बहुत ही कठोर और बड़ा आघात— वज्राघात
• बचपन और यौवन के मध्य की उम्र— वयसंधि
• जिसका वर्णन न किया जा सके— वर्णनातीत
• अधिक बोलने वाला— वाचाल
• सन्तान के प्रति प्रेम— वात्सल्य
• मुकदमा दायर करने वाला— वादी
• भाषण देने मेँ चतुर— वाग्मी
• जिसका वाणी पर पूर्ण अधिकार हो— वाचस्पति
• सामाजिक मानमर्यादा के विपरीत कार्य करने वाला— वामाचारी
• गृह–निर्माण संबंधी विज्ञान— वास्तुविज्ञान
जिसका जन्म नहीं होता - अजन्मा
पुस्तकों की समीक्षा करने वाला - समीक्षक , आलोचक
जिसे गिना न जा सके - अगणित
जो कुछ भी नहीं जानता हो - अज्ञ
जो बहुत थोड़ा जानता हो - अल्पज्ञ
जिसकी आशा न की गई हो - अप्रत्याशित
जो इन्द्रियों से परे हो - अगोचर
जो विधान के विपरीत हो - अवैधानिक
जो संविधान के प्रतिकूल हो - असंवैधानिक
जिसे भले -बुरे का ज्ञान न हो - अविवेकी
जिसके समान कोई दूसरा न हो - अद्वितीय
जिसे वाणी व्यक्त न कर सके - अनिर्वचनीय
जैसा पहले कभी न हुआ हो - अभूतपूर्व
जो व्यर्थ का व्यय करता हो - अपव्ययी
बहुत कम खर्च करने वाला - मितव्ययी
सरकारी गजट में छपी सूचना - अधिसूचना
जिसके पास कुछ भी न हो - अकिंचन
दोपहर के बाद का समय - अपराह्न
जिसका निवारण न हो सके - अनिवार्य
देहरी पर रंगों से बनाई गई चित्रकारी - अल्पना
आदि से अन्त तक - आघन्त
जिसका परिहार करना सम्भव न हो - अपरिहार्य
जो ग्रहण करने योग्य न हो - अग्राह्य
जिसे प्राप्त न किया जा सके - अप्राप्य
जिसका उपचार सम्भव न हो - असाध्य
भगवान में विश्वास रखने वाला - आस्तिक
भगवान में विश्वास न रखने वाला- नास्तिक
आशा से अधिक - आशातीत
ऋषि की कही गई बात - आर्ष
पैर से मस्तक तक - आपादमस्तक
अत्यंत लगन एवं परिश्रम वाला - अध्यवसायी
आतंक फैलाने वाला - आंतकवादी
देश के बाहर से कोई वस्तु मंगाना - आयात
जो तुरंत कविता बना सके - आशुकवि
नीले रंग का फूल - इन्दीवर
उत्तर -पूर्व का कोण - ईशान
जिसके हाथ में चक्र हो - चक्रपाणि
जिसके मस्तक पर चन्द्रमा हो - चन्द्रमौलि
जो दूसरों के दोष खोजे - छिद्रान्वेषी
जानने की इच्छा - जिज्ञासा
जानने को इच्छुक - जिज्ञासु
जीवित रहने की इच्छा- जिजीविषा
इन्द्रियों को जीतने वाला - जितेन्द्रिय
जीतने की इच्छा वाला - जिगीषु
जहाँ सिक्के ढाले जाते हैं - टकसाल
जो त्यागने योग्य हो - त्याज्य
जिसे पार करना कठिन हो - दुस्तर
जंगल की आग - दावाग्नि
गोद लिया हुआ पुत्र - दत्तक
बिना पलक झपकाए हुए - निर्निमेष
जिसमें कोई विवाद ही न हो - निर्विवाद
जो निन्दा के योग्य हो - निन्दनीय
मांस रहित भोजन - निरामिष
रात्रि में विचरण करने वाला - निशाचर
किसी विषय का पूर्ण ज्ञाता - पारंगत
पृथ्वी से सम्बन्धित - पार्थिव
रात्रि का प्रथम प्रहर - प्रदोष
जिसे तुरंत उचित उत्तर सूझ जाए - प्रत्युत्पन्नमति
मोक्ष का इच्छुक - मुमुक्षु
मृत्यु का इच्छुक - मुमूर्षु
युद्ध की इच्छा रखने वाला - युयुत्सु
जो विधि के अनुकूल है - वैध
जो बहुत बोलता हो - वाचाल
शरण पाने का इच्छुक - शरणार्थी
सौ वर्ष का समय - शताब्दी
शिव का उपासक - शैव
देवी का उपासक - शाक्त
समान रूप से ठंडा और गर्म - समशीतोष्ण
जो सदा से चला आ रहा हो - सनातन
समान दृष्टि से देखने वाला - समदर्शी
जो क्षण भर में नष्ट हो जाए - क्षणभंगुर
फूलों का गुच्छा - स्तवक
संगीत जानने वाला - संगीतज्ञ
जिसने मुकदमा दायर किया है - वादी
जिसके विरुद्ध मुकदमा दायर किया है - प्रतिवादी
मधुर बोलने वाला - मधुरभाषी
धरती और आकाश के बीच का स्थान - अन्तरिक्ष
हाथी के महावत के हाथ का लोहे का हुक - अंकुश
जो बुलाया न गया हो - अनाहूत
सीमा का अनुचित उल्लंघन - अतिक्रमण
जिस नायिका का पति परदेश चला गया हो - प्रोषित पतिका
जिसका पति परदेश से वापस आ गया हो - आगत पतिका
जिसका पति परदेश जाने वाला हो - प्रवत्स्यत्पतिका
जिसका मन दूसरी ओर हो - अन्यमनस्क
• बाहर के तापमान का असर रोकने हेतु की जाने वाली व्यवस्था— वातानुकूलन
• वह कन्या जिसके विवाह करने का वचन दे दिया गया हो— वाग्दता
• जिसमेँ विष मिला हुआ हो— विषाक्त
• जिस पर विश्वास किया जा सके— विश्वस्त
• जिस विषय मेँ निश्चित मत न हो— विवादास्पद
• जिसकी पत्नी मर चुकी हो— विधुर
• स्त्री जिसका पति मर गया हो— विधवा
• सौतेली माँ— विमाता
• जो दूसरी जाति का हो— विजातीय
• जिस पर अभी विचार चल रहा हो— विचाराधीन
• वह स्त्री जो पढ़ी–लिखी व ज्ञानी हो— विदुषी
• अपना हित–अहित सोचने मेँ समर्थ— विवेकी
• अपनी जगह से अलग किया हुआ— विस्थापित
• जिसके अंदर कोई विकार आ गया हो— विकृत
• जो अपने धर्म के विरुद्ध कार्य करने वाला हो— विधर्मी
• जो विधि/कानून के अनुसार सही हो— विधिवत्/वैध
• किसी विषय का विशेष ज्ञान रखने वाला— विशेषज्ञ
• विनाश करने वाला— विध्वंसक
जिसके शरीर के भाग मेँ कमी हो— विकलांग
• जिसे व्याकरण का पूरा ज्ञान हो— वैयाकरण
• सौ वर्षोँ का समूह— शताब्दी
• जो शरण मेँ आ गया हो— शरणागत
• शरण की इच्छा रखने वाला— शरणार्थी
• हाथ मेँ पकड़कर चलाया जाने वाला हथियार जैसे तलवार— शस्त्र
• सौ वस्तुओँ का संग्रह— शतक
• जो सौ बातेँ एक साथ याद रख सकता है— शतावधानी
• जिसके स्मरण मात्र से ही शत्रु का नाश हो/शत्रु का नाश करने वाला— शत्रुघ्न
• जिसका कोई आदि और अंत न हो— शाश्वत
• शाक, फल और फूल खाने वाला— शाकाहारी/निरामिष
• जिस शब्द के दो अर्थ होँ— शिलष्ट
• शिव का आलय (स्थान)— शिवालय
• शुभ चाहने वाला— शुभेच्छु/शुभाकांक्षी
• अनुसंधान के लिए दिया जाने वाला अनुदान— शोधवृत्ति
• जो सुनने योग्य हो— श्रव्य/श्रवणीय
• जिसमेँ श्रद्धा भावना हो— श्रद्धालु
• पति/पत्नी का पिता— श्वसुर
• पति/पत्नी की माता— श्वश्रू (सास)
• पति/पत्नी का भाई— श्वशुर्य (साला)
• जिसके छह कोण होँ— षट्कोण
• जिसके छह पद होँ (भौँरा)— षट्पद
• छह–छह माह मेँ होने वाला— षण्मासिक
• सोलह वर्ष की अवस्था वाली स्त्री— षोडशी
• दो नदियोँ के मिलने का स्थान— संगम
• इन्द्रियोँ को वश मेँ रखने वाला— संयमी
• जो समाचार भेजता है— संवाददाता
• एक ही माँ से उत्पन्न भाई/बहन— सहोदर/सहोदरा
• सात सौ दोहोँ का समूह— सतसई
• जो गुण–दोषोँ का विवेचन करता हो— समालोचक
• सब कुछ जानने वाला— सर्वज्ञ
• जो समान आयु का हो— समवयस्क
• जो सभी को समान दृष्टि से देखता हो— समदर्शी
• साहित्यिक गुण–दोषोँ की विवेचना करने वाला— समीक्षक
• वह स्त्री जिसका पति जीवित हो— सधवा
• जो सदा से चला आ रहा हो— सनातन
• अन्य लोगोँ के साथ गाया जाने वाला गीत— सहगान
• उसी समय मेँ होने वाला/रहने वाला— समकालीन
• साथ पढ़ने वाला— सहपाठी
• जो दूसरोँ की बात सहन कर सकता हो— सहिष्णु
• छूत या संसर्ग से फैलने वाला रोग— संक्रामक
• जो एक ही जाति के होँ— सजातीय
• गीतोँ की धुन बनाने वाला— संगीतकार
• रस पूर्ण— सरस
• साथ काम करने वाला— सहकर्मी
• सबको प्रिय लगने वाला— सर्वप्रिय
• सद् आचरण रखने वाला— सदाचारी
• ज्ञान देने वाली देवी— सरस्वती
• जो अपनी पत्नी के साथ हो— सपत्नीक
• सत्य के लिए आग्रह— सत्याग्रह
• शर्तोँ के साथ काम करने का समझौता— संविदा
• जो सत्य बोलता हो— सत्यवादी/सत्यभाषी
• संहार करने वाला/मारने वाला— संहारक
• जिसका चरित्र अच्छा हो— सच्चरित्र
• न बहुत ठण्डा न बहुत गर्म— समशीतोष्ण
• जो सब कुछ खाता हो— सर्वभक्षी
• सब कुछ पाने वाला— सर्वलब्ध
• जो समस्त देशोँ/स्थानोँ से संबंधित हो— सार्वभौमिक
• रथ हाँकने वाला— सारथि
• जो पढ़ना–लिखना जानता है— साक्षर
• सप्ताह मेँ एक बार होने वाला— साप्ताहिक
• सभी लोगोँ के लिए— सार्वजनिक
• आकार से युक्त (मूर्तिमान)— साकार
• जो सब जगह विद्यमान हो— सर्वव्यापी
• जिसकी ग्रीवा सुंदर हो— सुग्रीव
• जो सोया हुआ हो— सुषुप्त
• सधवा रहने की दशा या अवस्था— सुहाग
• पसीने से उत्पन्न जीव (जैसे जूँ आदि)— स्वेदज
• किसी संस्था या व्यक्ति के पचास वर्ष पूरे करने के उपलक्ष्य मेँ होने वाला उत्सव— स्वर्ण जयंती
• स्त्री के स्वभाव जैसा— स्त्रैण
• गतिहीन रहने वाला— स्थावर
• जिसको सिद्ध करने के लिए अन्य प्रमाणोँ की जरूरत न हो— स्वयंसिद्ध/स्वतः प्रमाण
• अपनी ही इच्छानुसार पति का वरण करने वाली— स्वयंवरा
• जो स्वयं भोजन बनाकर खाता हो— स्वयंपाकी
• जो अपने ही अधीन हो— स्वाधीन
• जो अपना ही हित सोचता हो— स्वार्थी
• सौ वस्तुओँ का संग्रह— सैँकड़ा/शतक
• हमला करने वाला— हमलावर
• सेना का वह भाग जो सबसे आगे हो— हरावल
• हवन से संबंधित सामग्री— हवि
• ऐसा बयान जो शपथ सहित दिया गया हो— हलफनामा
• दूसरे के काम मेँ दखल देना— हस्तक्षेप
• ऐसा दुःख जो हृदय को चीर डाले— हृदय विदारक
• हृदय से संबंधित— हार्दिक
• जिस पर हँसी आती हो/जो हँसी का पात्र हो— हास्यास्पद
• किसी संस्था या व्यक्ति के साठ वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य मेँ होने वाला उत्सव— हीरक जयंती
• जो बात हृदय मेँ अच्छी तरह बैठ गई हो— हृदयंगम
• दूसरोँ का हित चाहने वाला— हितैषी
• न टलने वाली घटना/अवश्यंभावी घटना/भाग्याधीन— होनहार
• यज्ञ मेँ आहुति देने वाला— होमाग्नि
विभिन्न प्रकार की इच्छाएँ:
• किसी वस्तु को प्राप्त करने की तीव्र इच्छा— अभीप्सा
• सांसारिक वस्तुओँ को प्राप्त करने की इच्छा— एषणा
• कार्य करने की इच्छा— चिकीर्षा
• जानने की इच्छा— जिज्ञासा
• जीतने, दमन करने की इच्छा— जिगीषा
• किसी को जीत लेने की इच्छा रखने वाला— जिगीषु
• किसी को मारने की इच्छा— जिघांसा
• भोजन करने की इच्छा— जिघत्सा
• ग्रहण करने, पकड़ने की इच्छा— जिघृक्षा
• जिँदा रहने की इच्छा— जिजीविषा
• ज्ञान प्राप्त करने की इच्छा— ज्ञानपिपासा
• तैर कर पार जाने की इच्छा— तितीर्षा
• धन की इच्छा रखने वाला— धनेच्छु
• पीने की इच्छा रखने वाला— पिपासु
• फल की इच्छा रखने वाला— फलेच्छु
• खाने की इच्छा— बुभुक्षा
No comments:
Post a Comment