करे. किसी प्रॉब्लम से हार ना माने और ना ही उदासी के दलदल में फंसे...


ज्यादा उम्मीदें रखने वाले...


कुछ लोगो की समस्यां होती हैं कि वो अपनी क्षमता से ज्यादा उम्मीदें लगाए रहते हैं. उन्हें जीवन में जो भी मिल रहा हैं उस से संतुष्टि नहीं होती हैं. इन लोगो को लाइफ में हमेशा बहुत ज्यादा और बड़ा चाहिए होता हैं. ऐसे में ये खुद अपनी उम्मीदों पर खड़ा नहीं उतर पाते हैं और लाइफ में उदास ही रहते हैं...


गुस्से पर काबू ना रखने वाले...


जिन लोगो को बहुत जल्दी गुस्सा आ जाता हैं और जो हमेशा लड़ाई झगड़े के मूड में ही रहते हैं वे भी जीवन में सुखी नहीं रह सकते हैं. उनके गुस्से वाले व्यवहार की वजह से कोई भी उन्हें दिल से प्यार नहीं करता हैं. ऐसे लोग जीवन में बहुत अकेलापन महसूस करते हैं. यह चीज इन्हें अंदर ही अंदर उदास कर देती हैं...


दूसरों के विचारों का आदर ना करने वाले...


अक्सर लोगो की यही सोच रहती हैं कि पूरी दुनियां उनके बताए रास्ते पर ही चले. वे लाइफ को लेकर जो नियम बनाते हैं दुसरे लोग भी उसका पालन करे. जो लोग हमेशा अपनी इच्छाएं दूसरों पर थोपते हैं वे जीवन में कभी सुखी नहीं रह सकते हैं. यदि आप दुःख अलविदा कहना चाहते हैं तो ‘जियो और जीने दो’ कहावत को अपना ले. दूसरों को अपने हिसाब से जीने दे और उससे खुद अफेक्ट ना हो...


अमिताभ बच्चन कहते हैं... 


अपने करियर के चरम पर, मैं एक बार हवाई जहाज से यात्रा कर रहा था। मेरे बगल वाली सीट पे एक साधारण से सज्जन व्यक्ति बैठे थे, जिसने एक साधारण शर्ट और पैंट पहन रखी थी। वह मध्यम वर्ग का लग रहा था, और बेहद शिक्षित दिख रहा था।अन्य यात्री मुझे पहचान रहे थे कि मैं कौन हूँ, लेकिन यह सज्जन मेरी उपस्थिति के प्रति अंजान लग रहे थे ...वह अपना पेपर पढ़ रहे थे, खिड़की से बाहर देख रहे थे, और जब चाय परोसी गई, तो उन्होंने इसे चुपचाप पी लिया । उसके साथ बातचीत करने की कोशिश में मैं उन्हें देख मुस्कुराया। वह आदमी मेरी ओर देख विनम्रता से मुस्कुराया और 'हैलो' कहा। हमारी बातचीत शुरू हुई और मैंने सिनेमा और फिल्मों के विषय को उठाया और पूछा, क्या आप फिल्में देखते हैं? आदमी ने जवाब दिया, ओह बहुत कम। मैंने कई साल पहले एक फिल्म देखा था। मैंने उल्लेख किया कि मैंने फिल्म उद्योग में काम किया है। आदमी ने जवाब दिया,ओह यह अच्छा है। आप क्या करते हैं? मैंने जवाब दिया, 'मैं एक अभिनेता हूं' आदमी ने सिर हिलाया, 'ओह, यह अद्भुत है!' तो यह बात हैं ...जब हम उतरे, तो मैंने हाथ मिलाते हुए कहा, "आपके साथ यात्रा करना अच्छा था। वैसे, मेरा नाम अमिताभ बच्चन है! उस आदमी ने हाथ मिलाते हुए मुस्कुराया, थैंक्यू ... आपसे मिलकर अच्छा लगा..मैं जे आर डी टाटा (टाटा का चेयरमैन) हूं...मैंने उस दिन सीखा कि आप चाहे कितने भी बड़े हो।हमेशा आप से कोई बड़ा होता है...नम्र बनो, इसमें कुछ भी खर्च नहीं है...


जब गुस्सा आए तो विवेक आजमाएं...


जापान के किसी गांव में एक समुराई बूढ़ा योद्धा रहता था। उसके पास कई समुराई युद्धकला सीखने आते थे। एक बार एक विदेशी योद्धा उसे पराजित करने के लिए आया। वह साहसी था। उसके बारे में यहां तक कहा जाता था कि वह जहां भी जाता विजय होकर ही वापस अपने देश लौटता था...जब विदेशी समुराई ने युद्ध करने की इच्छा जताई तो बूढ़े समुराई के शिष्यों ने मुकाबला न करने की प्रार्थना की। लेकिन बूढ़े समुराई ने उनकी नहीं मानीं और नियत समय पर युद्ध शुरू हुआ...विदेशी समुराई, उस बूढ़े समुराई को अपमानित करने लगा। उसने, उन्हें गुस्सा दिलाने के सारे प्रयत्न किए लेकिन घंटों बाद भी उन्हें गुस्सा नहीं आया। यह देखकर विदेशी समुराई ने पैरों से धूल उड़ाकर जमीन पर थूक दिया। इतना सब कुछ हो जाने के बाद भी बूढ़े समुराई ने कुछ न कहा। अब उस विदेशी योद्धा को अपनी पराजय का अहसास हुआ और वह अपनी हार मानते हुए चला गया...यह देखकर बूढ़े समुराई के शिष्य हैरान थे उन्होंने पूछा, आपका इतना अपमान हुआ फिर भी आप चुप रहे। तब उनके गुरु ने कहा, यदि कोई तुम्हें तोहफा दे और तुम उसे स्वीकार न करो तो वह किसका होगा ?...शिष्यों ने कहा, 'तोहफा देने वालों का ही होगा।' गुरु बोले, 'मैनें भी उसकी गालियों को स्वीकार नहीं किया। तो वह उसके पास ही गईं...संक्षेप में...अमूमन हम व्यवहार में कुछ अप्रिय प्रसंगों का सामना करते हैं। ऐसे में अवाश्यक प्रतिक्रिया से बचकर हम अपनी ऊर्जा और समय को बचा सकते हैं। विवेक के प्रयोग से हम विरोधियों को भी सकारात्मक संदेश दे सकते...


ऐसे लोगों में छिपे होते हैं महानता के बीज...


एक दिन एक निर्धन बालक लकड़ी का गट्ठर लेकर शहर में बेचने आया। उसने लकड़ी के गट्ठर को इस कलात्मक ढंग से बांधा था कि एक सेठजी को पसंद आया। सेठजी ने पूछा, 'बेटा! ये गट्ठर इतने कलात्मक ढंग से किसने बांधा है ?' उस लड़के ने उत्तर दिया, 'जी मैनें।' सेठजी को विश्वास नहीं हुआ उन्होंने कहा, 'क्या तुम इस गट्ठर को खोलकर ऐसे ही बांध सकते हो।बालक ने चेहरे पर भीनी मुस्कान के साथ उत्तर दिया, 'हां-हां क्यों नहीं बिल्कुल।' उस बालक ने गट्ठर को खोला और तुरंत वैसे ही बांध दिया। सेठजी ने उस बालक की एकाग्रचित्तता, लगन, और प्रतिभा का कायल हो गया। उसने उस बालक से कहा, 'बेटा तुम मेरे साथ चलो में तुम्हें शिक्षा दिलवाउंगा। उस लड़के ने कुछ देर सोचा और फिर चलने के लिए तैयार हो गया।सेठजी ने उस लड़के की शिक्षा का प्रबंध किया। वह स्वयं भी उसे पढ़ाते। थोड़े दिन बाद उस लड़के ने कुशाग्र बुद्धि के चलते उच्च शिक्षा हासिल कर ली। बड़ा होने पर यही बालक यूनान के महान दार्शनिक 'पाइथागोरस' के नाम से प्रसिद्ध हुआ। और जो सेठजी जिन्होंने उस बालक की कला और लगन के एक दृष्टि में परखा वो थे यूनान के विख्यात तत्वज्ञानी 'डेमोक्रीट्स' थे...संक्षेप में...जो व्यक्ति छोटा सा कार्य भी पूरी मेहनत के साथ करते हैं, उन्हीं में महानता के बीच छिपे होते...


One messege from my side for you all...समाज में कुछ ऐसी समस्याएं या विषय जिन पर जागरूकता अभियान चलाने की सख्त जरूरत है...


आज समाज में अनेक समस्याएं विद्यमान हैं जो समय समय पर मानव समुदाय को किसी ना किसी रूप में प्रभावित करके उसके वजूद को ही संकट में डाल देती हैं परन्तु सबसे प्रमुख समस्या लोगों में नैतिकता की कमी है जो अनेक समस्याओं का मूल कारण है इसके कारण भ्रष्टाचार धार्मिक उन्माद जैसी अनेक समस्यायें उत्पन्न होती हैं जो समाज में गतशीलता बढ़ाने का एक प्रमुख जरिया बनती दिखाई देती है...समाज में दूसरी प्रमुख समस्याएं अशिक्षा लिंगभेद अधिक जनसंख्या अतार्किक राष्ट्रीयवाद जैसी समास्याएं हैं जिसके कारण आए दिन बेबकसूर लोग शिकार होते रहते हैं जिसकी वजह से समाज में गतिशीलता बढ़ती है परिणामतः समंधित देश की साख पर अंतरराष्टरीय स्तर पर बट्टा लगता है जिससे ऐसे देश के सूचकांकों में गिरावट आ जाती है और लोगों में डर की भावना पैदा होती है...समाज में तीसरी प्रमुख पर्यावरण प्रदूषण समस्या विद्यमान है आज मानव ने बहुत ही उच्च स्तर का विकास कर लिया है मानव अपने विकास में इतना संलग्न हो गया है कि उसने अपने अस्तित्व को ही संकट में डाल लिया है पर्यावरण प्रदूषण के कारण स्वास्थ्य असमय मृत्यु प्रदूषित हवा पानी जैसी जटिल समस्याएं पैदा होती हैं जो संपूर्ण जीव जंतु समुदाय के लिए असमय मौत का सबब बन बनती हैं...समाज में चौथी प्रमुख समस्या महिलाओं बच्चों बुजुर्गों पर अत्याचार है जिसके कारण समाज शक्तिशाली और कमजोर वर्ग में बंटता दिखाई देता है जिसकी वजह से घरेलू स्तर पर ग्रह क्लेश अकेलापन जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं...समाज में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पांचवी प्रमुख समस्या संरक्षणवाद नस्लभेद आतंकवाद जैसी समस्याएं विद्यमान हैं जो मानव समुदाय के अस्तित्व को ही नहीं बल्कि आर्थिक राजनीतिक सामाजिक व्यय को भी बढ़ाती हैं जो व्यय किसी अन्य जरूरी कार्य में खर्च हो सकता था वह व्यय ऐसी समस्याओं से निजात पाने में खर्च हो किया जाता है जिससे अन्य जरूरी कार्य बाधित होते हैं...उपरोक्त कारणों को ध्यान में रखते हुए सरकारों गैर सरकारी संगठनों एनजीओ समाजिक संगठनों और अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों को समय समय पर जागरूकता अभियान चलाने चाहिए स्कूली स्तर पर शिक्षा में सामाजिक और नैतिक शास्त्र जैसी शिक्षा देनी चाहिए जिससे समाज में व्याप्त ऐसी समस्याएं कम की जा सकें...राज कुमार

जैसी भावना वैसी मनोकामना...


एक बार भगवान बुद्ध एक शहर में प्रवचन दे रहे थे। उन्होंने प्रवचन के बाद आखिर में कहा, 'जागो! समय हाथ से निकला जा रहा है।' इस तरह उस दिन की प्रवचन सभा समाप्त हो गई। सभा के बाद तथागत ने अपने शिष्य आनंद से कहा, थोड़ी दूर घूम कर आते हैं। आनंद, भगवान बुद्ध के साथ चल दिए। अभी वे विहार के मुख्य द्वार तक ही पहुंचे ही थे कि एक किनारे रुक कर खड़े हो गये...प्रवचन सुनने आये लोग एबाहर निकल रहे थे, इसलिए भीड़ का माहौल था, लेकिन उसमें से निकल कर एक स्त्री तथागत से मिलने आई। उसने कहा, 'तथागत मैं नर्तकी हूं'। आज नगर के श्रेष्ठी के घर मेरे नृत्य का कार्यक्रम पहले से तय था, लेकिन मैं उसके बारे में भूल चुकी थी। आपने कहा, ' जागो समय निकला जा रहा है तो मुझे तुरंत इस बात की याद आई।'उसके बाद एक डाकू भगवान बुद्ध से मिला उसने कहा, 'तथागत मैं आपसे कोई बात छिपाऊंगा मै भूल गया था कि आज मुझे एक जगह डाका डालने जाना था कि आज उपदेश सुनते ही मुझे अपनी योजना याद आ गई...इस तरह एक बूढ़ा व्यक्ति बुद्ध के पास आया वृद्ध ने कहा, 'तथागत! जिन्दगी भर दुनिया भर की चीजों के पीछे भागता रहा। अब मौत का सामना करने का दिन नजदीक आता जा रहा है, तब मुझे लगता है कि सारी जिन्दगी यूं ही बेकार हो गई। आपकी बातों से आज मेरी आंखें खुल गईं। आज से मैं अपने सारे मोह छोड़कर निर्वाण के लिए कोशिश करूंगा। जब सब लोग चले गए तो भगवान बुद्ध ने कहा, 'आनंद! प्रवचन मैंने एक ही दिया, लेकिन उसका हर किसी ने अलग अलग मतलब निकाला...


संक्षेप में:-कहने का तात्पर्य यह है कि जिसकी जितनी झोली होती है, उतना ही दान वह समेट पाता है। निर्वाण प्राप्ति के लिए भी मन की झोली को उसके लायक होना होता है। इसके लिए मन का शुद्ध होना बहुत जरूरी है। इस प्रेरक प्रसंग में भी ऐसा ही hai... 


जब सुख नहीं दे सकते, तो दुख क्यों देते हो...


एक बार गौतम बुद्ध जंगल में आम के पेड़ के नीचे ध्यान मग्न थे। वहां खेल रहे कुछ बच्चों ने पेड़ से आम तोड़ने के लिए पत्थर फेंका, पत्थर तथागत यानी गौतम बुद्ध के सिर पर लग गया। उनके सिर से खून बहने लगा। यह सब कुछ देख बच्चे डर गए। उन्हें लगा कि अब ये मुनि उन्हें भला-बुरा कहेंगे। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। वह बच्चे गौतम बुद्ध के चरणों में नतमस्तक होकर क्षमा याचना करने लगे। उन्हीं में से एक बच्चे ने कहा, 'यह सब कुछ मेरी वजह से हुआ है। मेरी वजह से ही आपके सिर में रक्त की धारा निकल रही है। मुनिवर! मुझे क्षमा करें। यह सुनकर गौतम बुद्ध बोले, 'बच्चों में इस बात से दुःखी नहीं हूं कि मेरे सिर से खून निकल रहा है। बल्कि इसलिए कि, जिस तरह पेड़ को पत्थर मारने पर वह फल देता है, ठीक वैसे ही मुझे पत्थर मारने पर में तुम्हें जब फल नहीं दे सकता तो भय क्यों दूं...संक्षेप में... जब हम किसी को सुख नहीं दे सकें तो हमें दुख भी नहीं देना चाहिए...


दोस्तो जैसी भावना वैसी मनोकामना होता है... हमारी इक्षाओ से बेहतर ईश्वर की योजना होती है। नहीं खाई ठोकरे सफर में तो मंजिल अहमियत कैसे जानगो,अगर नहीं टकराए गलत से तो सही कैसे पहचनोगो...हार एक सबक है जो हमे सुधारने मौका देती है। आजाद रहिये विचारों से, लेकिन बंधे रहिये संस्कारों से... दुनिया को नही अपने आप को बदलो, दुनिया तो अपने आप बदल जायेगी... बुलंद हो होंसला तो मुठी में हर मुकाम है...आपके पास कितना ज्ञान है यह ज्यादा जरूरी नहीं है बल्कि आप किसी लक्ष्य को पाने के लिए कितने एक्टिव है यह ज्यादा जरूरी है| मुश्किले और मुसीबते तो ज़िंदगी में आम है दोस्तो... जिंदगी में कुछ पाना हो तो खुद पर ऐतबार रखना,सोच पक्की और क़दमों में रफ़्तार रखना,सफलता मिल जाएगी एक दिन निश्चित ही तुम्हें,बस खुद को आगे बढ़ने के लिए तैयार रखना... जीवन तो एक जल की भांति है और यह आप पर निर्भर करता है कि आप उसे अपने अच्छे और नेक कर्मो से पवित्र रखना चाहते हैं या फिर बुरे और निकृष्ट कर्म से गंदा रखना चाहते हैं...जिंदगी में हमें हमेशा आगे बढ़ते रहना चाहिए, इसके लिए हमें कड़ी मेहनत करनी पड़ती है, अगर इंसान खुद हार मान कर बैठ जाता है तो उसके जीवन में उजाला आना बहुत मुश्किल हो जाता है,आगे बढ़ने के लिए हमें किसी ना किसी चीज की प्रेरणा चाहिए होती है,आप को प्रेरित करने के लिए... अच्छे कर्मों के साथ लगातार मेहनत करने पर, एक न एक दिन सफलता जरूर मिलती है। आप कब सही थे इसे कोई याद नही रखता...लेकिन आप कब गलत थे...इसे सब याद रखते है...इस लिए अपने किये गए कार्य पर विशेष ध्यान दे...कभी नहीं गिरने से ज्यादा महान काम हर बार गिरकर भी उठने की हिम्मत करना है...राज कुमार

दोस्तो अहंकार भी जरूरी है जब बात अपने अधिकार ,सम्मान और चरित्र की हो तो...पर ध्यान रहे...काबिलियत के घर मे अहंकारों की कदर नही होती...और अहंकारों के आँगन में कभी कामयाबी के फूल नही खिलते...दोस्तो कामयाबी हाथो की लकीरों में नहीं, माथे के पसीने में होती है। विश्वास" में विष भी है आस भी है। ये स्वयं पर निर्भर करता है कि क्या ग्रहण करना है. इतिहास गवाह है संघर्ष के समय कोई नजदीक नहीं आता और सफलता के बाद किसी को आमंत्रित नहीं करना पड़ता...जीवन में उत्साह बनाए रखने के लिए आवश्यक है कि मनुष्य सकारात्मक चिंतन बनाए रखे और निराशा को हावी न होने दे। कभी – कभी निरंतर मिलने वाली असफलताओं से व्यक्ति यह मान लेता है कि अब वह पहले की तरह कार्य नहीं कर सकता, लेकिन यह पूर्ण सच नहीं है. सकारात्मक सोच ही आदमी को "आदमी" बनाती है....उसे अपनी मंजिल तक ले जाती है. आप हमेशा सकारात्मक ऊर्जा से परिपूर्ण , स्वस्थ एवं प्रसन्न रहें...चरित्र एक वृक्ष है और प्रतिष्ठा, यश,सम्मान,उसकी छाया लेकिन विडंबना यह है कि दोस्तों वृक्ष का ध्यान बहुत कम लोग रखते हैं और छाया सबको चाहिए...इंसानियत दिल मे होनी चाहिए हैसियत में नही, क्यूंकि ऊपरवाला कर्म को देखता न कि हमारे वसियत को...अपने आप को very special समझो दोस्तो, क्यूंकि Good कोई भी चीझ फालतू में नही बनता...कर्मवीर बनो, राह स्वयं बनती चली जाएगी। लक्ष्य पर ध्यान रहे। अपने नैतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक मूल्यों को सदैव लेकर ही बढ़ना चाहिए...मन में उतरना और मन से उतरना केवल आपके व्यव्हार पर निर्भर करता है इसे हमेशा बरकरार रखे...दोस्तो खूबी और खामी दोनों ही होती है हर इंसान में जो "तराशता" है उसे ख़ूबी नजर आती है और जो "तलाशता" है उसे खामी नजर आती है...सफलता एक यात्रा है मंजिल नही दोस्तो...


Special line for student's life...


दोस्तो आपलोग जानते हो आजकल के युथ की सबसे बड़ी प्रोब्लम क्या है? जब भी किसी से पूछो की तुम्हारा सपना क्या है? बिना हकीकत जाने बिना दिल की माने वो कुछ भी बोल देते है मुझे UPSC निकालना है,IAS बनना है, IPS बनना है BANK PO बनना है,पायलट बनना है और भी बहुत कुछ...बुरा मत मानना आपलोग...लेकिन अधिकतर स्टूडेंट भेड़ की तरह एक के पीछे एक लगे हुए है।जो आगे वाला इंसान कर रहा है बिना कुछ सोचे समझे उसकी सक्सेस देखकर हम भी उनकी कॉपी करने लग जाते हैं। और बोल देते है मुझे ये करना है, मुझे वो बनना है कहना बहुत आसान है लेकिन जिस तरह से आप अपना कीमती वक्त फालतू चीजो में बर्बाद किये जा रहे हो न उस हिसाब से तुम्हे आज की दुनिया मे बेरोजगारी और पछतावे के अलावा कुछ नही मिलने वाला और है एक बात याद रखना कर दिखो कुछ ऐसा! दुनिया करना चाहे आपके जैसा...If you want something new then try to do something new....यदि आपके अंदर...दम है...ताकत है...शिद्दत है...जुनून है...जज्बा है...जज्बात है...ख्वाब है...ख्यालात है तो...आप कुछ भी पा और कर सकते है... Never stop your learning process....राज कुमार


मुसीबतें हम और हमारा लक्ष्य...


दोस्तो मुसीबतें हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा हैं इन मुसीबतों के बिना हमारे जीवन की कल्पना भी नही की जा सकती है कोई इस बात को समझ लेता है तो कोई पूरी जिंदगी मुसीबतों का रोना रोता रहता है जीवन के हर मोड़ पर इन मुसीबतों से हमारा सामना होता रहता है. अक्सर जब हमारे सामने मुसीबतें आती हैं तो हम इनके सामने पस्त हो जाते हैं अपने को इनके समक्ष समर्पित कर देते हैं उस समय हमें कुछ समझ नहीं आता है कि क्या किया जाए क्या नहीं...हर व्यक्ति का इन मुसीबतों को देखने का अपना अलग नजरिया होता है कोई इनको सीढ़ी बना लेता है तो कोई इनके सामने झुक कर अपना रास्ता बदल लेता है अर्थात ऐसे समय में कुछ लोग टूट जाते हैं तो कुछ इनका मुकाबला करते हुए मंजिल पा जाते हैं...अक्सर हम में से अधिकतर लोग इन मुसीबतों के सामने ढेर हो जाते हैं अपने लक्ष्य को छोड़कर एक भटकाव वाले रास्ते पर चल पड़ते हैं जिसका हमको ना रास्ता मालूम होता है ना अंजाम वही कुछ लोग हंसते हुए इन मुसीबतों का सामना करते हैं और अन्त में इन मुसीबतों पर विजय हासिल करके अपनी मंजिल अपने लक्ष्य की हासिल करके लोगों के लिए प्रेरणा के स्रोत बन जाते हैं...ऐसा ही एक उदाहरण फ्रांस के महान सेनापति नेपोलियन बोनापार्ट का है जिनके जीवन मे असंभव नाम का कोई शब्द नहीं था इतिहास में नेपोलियन को विश्व के सबसे महान और अजेय सेनापतियों में गिना जाता है ऐसा कहा जाता है कि उनके सामने कोई ज्यादा देर तक टिक नही पाता था नेपोलियन बोनापार्ट ने कई जोखिम भरे काम किए हैं....ऐसा कहा जाता है कि एक बार इन्होंने आल्प्स पर्वत को पार करने का ऐलान किया और अपनी सेना को साथ लेकर चल दिए जब वहां पहुंचे तो आल्प्स पर्वत की ऊंची चोटी को देखकर सेना में हलचल की स्थिति पैदा हो गई आल्प्स पर्वत पर चढ़ाई करने के लिए तैयार ही हो रहे थे कि सामने देखा एक बुजुर्ग औरत खड़ी है वह बुजुर्ग औरत नेपोलियन बोनापार्ट के पास आकर बोली कि क्यों मरना चाहते हो आज तक इस पर कोई नही चढ़ पाया है जितने भी आयें हैं सब अपने प्रयास में असफल होकर वापस लौट गए हैं अगर अपनी जिन्दगी की सलामती चाहते हो तो तुम भी वापस लौट जाओ उस औरत की यह बात सुनकर नेपोलियन बोनापार्ट नाराज होने की बजाय और अधिक उत्साहित हो गए और मन में ठान लिया कि आल्प्स पर्वत पर सिर्फ चढ़ना ही नहीं है बल्कि कोई आज तक इस पर चढ़ नही पाया यह मिथिक भी तोड़ना है और तुरंत ही अपनी सेना को आदेश देकर आल्प्स पर्वत पर चढ़ना शुरू कर दिया अंततः नेपोलियन बोनापार्ट ने आल्प्स पर्वत पर चढ़कर विजय हासिल कर ली ऐसा नही हैं कि ये मुसीबतें सिर्फ हमारे या नेपोलियन बोनापार्ट के जीवन में ही आयी हैं हमको ऐसे अनेकों उदाहरण इतिहास और वर्तमान में मिल जायेंगे जिन्होंने अनेकों मुसीबतों का सामना करते हुए अपने लक्ष्य पर विजय हासिल की है.इन मुसीबतों से हमारे जीवन पर कोई प्रभाव नही पड़ता बल्कि इस बात का प्रभाव पड़ता है कि हम इन मुसीबतों को किस नजरिए से देख रहे हैं हम इनका डटकर मुकाबला कर रहे हैं या इनसे डरकर दूर भाग रहे हैं...एक बात हमेशा याद रखिए जिसने अपने जीवन में जितना अधिक स्ट्रगल किया है वह उतना ही अधिक महान इंसान बना है ऐसे व्यक्ति को इतिहास के स्वर्णिम पन्नों में जगह मिली है और जिसने इन मुसीबतों से अपने आपको अलग कर लिया है उसका उसके जीवन के खत्म होते ही उसका नाम भी धूमिल हो गया है...


अब बस तभी रुकना हैं जब सफलता हमारे कदमों में हो...


दोस्तो ये आपका फैसला होगा कि आसमान की ऊंचाइयों से खूबसूरत दुनिया को देखते हो या असफलता के चौखट में ही रहकर सिमट जाते हो...क्या आप असफलता की चौखट पर ही अपना दम तोड़ देना चाहते हैं , क्या आप भूल गए कि आप घर से बाहर इसलिए निकले थे ताकि आप अपने सर पर जीत का ताज पहन के घर पहुंचे , क्या आप भूल गए उनके ख्वाहिशों को ,अरमानों को जिन्होंने आपके लिए वर्षों से संजो कर रखे हैं , आखिर हुआ क्या है आपको ,आखिर क्यों आप आज उस तरीके से नहीं लड़ रहे जिस तरीके से आप को लड़ना चाहिए ! क्यों आप उन कसमों से दूर भाग रहे हैं जो आपको जीत दिलाती हैं आखिर क्यों आप एक नादान परिंदे की तरह गुलामी की जंजीरों में जकड़े हुए खामोश बैठे हैं , क्यों अभी तक आपके अंदर का मानव जगा नहीं...दोस्तो बहुत कुछ तो मैं नहीं कहना चाहता पर इतना जरूर बता दूं कि आप वह है जिसके अंदर से ही शख्सियत निकलती है , आप वह है जो कर्मो का तूफ़ान पैदा कर इतिहास बदल सकता है , आप वह है जो लकीर को इतनी लंबी खींच सकता है कि आगे आने वाले वर्षों तक वह सुनहरा बनकर चमकता रहेगा ! वक्त बहुत नहीं है पर वक्त इतना जरूर है कि आप अपने जिंदगी को अपने जीवन को साकार कर जाइए...दोस्तो गौर कीजिए आपने आज तक क्या किया जब आप अपने घर से बाहर निकले थे तो आप की आंखों में कुछ ख्वाब थे , आपके होठों पर कुछ जज्बात थे , आपके चेहरे पर एक चमक थी और आपके कर्मों में एक तूफान था ! आखिर क्यों आप थम सा गए हैं आपकी सिद्दत कहां गई , आपका जुनून कहां गया , ऐसा तो नहीं कि आप जिंदा लाश बन गए हैं ! जनाब याद रखिए दुनिया उन्हीं को याद रखती है जो याद रखने जैसा कुछ कर जाते हैं ! कल का तो मुझे पता नहीं पर आपसे इतना जरूर कहूंगा कि आप इस कदर मेहनत करो की खुद को सुकून मिले ! इतिहास गवाह है इतिहास उन्हीं का लिखा जाता है जो संघर्षों से गुजरते हुए खुद को खुद के लिए खड़ा कर लेते हैं आपके अंदर...दम है...ताकत है...शिद्दत है...जुनून है...जज्बा है...जज्बात है...ख्वाब है...ख्यालात है. याद रखिये आप इंसान हैं जो लड़ सकता है गिर के उठ सकता है जो हार के भी जीत सकता है और जीत के भी जीत सकता है...दोस्तो आपके लिये चंद लाइने...हौंसले हो बुलंद तो हर मुश्किल को आसां बना देंगे , छोटी टहनियों की क्या बिसात, हम बरगद को ही हिला देंगे ! वो और हैं जो बैठ जाते हैं थक कर मंजिल से पहले , हम बुलंद हौंसलों के दम पर आसमां को ही झुका देंगे...हम कैसे हार मान सकते हैं अपनी मंजिल, अपने ख्वाबों से पहले, कैसे भाग सकते हैं अपनी जिम्मेदारियों से किसी के भी प्रति ! बहुत लोगों की उम्मीद की किरण हैं हम, चाहे वो हमारे माता-पिता हो, चाहे हो भाई बहन, चाहे हो रिस्तेदार कोई, चाहे तो हमारा अपना समाज (Society), चाहे हो शहर अपना, हो चाहे हमारा अपना देश. तो दोस्तो पूरी ताकत से जुट जाइये और अब बस तभी रुकना हैं जब सफलता हमारे कदमों में हो ! ऐसी कोई चीज नहीं है, जो हम मेहनत, लगन व आत्मविश्वास से नहीं पा सकते. खुद पर भरोसा कर इंसान अपनी किस्मत खुद बना सकता है...राज कुमार


आखिर कुछ सपने क्यों पूरा नहीं कर पाते हैं...


दोस्तो अक्सर देखा जाता है कि कुछ लोग किसी कार्य को करते तो हैं मगर उस कार्य के प्रति जो लग्न और वह ईमानदारी नजर आनी चाहिए वह नजर नही आती है इसके पीछे वैसे तो अनेक कारण हो सकते हैं जैसे कार्य करने में रुचि नहीं होना कार्य करने में मन का नहीं लगना या जब कार्य शुरू किया तब कार्य योजना अच्छे से नहीं बन पाई अर्थात कार्य का अच्छे से मूल्यांकन नहीं किया गया...एक सबसे ज्यादा और प्रभावी कारण यह भी हो सकता है कि आप जिस कार्य को कर रहे हैं वह कार्य आपके विचारों के मुताबिक नहीं हो आपको ऐसा भी कार्य करना पड़ेगा इस बारे में आपने कभी सोचा भी नहीं हो...ऐसे ही प्रमुख कार्यों में से एक पढ़ाई भी है जिसको करने में कुछ लोगों का मन नहीं लगता है और इसमें मन लगाने की कोशिश भी नहीं करते हैं क्योंकि यह सपना आपने कभी देखा ही नहीं आपने इसके बारे में कभी सोचा ही नहीं अर्थात कभी मनन तक नही किया...जिस तरह से व्यक्ति दूसरे की पसंद की शर्ट तक पहनना पसंद नहीं करता भले ही वह उसका पसंदीदा रंग था क्योंकि अब यह इसलिए पसंद नहीं है क्योंकि आपकी पसंद पर दूसरे का हस्तक्षेप हो चुका है जब इंसान दूसरे की पसंद के कपड़े भोजन स्थान में रुचि नहीं दिखाता है तो वह भला दूसरे के बताए गए रास्ते या दूसरे के दिखाए गए सपने पर कैसे ईमानदारी और मेहनत से कार्य कर सकता है...ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कि हम अपने रिश्तेदारों माता पिता भाई बहिन को प्यार नहीं करते और नही ऐसा है कि हम उनकी बातें नहीं मानते हैं मगर फिर भी हम उनके दिखाए गए रास्ते या सपने पर भला कैसे ईमानदारी और मेहनत से कार्य कर सकते हैं क्योंकि हमको अपने निजी जीवन में कोई हस्तक्षेप पसंद नही है यही वजह है कि कुछ मां बाप के सपने सपने ही रह जाते हैं इस पर बुजुर्गों की एक कहावत बिल्कुल सटीक बैठती है घर भले ही एक कमरे का हो लेकिन अपना निजी होना चाहिए इसी तरह सपना चाहे छोटा ही हो लेकिन खुद का होना चाहिए क्योंकि व्यक्ति दूसरे के घर को और दूसरों के सपनों को ना ज्यादा देर तक ढो सकता है और नहीं उसकी अच्छे से केयर कर सकता है अगर मां बाप और बच्चों को एक दूसरे के रास्ते या सपने के साथ चलना है या जीना है तो दोनों में से किसी ना किसी को तो अपने रास्ते या सपने के साथ समझौता करना ही पड़ेगा...अगर मां बाप को अपने रास्ते या सपनों को पूरा कराना है तो इसके लिए मां बाप को चाहिए कि वह अपने बच्चे के मनोभावों को समझें उसके अनुसार ही उसे कोई कार्य करने के लिए प्रेरित या संकल्पित करें मां बाप को चाहिए कि अपने बच्चे के मन में नैतिकता इस कद्र भरें कि उनका बच्चा किसी भी परिस्थिति में उनके बताए गए रास्ते या सपने के खिलाफ ना जाए और बच्चों को भी समझना चाहिए कि कोई भी रास्ता या सपना तात्कालिक परिस्थितियों के अनुसार पनपता है इसका पहले से अनुमान लगाना संभव नही है...


Wish you all my dear friends Happy Dipawali a long with wonderful and fantastic wishes...Have a Good night...






The best English Learning Process...




The best English Learning Process...


Friends In the field of English Language Teaching there have been arguments and counter arguments about the role of various methods, approaches and techniques in learning the language. Over the centuries, these methods and

approaches have been critically in and out of favour in educational programmes. The recent expansion of

technology also led to umpteen innovative methods of teaching such as Teaching Assisted Language Learning

(TALL), Technology Enhanced Language Learning (TELL), Computer Assisted Language Learning (CALL), Web

Enhanced Language Learning (WELL), and Mobile Assisted Language Learning (MALL). Every year the institutions of higher learning conduct seminars, conferences, and teacher-training programmes and invite experts on English Language teaching who give interesting talks. But the question is, Do they really help us? Do we effectively use those techniques in the classroom? Do we actually get success in improving the students’ powers of expression? If the answer is ‘Yes’ then why the Indians are lacking communication skills and one witnesses a marked failure in the effective use of English. A study is made in the paper based on the Report that was published by British Council in The Deccan Herald. The Report says:

The pace of improvement in the English language skills of the Indian population is currently too slow to prevent India from falling behind other countries which have implemented the teaching of English in primary schools sooner, and more successfully. Thus, the present paper studies some of the reasons for our failures and also attempts to give a remedy to those problems...


Here are the top 10 communication skills that will help you stand out in today's job market...


1. Listening Being a good listener is one of the best ways to be a good communicator. No one likes communicating with someone who only cares about putting in her two cents, and does not take the time to listen to the other person. If you're not a good listener, it's going to be hard to comprehend what you're being asked to do.Take the time to practice active listening. Active listening involves paying close attention to what the other person is saying, asking clarifying questions, and rephrasing what the person says to ensure understanding ("So, what you're saying is…"). Through active listening, you can better understand what the other person is trying to say, and can respond appropriately...


2. Nonverbal Communication Your body language, eye contact, hand gestures, and tone all color the message you are trying to convey. A relaxed, open stance (arms open, legs relaxed), and a friendly tone will make you appear approachable, and will encourage others to speak openly with you.Eye contact is also important; you want to look the person in the eye to demonstrate that you are focused on the person and the conversation (however, be sure not to stare at the person, which can make him or her uncomfortable).

Also pay attention to other people's nonverbal signals while you are talking.

Often, nonverbal signals convey how a person is really feeling. For example, if the person is not looking you in the eye, he or she might be uncomfortable or hiding the truth...


3. Clarity and Concision Good communication means saying just enough - don't say too little or talk too much. Try to convey your message in as few words as possible. Say what you want clearly and directly, whether you're speaking to someone in person, on the phone, or via email. If you ramble on, your listener will either tune you out or will be unsure of exactly what you want. Think about what you want to say before you say it; this will help you to avoid talking excessively and/or confusing your audience...


4. Friendliness Through a friendly tone, a personal question, or simply a smile, you will encourage your coworkers to engage in open and honest communication with you. It's important to be nice and polite in all your workplace communications. This is important in both face-to-face and written communication. When you can, personalize your emails to coworkers and/or employees - a quick "I hope you all had a good weekend" at the start of an email can personalize a message and make the recipient feel more appreciated...


5. Confidence It is important to be confident in all of your interactions with others. Confidence ensures your coworkers that you believe in and will follow through with what you are saying. Exuding confidence can be as simple as making eye contact or using a firm but friendly tone (avoid making statements sound like questions). Of course, be careful not to sound arrogant or aggressive. Be sure you are always listening to and empathizing with the other person...


6. Empathy Even when you disagree with an employer, coworker, or employee, it is important for you to understand and respect their point of view. Using phrases as simple as "I understand where you are coming from" demonstrate that you have been listening to the other person and respect their opinions...


7. Open-Mindedness A good communicator should enter any conversation with a flexible, open mind. Be open to listening to and understanding the other person's point of view, rather than simply getting your message across. By being willing to enter into a dialogue, even with people with whom you disagree, you will be able to have more honest, productive conversations...


8. Respect People will be more open to communicating with you if you convey respect for them and their ideas. Simple actions like using a person's name, making eye contact, and actively listening when a person speaks will make the person feel appreciated. On the phone, avoid distractions and stay focused on the conversation...


9. Feedback Being able to appropriately give and receive feedback is an important communication skill. Managers and supervisors should continuously look for ways to provide employees with constructive feedback, be it through email, phone calls, or weekly status updates. Giving feedback involves giving praise as well - something as simple as saying "good job" or "thanks for taking care of that" to an employee can greatly increase motivation.Similarly, you should be able to accept, and even encourage, feedback from others. Listen to the feedback you are given, ask clarifying questions if you are unsure of the issue, and make efforts to implement the feedback...


10. Picking the Right Medium An important communication skill is to simply know what form of communication to use. For example, some serious conversations (layoffs, changes in salary, etc.) are almost always best done in person.

You should also think about the person with whom you wish to speak - if they are very busy people (such as your boss, perhaps), you might want to convey your message through email. People will appreciate your thoughtful means of communication, and will be more likely to respond positively to you...


सामान्य शिष्टाचार के नियम क्या हैं?...


1. लगातार दो बार से अधिक किसी को कॉल न करें। यदि वे आपकी कॉल नहीं उठाते हैं, तो मान लें कि उनके पास आपस बात करने से ज्यादा कुछ महत्वपूर्ण है जिससे निपटने पर वे स्वयं कॉल करेंगे...


2. वह धन, उस व्यक्ति को उनके मांगने से पहले लौटाएँ जो आपने उनसे उधार में लिया था। यह आपकी ईमानदारी और चरित्र को दर्शाता है। यही छाते, पेन या और किसी चीज के लिए भी लागु होता है...


3. कभी भी मेनू पर महंगे पकवान का ऑर्डर न करें जब कोई आपको लंच / डिनर पर आमंत्रित कर रहा हो। यदि संभव हो तो उन्हें आपके लिए भोजन उनकी अपनी पसंद का ऑर्डर करने के लिए कहें...


4. ओह, तो आपने अभी तक शादी नहीं की है? ’या क्या आपके बच्चे नहीं हैं’ जैसे अजीबोगरीब सवाल नहीं पूछते हैं? या आपने घर क्यों नहीं खरीदा? या आप कार क्यों नहीं खरीदते? ? भगवान के लिए यह आपकी समस्या नहीं है...


5. अपने पीछे आने वाले व्यक्ति के लिए हमेशा दरवाजा खोलें। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह लड़का है या लड़की, सीनियर है या जूनियर है। आप छोटे नहीं बन जाते अगर आप सार्वजनिक रूप से किसी के साथ अच्छा व्यवहार करते है...


6. यदि आप किसी दोस्त के साथ टैक्सी लेते हैं और वह अभी भुगतान करता है, तो अगली बार भुगतान करने का प्रयास करें...


7. विभिन्न प्रकार के विचारों का सम्मान करें। याद रखें कि आपके लिए 6 क्या है जो आपके सामने आने वाले 9 लोगों को दिखाई देगा। इसके अलावा, दूसरा विकल्प एक विकल्प के लिए अच्छा है...


8. लोगों से बात करने में कभी बाधा न डालें। उन्हें भी बाधा डालने की अनुमति न दें। जैसा कि वे कहते हैं, उन सभी को सुनें और उन सभी को फ़िल्टर करें...


9. यदि आप किसी को चिढ़ाते हैं, और वे इसका आनंद नहीं लेते हैं, तो इसे रोकें और फिर कभी ऐसा न करें। यह किसी को और अधिक अच्छा करने के लिए प्रोत्साहित करता है और यह दर्शाता है कि आप उनकी कितनी सराहना करते हैं...


10. जब कोई आपकी मदद कर रहा हो तो "धन्यवाद" कहें...


11. "प्रशंसा" सार्वजनिक रूप से करें और "आलोचना" निजी तौर पर करें...


12. किसी के वजन पर टिप्पणी करने का लगभग कभी कोई कारण नहीं है। बस, "आप शानदार दिखते हैं।" यदि वे वजन कम करने के बारे में बात करना चाहते हैं, तभी वे करेंगे...


13. जब कोई आपको अपने फोन पर एक फोटो दिखाता है, तो बाएं या दाएं स्वाइप न करें। आपको कभी नहीं पता कि आगे क्या है...


14. यदि कोई सहकर्मी आपको बताता है कि उनके पास डॉक्टरों की नियुक्ति है, तो यह न पूछें कि ये क्यों है, या क्या हुआ है? बस ये कहें कि "मुझे आशा है कि आप ठीक हैं"। अपनी व्यक्तिगत बीमारी बताने के लिए बाध्य कर उन्हें असहज स्थिति में न डालें। यदि वे आपको बताना चाहेंगे, तो वे आपके पूछने के बिना ही बताएँगे...


15. सीईओ के समान ही क्लीनर के साथ व्यवहार करें। कोई भी इस बात से प्रभावित नहीं होता है कि आप अपने से नीचे के लोगों के साथ कितना बुरा व्यवहार कर सकते हैं लेकिन अगर आप उन्हें सम्मान के साथ मानते हैं तो लोग नोटिस करेंगे...


16. यदि कोई व्यक्ति आपसे बात कर रहा है, तो आपके द्वारा उसके फोन को घूरना अशिष्टता है...


17. जब तक आप कोई आपसे नहीं पूछे, तब तक कभी भी सलाह न दें...


18. जब किसी से नए व्यक्ति से मिलें, जब तक वे स्वयं इसके बारे में बात नहीं करना चाहते, तब तक उनसे उनकी उम्र और वेतन न पूछें...


19. आप सिर्फ अपने काम से मतलब रखे और बेकार या दूसरों के मामले में न पड़े, तब तक, जब तक कोई आपसे ऐसा करने के लिए न कहे...


20. यदि आप किसी से सड़क पर बात कर रहे हैं तो अपने धूप के चश्मे को हटा दें। यह सम्मान की निशानी है। नेत्र संपर्क आपकी बातों जितना ही महत्वपूर्ण है...

Wonderful Tips for well


1. Be grateful...


Love the life you have, and it will get even better. Gratitude — the simple act of being thankful — registers as optimism in your brain. Every time you have thoughts or express words of gratitude, you’re predisposing your brain to choose optimistic thoughts more frequently...


To help create an attitude of gratitude, keep a “gratitude journal”—a special notebook where you spend several minutes every day writing down things you’re grateful for. You’ll probably find that this practice trains you to be on the lookout for things to write down, and you may surprise yourself by discovering just how much you have to be thankful for...


2. Exercise...


The health benefits of exercise are numerous, but let’s talk about those endorphins. Endorphins are released during both aerobic and anaerobic exercise, creating a powerful effect on mood. An endorphin rush can feel euphoric, but it also has lasting effects. According to research from the University of Vermont, the mood benefits of just twenty minutes of exercise can last for up to twelve hours...


3. Be kind to others...


Altruism not only takes your mind off your own troubles, it feels good to give. Acts of kindness release a gratifying flood of dopamine into your brain—giving you an instant sense of reward. Look for opportunities to volunteer in your local community, or simply help out folks in need when the opportunity arises...


Even when you’re busy, kind gestures like sending a thank you card, paying a stranger’s parking meter, or donating to your favorite charity don’t take much time. Kindness can even be as simple as a smile; studies have shown that even fake smiles legitimately improve mood...


4. Surround yourself with friends and loved ones...


Friends don’t only make us happier, according to scientists, they help us live longer! Oxytocin, “the hormone of love,” floods your brain and body when you’re in close proximity to the ones you love. Having close friends may increase your life expectancy as much as quitting smoking. Plus, friends make your life a lot more fun. We all get busy, but to live a happy life, it’s important to make time for the people that matter to you...


5. Get enough sleep...


Being chronically sleep-deprived can throw off your serotonin balance — a critical hormone for happiness. Maintaining a regular sleep pattern—going to sleep and waking up at roughly the same time each day — sets your internal circadian rhythm, which helps to regulate a number of hormones...


When you sleep, your organs recuperate, your cells regenerate, your thoughts suspend, and when you wake up, you are literally a new person. That means you can leave behind whatever was troubling about your day and start over with a clean slate in the morning...


6. Notice your thought patterns, and change the negative ones...


You’ve heard, “you are what you eat” — but how about “you are what you think”? You simply won’t be happy if the conversation going on in your head is all about everything that’s going wrong. Complaints, worry, and criticism — whether spoken out loud or simply uttered internally — become habits when they’re frequent enough.Changing the habit of negative thinking is probably the single most important step I found to create joy in my personal experiments with creating a happy life...


7. Meditate...


When you are alert but relaxed, your brain can slip into soothing alpha waves — like a mini massage for your brain. Meditation may have numerous health benefits, ranging from reduced stress to slower aging, and yes — increased happiness. Not sure how to do it? I promise, meditation is not as hard as it seems. Try these three simple meditation techniques...



Sunday, December 4, 2022

विद्यार्थी और फैशन...

 विद्यार्थी और फैशन....


शब्दकोश में फैशन का अर्थ होता है ढंग या शैली लेकिन लोकव्यवहार में फैशन का परिधान शैली अथार्त वस्त्र पहनने की कला को कहते हैं। मनुष्य अपने आप को सुंदर दिखाने के लिए फैशन का प्रयोग करता है। कोई भी व्यक्ति गोरा हो या काला, मोटा हो या पतला, नवयुवक हो या प्रौढ़ सभी का कपड़े पहनने का अपना-अपना ढंग होता है।


मनुष्य केवल अपनी आयु, रूप-रंग और शरीर की बनावट को देखकर ही फैशन करता है। यहाँ तक की फैशन के विषय में कोई विशेष विवाद नहीं है। कोई भी अध्यापक हो या विद्यार्थी, लड़का हो या लडकी, पुरुष हो या स्त्री सभी को फैशन करने का अधिकार होता है।


💥 फैशन पर विवाद : जब हम फैशन का गूढ़ अर्थ बनाव सिंगार लेते हैं तो फैशन के विषय में विवाद उठता है। इस गूढ़ अर्थ से दूल्हा और दुल्हन का संबंध हो सकता है लेकिन छात्र और छात्राओं का इससे कोई संबंध नहीं होता है।


छात्र और छात्राएं अभी विद्यार्थी हैं और विद्यार्थी का अर्थ होता है विद्या की इच्छा करने वाला। अगर विद्या की इच्छा करने वाले विद्यार्थी फैशन को चाहने लगेंगे तो वे अपने लक्ष्य से बहुत दूर भटक जायेंगे। अगर विद्यार्थी विद्या की जगह पर फैशन को चाहेगा तो विद्या उससे रूठ जाएगी।


💥 प्राचीनकाल में विद्यार्थियों में फैशन की भावना : प्राचीनकाल में मध्य मे से लेकर 21 वी शताब्दी आरंभ लगभग तक विद्यार्थी फैशन को इतना पसंद नहीं करते थे जितने आज के विद्यार्थी करते हैं। प्राचीनकाल में विद्यार्थी सादा जीवन उच्च विचार में विश्वास रखते थे उनमे फैशन की अपेक्षा विद्या को चाहने की बहुत तीव्र इच्छा होती थी।


आज के विद्यार्थियों में फैशनेबल दिखने की इच्छा तीव्र होती है। आजकल विद्यार्थी जिस तरह के कपड़े दूसरों को पहने हुए देखते हैं वैसे ही कपड़ों की मांग वे अपने माता -पिता से करते हैं। वे ऐसा इसलिए करते हैं ताकि आस-पास के लोगों में खुद को धनी दिखा सकें लेकिन वास्तव में वे धनी नहीं होते हैं।


धनी के साथ-साथ आज का विद्यार्थी खुद को दूसरों से सुंदर दिखाना चाहता है जो वो होता नहीं है। इस तरह वे फैशन में इतना समय व्यर्थ में गंवा देते हैं लेकिन बहुत से महत्वपूर्ण कामों के लिए उसके पास समय ही नहीं होता है। ऐसी अवस्था में कौन उन्हें यह बात समझाएगा कि वे धन के अपव्यय के साथ-साथ समय की भी बरबादी करते हैं।


💥 सौन्दर्य के लिए धन की आवश्यकता : जब विद्यार्थी सुंदर दिखने की भावना को प्रबल कर लेते हैं तो उन में धन विलासिता भी बढ़ जाती है। फैशन के जीवन को जीने के लिए धन की आवश्यकता होती है। जब विद्यार्थी को फैशन का जीवन जीने के लिए धन आसानी से नहीं मिलता है तो वह झूठ का सहारा लेकर धन को प्राप्त करने की कोशिश करता है।


वह धन को पाने के लिए चोरी तक करने लगता है। ऐसा करने के बाद जुआ जैसे बुरे काम भी उनसे दूर नहीं रह पाते हैं। इस तरह से विद्यार्थी की मौलिकता खत्म हो जाती है और वह आधुनिक वातावरण में जीने लगता है। ऐसा करने से घर के लोगों से उसका संबंध टूट जाता है और सिनेमा के अभिनेता उसके आदर्श बन जाते हैं।


वे विद्यालय की जगह पर फिल्मों में अधिक रूचि लेने लगते हैं और अपने मार्ग से भटक जाते हैं। जो विद्यार्थी फैशन के पीछे भागते हैं वे अपने जीवन में कभी भी आगे नहीं बढ़ पाते हैं। आगे चलकर उन्हें पछताना ही पड़ता है।


💥 सिनेमा का कुप्रभाव : आज के समय में हमारे जीवन में सिनेमा एक महत्वपूर्ण अंग बन चुका है। ज्यादातर छात्र-छात्राएं फिल्मों से ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। अमीर परिवार तो फैशनेबल कपड़े पहन सकते हैं और अपने बच्चों को भी फैशनेबल कपड़े पहना सकते हैं लेकिन गरीब लोग ऐसा नहीं कर सकते हैं। विद्यार्थियों में देखा-देखी फैशन की होड़ बढती ही जा रही है। टीवी की संस्कृति ने हमारे देश के लोगों के लिए समस्याएँ उत्पन्न कर दी हैं। यह फैशनपरस्ती फिल्मों की ही देन है।


💥 फैशन के दुष्परिणाम : आज के विद्यार्थियों में फैशन की प्रवृत्ति के बढने से केवल माता-पिता ही नहीं बल्कि पूरे समाज मे घातक सिद्ध हो रही है। गरीब परिवार के लोग अपने बच्चों की मांगों की पूर्ति नहीं कर पाते हैं। इसकी वजह से उनके घर के बच्चे घर में असहज वातावरण उत्पन्न कर देते हैं।


जो विद्यार्थी फैशन के पीछे भागते हैं वो सिनेमा घरों में जाकर अशोभनीय व्यवहार करते हैं, गली मोहल्लों में हल्ला मचाते हैं और हिंसक गतिविधियों में भाग लेते हैं। जो विद्यार्थी फैशनपरस्ती होते हैं वे जीवन के विकास में बाधा उत्पन्न करते हैं | जो विद्यार्थी फैशनपरस्ती के पीछे भागते हैं वो अपनी शिक्षा की तरफ ध्यान नहीं दे पाते हैं। ऐसे विद्यार्थी अपने माता-पिता के सपनों को तोड़ देते हैं।


💥 उपसंहार : हम यह कह सकते हैं कि फैशन विद्यार्थियों के लिए अच्छा नहीं होता है। विद्यार्थियों का आदर्श हमेशा सादा जीवन उच्च विचार होना चाहिए। फैशन के मामलों में विद्यार्थी को अपना जीवन कभी भी खर्च नहीं करना चाहिए।


विद्यार्थी का लक्ष्य बस अपने जीवन का निर्माण होना चाहिए। जो विद्यार्थी अपनी शिक्षा पर ध्यान देते हैं वे ही अपने जीवन में सफल होते हैं। बस फैशन के पीछे भागने वाले बाद में पछताते हैं।


         #सामयिकी #भारतीयसंस्कृति

Wednesday, November 9, 2022

8 Lessons to Learn

 8 Lessons to Learn 


#1. Embrace the Journey

Most of your life will be spent in the journey, not the destination. Life is precious and each day isn’t guaranteed.  If you put all your happiness in the destination, you’ll be very disappointed when you get there. This goes for physique changes, financial health, and relationships; once you reach the goal you have set it surprisingly isn’t as sweet as you imagined it. Find solace and peace with the journey to getting there; this is where the real magic happens.


Acknowledge the stage you’re in and be grateful for the experience. The hard times won’t last and instead of feeling overwhelmed, stressed, and negative, are knowing that on the other side you’ll be wiser and more resilient.


#2. Take the Leap

Spend too much time thinking about “what ifs” and you’re just going to delay the action. None of us can predict what the future holds and no matter the outcome, have confidence in yourself that you can handle it. Often the hardest part is letting go of expectations of what things “should” be or succumbing the trap of perfectionism, when what we really need to do is let down our walls, invite possibility of failure in and ACT.


#3. Be Intentional and Live Powerfully

With your time, your money, your actions. With your training program, your nutrition plan, which people you choose to be in your life. Seek to find the “Why” behind everything. Be present, refine your skills, choose to respond vs. react, and expand your thoughts and comfort zones. Increase focus on creating the experience rather than letting things happen to you.


#4. Discipline Equals Freedom

Be afraid of failure. The only person you can control is you. So focus on making yourself who you want to be: Faster. Stronger. Smarter. More humble. Less ego.  Act in according to your values and your goals; Discipline means taking the hard road—the uphill road. To do what is right, for you and for others so you can achieve the greatness you have envisioned for yourself. It will put you on the path to strength, health, intelligence and happiness. And most important, discipline will put you on the path to freedom.


#5. You Are Your Thoughts

Ghandi said: 


“Your beliefs become your thoughts,

Your thoughts become your words,

Your words become your actions,

Your actions become your habits,

Your habits become your values,

Your values become your destiny.”


Excuses only sound good to the person making them. The only way to truly become the person you want to be is by acting in the way that she acts; starting right now.


Your thoughts control your body and your body reciprocally controls your thoughts. If you’re feeling sad, try putting a smile on your face, even if it is the last thing that you want to do. Fake a smile, and feel how your body starts to feel lighter. Sometimes a change in our physical state is all that it takes to create a change in our mental state. Smile more, laugh more, and don’t take life so seriously.


#6. Failure Only Comes If You Quit

Otherwise it just gives you lessons and perspective for new opportunities. Life is too short to not take those chances, to not take that leap. Every experience is an opportunity to learn from and be better the next time around. We only truly fail when we decide to give up instead of finding another way. Time cures all and you’ll live with much less regret by trying and failing, rather than not trying at all. Don’t take no for an answer, especially when it comes to your goals and dreams.


People on a high slope skiing

#7. Trust Your Intuition

When something feels off, it is.  Be in or be out. Let your yes be yes or your no be no. Be 100% in the relationship, in the job, in your travels, in your decisions. We all have that little voice inside us telling us what we should do; don’t be afraid to listen to it.


#8. Never Compromise on Yourself

Your integrity is the thread of your existence. Live according to YOUR values, no one else’s and do what you know in your heart is right.  Don’t let the judgement of others stop you from speaking out or doing what you need to do. In the end, your word, your follow through, and your perseverance when things are tough are what will matter most.

Monday, November 7, 2022

आपको कभी हार का सामना नहीं करना पड़ेगा...

 महाभारत से आप कई ऐसी बातें पा सकते हैं, जिन्‍हें अपनाने से आपको कभी हार का सामना नहीं करना पड़ेगा...

1.संघर्ष-

महाभारत की कथा में एक बड़ा संदेश है जीवन में निरंतर संघर्ष का. इस कथा में पग-पग पर संघर्ष दिखाया गया है. महाभारत में कथा की शुरुआत से अंत तक जीवन के संघर्ष को दर्शाया गया है. अम्बिका और अम्बालिका का संघर्ष हो या फिर गंगा को पाने के लिए शान्तनु संघर्ष का या उन दोनों के साथ के लिए भीष्म पितामह का संघर्ष. इस कथा की तो शुरुआत ही संघर्ष से हुई है. महाभारत कहती है कि जीवन में कभी भी, चाहे परिस्थितियां कैसी ही क्‍यों न हों, संघर्ष से हार मान कर नहीं बैठना चाहिए.

2.निर्णय लेने से पहले-

महाभारत की कथा में यह देखने को खूब मिला की मुख्‍य और अहम पात्र भी दूसरों की बातों से अपने निर्णय लेते या बदलते नजर आए. इससे एक बहुत ही अहम सीख मिलती है. वह यह कि अगर हम अपने निर्णय लेने में खुद सक्षम नहीं हो पाते और उनके लिए दूसरों पर निर्भर रहते हैं या दूसरों की सलाह की प्रतीक्षा करते हैं, तो हम अपने भविष्‍य या अपने साथ होने वाली किसी भी घटना को स्‍वयं नियंत्रित भी नहीं कर पाएंगे. सीधी सी बात यह है कि अपने निर्णय अपने विवेक और संयम से लेना ही आपके हित में है.

3.खुद पर करें यकीन-

महाभारत में एक सीख जो हमें मिलती है वह यह है कि स्‍वयं पर यकीन करना बहुत जरूरी है. अगर हम खुद पर, अपनी क्षमताओं पर, अपने निर्णयों और योग्‍यताओं पर यकीन नहीं करेंगे, तो जीवन में सफल नहीं हो पाएंगे. धृतराष्ट्र ने जिस तरह गद्दी प्राप्‍त की, दुर्योधन ने जिन चतुराईयों से सत्ता पर राज करना चाहा, उनसे यही सीख मिलती है.

4.डर को करें दूर-

जी हां, जिस मन में डर रहेगा, वह स्वछंद होकर जी नहीं पाएगा. डर हमेशा नाश और अंत की ओर ही अग्रसर करता है. अक्‍सर डर में हम ऐसे कम कर जाते हैं, जिन पर बाद में बहुत पछतावा होता है. महाभारत के पात्रों में डर और उसके परिणामों को खुब दिखा गया है. धृतराष्ट्र का गद्दी हाथ से जाने का डर, दुर्योधन का पांडवों से हार जाने का डर, कर्ण का अपनों के ही विरुद्ध युद्ध का डर. इन सभी पात्रों के निर्णयों को प्रभावित करता हुआ दिखा. इससे यह सीख मिलती है कि जब तक आपके मन में डर है, आप सही निर्णय नहीं ले पाएंगे और यह आपके भविष्‍य को भी प्रभावित करेगा.

Saturday, November 5, 2022

सबको साथ बदलना होगा


   

💐सबको साथ बदलना होगा💐


   तुम्हें बदलना, हमें बदलना

   सबको साथ बदलना होगा

   परिवर्तन की खातिर हमको

   कदम मिलाकर चलना होगा।


    राह भले बदले  या मौसम 

    बाधाएं तो  हमें  सिखाती 

    हाथ पकड़कर सच्चाई से

    गिरकर हमें संभलना होगा ।


   प्रण को गति मिले सपनो से 

   होगा  मन -अंतर अपनो से 

   एक दूसरे  की  ताकत बन 

   भले  साथ में जलना  होगा ।


  जिसने जब विश्वाश जगाया

  दुनिया को पहचान  कराया

  हासिल करने जीत खुशी की

  साथ समय के ढलना  होगा ।



डॉ० एपीजे अब्दुल कलाम की चन्द लाईनें

 

डॉ० एपीजे अब्दुल कलाम की चन्द लाईनें जो हमे जीवन में हमेशा याद रखनी चाहिए। और हो सके तो उसे अमल भी करना चाहिये।
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1. जिदंगी मे कभी भी किसी को
      बेकार मत समझना,क्योक़ि
        बंद पडी घडी भी दिन में 
          दो बार सही समय बताती है।

2. किसी की बुराई तलाश करने
      वाले इंसान की मिसाल उस
       मक्खी की तरह है जो सारे
         खूबसूरत जिस्म को छोडकर 
           केवल जख्म पर ही बैठती है।

3. टूट जाता है गरीबी मे 
      वो रिश्ता जो खास होता है,
        हजारो यार बनते है 
          जब पैसा पास होता है।

4. मुस्करा कर देखो तो 
      सारा जहाॅ रंगीन है,
        वर्ना भीगी पलको
          से तो आईना भी 
             धुधंला नजर आता है।

5..जल्द मिलने वाली चीजे 
      ज्यादा दिन तक नही चलती,
        और जो चीजे ज्यादा 
           दिन तक चलती है 
             वो जल्दी नही मिलती।

6. बुरे दिनो का एक 
      अच्छा फायदा 
         अच्छे-अच्छे दोस्त 
            परखे जाते है।

7. बीमारी खरगोश की तरह 
      आती है और कछुए की तरह 
        जाती है;
          जबकि पैसा कछुए की तरह 
             आता है और.खरगोश की
                तरह जाता है।

8. छोटी छोटी बातो मे 
      आनंद खोजना चाहिए 
        क्योकि बङी बङी तो 
          जीवन मे कुछ ही होती है।

9. ईश्वर से कुछ मांगने पर 
      न मिले तो उससे नाराज 
        ना होना क्योकि ईश्वर 
           वह नही देता जो आपको 
             अच्छा लगता है बल्कि
             वह देता है जो आपके लिए 
                    अच्छा होता है

10. लगातार हो रही 
        असफलताओ से निराश 
           नही होना चाहिए क्योक़ि 
           कभी-कभी गुच्छे की आखिरी 
           चाबी भी ताला खोल देती है।

11. ये सोच है हम इसांनो की 
        कि एक अकेला 
          क्या कर सकता है
             पर देख जरा उस सूरज को
           वो अकेला ही तो चमकता है।

12. रिश्ते चाहे कितने ही बुरे हो 
        उन्हे तोङना मत क्योकि
          पानी चाहे कितना भी गंदा हो
           अगर प्यास नही बुझा सकता 
              वो आग तो बुझा सकता है।

13. अब वफा की उम्मीद भी 
         किस से करे भला 
            मिटटी के बने लोग 
               कागजो मे बिक जाते है।

14. इंसान की तरह बोलना 
         न आये तो जानवर की तरह 
             मौन रहना अच्छा है।

15. जब हम बोलना 
         नही जानते थे तो 
           हमारे बोले बिना‘माँ‘
      हमारी बातो को समझ जाती थी।
            और आज हम हर बात पर 
                 कहते है छोङो भी ‘माँ‘ 
                  आप नही समझोंगी।

16. शुक्र गुजार हूँ 
        उन तमाम लोगो का 
           जिन्होने बुरे वक्त मे 
              मेरा साथ छोङ दिया 
                 क्योकि उन्हे भरोसा था
                    कि मै मुसीबतो से
              अकेले ही निपट सकता हूँ।

17. शर्म की अमीरी से 
         इज्जत की गरीबी अच्छी है।

18. जिदंगी मे उतार चङाव 
         का आना बहुत जरुरी है 
          क्योकि ECG मे सीधी लाईन 
            का मतलब मौत ही होता है।

19. रिश्ते आजकल रोटी 
         की तरह हो गए है
            जरा सी आंच तेज क्या हुई 
            जल भुनकर खाक हो जाते।

20. जिदंगी मे अच्छे लोगो की
        तलाश मत करो 
          खुद अच्छे बन जाओ 
            आपसे मिलकर शायद
               किसी की तालाश पूरी हो।
     🥀🥀🥀🥀शुभ रात्रि🥀🥀

अकड़ और अहंकार

 Friends...झुकाने वाले कभी नहीं गिरते अक्सर अकड़ और अहंकार को झुकना पड़ता है...बुजुर्गो के अनुभव को अपने अनुमान के तराजू से तौलने की कोशिस मत करो क्यूंकि तुम्हारे अनुमान के ऊर्जा से कही अधिक ताकतवर उनका अनुभव होता है...बेसक उनकी बाजुओ की क्षमता कम हो गई हो पर उनका अनुभव आपको हर के जंग में जित दिला सकता है...

Friends...आप अपने Look से ज़्यादा Tone पे ध्यान रखिये...Look से कही अधिक प्रभावित इंसान का वक्तित्व उसके Tone से मापा जाता है...


friends...You don't want to be good & expert faculty in the field of Education...just try to take some special tactics from your excellence experience...By mistake, never try to take tips on bace of your imagination... May be you fail...but when you do as per your excellence experience... you'll not be only precious but also proven personality in the field of faculties...Raj kumar


Have a wonderful morning friends...

घटनाये घटित तो होगी

 दोस्तों... मैं आज आपको मन और आत्मा का परिभासा क्या है यह भी परिभाषित करता हूँ...let's move on the point...


हमारे सोंच का भूमिका इसमें बहुत निर्णायक होती है...दोस्त हमें उस काम को अति सीघ्र नहीं करनी चाहिए जो मन कहे परंतु उस कार्य को थोड़ी विलम ही सही पर उसे अवश्य करनी चाहिए जिसे हमारा आत्मा कहे...क्यूंकि मेरे अजीज दोस्तों... पार्थ कहते हुए श्री कृष्ण ने महाभारत के कुरुक्षेत्र में ये उपदेश दिया था जिसे गीता के उपदेश के नाम से जाना जाता है...दोस्तों सौ का सीधा हिसाब यह है की कलयुग है मन और इसका भाई शतयुग ही है आत्मा...


घटनाये घटित तो होगी ही पर क्या हम और आप कभी notice करते है कौन करता है इसे ...दोस्त हम और आप ही मिल कर...विधाता का तो विधि है दोस्त... इस दुनीया में सजीव हो या निर्जीव,अरबपति हो या अरबो का...एक न एक दिन उसे नस्ट होना ही है क्यूंकि मेरे दस्तो हर वो वस्तु मिट्टी में मिलेगी जो मिट्टी से निर्मित है...


Friends...Being positive is like a new mantra...which is important to be happy... Its important that you have only positive thoughts...because friends negative thoughts lead to negative events...Its true that we don 't always experience something good...but its better not to lose hope and have patience in god's plan...Whether however the bad situations you face in life...friends remember there could always be worse... So be strong and always keep smiling...When we force smile it brings out happy emotions automatically...And also as you smile while you meet others...you spread more happy emotions...So keep smiling...you will always be happy friends...Make peace with your past and keep it where it is...you don't need to take it along in your present...Live your moment...don't let the past ruin it...friends Focus on what you are doing and only think about that task and nothing else...


आंखे जो पढ़ ले...उसी को दोस्त मानना साहेब...वरना...चेहरा तो आपका हर रोज आपके दुशमन  भी देखते हैं..ये ना पूछना...ज़िन्दगी ख़ुशी कब देती है क्योकि शिकायते तो उन्हें भी है...जिन्हें ज़िन्दगी सब देती है...हम तो मोहब्ब्त के सौदागर है जानब जो की पूरा दिल देते है और टुटा दिल लेते है...वशिस्ठ वय्क्ति का व्यक्तितव् उसके व्यवहार से ही बांया हो जाता है दोस्तों


Have a lovely night & sweetest dream my dear whole FB Friends...

इंसान की इंसानियत

 Dear friends never try to defeat to others just try to win them...you will not be only senior to others but also superior to them... Be opposite now & always to other public...


प्रेम यक़ीन दिलाने का मोहताज नहीं होता...एक दिल  धड़कता है तो दुजा समझता है मेरे दोस्त...गिरते हुऐ अश्क की कीमत न पूछ यार...इश्क़ के हर बूंद में लाखों सवाल छुपे होते हैं...हमें अपने हबीब से यही एक शिकायत है...ज़िंदगी में तो आए नहीं...लेकिन हमें सपनों में सताते रहने का उनका हुनर बहुत अजीज है मेरे लिए ...कैसे भुला दूँ मैं उनको...मौत इंसानो को आती है दोस्त यादों को कभी नहीं...


When meditation is mastered...the mind is unwavering like the flame of a lamp in a windless place...The meaning of duty is in the intention...The intention behind action is what matters...Those who are motivated only by desire for the fruits of action are miserable friends...for they are constantly anxious about the results of what they do...Delusion arises from anger friends...The mind is bewildered by delusion... Reasoning is destroyed when the mind is bewildered friends...One falls down when reasoning is destroyed...


इंसान इंसानियत भरी जिंदगी जे ले इससे बड़ा कोई और दूसरा उपलब्धि नहीं होता है मेरे दोस्त...स्वामी कहलाने से पहले सेवक बनना पड़ता है...वो लोग आपको जो समझते है दरअसल वो आप उनके नजरो में नहीं होते क्यूंकि मेरे दोस्त जो दिखता वो होता नहीं और जो होता है वो कभी दीखता नहीं...


दोस्तो पिता के नाम पे पहचान बनाने वाले ये भूल जाते है की पिता के नाम पे वेशियत चलता है  हैसियत कभी नहीं...अपने नाम से कुछ करने की सोंच ही इंसान का नाम इतिहास के पन्नों में अपना जगह बना पाता हैं...


शुभ रात्रि दोस्तों

The biggest guru

 You know my dear FB friends people always try to defeat to others person that's why public is never success in their life to get a heavy position of any constant post...this is not an important matter where were u but it's extremely essential thing right now where r u...


जीवन मे पैसा नही व्यवहार कमाओ साहेब...क्योकी श्मशान मे 4 करोड नही 4 लोग छोडने आएगे...कूछ नही मिलता...दुनिया मे मेहनत के बगैर...मेरा अपना साया भी मुझे धूप मे आने के बाद मिला...वहम था कि सारा बाग अपना है...तूफां के बाद पता चला...सूखे पत्तों पर भी हक हवाओं का था...आईना कब किसको...सच बता पाया है... जब देखा दायाँ तो...बायाँ ही नजर आया है...


भुलिये अपनी बडाई को और दूसरों की बुराई को...रखिये याद कर्ज के चुकाने की...मर्ज के मिटाने की...करिये आयें का मान...जाते का सम्मान...उठाइये सोते हुए को नहीं...गिरे हुयें को... जाईये दुःख में पहले...सुख में पीछे...


The biggest guru-mantra is...never share your secrets with anybody...It will destroy you...We should not fret for what is past...nor should we be anxious about the future...men of discernment deal only with the present moment...There is some self-interest behind every friendship...There is no friendship without self-interests...This is a bitter truth...The world’s biggest power is the youth and beauty of a woman...It is better to die than to preserve this life by incurring disgrace... The loss of life causes but a moment’s grief... but disgrace brings grief every day of one’s life...The one excellent thing that can be learned from a lion is that whatever a man intends doing should be done by him with a whole-hearted and strenuous effort...


फर्क बहुत है तेरी और मेरी तालीम में...तूने उस्तादों से सीखा है और मैंने हालातों से...ये जीवन है...साहेब...उलझेंगे नहीं...तो सुलझेंगे कैसे...और बिखरेंगे नहीं...तो निखरेंगे कैसे...कोई भी मनुष्य किस बात को...किस प्रकार से समझता है...यह उसकी मानसिकता तय करती है...कोई दूसरों की थाली में से भी...छीन कर खाने में अपनी शान समझता है...तो कोई अपनी थाली में से दूसरों को...हर निवाले को खिला कर संतुष्ट होता है...सारा खेल संस्कारों...समझ और मानसिकता का है...लेकिन एक बात तो तयशुदा है कि छीन कर...खाने वालों का कभी पेट नहीं भरता...और बाँट कर खाने वाले...कभी भी भूखे नहीं रहते...विधाता की आदालत की वकालत बड़ी न्यारी है...धैर्य रख...खामोश रह...कर्म कर...मुकदमा अभी जारी है...फरिश्ता बनने की चाह नही है मुझमें ....मेरे दाता...बस तू एक मुकम्मल इंसान बना दे...आजकल के हर आशिक की अब तो यही कहानी है...मजनू चाहता है लैला को...लैला किसी और की दीवानी है...


Have lovely night you my dear FB friends...

Before you start

 हुनर तो सब के अंदर होता है मेरे दोस्त बस फर्क ऐ होता है की...किसी की छप जाती है तो किसी कसी की छिप जाती है...छिपता उनका है जो गिर कर उठने की कोशिस नहीं करते...और छपता उन लोगो का है जो गिर गिर के भी चलने की तजुर्बा सीखते है...


रिश्ते बिगड़ने के केवल एक ही मुख़्य कारण की हम अपनों के सामने झुकना पसंद नहीं करते...और जो गिरना सिख लिया रिस्तो के आगे उसका कोई भी रिश्ता बिगड़ने का नाम ही लेता...


Before you start some work...always ask yourself three questions... Why am I doing it... What the results might be and Will I be successful...Only when you think deeply and find satisfactory answers to these questions...go ahead...Once you start working on something... don't be afraid of failure and don't abandon it... People who work sincerely are the happiest...Education is the best friend...An educated person is respected everywhere...Education beats the beauty and the youth...


मेरे इन आँखों से आंसू न निकले पर ये मेरा दिल तेरे लिए आज तक रोता है...इस दुनीया के लोगो का दिल मिल कर भी उतना प्यार नहीं कर सकते जितना की मेरा अकेला दिल तुमसे करता है...लाजबाब लोगो से दोस्ती करने की खोवाइस् नहीं रखा इस राज ने...पर हाँ जिससे दोस्ती मेरी होती है या है उन्हें खास बनाने की चाहत जरूर रखता हूँ...


जिंदगी हमें हर दिन कोई न कोई सबक सिखाती है...इसलिए नहीं कि हम उस सबक को पढ़ें…बल्कि इसलिए ताकि हम उस सबक से कुछ सीखें...शिखर तक पहुँचने के लिए ताकत चाहिए होती है...चाहे वो माउन्ट एवरेस्ट का शिखर हो या आपके पेशे या सपनो का...ज़िंदगी बड़ी अजीब होती है कभी हार कभी जीत होती है...तमन्ना रखो समंदर की गहराई छूने की...किनारों पे तो बस ज़िंदगी की शुरुआत होती है मेरे दोस्त...


Have a Glorious night & dashing dream my dear all friends...

Life is not easy

 इत्तफाक से तो नही हम दोनो टकराये...कुछ तो साजिश खुदा की भी होगी...हम बदनसीब सही पर दिल के बुरे नहीं...तेरी वेफाई को भी हम ज़िन्दगी भर याद करंगे...हाथ क्या मिलाया कुछ दोस्तों से...कमाल देखिये...दुःख की सारी लकीरें मिटा गए...


Life is not easy...accept it... no matter how hard you work...there will surely be a time when everything will not be in your mind... Everything will not be in your control...You fall...but you have to stand again...Education is not the best school...life is the best school...Why not read as many books as you can...in academic life...it will never fully teach you to face the real challenge of real life...Be prepared to learn from your own life..friends


घमंड और गरूर से कभी भी कुछ नहीं सीखा जा सकता है...और हम मरते दम तक सीखते रहते है...दोस्त आज मै इसे भी आपको एक छोटी सी पराग्राफ के तहत दर्शता हूँ...


जब श्रीराम जी ने रावण का वध किया उसके तत पश्चात लक्षमण से कहा...भाई लक्षमण जाओ रावण से कुछ ज्ञान ले लो क्यूंकि वो एक महा ज्ञानी पंडित है...लक्षमण रावण के तरफ गए और उसके सर के समीप बैठ गए और कोई प्रश्न किया पर रवण ने उनसे बात तक नहीं की...ठीक उसी समय श्रीराम की नजर लक्षमण के तरफ आकर्षीत हुआ...श्रीराम जी ने कहा लक्षमण विद्या झुक कर ली जाती न की अकड़ के दम पे...श्रीराम की बाते लक्षमण को अच्छी तरह समझ में आगई....फिर लक्षमण दुबारा रावण के पास गए और उसके पैर की ओर जाकर बैठ गए ...तब लक्षमण के प्रश्न न करने के वजूद भी रवण उनसे दो शब्द कहा...की लक्ष्मण घमंड और गरूर कभी भी नहीं रखना चाहिए ये बाते आज मुझे समझ में आ गई है...और सिखाने और सिखाने की प्रक्रिया कभी भी खत्म नहीं होती है...ये बाते भी मुझे आज दम तोड़ने के वक्त समझ में आ गई...कुछ तो समझो यारो यूँही कोई बात नहीं कही जाती...यंहा दो बाते प्रतीत होती है एक तो लक्षमण का अभिमानी तरीका ज्ञान प्राप्त करने की और दूसरा रावण से की ज्ञान की कोई अवधि नहीं होती है...


कटा हूँ,बंटा हूँ, जला हूँ, कतरा कतरा गला हूँ मैं...तब कही जाकर किसी आकर के ढांचे में ढ़ला मैं...शब्द मेरी पहचान बने तो बेहतर है...चेहरे का क्या है वो तो मेरे साथ ही चला जाएगा एक दिन..."मन" सभी के पास होता है...मगर "मनोबल" किसी किसी के पास पाया जाता है मेरे दोस्त...


Have a dashing evening to alll my FB Friends...

The aim of life

 जो जीता वो सिकंदर और जो हार गया वो बंदर नहीं मेरे दोस्त जो हार कर जीतता है उसे बाजीगर कहते है...हारना विफलता नही है हार कर कोशिस न करना सबसे बड़ी असफलता है...हासिल और उपलब्धि के लिए प्रयास और अभयास अति आवश्यक है


स्वस्थ रहने के वास्ते व्यस्त होना जरुरी है और व्यस्त वय्क्ति हमेसा मस्त रहता है...वक्त कहता है मैं फिर न आऊंगा...मुझे खुद नहीं पता तुझे हसाऊंगा या रुलाऊंगा...जीना है तो इस पल को जी ले, क्योंकि मै किसी भी हाल में इस पल को, अगले पल तक रोक न पाऊंगा...इस लिए मेरे दोस्त जो पल जसके साथ भी मिले उसे हंसी खुसी बिताना चाहिए क्या पता  कल हो न हो...ये सुनहरे पल...


The aim of life is no more to control the mind... but to develop it harmoniously...not to achieve salvation here after...but to make the best use of it here below...and not to realise truth... beauty and good only in contemplation...but also in the actual experience of daily life... social progress depends not upon the ennoblement of the few but on the enrichment of democracy...universal brotherhood can be achieved only when there is an equality of opportunity - of opportunity in the social... political and individual life...It is easy to kill individuals but you cannot kill the ideas...I am a man and all that affects mankind concerns me...


लालसा और श्रद्धा बहुत काम लोगो में पाये जाने वाली बीमारी है इसके लिए खुद डॉक्टर बनना पड़ता है...दो‬ हाथ से हम पचास लोगोंको भी नहीं ‎मार‬ सकते है परन्तु दो हाथ‬ जोङ कर हम करोङो‬ लोगों का दिल‬ जीत सकते है या दिलो पे राज कर सकते है...ये है सहनशीलता का क्षमता और साहस मेरे दोस्त...


Have a lovely night friends...

बिगड़ते हलात से

 Special for Sunday night 


हद से ज्यदा भी प्यार मत करना...क्या खबर किस मोड़ पे रुक जाय... साँस का एतबार मत करना...कही आईने की नजर न लग जाय...उस कदर से सिंगार मत करना...तीर तेरी तरफ ही आएगा...तू हवा में शिकार मत करना...जिस समुन्दर में डरने का भय हो उस समुन्दर में कभी डूब कर पार मत करना...वक्त कभी नहीं थम सकता है आपका...समय का कभी भी इंतिजार मत करना...


दोस्त बेसक वफ़ा की रहो में धोखा खाया है इस Raj ने...लेकिन आज तक किसी के साथ बेवफाई नहीं किया...

मेरे अकेलेपन को मेरा शौख ना समझो यारो...बड़े ही प्यार से तोहफा दिया है किसी चाहनेवाले ने...


संयोग और साथ संयोग से बनते और बिगड़ते है...यदि ऐसा नहीं होता तो...उचित और उत्तम,सही या गलत,अपना और गैर की पहचान अच्छी तरीके से नहीं हो पाता...इस लिए दोस्त हर चिझो का वजह संयोग और साथ को न बनाये...


बिगड़ते हलात से न घबराये क्यूंकि हलात की मार के चोट से जो सिख मिलती है वो किसी किताब में नहीं लिखी होती...चाँद की सीतलता से बदतर होता है सूर्य का ऊष्मा बेसक बेहतर है सूर्य इस दुनिया को उजाला देने में...


We have the power. Action is the thing that makes a huge difference in the world...don't waste your affection to a worng one who's not responding but don't miss your affection to the right one who respects for it...your worng over thinking  to others may effect your happiness & healthiness...


दोस्त खोवाइसो को फरमाइस नहीं बल्कि अजमाइस पसंद होता है...आदेश देना से अच्छा ही की आप उस काम को स्वयं करे...क्यूंकि अंजाम का मुकाम आपको चाहिए किसी और को नहीं...


Have a nicest night & dashing dream... Friends

जनून और जज्बा हो तो

 Efforts & courage are not enough without propose & direction...study not what the world is doing but what you can do for it...Honesty is extremely expensive gift don't share together cheap public...Friends...nature is one of our the greatest teachers... Always your best try to learn from our beautiful & melodious nature...


काबिल बनने की जनून और जज्बा हो तो मुश्किलो और काँटों की क्या अवकात जो रस्ते में आये...वो आपके हौसलों और आत्मविस्वास को देखते ही भग जाते है...अगर आपको किसी के ऊपर उपकार करने का मौका मिले तो खुदगर्ज मत बनना मेरे दोस्त बहुत खुशनसीब होते है वो लोग जो किसी चहरे को मुस्कान दे पाते है


आपके वज़ूद से वाकिफ होने के वावजूद आपके अपने आपको नजर अंदाज करे तो मत घबराना...क्यूंकि मेरे दोस्त नराजगी से बेहतर होता है नजरअन्दाजगी...जबरदस्ती हस्ती बनाने वाले भूल जाते है की जबरदस्ती का काम ज्यदा दिन तक नहीं टिकता है/चलता है


दोस्त भूख और प्यास तो रिस्तो को भी लगता है पर अफ़सोस की हम लोग उसके थाली में...भूख की जगह प्यार और प्यास की जगह विस्वास नहीं परोसते...रिश्ते जुबान को नहीं बल्कि उस स्नेह का नाम है जो उमीद के दामन से एक अटूट और पवित्र बंधन बनता हो...


शुभ रात्रि मित्रो...

उठो जागो

 Follow this quotations written by the greatest & glorious or qualified & specialized his own wonderful & excellence experience Swami viveka Nand...


उठो जागो और तब तक नहीं रुको जबतक आप अपनी लक्ष्य की प्राप्ति न कर ले...हम वो है जो हमारे सोंच ने बनया जैसा सोंचोगे वैसा होंगे...सबसे बड़ा धर्म अपने आप के प्रति संचा होना और अपने आप के ऊपर विस्वास रखना...अगर समस्याये न आये तो ये तय है की आप अभी भी गलत रास्ते पे है...खुद पे यकीन नहीं तो खुदा पे भी विस्वास मत करना...इन शब्दों को आम तौर से मत लेना क्यूंकि मेरे दोस्त ये वो शब्द है जो हमारे देश को इस नाम के काबिल बनाया...only India is the father of each & every country... so we must follow these stanzas to becoming better life....


If you wanna to know very well about glossary of my knowledge...Then...alize your questions...? my wonderful feedback can display my ability & capability of my qualified & specialized...as per my excellence experience superior to me...


साइना और सानिया, कल्पना और रानी, प्रतिभा और इंद्रा...आप भी बन सकते हो क्यूंकि मेरे दोस्त ये लोग कोई पार्सल नहीं थे...किसी कंपनी की...जो इनको पैक कर और तैयार कर के किसी वय्क्ति के द्वारा किसी इंसान को भेट में मिले थे बल्कि इन्होंने अपने क्षमता और रूचि के आधार पर अपने आप को इस दुनीया के मंच पे रखा था/रखे है...


हांथो के लकीरो को तकदीर समझने वाले शायद ये बात भूल जाते है मेरे दोस्त की तकदीरें उनकी भी खुदा बनता है जिनके हाथ नहीं होते...कर्म ही पूजा है यारो... बाकि सब कहने के लिए पूजनीय है...छोटी 2 बाते ही गंभीर समस्याओ को जन्म देती है...फर्क बस ये होता है हम किस तरीके से लेते है...


Have a lovely evening my dear friends...