Tuesday, September 9, 2025

Raj's Sir Words




दोस्तों...बग़ावत हमेंशा ईमानदार और स्वाभिमानी लोग करते है ,चालाक लोग तो चापलूसी और तलवे चाटते है...इंसान का बड़प्पन उसकी हैसियत नही इंसानियत तय करती है.बनकर छोटा जो सबसे मिलता हो उससे बड़ा कोई नही होता है...कौन क्या कर रहा है,कैसे कर रहा है, क्यों कर रहा है, इन सब से आप जितना दूर रहेंगे उतना ही खुश रहेंगे.कोई आपके वजह से खुश हो वो भी दान ही है.खुद को खुश रखिए यह भी आपके लिए एक बड़ी जिम्मेदारी है...आत्म-सम्मान वही है जो आपके अस्तित्व को महत्त्व देता है, जो आपकी कदर नहीं करता उससे दूरी बना लेना बेहतर है. किसी रिश्ते को परखना है तो उस रिश्ते से कोई उम्मीद करके देखिए, आपको जल्द हीं रिश्ते की मजबूती और गहराई का पता चल जाएगा...परिवर्तन से कभी ना डरे, जितना बेहतर आप खो रहे हैं,उससे लाख गुना बेहतर आपको जरुर मिलेगा...जीवन में प्रयास सदैव कीजिए, लक्ष्य मिले या अनुभव दोनो ही अमूल्य हैं। लक्ष्य वही सही है जो आपको सोने न दे। बड़ा लक्ष्य तय करो मेहनत खुद-ब-खुद दिखेगी...और हाँ Always remember...जितने वाले हमेशा सर झुका कर गोल्ड मेंडल हासिल करते है...Raj Sir...


रात की याद जज़्बात के साथ...


दोस्त हथेलियां तो मिल गईं थी,मगर लकीरों का मलाल रह गया...तेरे बिना किसी ओर को देखा तक नही,दिल तो क्या मेरी नजरें भी बेवफा नही हुईं दोस्त...मेरे जिंदगी की हर सुबह और शाम तेरे इंतजार में कटी, फिर तुमने क्यों अपनी रात किसी और हवाले कर दिया दोस्त...हम तो बिखर जाने के ख्याल से भी डरते, पर तुमने तो मुझे चकनाचूर कर के रख दिया दोस्त...जज्बातों के जरिये जिसने जिंदगी जीना सिखाया, उसीने जिस्म से जान निकाल कर जिन्दा जला दिया दोस्त...जिंदगी जीने के मशवरे उसे किस काम का दोस्त,जिसने अपनी भरी जवानी अपने हाथो से जला डाली हो...जो शख्स तेरी तस्वीर देखकर ही महक जाए करता है,सोच तेरे साथ से क्या हाल होता उसका दोस्त...सोंचा कुछ,किया कुछ, मिला कुछ और हुआ भी कुछ दोस्त...मुझे महंगे महंगे तोफे पसंद है, और वो वक्त, ऐतबार, इज़्ज़त, ईमानदारी है दोस्त…तेरी आहट से ही सजने लगते थे मेरे दिन,तेरे बग़ैर हसीन लम्हे भी खाक लगते है दोस्त...अपनी पीठ से निकले खंजरो को जब गिना मैंने,ठीक उतने ही निकले जितनों को मैंने गले लगाया था दोस्त...इस दुनिया में सिर्फ तू मेरी हो जाती न दोस्त,कसम मेरी पाक वफ़ा की हर एक किताब से बेवफा लफ्ज मिटा देता...दुनिया का सबसे मुश्किल काम है-समेटना,फिर चाहे वो बातें हो, रिश्ते हों, या फिर, बिखरा हुआ घर दोस्त...कुछ लोग गणित की समानान्तर रेखाओं की तरह होते हैं ,अनन्त तक जाने पर भी उनका मिलन नहीं हो पाता दोस्त...प्रेम की केवल सुगंध होती है व्याख्या, विज्ञापन या स्पष्टीकरण नहीं दोस्त...राज


30 Sentences of Beware...


1. Beware of pride...its purpose is to destroy all you have achieved and render you worthless...


2. Beware of betrayal...its goal is to rob you of great relationships and leave you dejected...


3. Beware of envy...its aim is to blind you from appreciating your own blessings...


4. Beware of anger...its purpose is to make you act foolishly and regret later...

 

5. Beware of laziness...its goal is to waste your potential and opportunities...


6. Beware of greed...its aim is to make you lose what truly matters...


7. Beware of gossip...its purpose is to stain your reputation silently...


8. Beware of procrastination...its goal is to delay your success endlessly...


9. Beware of jealousy...its aim is to block you from celebrating your journey...


10. Beware of arrogance...its purpose is to alienate you from true friends and helpers...


11. Beware of impatience...its goal is to make you miss out on well-deserved rewards...


12. Beware of disloyalty...its aim is to weaken the bonds that strengthen you...


13. Beware of bitterness...its purpose is to poison your heart against good things...


14. Beware of selfishness...its goal is to isolate you from meaningful relationships...


15. Beware of fear...its aim is to paralyze your dreams before they even start...


16. Beware of dishonesty...its purpose is to build walls where bridges should exist...


17. Beware of hatred...its goal is to consume your joy and peace...


18. Beware of arrogance, its aim is to make you think you need no one else...


19. Beware of mediocrity...its purpose is to keep you from realizing your greatness...


20. Beware of negative thinking...its goal is to destroy your hopes before they grow...


21. Beware of impatience...its aim is to rush you into mistakes you could have avoided...


22. Beware of carelessness...its purpose is to undo years of hard work...


23. Beware of mockery...its goal is to push people away from you...


24. Beware of intolerance...its aim is to limit your understanding of others...


25. Beware of stinginess...its purpose is to block your own blessings...


26. Beware of hard-heartedness...its goal is to make you miss out on love...


27. Beware of blaming others...its aim is to prevent you from taking responsibility...


28. Beware of stubbornness...its purpose is to stop you from learning and growing...


29. Beware of disobedience...its goal is to cut you off from wise counsel...


30. Beware of deceit...its aim is to trap you in webs of your own making...


Friends...Life will always present you with choices some leading to growth and others to destruction. Beware of attitudes and actions that seem harmless at first but are designed to tear you down slowly. Stay humble, stay teachable, stay wise, and always choose the path that builds you into a better, stronger, and more fulfilled person. The greatness you are meant to achieve is too precious to be wasted by careless living. Choose wisely and protect your future...


Have a very good night friends... ❤️❤️❤️❤️

Thursday, August 28, 2025

Raj Sir's Words




दोस्तों...अच्छे समय का अहंकार ही बुरे समय को निमंत्रण देता है...समय और भाग्य परिवर्तनशील है,इन पर कभी अहंकार ना करें...हर बीतता समय यही सिखा रहा हैं अगर,हम कामयाब नहीं हुए तो हमारा अपना कोई नहीं होगा...इस युग में भले ही विचार नये रखिये परंतु संस्कार और मर्यादा हमेशा पुरानी ही अच्छी लगती है...समाज हमेशा चाहता है कि आप उनकी तरह बने,क्योंकि आपका अलग होना उन्हें डराता रहता है...केवल मात्राओं का फर्क है दुनिया भर के लोगो में,इन चार शब्दों से परेशान हैं बाबू,बाबा ,बेबी और बीबी... Mind on this matter bibi always is better than beby...एक कामयाब पुरुष के पीछे किसी औरत का हाथ नहीं, पापा की बेल्ट और मम्मी की झाड़ू बहुत जरूरी है...एक दुखद घटना घटती है उसके बाद ही समझ आता है कि शक्तिशाली बनना कितना ज़रूरी है...इसलिए दुख से कभी भी अचंभित न हो... Raj Sir


ख़ामोशी खा गई जज़्बात मेरे...


प्रेमी,आशिक, पागल,अवारा,दीवाना, मज्जानू तू जो भी समझ मुझे,इन सब का प्यार तो बस मैंने तुझे ही दिया है दोस्त...तेरी तिजोरी का सोना तो राज आज भी है, पर तू किसी और के प्यार में पीतल कैसे बन गईं दोस्त...मेरी हथेली पर तुमने अपना नाम खुद ही लिखा था, फिर क्यूं तुमने अपने हाथो पर किसी और के नाम की मेंहदी रछाई दोस्त...मै बहुत बुरा था दोस्त, सिर्फ अपने लिए...ख़ामोशी खा गई जज़्बात मेरे,और अब शोर पूछता रहा माजरा क्या है दोस्त...Love is the most important things in the world but the best feeling & understanding about own lover is superior to any other things in the world friend...जरुरी नहीं है कुछ तोड़ने के लिए पत्थर ही मारा जाए,अंदाज बदल के बोलने से भी बहुत कुछ टूट जाता है दोस्त...गुजरा हुआ कल हो जाउंगा,याद तो आऊंगा पर अब लौट कर नहीं आऊंगा दोस्त...जिसे पा नहीं सकते,उसे सोचते रहना भी इश्क़ है दोस्त...राज

Love is Not a Feeling...

Love is not a feeling — but love produces feelings. You don’t fall in love — you choose to love. Love is a decision, a covenant of hearts. Feelings fade and shift, but true love stands firm...

Love is a daily commitment—supporting despite the cost, forgiving even when it hurts. Offense is inevitable, but love does not keep score. It wipes the slate clean and chooses grace over grudges...

Love is patient when tempers flare, and kind when words could wound. It doesn’t shout or shame. Love listens with respect, speaks with tenderness, acts with humility. Love holds back anger and reaches out in peace...

Love never gives up — it trusts, hopes, and fights for the bond through every storm. Love stays when it’s hard, believes when it’s bleak, and keeps building when life feels broken. True love is resilient and relentless...


Love is not sex, though intimacy blossoms in loving marriages. Love is the soil where trust, tenderness, and passion grow. Love never fails. What fails is a false version of love — not love itself. Real love lasts forever...


Have a great day...Friends


हम तो एक बदन दो जान थे, पता नहीं कैसे तूने बटवरा कर दिया दोस्त...चल आज अपनी आरजू मै खाक करता हूँ, पर तु तो बता क्या तेरे तम्मना पुरे हुए है दोस्त...इजहार मेरी थीं,एतबार और इकरार तो तेरे ही थे,फिर क्यों तुमने इकरार करने वजाय इंकार दिया दोस्त...आज तू तो बहुत खुश है दोस्त, पर तेरा अपना दोस्त गम की तन्हाई यों तेरे यादो गुमनाम रहता है...दोस्त तुम्हे मालूम नहीं कैसि जिंदिगी जीता हूँ, मै वो जिंगदी जीता हूँ जो आज के लोग जीना नहीं चाहते...तुझे और क्या बताव हर घडी बेखुदी और बेवसी है, फिर भी जीता हू मै किसी अनजान याद में दोस्त... तुझे तो मालूम नहीं जवानी की आहोस, पर मेरी जिंदगानी तुमने हीं बदनाम कर दिया दोस्त....मै मानता हूँ की इश्क का नाम जुदाई है, पर प्यर में दोस्त तू पराई है ये आज भी राज नहीं मानता...दर्द दवा है लोग कहते थे,पर तुमने ये बात बताई है दोस्त...वो अभिमानी और गुमानी दोनों में पीएचडी थीं दोस्त, पर इतना गिर जयगा ये मालूम न था दोस्त... दिल की आवाज...राज


ADVICE TO those all EMPLOYEES Who servent of thier of thier own instation...


1. Build a home earlier. Be it rural home or urban home. Building a house at 50 is not an achievement. Don't get used to government houses. This comfort is so dangerous. Let all your family have good time in your house.


2. Go home. Don't stick at work all the year. You are not the pillar of your department. If you drop dead today, you will be replaced immediately and operations will continue. Make your family a priority.


3. Don't chase promotions. Master your skills and be excellent at what you do. If they want to promote you, that's fine if they don't, stay positive to your personal.

development.


4. Avoid office or work gossip. Avoid things that tarnish your name or reputation. Don't join the bandwagon that backbites your bosses and colleagues. Stay away from negative gatherings that have only people as their agenda.


5. Don't ever compete with your bosses. You will burn your fingers. Don't compete with your colleagues, you will fry your brain.


6. Ensure you have a side business. Your salary will not sustain your needs in the long run.


7. Save some money. Let it be deducted automatically from your payslip. 


8. Borrow a loan to invest in a business or to change a situation not to buy luxury. Buy luxury from your profit.


9. Keep your life,marriage and family private. Let them stay away from your work. This is very important.  


10. Be loyal to yourself and believe in your work. Hanging around your boss will alienate you from your colleagues and your boss may finally dump you when he leaves. 


11. Retire early. The best way to plan for your exit was when you received the employment letter. The other best time is today. By 40 to 50 be out. 


12. Join work welfare and be an active member always. It will help you a lot when any eventuality occurs.


13.Take leave days utilize them by developing yr future home or projects..usually what you do during yr leave days is a reflection of how you'll live after retirement..If it means you spend it all holding a remote control watching series on Zee world, expect nothing different after retirement.


14. Start a project whilst still serving or working. Let your project run whilst at work and if it doesn't do well, start another one till it's running viably. When your project is viably running then retire to manage your business. Most people or pensioners fail in life because they retire to start a project instead of retiring to run a project. 


15. Pension money is not for starting a project or buy a stand or build a house but it's money for your upkeep or to maintain yourself in good health. Pension money is not for paying school fees or marrying a young wife but to look after yourself.


16. Always remember, when you retire never be a case study for living a miserable life after retirement but be a role model for colleagues to think of retiring too. 


17. Don't retire just because you are finished or you are now a burden to the company and just wait for your day to die. Retire young or whilst energetic to enjoy waking up for a cup of coffee, enjoy the sun, receive money from your business, visit nice place that you missed and spend good time with family. Those who retire late, spend about 95% of their time at work than with their family and that's why they see it difficult to spend time with their family when they retire but end looking for another job till they die. If they don't get another job, they die early.


18. Retire at your house than at government accommodation so that when you retire you can easily fit into the society that raised you. It's not easy to adjust to live in a location after spending more years at company house or at government house.


19. Never let your employment benefits make you forget about your retirement. Employment benefits are just meant to make you relax, get finished whilst time is moving. Remember when you retire no one will call you boss if you don't have a viable business.


20. Don't hate to retire because one day you will retire either voluntarily or involuntarily. 


Have a good night दोस्त...


दोस्तों नजरिये की गहराई आपकी जिंदगी की ऊंचाई तय करती है इसलिए अपनी नजरिया अपने टारगेट पर रखने की कोशिश कीजिये और एक बात याद रखना अगर आदतें नहीं बदली तो वख़्त कभी नहीं बदलेगा...समय से ज़्यादा महंगी होती हैं भावनाएं,इस लिए जो समझ सके उसी पर खर्च करना,हर किसी के लिए भावनाएं रखना आसान है,मगर अपना वक़्त देना ये सबसे बड़ी कुर्बानी होती है...लोग वायरल होने को सबसे बड़ी जीत मानते है लेकिन आज के समय में यही सबसे बड़ी कमजोरी है ,क्योंकि वायरल होना बड़ी बात नहीं है ग्रो करना बड़ी बात है therefore Try to encore your inner will & wish since your imegnenation is creation of your so many unbelievable dream...प्रसिद्धि मर्यादा तोड़कर मिल सकती है, पर असली गौरव तभी है जब इंसान संयम और संस्कारों में रहकर  

लोगों के दिलों में सम्मान पाता है। एक बात हमेशा याद रखना, तूफान,कश्तियाँ और घमंड में हस्तियाँ डूब जाती है...Raj Sir


मोहब्बत सभी करते हैं दोस्त, पर कोई हमारी तरह निभा ले तो जरूर बता देना...जमाना बदल गया है मेरे दोस्त,आज के ज़माने में एक ताले की कई चाबियां होती हैं...मर्यादा लांघकर चर्चित हो जाना कोई बड़ी बात नहीं दोस्त, सुकून तो तब है जब संस्कारों की सीमा में रहकर दिलों में जगह बनाई जाए...सादगी इतनी कि तुम्हारे क़दमों में बैठ जाऊं,स्वाभिमान इतना कि तू सदा हर मोड़ पर खुश रहे दोस्त...माना कि हम दोनों को वख़्त सता रहा है,मगर बहुत कुछ सिखा भी रहा है दोस्त... U can feel &See my love & लाइफ... This is my loyal love...राज


थोड़ा पढ़ना, ज्यादा सोचना,कम बोलना, ज्यादा सुनना

यही बुद्धिमान बनने का उपाय है...अपनी अमीरी पर कभी भी अहंकार मत कीजिये क्यूंकि काबलियत का करिश्मा आपको कही पर भी मात दे सकती है...सेवा, समर्पण, साधना और निश्छल सम्बन्ध जिंदगी की परम पूजी है...Money may be many things but It can never take place of every things... Raj Sir


कभी आरजू थी की हर कोई जाने हमें, मगर अब तलब है की गुमनाम ही रहें हम दोस्त...ज़िन्दगी उस दौर में है दोस्त,जहाँ ज़िन्दगी ही पसंद नहीं आ रही..फूलों से एक ही बात सीखी है मैने,लोग तोड़ते भी उसे ही हैं जो बेहतरीन होते है दोस्त...मैं नहीं कहता कि आठों पहर मैं तेरी यादों में रहूं,ताल्लुक है दिल से तो याद एक पहर आनी ही चाहिए दोस्त...जिस प्यार की तपस्या पूजा समझ किय,उसी प्यार ने त्याग दिया मुझे दोस्त...खुद को हटा लेना हार नहीं होता,यह आत्मसम्मान की सबसे सुंदर भाषा भी है दोस्त...जिस्म से सुंदर स्त्री अक्सर निगाहों को भाती है,और उसका आकर्षण बिस्तर तक सिमट जाता है दोस्त...ना हमें तुम सा ना तुम्हें हम सा मिलेगा,तुम अनमोल ठहरे और हम नायाब दोस्त... राज


Have a wonderful night friends...

तम्माम उम्र तपस्या कि जिसकी मोहब्बत की खातिर, उसी मोहब्बत को किसी ने एक पल में त्याग दिया दोस्त...तमन्ना नहीं रही दुनिया में मशहूर होने की दोस्त, अब तो तलब ये है की अपनों से थोड़ी दूरिया बनी रहे...तुम्हे याद तो हम जरूर आते होंगे अकेले में, पर अफ़सोस उन तन्हाईयों अपने इश्क़ का सरूर नहीं होता होगा दोस्त...चल रही इस जिंदगी से शायद तू खुश हो, पर जीने वाली जिंदगी तो कब का दफन हो चूका है दोस्त...मेरी चाहत की चीख तो तेरे रूह तक थीं, पता नहीं कैसे तुमने जिस्मो की पुकार सुन ली दोस्त...दर्द की भी अपनी एक अदा है, वो भी सहने वालों पर ही फिदा होती दोस्त...तेरी याद बस राज के साथ




Monday, June 9, 2025

इतिहास गवाह है...

 ▪इतिहास गवाह है कि कपड़े धोते वक्त 

पति की जेब से मिले पैसे बीवियों ने 

आज तक वापस नहीं किए |


▪इतिहास गवाह है कि आदमी नहाने के बाद 

बाल्टी में उतना ही पानी छोड़ता है 

जितने से उसकी चड्डी धुल सके |


▪इतिहास गवाह है कि गुटखा खाते वक्त 

किसी से बातचीत करते हुए जब-जब भी 

आदमी ने गुटखा बीच में ही थूका है 

तब-तब उसने बहुत ज्ञान की बात बताई है |


 ▪इतिहास गवाह है कि प्राइवेट जॉब से छुट्टी लेकर आदमी का ब्याह-शादी मे पहुंचना उतना ही 

मुश्किल रहा है जितना कि 

पुरानी फिल्मों में गवाह का कोर्ट में पहुंचना | 


▪इतिहास गवाह है कि हर गांव में एक दो 

बुड्ढे ऐसे होते हैं 

जिनसे भूत ने कभी बीड़ी मांगी होती है |


▪इतिहास गवाह है कि सब्जी खरीदने के बाद 

जो भी पैसे बच जाते हैं, 

वही बेरोजगारों की आय का मुख्य स्त्रोत है |


▪इतिहास गवाह है कि अलार्म बजने से 

परिवार के सारे लोग उठ जाते हैं 

सिवाय उसके,जिसने अलार्म लगाया हो | 


▪इतिहास गवाह है कि महिलाओं ने 

मोलभाव करते समय दुकानदार को 

हमेशा पिछली दुकान का हवाला दिया है |


▪इतिहास गवाह है कि अगर कोई पटरी पर 

ये देखने गया है कि ट्रेन आ रही है 

या नहीं, तो वह बिना थूके वापस नहीं आया है |


▪इतिहास गवाह है कि लड़कियों को अपनी 

मंजिल पर पहुंचने से कोई नहीं रोक पाया है, 

सिवाय रास्ते में खड़े गोलगप्पे वाले के |


▪इतिहास गवाह है कि रोटी के बाद सबसे ज्यादा 

खाई जाने वाली चीज 'कसम' है, 

'गुटखा' अभी भी तीसरे नंबर पर है |


▪इतिहास गवाह है कि शादी के बाद लड़के का 

हमेशा पहला फर्ज रहा है

टेंट वाले के सारे बर्तन पूरे करना | 


▪इतिहास गवाह है कि सर्दियों में ऐसी कोई 

रात नहीं रही है जब रजाई में 

घुसने के बाद सु-सु न आई हो | 


▪इतिहास गवाह है कि संस्कृत दसवीं कक्षा के 

बाद सीधी 'फेरों' पर ही सुनने को मिली है |


▪इतिहास गवाह है कि 49 या 99 का रिचार्ज 

करवाने पर दुकान वाले ने बचा हुआ 

एक रुपया वापस ना देकर हमेशा 

उसकी टॉफी ही खिलाई है |


▪इतिहास गवाह है कि आम खाने के बाद 

इंसान ने गुठली पर उतना ही आम छोड़ा है 

जितनी ट्यूब में कॉलगेट |


 ▪इतिहास गवाह है कि भारत में शुरू से ही 

अच्छे बॉलर नहीं रहे क्योंकि बैटिंग करने के बाद 

साला हमेशा से ही घर भागने की परंपरा रही है |


 ▪इतिहास गवाह है कि होटल में रुका हुआ 

आदमी कमरे के परदे और तौलिए से 

जूते पोंछे बगैर वहां से नहीं गया है...!!


आपको जानकारी कैसी लगी??

पिताजी के वो डायलॉग्स...

 पिताजी के वो  डायलॉग्स... 

जो बचपन में सिर्फ "शब्द" लगे थे, 

पर आज "सबक" बन गए हैं! 


1. "पढ़ाई पर ध्यान दो, बाकी सब बाद में!"


2. "मैं जो कर रहा हूं, सब तुम्हारे लिए कर रहा हूं।"


3. "खुद के पैरों पर खड़ा होना सीख।"


4. "मेरे जैसे मत बन, मुझसे अच्छा बन।"


5. "बड़ा आदमी बन, लेकिन अच्छा इंसान पहले बन।"


6. "नाम रोशन करना, बस यही सपना है मेरा।"


7. "तेरी उम्र में मैं जिम्मेदारियां उठाता था।"


8. "खर्च सोच-समझकर करना, पैसे पेड़ पर नहीं उगते।"


9. "मां को कभी दुख मत देना, नहीं तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा।"


10. "बचपन जल्दी निकल जाएगा, सम्हल जा।"


11. "कमाना आसान है, इज्जत कमाना मुश्किल।"


12. "अपने फैसले खुद ले, लेकिन सोच समझकर।"


13. "दोस्ती सोच समझकर करना, सब तेरे जैसे नहीं होते।"


14. "हर वक्त तेरे पीछे नहीं रहूंगा, खुद लड़ना सीख।"


15. "जो भी कर, मेरा सिर ऊँचा होना चाहिए!"


16. "मुझे कुछ नहीं चाहिए बेटा, तू खुश रहे बस।"


17. "जो सीख रहा है, ज़िंदगी में काम आएगा।"


18. "ज़िंदगी में गिरा भी तो उठना सीख।"


19. "तेरे लिए ही तो सब कुछ कर रहा हूं बेटा।"


20. "जिस दिन खुद के लिए खड़ा होगा, उसी दिन मेरा सपना पूरा होगा।"


21. "तू बस मेहनत कर, किस्मत मैं संभाल लूंगा।"


22. "कभी भी झूठ मत बोलना, चाहे हालात कैसे भी हों।"


23. "तू मेरा बेटा है, खुद पर भरोसा रख।"


24. "बेटा कितना भी बड़ा हो जाए, बाप हमेशा बाप ही रहेगा।"


25. "जब मैं नहीं रहूंगा, तब समझेगा कि मैं क्या था।"


🥹 आज जब ये शब्द याद आते हैं, तो लगता है…

तब समझ नहीं आता था, पर आज ये हर वाक्य ज़िंदगी की नींव जैसा लगता है।

अगर आपके पिताजी ने भी कभी इनमें से कुछ कहा हो…

तो दिल से एक ❤️ ज़रूर भेजना...



Saturday, April 26, 2025

Raj's Sir Words

 


दोस्तों...ऊंचाई हासिल करनी है तो बाज बनो धोखेबाज नहीं,सपनों को पाने के लिए समझदार नहीं पागल बनना पढ़ता है,जीत कर दिखाओ उनको जो आपके हार की इंतेज़ार कर रहे हैं....सही वक्त से भी जरूरी है,वक्त पर सही फैसले लेना...खुद को वक्त के साथ बदल लिजिए बेहतर है, वरना वक़्त का बदलाव कुछ भी बदल सकता है.समय के साथ बदलाव जरूरी है नहीं तो पछतावा सिर्फ अपने कर्मों से होगा...बेवकूफ लोगों की बातों पर अपना मूड और वक्त खराब मत करो इससे आपके अंदर की नकारात्मक शक्तियों को बढ़ावा मिलता...दूसरों में जो आदतें बुरी लगती हैं उन आदतों को स्वयं में बदलने का प्रयत्न करें ताकि जीवन जीने की शैली सरल हो...शान्ति और संतोष ही पूर्ण विराम है...बाक़ी सभी सुख अल्प विराम है …परिस्थितिया जब विपरीत होती है,तब प्रभाव और पैसा नहीं स्वभाव और सम्बंध काम आते है ! माफ करना और शांत रहना सीखिए,ऐसी ताकत बन जाओगे की पहाड़ भी रास्ता देंगे.सत्य एक डेबिट कार्ड है- पहले कीमत चुकाएं और बाद में आनंद लें। झूठ एक क्रेडिट कार्ड है- पहले आनंद लें और बाद में कीमत चुकाएं...मदद एक ऐसी घटना है जिसे करो तो लोग,भुल जाते है यदि ना करो तो याद रखते है...आज की दुनिया...इंसान बड़ा होता है तो बचपन भूलता है शादी हुई तो माता पिता को भूलता है बच्चे हुए तो भाई बहन को भूलता है अमीर हुआ तो गरीब को भूलता है और जब वृद्ध होता है तो भुला हुआ सब याद करता है...जीवन में सुख-दु:ख आते और चले जाते हैं लेकिन इस आने जाने के क्रम में कहीं एक सुख ऐसा होता है जो कभी नहीं आता और कोई एक दु:ख ऐसा होता है जो कभी नहीं जाता...Raj Sir...


कही मेरे दिल का रंग सफ़ेद तो नहीं...


बहुत थे फिर कुछ रह गए ,जो रह गए वही बहुत है दोस्त...मैंने तो मेरे प्यार की परवरिश बहुत शानदार तरीके किया था, फिर तेरा दिल किसी को जलील करने की इजाज़त कैसे दे दिया दोस्त...तेरी गली में मुझको जाना नहीं, हाल कैसा है ये भी मुझको बताना नहीं, बड़ी हसरत है मुझे उस दिन की दोस्त ,तू कहे मै हूँ और मै कहु जी पहचाना नहीं...फासले ऐसे भी होंगे सोंचा ना था, सामने बैठा था मेरे पर वो मेरा अपना ना था दोस्त, कही मेरे दिल का रंग सफ़ेद तो नहीं, जो भी दागे ज़ख्म लगता है वो उतरता नहीं दोस्त...चाहने वाले तुझे हजार मिलेंगे कुछ जानिशार मिलेंगे, पर इनमे से बहुत कम वफादार मिलेंगे दोस्त...आँखे झूठ,नजारा झूठ, हर एक तेरा इसारा झूठ, आज फिर कहो मुझे अपना बोलो दुबरा झूठ दोस्त...कुछ लूट गया कुछ लुटा दिया, कुछ मिट गया कुछ मिटा दिया, जिंदगी ने कुछ इसकदर आजमाया हमें, कुछ छीन गया कुछ गवा दिया दोस्त...मोहब्बत हर उम्र में जवान रहती, पसंदीदा शख्स कभी पुरना नहीं होता दोस्त...बहुत मजबूत होता है वो इंसान दोस्त,जिसने अपने हाथों से अपने आसूं पोछे हों...मोहब्बत में हम उन्हें भी हारे है दोस्त,जो कहते थे की हम सिर्फ तुम्हारे है...हम वो हैं जो तमन्नाओं से भरी दुनिया में,अपने हिस्से की मोहब्बत भी ना कर पाए दोस्त...कर्म किसी को भी माफ नहीं करता दोस्त,अगर रुलाया है किसी को तो तुम्हे भी लाजिम रोना पड़ेगा...मेरे वास्तविक जीवन में तुम नहीं रही तो न सही, पर मेरे मन के संसार में 'तुम्हारी यादें' मेरी दूल्हन आज भी हैं दोस्त...सही व्यक्ति से किया गया प्रेम,उदास चेहरे को भी रंगीन बना देती है दोस्त...तेरी दी हुई तन्हाईयों की वशियत का बेताज बादशाह है राज दोस्त...राज


DID YOU KNOW - LIFE FACETS...


1. Be very selective when it comes to choosing friends. People now a days don't know the true meaning of friendship and loyalty...


2. Know your worth. Know when you have had enough. And move on from the people who keep ruining your happiness...


3. What comes easy, will not always last. And what will last, will not always come easy...


4. Letting go is never easy, but sometimes it's necessary...


5. You don't need to waste your time on someone who only wants you around when it fits their needs...


6. Stop crying over yesterday and start smiling for tomorrow...


7. Find someone who wants you as much as you want them...


8. In life, there are some people you're going to have to lose in order to find yourself...Love Yourself Be Yourself always...


HAVE A WONDERFUL DAY FRIENDS...


शिक्षा और शिक्षक को सादरण न सनमझे क्यूंकि ये दोनों संसार की वे वस्तुये है जिनके गोद में निर्माण और प्रलय खेलते खुदेते रहते है... Learning produce knowledge and learning process never end....राज sir


"सच्चा प्यार आत्माओं का मामला होता है, शरीरों का नहीं। यही कारण है कि जो भावनाएँ केवल भौतिक रूपों पर निर्भर होती हैं, वे क्षणिक होती हैं।


झुर्रियाँ आ जाती हैं, थोड़ा वजन बढ़ या घट जाता है, और फिर वह भावना नहीं रहती।


यह प्यार नहीं होता।


यह तो केवल बाहरी आकर्षण पर आधारित एक अस्थायी चुम्बकीय खिंचाव होता है, जिसमें कोई गहराई या मजबूती नहीं होती।


लेकिन 'सच्चे प्यार' के लिए न कोई रवैया मायने रखता है, न उम्र और न ही रूप। यह आत्मा से आत्मा का संबंध होता है, वह ऊर्जा का प्रेम होता है जो किसी व्यक्ति से निकलती है, क्योंकि यह ऊर्जा उस व्यक्ति की आंतरिक सच्चाई का सार होती है।


ऐसे प्रेम के लिए दूरी या समय कोई मायने नहीं रखते।


यह प्रेम मृत्यु के बाद भी समाप्त नहीं होता दोस्त... राज


Chance favor to experienced mind but you know my dear friend update mind is superior to prepared mind ...


Plan your work and work on your planing...Accelerate your mind as per your pickup because Computer has made by our mind,computer did make our mind... A computer has limit of storage but our mind has no limitation of storage...Raj Sir

Saturday, April 19, 2025

राशि ज्ञान...

आपने सुना होगा कि कई ज्ञानी लोग केवल मस्तक देख कर सत्य बता थे …


#लेखांक को पूरा पढ़े...


आप भी देख सकते है ये सत्य कैसे बताया जाता है, आइये जानते है , प्राचीन मुनियों ने ललाट पर सात रेखाएं बताई हैं।


इन रेखाओं तथा उनसे सम्बन्धित ग्रहों के नाम इस प्रकार हैं-


१. ललाट में केशों के निचले भाग की रेखा के स्वामी शनि हैं।


२. इस रेखा के नीचे जो दूसरी रेखा है, उसके स्वामी गुरु हैं।


३. तीसरी रेखा के स्वामी मंगल हैं।


४. चौथी रेखा के स्वामी सूर्य हैं।


५. पांचवीं रेखा के स्वामी शुक्र हैं।


६. छठी रेखा के स्वामी बुध हैं।


मस्तक की रेखाओं का प्रभाव


१. शनि रेखा


ललाट पर पायी जाने वाली शनि रेखा से जातक में - निश्चय भावना, समझ उदासीनता, दूरदर्शिता, गंभीरता खिन्नता, आदि बातों को जाना जाता है।


१. जिस जातक के ललाट पर दाहिनी ओर शनि रेखा से एक छोटी रेखा ऊपर की ओर जाय तो जातक को निकट भविष्य में कुछ परेशानियों का सामना करना होता है।


२. यदि शनि रेखा से एक छोटी रेखा बाई आंख के ऊपर की ओर जाये तो जातक की स्त्री झगड़ालू और चंचल प्रवृत्ति की होती है।


३. बाई आंख के ऊपर शनि रेखा से निकल कर एक छोटी रेखा बालों तक जाती है तो ऐसे जातक की स्त्री हस्तिनी जाति की होती है।


४. शनि रेखा पर दाहिनी आंख के ओर तीन छोटी रेखायें मिलकर का सामना होता है। ऊपर अंग्रेजी वर्णाक्षर ट की तरह हो तथा बाई का आकार बनायें तो जातक को अनेक तरह की परेशानियों


५. शनि रेखा केशों के समीप हो तथा अखण्ड हो साथ ही सीधी हो तो जातक की बौद्धिक क्षमता अच्छी होती है।


६. शनि रेखा टेढ़ी या खण्डित होने से जातक उदासीन, शिकायती एवं चिड़चिड़े स्वभाव का होता है।


७. शनि रेखाा पर नीचे की ओर त्रिभुज होने से वह जातक धर्म परिवर्तन करता है अथवा अन्य जाति में विवाह करता है।


८. शनि रेखा से आकर एक टेढ़ी रेखा गुरु रेखा को काटे तथा सूर्य रेखा के ऊपर से जाती हुई छोटी रेखा से पुनः गुरु रेखा कटने पर जातक को साधना के क्षेत्र में लाभ दिलाता है।


६. शनि रेखा बार-बार खण्डित हो, गुरु रेखा छोटी हो, मंगल रेखा दोषपूर्ण हो, सूर्य व चन्द्र रेखा अच्छी हो तो जातक को सामान्य कहा जायेगा साथ ही जातक का स्वभाव चंचल और यदा-कदा परेशानी का सामना होगा।


१०. शनि रेखा लम्बी सीधी और अखण्ड होने से जातक निश्चय भावना वाला, बौद्धिक विचार वाला, समझदार, दूरदर्शी और गम्भीर होता है।


११. शनि रेखा कई बार खण्डित हो, गुरु रेखा लम्बी तथा सीधी हो, मंगल रेखा बीच में कटी हो, सूर्य रेखा धनुषाकार हो, शुक्र रेखा बीच से कटी हो तो वह जातक सत्य भाषी सरल, विनम्र सबका प्रिय, नेता, आदि होता है।


१२. शनि और गुरु रेखा पर अर्ध चन्द्राकार का निशान हो तथा सूर्य या चन्द्र रेखा परस्पर मिली हो तो वह परम् सौभाग्यशाली माना जाता है।


१३. शनि रेखा बीच में कटी हो तथा टेढ़ी हो, गुरु रेखा बीच से टेढ़ी हो तथा दांये भाग में कटी हो, मंगल तथा सूर्य रेखा दांयी ओर सर्पाकार हो।


१४. शनि रेखा छोटी हो, गुरु रेखा बीच में खण्डित हो, मंगल रेखा लम्बी और टेढ़ी हो साथ ही एक ओर अधिक झुकी हो, शुक्र रेखा बीच से खण्डित हो साथ ही दायी ओर एक रेखा उसे काटती हो, तो ऐसा जातक अभिमानी, क्रोधी, मित्रों द्वारा तिरस्कृत, व्यभिचारी, कामातुर आदि अवगुणों वाला होता है।


१५. शनि रेखा गहरी तथा टेढ़ी हो, गुरु रेखा लम्बी हो तथा दोनों ओर झुकी हो, सूर्य रेखा बीच में खण्डित हो, तो जातक सुन्दर, सुखी, उदार, विद्वान, यशस्वी, धर्मात्मा तथा भाई बन्धुओं का सम्माननीय होता हैं।


१६. शनि और गुरु रेखा ऊपर की ओर चन्द्राकार हो, शनि रेखा छोटी हो, दोनों भौहें परस्पर मिली हों ऐसा जातक, धनी, असत्य भाषी, कामातुर और व्यभिचारी होता है।


१७. शनि रेखा धनुषाकार हो, युक्त हो, शुक्र रेखा बीच में कटी हो, वाला होता है। गुरु रेखा सर्पाकार हो, मंगल रेखा लम्बी हो, सूर्य रेखा शाखा वह जातक, पराक्रमी, लोभी, अशान्त तथा असफल जीवन


१८. शनि रेखा लम्बी हो, गुरु रेखा सर्पाकार हो, वह जातक अपनी पत्नी से भय और कष्ट पाता है।


१६. शनि रेखा सीधी हो तथा बीच में दो रेखाओं द्वारा काटी जाय, मंगल व गुरु रेखा बीच में खण्डित हो, ऐसे जातक की सम्पत्ति को खतरा होता है।


२०. दायीं आंख के ऊपर शनि रेखा पर ट का निशान होने से आर्थिक नुकसानों का सामना होता है।


२१. शनि रेखा पर ऊपर की ओर तथा शुक्र रेखा से नीचे की ओर जाती हुई दो-दो रेखायें होने से कर्ज लेना पड़ता है।


२२. शनि रेखा पर एक सर्पाकार एक आड़ी रेखा ऊपर की ओर जाये तो जातक की आर्थिक स्थिति कमजोर होती है।


२. गुरु रेखा


ललाट पर पायी जाने वाली गुरु रेखा से जातक में भक्ष्याभक्ष (खान-पान) ईमानदारी, नैतिकता, नियम-संयम, साफ-सफाई, भेद-भावन, आध्यात्म, आत्मचिंतन, ज्ञान, श्रद्धा, भक्ति, उपासना, आदि के बारे में जाना जाता है।


१. जिस जातक के ललाट पर गुरु रेखा पर नीची की ओर एक या दोनों ओर एक धुमावदार रेखा होगी तो जातक को स्वास्थ्य की परेशानी का संकेत देती है।


२. गुरु रेखा मध्य में नीचे की ओर ट आकार में घूमकर पुनः सीधी होकर आगे बढ़ जाये तो ऐसा जातक स्वतः के जीवन काल में अधिकाधिक धन खर्च करता है।


३. गुरु रेखा दो भागों में बंटने से जातक को आर्थिक संकटों का सामना होता है तथा उसके मन में अशान्ति होती है।


४. गुरु रेखा अखण्ड तथा स्पष्ट होने से जातक को ईमानदार, संयमी, ज्ञानी और उपासक बनाती है।


५. गुरु रेखा टेढ़ी हो, खण्डित हो तो जातक में अनियमितता तथा भक्ष्याभक्ष्य का भेद भाव नहीं होता।


६. गुरु रेखा के नीचे सूर्य रेखा के ऊपर यदि त्रिभुज का निशान बने तो जातक दैवीय शक्ति प्राप्त करता है।


७. सूर्य क्षेत्र के ऊपर गुरु रेखा को एक अन्य छोटी, सर्पाकार रेखा काटे तो जातक महान सिद्धि प्राप्त करता है। ऐसे जातक का गृहस्थ जीवन असफल होता है।


८. गुरु रेखा पर सूर्य रेखा की ओर एक वृत्त बने तो ऐसा जातक सांसारिक दुःखों का शिकार और भ्रमित होता है।


६. गुरु रेखा छोटी हो, मंगल रेखा गहरी हो शनि रेखा टेढ़ी एवं निचले भाग में टूटी हो सूर्य रेखा बीच से खण्डित और टेढी हो तो ऐसा जातक मूर्ख, उपद्रवी, ठग, मनमौजी, कठोर स्वभाव, तथा झगड़ालू होगा।


३. मंगल रेखा


ललाट पर पायी जाने वाली मंगल रेखा से जातक में साहस, कार्य-सफलता, कायरता, आक्रोश, राजसेवा आदि के बारे में जाना जाता है।


१. ललाट पर पायी जाने वाली मंगल रेखा यदि टुकड़ों में बंटी हुई अथवा खण्डित होगी तो जातक में साहस की कमी होगी एवं गुप्त शत्रु का सामना होगा।


२. जिस जातक के ललाट पर मंगल रेखा की शाखायें सूर्य रेखा की ओर जाती है अथवा सूर्य रेखा को काटती हैं तो जातक को आर्थिक परेशानी का सामना करना होता है।


३. यदि मंगल रेखा ललाट के मध्य में हो तथा छोटी हो तो ऐसे जातक को भी आर्थिक परेशानी का सामाना करना होता है।


४. यदि मंगल रेखा से सूर्य रेखा की ओर एक सीधी शाखा एवं एक वक्री शाखा जाती है तो जातक को शीघ्र ही अच्छी नौकरी या नये व्यवसाय की ओर उन्मुख करती है और लाभ दिलाती है।


५. मंगल रेखा लम्बी और निर्दोष हो तथा मोटी हो तो जातक को बलवान, सैनिक, साहसिक प्रवृत्ति का बनाती है। खण्डित मंगल रेखा से व्यक्ति झगड़ालू एवं क्रोधी स्वभाव का होता है।


६. मंगल रेखा सर्पाकार हो साथ ही शनि रेखा सर्पाकार हो एवं दोनों के मध्य में वज्र का निशान हो, ऐसे जातक का मस्तिष्क प्रभावित होता है तथा वह निराश होकर आत्म हत्या को आतुर होता है।


७. मंगल रेखा टेढ़ी हो, खण्डित हो, दोषपूर्ण हो, तो वह जातक अधिकांश कार्यों में असफल रहता है एवं उसके कार्यों में बाधा उत्पन्न होती है।


८. सीधी व स्पष्ट मंगल रेखा होने से जातक सभी कार्यों में सफल होता है क्योंकि उसमें साहस की अधिकता होती है।


६. मंगल एवं शनि रेखा बीच में टूटी हो, गुरु रेखा दोनों के बीच में झुकी हो तो ऐसा जातक धनी, दूरदर्शी एवं सौभाग्यशाली होता है यदि शनि और गुरु रेखा खण्डित होकर आपस में मिलेंगी तो अशुभ है ऐसी स्थिति में जातक स्वयं अपना जीवन बरबाद करता है।


१०. यदि मंगल रेखा चन्द्र रेखा की ओर झुकी हो और उस पर मस्सा हो, शनि रेखा लम्बी एवं गहरी हो गुरु रेखा छोटी हो ऐसे जातक कठोर एवं हिंसक हृदय के स्वामी होते हैं।


११. मंगल रेखा छोटी हो गुरु रेखा टेढ़ी हो शनि रेखा सीधी हो तो जातक भाग्यशाली होता है।


१२. मंगल रेखा बीच में टूटी हो सूर्य रेखा लम्बी हो तो जातक धनी, दानी, दयालु एवं बुद्धिमान होता है


४. सूर्य रेखा


ललाट पर पायी जाने वाली सूर्य रेखा से जातक में धन, सम्पत्ति, ऐश्वर्य, सम्मान, प्रलोभन, खर्चीला स्वभाव, बौद्धिक क्षमता आदि के बारे में जाना जाता है। सूर्य रेखा लम्बी एवं निर्दोश होना शुभ माना जाता है। चेहरा विज्ञान में सूर्य रेखा देखकर जातक के जीवन में धन, सम्पत्ति, ऐश्वर्य, सम्मान, प्रलोभन, कार्य, खर्चीला, स्वभाव, बौद्धिक क्षमता आदि के बारे में जाना जा सकता है ये रेखा दाहिनी आंख के भैंह के ऊपर पायी जाती है। कभी-कभी इस रेखा की लम्बाई अधिक होने से चन्द्र रेखा में मिल जाती है तथा अधिक छोटी होने पर चन्द्र रेखा से दूर रहती है।


१. जिस जातक के ललाट पर सूर्य रेखा स्पष्ट एवं पूर्ण हो तो ऐसे जातक धन सम्पत्ति से सम्पन्न होते हैं तथा इनकी बौद्धिक क्षमता अच्छी होती है। यदि सूर्य रेखा दोषी हो,


खण्डित हो तो जातक में लोभ की भावना बढ़ जाती है वह अधिक लालची और स्वार्थी बन जाता है इस रेखा के अभाव में व्यक्ति ऐश्वर्य और सम्मान से वंचित रह जाता है।


२. ललाट पर सूर्य रेखा कुछ गोलायी में हो तो जातक स्पष्ट बोलने वाला तथा कार्यों को सोच विचार कर करने वाला होता है और कार्यों में सफलता भी प्राप्त करता है।


३. सूर्य रेखा दोष पूर्ण या खण्डित होने से व्यक्ति में कंजूसी की भावना बढ़ जाती है तथा बौद्धिक क्षमता को भी प्रभाव पड़ता है।


४. जिस जातक के ललाट पर शनि क्षेत्र में अर्धचन्द्राकार कई रेखायें होंगी, साथ ही गुरु एवं मंगल रेखा लम्बी एवं सर्पाकार होगी। ऐसे जातक दुःखी, भयभीत, चिंतित एवं चंचल हृदय के स्वामी होते हैं। ऐसे जातक को पानी से सावधान रहना चाहिए क्योंकि शनि क्षेत्र में चन्द्राकार कई रेखा होने से जल द्वारा हानि होती है।


५. शनि रेखा अपने निचले भाग में टूटी हुई हो तथा सीधी हो। गुरु रेखा पर बाई ओर धनुषाकार चिन्ह हो। मंगल रेखा शाखायुक्त हो। सूर्य रेखा सर्पाकार हो। शुक्र रेखा अपने ऊपरी भाग में गहरी तथा बीच में कटी हो तो ऐसे जातक गुणवान, विद्वान, दानी, धर्मात्मा, उपदेशक, यशस्वी तथा यात्रा प्रेमी होते हैं।


६. शनि रेखा गहरी हो गुरु रेखा छोटी मंगल रेखा गहरी तथा पतली हो। सूर्य रेखा झुकी हो एवं दो रेखाओं से कटी हो, तो वह जातक कामी, क्रोधी, कलहप्रिय, झगड़ालू एवं हथियार से चोट खाता है।


५. चन्द्र रेखा


ललाट पर पायी जाने वाली चन्द्र रेखा से जातक में कल्पना, विचार शक्ति, यात्रा, प्रेम, बौद्धिक चंचलता, मनोभावना, आदि के बारे में जाना जाता है।


१. चन्द्र रेखा उत्तम तथा पूर्ण होने से जातक में कल्पनाशीलता, देशाटन भावना, तथा बौद्धिक चंचलता की वृद्धि होती है।


२. चन्द्र रेखा दोषपूर्ण अथवा खण्डित होने से जातक की बौद्धिक क्षमता को प्रभावित करके उसे मंद बुद्धि वाला बनाती हैं चन्द्र रेखा खण्डित होने से जातक सत्यवादी नहीं होता है तथा देशाटन में बाधायें आती है।


३. यदि जातक के ललाट पर चन्द रेखा का अभाव हो तथा ललाट पर एक ही रेखा हो और वह धनुषाकार हो, तो जातक में यात्रा करने की भावना अधिक पायी जाती है। ऐसे जातक का स्वभाव अच्छा नहीं होता तथा बुरे कार्यों की चेष्टा करता है ऐसे जातक का अधम स्वभाव माना जाता हैं।


४. स्पष्ट तथा गोलायी युक्त चन्द्र रेखा जातक में अच्छे विचार उत्पन्न करती है तथा यात्रायें अधिक करवाती है। ऐसे जातक की विचार शक्ति और प्रेम भावना अच्छी होती है।


५. ललाट पर चन्द्र रेखा का अभाव हो तथा अन्य रेखायें छोटी-छोटी होने से जातक में अच्छे बुरे दोनों गुण पाये जाते हैं तथा ऐसे जातक दीर्घायु नहीं होते हैं।


६. शुक्र रेखा


ललाट पर पायी जाने वाली शुक्र रेखा से जातक में-स्त्री सुख, सम्पन्नता, सुख, सच्चा प्रेम, दाम्पत्य जीवन, विपरीत लिंग की ओर आकर्षण, आदि के बारे में जाना जाता है।


१. शुक्र रेखा अखण्ड व स्पष्ट होने से स्त्री सुख की प्राप्ति होती है। ऐसे जातक अच्छे प्रेम के स्वामी होते हैं। ऐसे जातक का दाम्पत्य जीवन सुखमय होता है।


२. शुक्र रेखा दोषपूर्ण या खण्डित होने से जातक का दाम्पत्य जीवन अधिक सुखी नहीं होता तथा ऐसे जातक दिखावटी प्रेम करता है।


३. यदि ललाट में चार रेखायें हो तथा शुक्र और शनि रेखा किसी अन्य छोटी रेखा द्वारा कटती हो तो वह जातक बुद्धिमान सच्चरित्र और सरल स्वभाव का होता है।


४. शुक्र रेखा से कई छोटी रेखायें चन्द्र रेखा की ओर जाने से जातक की आर्थिक स्थिति खराब होती है तथा कर्जा लेना पड़ता है।


६. शुक्र रेखा


ललाट पर पायी जाने वाली शुक्र रेखा से जातक में-स्त्री सुख, सम्पन्नता, सुख, सच्चा प्रेम, दाम्पत्य जीवन, विपरीत लिंग की ओर आकर्षण, आदि के बारे में जाना जाता है।


१. शुक्र रेखा अखण्ड व स्पष्ट होने से स्त्री सुख की प्राप्ति होती है। ऐसे जातक अच्छे प्रेम के स्वामी होते हैं। ऐसे जातक का दाम्पत्य जीवन सुखमय होता है।


२. शुक्र रेखा दोषपूर्ण या खण्डित होने से जातक का दाम्पत्य जीवन अधिक सुखी नहीं होता तथा ऐसे जातक दिखावटी प्रेम करता है।


३. यदि ललाट में चार रेखायें हो तथा शुक्र और शनि रेखा किसी अन्य छोटी रेखा द्वारा कटती हो तो वह जातक बुद्धिमान सच्चरित्र और सरल स्वभाव का होता है।


४. शुक्र रेखा से कई छोटी रेखायें चन्द्र रेखा की ओर जाने से जातक की आर्थिक स्थिति खराब होती है तथा कर्जा लेना पड़ता है।


ललाट एवं ललाट रेखायें


सामान्य भाषा में सिर के अग्र भाग को ललाट कहते हैं। ललाट की आकृति और उस पर पायी जाने वाली रेखाओं के संबंध में अनेक ग्रन्थों में वर्णित है। ललाट व रेखाओं से जातक की बौद्धिक क्षमता, ज्ञान, विचार, साहस, व्यवहार आदि के बारे में ज्ञान प्राप्त होता है।


निःस्वा विषम भालेन दुःखिता ज्वर जर्जराः ।


परकर्म करा नित्यं प्राप्यन्ते वध वन्धनम ।।


(सामुद्रिक शास्त्र)


जिस जातक का ललाट नीचा हो, अविकसित हो, ऐसा जातक जीवन में ज्वर से पीड़ित होता है तथा निम्न कोटि का कार्य करने वाला होता है एवं जीवन में सफलता और सम्मान से वंचित होता है।


ललाटेनार्थं चन्द्रेण भवन्ति पृथ्वीश्वराः । विपुलेन ललाटेन महानरपतिः स्मृतः ।।


श्लेक्ष्णेन तु ललाटेन नरो धर्मरस्तथा।


(भविष्यपुराण)


जिस जातक का ललाट अर्ध चन्द्राकार होता है तथा उन्नत एवं फैला होता है, वह जातक भूमि और सम्पत्ति का स्वामी होता है तथा ऐसे जातक सुखी होते हैं। यदि ऐसे जातक का ललाट चिकनाई युक्त होवे तो जातक में धर्म कार्य करने की रुचि बढ़ जाती है। जिस जातक के ललाट पर हंसते समय भौंहों के बीच दो खड़ी रेखा स्पष्ट हो जाय तो ऐसे जातक अच्छे गुणों से सम्पन्न होते हैं तथा सुख भोगते हैं जिस जातक का ललाट बहुत नीचा हो साथ ही ललाट में नसें उभरी हों तो ऐसे जातक दुःखी, और पापी होते हैं। जिस जातक के ललाट में त्रिशूल वज्र या धनुष का चिन्ह हो तो ऐसे जातक को उच्च पदों वाली स्त्रियां पसंद करती हैं। जिस जातक के ललाट पर नीली नसों के उभरने से तिलक जैसा चिन्ह प्रतीत हो तथा साथ ही ललाट का आकार अर्धचन्द्र सा हो तो जातक सुखी और धनवान होता है। जिस जातक की ललाट रेखायें न दिखती हों तथा ढलवा और चिकना हो परन्तु उत्तेजना के समय ये नसें दिखती हों, ऐसा जातक अति बुद्धिमान जातक होता है। जिस जातक का ललाट नीचा हो तथा रुखा हो, ऐसे जातक हिंसक प्रवृति एवं क्रूर कर्म करने वाले होते हैं। ऐसे जातक सुख से वंचित होते हैं तथा संघर्षमय जीवन बिताते हैं। जिस जातक का ललाट नाक के बराबर ऊँचा तथा नाक की लम्बाई से दुगुना चौड़ा तथा कनपटी विकसित हो तो ऐसे जातक श्रेष्ठ माने गये हैं।


ललाट पर ग्रहों के चिन्ह तथा स्थान


१ . सूर्य इसका चिन्ह मध्य बिन्दु युक्त वृत्त का चिन्ह होता है। इसका स्थान दाहिने नेत्र में रहता है।


२. चन्द्र धनुष के आकार का इसका चिन्ह होता है। बाएं नेत्र में इसका निवास होता है।


३. मंगल तीन शाखाओं वाला मंगल का चिन्ह सिर के ऊपरी भाग पर दिखाई देता है।


४. बुध एक खड़ी रेखा पर तिरछी रेखा जैसा चिन्ह बुध का होता है। यह मुंह पर वास करता है।


५. गुरु दो के समान चिन्ह गुरु का होता है। इसका निवास दाहिने कान पर होता है।


६. शुक्र धन के चिन्ह के चारों ओर गोलाकार हो ऐसा चिन्ह शुक्र का होता है यह भौहों के बीच में होता है।


७. शनि ईकार के समान इसका चिन्ह होता है इसका निवास बाएं कान पर रहता है।


ललाट रेखा फल


ऊपर ललाट पर सात रेखाओं का वर्णन पीछे की पंक्तियों में किया जा चुका है। अधिक सूक्ष्मता से विचार करने पर ज्ञात होता है कि दाहिने नेत्र के ऊपरी भाग में छोटी-सी रेखा होती है, वह सूर्य की रेखा कहलाती है। इसी प्रकार बाएं नेत्र के ऊपरी भाग में चन्द्र की रेखा मानी जाती है। भौंहों के बीच में शुक्र की रेखा तथा नासिका के अग्रभाग में विद्वान् लोग बुध की रेखा मानते हैं।


१. यदि गुरु रेखा में शाखाएं निकलती हों, तो वह व्यक्ति असत्य भाषी तथा दुष्ट होता है। २. यदि गुरु और मंगल की रेखाएं बीच में टूटी हुई हों, तो उसके पास निरन्तर धन का अभाव रहता है।


३. यदि शनि व मंगल की रेखाएं टूटी हुई हों तथा गुरु की रेखा नीचे की तरफ झुकी हुई हो, तो वह सौभाग्यशाली एवं धनवान होता है।


४. यदि शनि और गुरु की रेखाएं धनुष के आकार की हों, तो वह व्यक्ति दुष्ट स्वभाव वाला होता है।


५. यदि शनि की रेखा बहुत अधिक गहरी और झुकी हुई हो, तो वह हत्यारा होता है।


६. यदि शनि रेखा बहुत अधिक लम्बी और गहरी हो, तो पर-स्त्री से सम्पर्क होता है।


७. शनि रेखा टेढ़ी होने से व्यसनी बनाती है।


८. यदि मंगल रेखा सर्पाकार हो, तो वह हत्यारा होता है।


६. यदि ललाट में चार रेखाएं हों, तो वह सच्चरित्र तथा बुद्धिमान होता है।


१०. यदि गुरू की रेखा सर्पाकार हो, तो वह व्यक्ति लोभी होता है।


११. जिसके ललाट में तीन रेखाएं सीधी, सरल और स्पष्ट हों, वह व्यक्ति सौभाग्यशाली होता है।


१२. यदि गुरु और शनि की रेखाएं परस्पर मिल गई हों तो उसकी मृत्यु फांसी से होती है। १३. जिसके ललाट में बहुत अधिक रेखाएं टूटी-फूटी हों, तो वह व्यक्ति दुर्भाग्यशाली


एवं रोगी होता है।


१४. यदि शनि की रेखा टेढ़ी हो, तो वह व्यसनी होता है।


१५. यदि सूर्य रेखा छोटी और शुक्र रेखा लम्बी हो तो वह व्यक्ति सच्चरित्र चतुर और


सौभाग्यशाली होता है।


१६. यदि सूर्य की रेखा धनुष के आकार की और शुक्र की रेखा बीच में से कटी हुई हो, तो वह नम्र रसज्ञ और धनी होता है।


१७. यदि शनि और गुरु की रेखाएं ऊपरी भाग में अर्द्ध चन्द्राकार हों, तो वह व्यक्ति बहुत अधिक सौभाग्यशाली होता है।


१८. यदि ललाट में सर्प के आकृति की एक ही रेखा हो, तो वह बलवान होता है।


१६. यदि दोनों भौंहों के बीच में त्रिशूल का चिन्ह होता है तो जातक का अंग-भंग होता है।


२०. यदि सूर्य रेखा बीच में कटी हुई हो तो वह क्रोधी, कामी तथा झगड़ालू होता है।


२१. यदि शनि रेखा लम्बी हो तथा मंगल की रेखा सर्पाकार हो, तो वह धर्मात्मा, दयालु और उच्च


समाज में रहने वाला होता है।


२२. यदि शनि और गुरु की रेखा सर्पाकार हो, तो वह धूर्त स्वभाव वाला होता है। यदि सर्पाकार गुरु की रेखा शनि रेखा के पास पहुँचे हो तो वह कलहप्रिय होता है।


२३. यदि गुरु की रेखा लम्बी और लचीली हो, तो वह सुन्दर और सौभाग्यशाली माना जाता है। २४. यदि मंगल की रेखा झुकी हुई हो तथा शुक्र रेखा दाहिनी ओर कटी हुई हो, तो वह अभिमानी, क्रोधी तथा पर-स्त्री-सेवी होता है।


२५. यदि शनि तथा गुरु की रेखाएं धनुष के आकार की हो तो वह व्यक्ति पराक्रमी होता है।


२६. यदि शनि रेखा गहरी हो तथा दोनों भौंहों के बीच में अधिक बाल हो, तो वह एक से अधिक


१७. यदि शनि और गुरु की रेखाएं ऊपरी भाग में अर्द्ध चन्द्राकार हों, तो वह व्यक्ति बहुत अधिक सौभाग्यशाली होता है।


१८. यदि ललाट में सर्प के आकृति की एक ही रेखा हो, तो वह बलवान होता है।


१६. यदि दोनों भौंहों के बीच में त्रिशूल का चिन्ह होता है तो जातक का अंग-भंग होता है।


२०. यदि सूर्य रेखा बीच में कटी हुई हो तो वह क्रोधी, कामी तथा झगड़ालू होता है।


२१. यदि शनि रेखा लम्बी हो तथा मंगल की रेखा सर्पाकार हो, तो वह धर्मात्मा, दयालु और उच्च समाज में रहने वाला होता है।


२२. यदि शनि और गुरु की रेखा सर्पाकार हो, तो वह धूर्त स्वभाव वाला होता है। यदि सर्पाकार


गुरु की रेखा शनि रेखा के पास पहुँचे हो तो वह कलहप्रिय होता है।


२३. यदि गुरु की रेखा लम्बी और लचीली हो, तो वह सुन्दर और सौभाग्यशाली माना जाता है। २४. यदि मंगल की रेखा झुकी हुई हो तथा शुक्र रेखा दाहिनी ओर कटी हुई हो, तो वह अभिमानी, क्रोधी तथा पर-स्त्री-सेवी होता है।


२५. यदि शनि तथा गुरु की रेखाएं धनुष के आकार की हो तो वह व्यक्ति पराक्रमी होता है। २६. यदि शनि रेखा गहरी हो तथा दोनों भौंहों के बीच में अधिक बाल हो, तो वह एक से अधिक विवाह का इच्छुक तथा सम्पत्तिशाली होता है।


२७. यदि शनि रेखा पतली और गुरु रेखा मोटी तथा लम्बी हो, तो वह व्यक्ति घातक होता है।

Friday, March 14, 2025

Raj's Sir Words


Friends...Honesty,Morality,Spirituality,Simplicity And Sympathy Invent Humanity...Separation Growths Our Attachment And Love...जो व्यक्ति अपनी निंदा सुनकर भी शान्त हे वो संपूर्ण जगत पर विजय प्राप्त कर सकता है...जिसने निंदा सुनी और स्थिर रहा, उसने जग को नहीं—स्वयं को जीत लिया। क्योंकि असली विजय शत्रुओं पर नहीं, अपनी प्रतिक्रियाओं पर शासन करना है।निंदा अक्सर ईर्ष्या, अज्ञानता या अन्य नकारात्मक भावनाओं से उपजती है। यदि हम इसे सहज रूप से स्वीकार करें और प्रतिक्रिया न दें, तो हम अपनी ऊर्जा को सही दिशा में लगा सकते हैं। सब सही हो रहा है गलत इसलिए लग रहा है क्योंकि हमारे हिसाब से नही हो रहा है...जब हम किसी को बहुत महत्व देते हैं और वो हमारी भावनाओं को समझने में असफल रहता है तो यह बहुत दर्दनाक होता है। ऐसे में हमें एहसास होता है कि हमारी कीमत उस व्यक्ति की नजरों में नहीं है। ऐसे व्यक्तियों से सदा दूर रहाना चाहिए...दौलत सिर्फ रहन-सहन का स्तर बदल सकती है, बुद्धि नियत और तक़दीर नहीं, कपड़ों की मैचिंग बिठाने से सिर्फ शरीर सुंदर दिखेगा, रिश्तों व हालातों से मैचिंग बिठा लीजिये, पूरा जीवन सुंदर हो जाएगा...दौलत सिर्फ बाहरी चमक-धमक दे सकती है, लेकिन असली सौंदर्य तो समझदारी, रिश्तों की मिठास और हालातों से तालमेल बिठाने में है। जब इंसान संतुलन और समझदारी से जीवन जीता है, तब ही असली खुशहाली आती है...घमंड न करे अपने रूप और रूपए का,मोर को उसके पंखों का बोझ ही ऊँचा उड़ने नहीं देता...पद से आपको पावर भले ही मिल जाए लेकिन इज़्ज़त आपको हमेशा आपके पवित्र विचार और चरित्र से ही मिलती हैं...परमात्मा को अपना वकील बनाने वाला इंसान ज़िंदगी का हर मुकदमा जीत लेता है...कठिन परिस्थितियों में संघर्ष करने से एक बहुमूल्य संपति विकसित होती है, वो है आपका आत्मबल इसे हमेशा अपने पास रखिए...कलयुग में विश्वास परीक्षा नहीं बल्कि बलिदान बन चुका है। जो जितना निष्पाप है उसे उतना ही गहरा घाव मिलता है...आपका सबसे बडा दुश्मन भी आपको उतना नुकसान नही पहुंचाते, जितना आपके नाकारात्मक विचार आपको हानि पहुचाते हैं। सब चीजें किस्मत से नहीं मिलती कुछ चीजों के लिए आपको उसके काबिल बनना पड़ता है...Raj Sir

दोस्त अधूरी ख्वाहिशों का कारवाँ है ज़िंदगी,मुकम्मल जहाँ तो कहानियों में होता है...दोस्त ना जरूरत हो ना जरिया हो तुम,जिसे देखकर दुनियां खुबसुरत लगे वो नजरियां हो तुम...मेरी नज़ाकत तुम्ही थीं,मेरी इबादत तुम्ही थीं,मेरी शरारत तुम्ही थीं और मेरी कशिश भी तुम्ही थीं दोस्त...मेरे पास तो बस यादें हैं तुम्हारी दोस्त,जिन्दगी तो उसे मुबारक जिसके पास तुम हो...खुदपर गुरूर इसलिए भी है दोस्त,क्योंकि हम हर किसीके दिल पर दस्तक नहीं देते हैं..दोस्त जो मनाई थी दिवाली मेरे दिल को जला के,अब होली भी मना लेना बची खाक उड़ा के...दोस्त इस लिमटेड सी ज़िन्दगी में,अनलिम्टेड प्यार था तुमसे...दोस्त लगाव एक ऐसा रिश्ता है जो,खून से नहीं दिल से होता है...दोस्त तकलीफ दे कर मोहब्बत जताना ,टांग काट कर बैसाखी देने जैसा होता है...जो बातें पी गया था मैं,वही बातें खा गयीं मुझे दोस्त...वक्त गहरे समंदर में गिरा हुआ मोती है,जिसका दोबारा मिलना ना मुमकिन है दोस्त...ज़िंदगी भी कितनी अजीब है न दोस्त,कहीं अल्फाज तकलीफ देते हैं तो कहीं खामोशियां...तुम पढ़ते हुए मायूश हो जाते हो,हमारा सोचो हम तो इसे लिखते हैं दोस्त...बहुत बुरी तरह से तोड़ते हैं लोग दोस्त,बहुत अच्छी तरह से जानने के बाद...सुख में न्योता उन्हें ही देना चाहिए, जो दुःख में बिना बुलाए चले आते हैं दोस्त...खुशियां तो हर किसी से बाटी जा सकती हैदोस्त,लेकिन दुख सिर्फ उसी को बताया जा सकता है जो हमारा सुख चाहता है...दोस्त जिंदगी जिन्हें खुशी नहीं देती,उन्हें तजुर्बे बहुत देती है...दोस्त कलयुग का यही नियम है,जितना अटूट विश्वास उतना ही भयंकर धोखा...कोई आज तो कोई कल बदलते है.यकीन करो दोस्त किसी न किसी मोड़ पर सब बदलते है...मैं बहुत संवेदनशील इंसान हूं दोस्त,मेरा शांत हो जाना रिश्ते के खत्म होने की निशानी है...राज 

21 Habits That Turn A Boy into A Man...

1. Responsibility...Take responsibility for your actions and own up to your mistakes...

2. Respect...Show respect for yourself and others, including those who are different from you...

3. Honesty...Be truthful in your words, works and actions...

4. Empathy...Try to understand and relate to the emotions and experiences of others...

5. Self-Control...Practice self-control and resist negative impulses...

6. Perseverance...Keep working hard and don’t give up, even when faced with challenges...

7. Initiative...Take the initiative and be proactive in your goals and responsibilities...

8. Time Management...Use your time wisely and efficiently...

9. Good Communication...Communicate clearly and effectively with others...

10. Problem-Solving...Use critical thinking and problem-solving skills to overcome challenges...

11. Resourcefulness...Utilize your resources and skills effectively to get the job done...

12. Independence...Develop independence and self-reliance...

13. Interdependence...Recognize the importance of teamwork and relying on others...

14. Creativity...Use your creativity and imagination to come up with new ideas and solutions...

15. Adaptability...Be flexible and able to adapt to change...

16. Leadership...Develop leadership skills and the ability to inspire and guide others...

17. Emotional Intelligence...Develop your emotional intelligence and the ability to understand and manage your own emotions and those of others...

18. Confidence...Believe in yourself and your abilities...

19. Courage...Be brave and stand up for what you believe in...

20. Humility...Be humble and open to learning and growth...

21. Gratitude...Practice gratitude and appreciate what you have...

Wish You All My Dear Friends Colourful & Delightful Holi...

Saturday, February 22, 2025

Raj's Sir Words



Friend You Said To Me...

Friend you said to me, You are my permanent choice,I hope this relation & love never ends...

Friend you said to me, Mature couple often fight,But never breakup...

Friend you said to me, I am incomplete without you,So please never leave me alone...

Friend you said to me, You have my whole heart, Never break it...

Friend you said to me, I am happy only with you,Please never cheat with me...

Friend you said to me, I wanna to spend my whole life with you,Never out me from your life...

Friend you said to me, You are not only my love but also my pride, my respect, my dream, my wish, my capital,Never replace anyone place of me...

Friend you said to me, We promise... We shall always stay loyal and committed to each other,Never deceive with me...

Friend you said to me, I know our journey of love is hard but I shall stay with you in every situation,Please never use me...

Friend you said to me, Love is possible after friendship but friendship is not possible after love,Never suppose someone as me...

Friend you said to me, You are my today, tomorrow and forever,Never refuse me...

Friend you said to me,You will always be my special person,Never vex me...

Friend you said to me, In my little world you are my everything,Never change it...

Friend you said to me, You are blood of my heart,Never bleeding it...

Friend you said to me, With you every moment is God gift,Never give it other...

Friend you said to me, Happiness means you and me lough together, Never hurting  me...

Friend you said to me, our relation is made special bond, Please never end it...

Friend you said to me, You are the reason for my living life and my comfort zone,Never leave me...

Friend you said to me, I oath never stop loving you until my last breath, Never defeat my love...

Friend you said to me, I am permanently in love with you always & forever, Never permit to someone else for it...

Friend I have no objection for it that you forgotten me, I regret for it that your all promises & oaths were false & fake...

Friend...Cheating is a choice, not a mistake...Loyalty is a responsibility, not a choice...Emotional connection is superior to physical attraction...Beauty is Cheap but character is expensive...Communication is good but understanding is everything...

Have a Wonderful & Peaceful Life friend...Raj


दोस्त तुमने मुझसे कहा...

दोस्त तुमने मुझसे कहा, तुम मेरी स्थायी पसंद हो, मुझे उम्मीद है कि यह रिश्ता और प्यार कभी खत्म नहीं होगा...

दोस्त तुमने मुझसे कहा, परिपक्व जोड़े अक्सर लड़ते हैं, लेकिन कभी टूटते नहीं...

दोस्त तुमने मुझसे कहा, मैं तुम्हारे बिना अधूरा हूँ, इसलिए कृपया मुझे कभी अकेला मत छोड़ना...

दोस्त तुमने मुझसे कहा, तुम मेरा पूरा दिल हो, इसे कभी मत तोड़ना...

दोस्त तुमने मुझसे कहा, मैं सिर्फ़ तुम्हारे साथ खुश हूँ, कृपया मेरे साथ कभी धोखा मत करना...

दोस्त तुमने मुझसे कहा, मैं अपनी पूरी ज़िंदगी तुम्हारे साथ बिताना चाहता हूँ, मुझे कभी अपनी ज़िंदगी से बाहर मत करना...

दोस्त तुमने मुझसे कहा, तुम सिर्फ़ मेरा प्यार ही नहीं बल्कि मेरा गौरव, मेरा सम्मान, मेरा सपना, मेरी इच्छा, मेरी पूंजी हो, कभी किसी की जगह मेरी जगह मत लेना...

दोस्त तुमने मुझसे कहा, हम वादा करते हैं... हम हमेशा एक-दूसरे के प्रति वफ़ादार और प्रतिबद्ध रहेंगे, मेरे साथ कभी धोखा मत करना...

दोस्त तुमने मुझसे कहा, मुझे पता है कि हमारे प्यार का सफ़र कठिन है लेकिन मैं हर परिस्थिति में तुम्हारे साथ रहूँगा, कृपया मेरा कभी इस्तेमाल मत करना...

दोस्त तुमने मुझसे कहा दोस्ती के बाद प्यार तो हो सकता है पर प्यार के बाद दोस्ती नहीं हो सकती, कभी किसी को अपने जैसा मत समझना...

दोस्त तुमने मुझसे कहा, तुम आज हो, कल हो और हमेशा के लिए, मुझे कभी मना मत करना...

दोस्त तुमने मुझसे कहा, तुम हमेशा मेरे खास इंसान हो, मुझे कभी परेशान मत करना...

दोस्त तुमने मुझसे कहा, मेरी छोटी सी दुनिया में तुम ही मेरी सबकुछ हो, इसे कभी मत बदलना...

दोस्त तुमने मुझसे कहा, तुम मेरे दिल का खून हो, इसे कभी मत खून बहने दो...

दोस्त तुमने मुझसे कहा, तुम्हारे साथ हर पल भगवान का तोहफा है, इसे कभी किसी और को मत देना...

दोस्त तुमने मुझसे कहा, खुशी का मतलब है तुम और मैं साथ हंसो, मुझे कभी दुख मत दो...

दोस्त तुमने मुझसे कहा, हमारा रिश्ता खास बंधन है, कृपया इसे कभी खत्म मत करना...

दोस्त तुमने मुझसे कहा, तुम मेरी जिंदगी जीने और मेरे कम्फर्ट जोन की वजह हो, मुझे कभी मत छोड़ना...

दोस्त तुमने मुझसे कहा, मैं कसम खाता हूं कि अपनी आखिरी सांस तक कभी तुमसे प्यार करना बंद नहीं करूंगा, अपने प्यार को कभी मत हराओ...

दोस्त तुमने मुझसे कहा, मैं हमेशा और हमेशा के लिए तुमसे प्यार करता हूं, कभी किसी और को इसकी इजाजत मत देना इसके लिए...

दोस्त मुझे इस बात पर कोई आपत्ति नहीं है कि तुम मुझे भूल गए, मुझे इस बात का अफसोस है कि तुम्हारे सारे वादे और कसमें झूठी और नकली थीं...

दोस्त...धोखा देना एक विकल्प है, गलती नहीं...वफादारी एक जिम्मेदारी है, विकल्प नहीं...भावनात्मक जुड़ाव शारीरिक आकर्षण से बेहतर है...सुंदरता सस्ती है लेकिन चरित्र महंगा है...संचार अच्छा है लेकिन समझ ही सबकुछ है...

एक शानदार और शांतिपूर्ण जीवन बिताओ दोस्त...राज

Saturday, February 1, 2025

Raj' Sir Words


आनंद vs सुख:

दोस्तों...जीवन की सारी दौड़ केवल अतिरिक्त के लिए है...अतिरिक्त पैसा, अतिरिक्त पहचान, अतिरिक्त शोहरत, अतिरिक्त प्रतिष्ठा...यदि यह अतिरिक्त पाने की लालसा ना हो तो जीवन एकदम सरल है...सुख और दुःख एक ही सिक्के के दो पहलू हैं, जो हमारे अस्तित्व में निहित गहरे द्वैतों को दर्शाते हैं। हर सुख का स्रोत जिसे हम अनुभव करते हैं (जैसे कि एक प्रिय व्यक्ति या एक प्रिय वस्तु जैसे कार, घर आदि) साथ ही हमारे दुःख का स्रोत भी हो सकता है। Pleasure और pain के बीच यह जटिल नृत्य हमें मोह, नश्वर्ता और जीवन की गहरी प्रकृति के बारे में अनमोल शिक्षा देता है...आनंद अपनी शुद्धतम रूप में, कोई समकक्ष नहीं रखता; यह एक ऐसा अनुभव है जो अहंकार की अनुपस्थिति में फलीभूत होता है। अहंकार न तो उत्पन्न होता है और न ही समाप्त होता है; यह केवल हमारी धारणा में प्रकट होता है, एक मृगतृष्णा जो हमारी सच्ची सार्थकता को धुंधला करती है। इस अहंकार के भ्रम को पोषित करने वाले चार मौलिक तत्व हैं: इच्छाएँ, क्रोध, लालच, और मोह। ये केवल भावनाएँ या इच्छाएँ नहीं हैं ये गहरी पीड़ाएँ हैं जो शारीरिक और मानसिक रोगों के रूप में प्रकट होती हैं, हमारे और हमारी आनंद की स्थिति के बीच बाधाएँ उत्पन्न करती हैं...सच्चे आनंद को अपनाने और अनुभव करने के लिए, व्यक्ति को इन चार तत्वों को पहचानने और समाप्त करने का आवश्यक कार्य करना चाहिए। बिना इन आंतरिक व्यवधानों को संबोधित किए, अहंकार को पार नहीं किया जा सकता। और अहंकार से मुक्ति के बिना, आनंद एक अदृश्य सपना बना रहता है, हमेशा हमारे पहुंच से बाहर...आइए हम इच्छाएँ, क्रोध, लालच और मोह को समाप्त करें ताकि हम अहंकार को पार कर सकें - आनंदित होने का मार्ग। इस यात्रा को अपनाएं, क्योंकि यह जीवित रहने के अर्थ का सार है...आप कितने भी बेहतरीन बन जाएं,लोग आपसे बेहतर ही तलाश करेंगे...आपकी अफ़वाह के धुएं वही से उठते है,जहा आपके नाम से आग लग जाती है...

सिमटते जा रहे हैं दिल और ज़ज्बातों के रिश्ते...

दोस्त क्या खूब लिखा है किसी शायर ने...उजड़ी  बस्तियों में किस को ढूंढ़ते हो यार,बर्बाद हुए  लोग अक्सर एकांत में मिलते हैँ...ये बुरा वख्त सबके हिस्से में आता हैं दोस्त,कोई इसे जी चुका है कोई जी रहा है...प्रेमिका साधारण सी ही शक्ल की होती है दोस्त,पुरषों का प्रेम उन्हें मिस यूनिवर्स बना देता है..किसी को मुफ़्त में मिल गया वो शख़्स,जो मुझे हर क़ीमत पर चाहिए था दोस्त...यूँ तो बहुत कुछ सम्भाला है मैंने,अब खुद को संभालना मुश्किल हो रहा है दोस्त...हार तो हम दोनों की हुई दोस्त,तुम वफा ना कर पाए और हम दगा ना कर पाए...बगैर मिले तुमसे प्यार हुआ था,बगैर मिले सब खत्म भी हो गया दोस्त...होठों पर बेसक शिकायतों का काफिला हैं,आंखों में गले लगाने की तलब आज भी है दोस्त...तेरे दीदार से पहले की बात है दोस्त,हम जैसे लोग इश्क से दूर रहा करते थे...जो हमने माँगी थी साथ मिलकर,वही दुआएँ आज रुला रहीं हैं दोस्त...रिश्ते और रास्ते तब ख़त्म हो जाते हैं दोस्त,जब पाँव नहीं दिल थक जाते हैं...सिमटते जा रहे हैं दिल और ज़ज्बातों के रिश्ते,सौदा करने में जो माहिर है बस वही कामयाब है दोस्त...रेगिस्तान भी हरे हो जाते हैं,जब अपनों के साथ अपने खड़े हो जाते हैं दोस्त...हौंसलों का सबूत देना था किसी को दोस्त,इसलिए ठोकरें खा के भी मुस्कुरा पड़े...मर जाएं तो बढ़ जाती है इंसान की कीमत,जिंदा रहे तो जीने की सजा देती है ये दुनिया दोस्त...टूटे हुए लोग अक़्सर कोशिश करते हैं, दूसरों को जोड़ियों जोड़े रखने की दोस्त...उम्र के आख़िरी हिस्से में जब तुम तमाम उम्र का मुनाफ़ा जमा करोगे तो, मुझे खोने का ख़सारा फ़िर भी उस से ज़्यादा होगा दोस्त...दोस्त अनंत परीक्षाओं और इंतज़ार के पश्चात् भी,कुछ मुहब्बतों के भाग्य में मिलना नहीं होता है...राज 


Ten Inspirational Quotes With Explanation...

Note:These quotes highlight the importance of persistence, self-belief, and personal responsibility, offering guidance for overcoming obstacles and achieving success...

1. "The only way to do great work is to love what you do." – Steve Jobs

   Explanation: Passion fuels success. When you're truly invested in something, it drives you to excel beyond the ordinary...

   Life Lesson: Find what excites you, and success will naturally follow, as passion makes hard work feel rewarding...

2. "Success is not final, failure is not fatal: It is the courage to continue that counts." – Winston Churchill

   Explanation: Both success and failure are temporary. What matters is perseverance...
   
   Life Lesson: Don’t let setbacks define you. Keep moving forward, and you’ll ultimately achieve lasting success...

3. "It does not matter how slowly you go as long as you do not stop." – Confucius

   Explanation: Progress is progress, no matter how slow...

   Life Lesson: Patience and persistence will eventually lead you to your goals. It’s not about speed but steady movement toward your dreams...

4. "In the middle of difficulty lies opportunity." – Albert Einstein

   Explanation: Challenges often present hidden opportunities for growth and improvement...

   Life Lesson: View hardships as chances to learn and develop resilience. Overcoming obstacles strengthens your character...

5. "The best way to predict the future is to create it." – Peter Drucker

   Explanation: You have the power to shape your own destiny through your actions and decisions...
 
   Life Lesson: Take control of your life by actively working toward your goals instead of waiting for things to happen...

6. "You miss 100% of the shots you don't take." – Wayne Gretzky

  Explanation: Without trying, you'll never know what you can achieve...

  Life Lesson: Don’t be afraid to take risks or face failure. Every attempt is a step toward success, even if you don’t always hit the mark...

7. "Your time is limited, so don’t waste it living someone else’s life." – Steve Jobs

   Explanation: Life is too short to follow someone else’s path or seek their approval...

   Life Lesson: Focus on living authentically and following your passions instead of conforming to others' expectations...

8. "It always seems impossible until it’s done." – Nelson Mandela

   Explanation: What may seem unattainable becomes possible through perseverance...

  Life Lesson: Big goals often feel overwhelming at first, but with consistent effort, they become achievable. Keep pushing forward...

9. "Our greatest glory is not in never falling, but in rising every time we fall." – Confucius

   Explanation: Failure is a part of life, but what defines you is how you recover...

   Life Lesson: Resilience is the key to success. It’s not about avoiding mistakes, but how you bounce back from them...

10. "Be the change that you wish to see in the world." – Mahatma Gandhi

   Explanation: Personal responsibility is the first step toward making a difference...

   Life Lesson: Instead of waiting for others to change, lead by example. Positive change begins with your actions and attitude...

Friday, January 31, 2025

Raj's Sir Words



दोस्तों...खुशियों का कोई रास्ता नहीं होता खुश रहना ही एक रास्ता होता है...जो चाहा वो मिल जाना सफलता है और जो मिला उसे चाहना प्रसन्नता. सोच और नियत अच्छी हो तो ऊपर वाला तक़दीर एक न एक दिन जरूर बदल देता है...क्रोध हवा का वह झोंका है जो बुद्धि और विवेक के दीपक को बुझा देता है इससे बचे रहे...वो सब देख रहा हैं आपका प्रार्थना, संघर्ष, तकलीफ़े, संयम और कर्म उसके CCTV से कोई वंचित नहीं इस बात का विशेष ध्यान रखिये....तीन बेहतरीन सलाह...पहला सोचो मत शुरुआत करो... दूसरा वादा मत करो साबित करो और last one बताओ मत करके दिखाओ...एक बात हमेशा याद रखना एकांत में किताबों के साथ किया युद्ध हमे सुल्तान ही नहीं बादशाह बना देता है इसलिए कुछ ना कुछ पढ़ते रहे...अगर आप नज़र अन्दाज़ करने के माहिर नहीं है तो आप बहुत कुछ खोयेंगे और सब से पहले अपना सुकून इसलिए औरो की बातो पर ध्यान कदापि मत दीजिये...बिना परीक्षा वाली जिंदगी का कोई मूल्य नहीं है. जिंदगी आपको वो नहीं देगी जो आपको चाहिए.जिंदगी आपको वो देगी जिसके आप काबिल हो...महान बनने का कोई विद्यालय नहीं होता आपके कर्म, वाणी, व्यवहार आचरण आपको महान बनाते है.जो हम दूसरों के साथ व्यवहार करते हैं, वही हमारी असली पहचान बनता है। यह हमारे अंदर की अच्छाई और ईमानदारी से ही प्रतीत होता है...ऐसा व्यक्तित्व बनाओ उपस्थिति का पता न चले परंतु अनुपस्थिति का एहसास सभीको अवश्य हो. एक शांत और प्रभावशाली व्यक्तित्व वह होता है जो बिना दिखावे के अपनी मूल्यवानता और योगदान से लोगों के जीवन में बदलाव लाता है...ज़िन्दगी ख़ुद की है तो उम्मीद भी ख़ुद से रखिए...दुनिया की सबसे अच्छी किताब हम स्वयं है. ख़ुद को समझ लीजिए सभी समस्याओं का समाधान हो जाएगा.उदय किसी का अचानक से नही होता,सूर्य भी धीरे धीरे निकलता है और ऊपर उठता है। एक दूसरे पर तीन एहसान जरूर करें...नफा नहीं दे सकते तो नुकसान न करे...खुश नहीं कर सकते तो दुखी न करे...तारीफ नहीं कर सकते तो बुराई न करे...Raj Sir

जिनका किस्मत में नहीं होता है मिलना,उनसे मोहब्बत कमाल की होती है दोस्त...ख़ामोशी से खत्म हुए रिश्ते,दिल पर गहरा निशान छोड़ जाते हैं दोस्त...बिना तेरे मेरी हर खुशी अधूरी है दोस्त,सोच तू मेरे लिए कितनी जरूरी थी...सब कुछ ज़िंदगी में नहीं मिलता दोस्त,कुछ चीज़े मुस्कुराते हुए छोड़नी पड़ती हैं...सूरज की रोशनी तो मुझे चाहिए ही थीं, मगर चाहत ये भी थीं कि कभी दोपहर न हो दोस्त...कुछ चीज़ें ज़िन्दगी उस वक़्त देती है,जब मन ही मर जाता है दोस्त...कौन किसके लिए कितना कीमती है,ये वक़्त तय करता है दोस्त...व्यावहारिक नही अब दुनिया व्यावसायिक हो गई है दोस्त,रिश्ते उनसे मधुर है जिनसे मुनाफा अधिक है…फ़ूल गवाह हैं इस बात के दोस्त,कि अक्सर तोड़े वही जाते हैं जो दिल के अच्छे होते हैं...पत्थर एक बार मंदिर गया भगवान बन गया,आदमी जिंदगी भर मंदिर गया लेकिन इंसान नहीं बन पाया दोस्त...सिर्फ़ प्रेम ही ऐसा नशा है जो कभी नहीं उतरता, प्रेमी विदा हो सकते है प्रेम नहीं दोस्त...आज जिनकी नज़रों में हम ग़लत हैं,हमने उनका बहुत भला किया है दोस्त...एक उम्मीद बाक़ी है अभी मुझमें,सुना है वो सबकुछ छीन कर बहुत कुछ देता है दोस्त...जो दूसरों के हक़ और सुकून पर कब्जा करता है, उसका चैन और सुकून भी उससे दूर हो जाता है दोस्त...जो दूसरों का हक और ख़ुशी छीन लेता है, उसके दुख की उम्र लम्बी होती है दोस्त...जरूरी नहीं कि हर रिश्ता लम्हों में ढूंढा जाए,कुछ रिश्ते अधूरे होकर भी मुकम्मल होते है दोस्त...मैं ढूंढता हूं खुद में खुद ही को,शायद मैं अब वो नहीं जो कभी हुआ करता था दोस्त...अजीब खेल का मैदान है ये दुनिया भी दोस्त,जिसको जीत चुके थे उसी से हार गए...किसी का पहला प्यार बनने के लिए,हमें उसकी आखिरी पसंद बननी पड़ती है दोस्त...खामोशी समझदारी भी है और मज़बूरी भी,कहीं नज़दीकियाँ बढ़ाती है और कहीं दूरी भी दोस्त...सच में दोस्त कुछ मोहब्बतें लाख कोशिशों और इंतज़ार के बाद भी मुकम्मल नहीं हो पातीं...दुनिया को पसंद हैं गर्दन झुखाए हुए लोग,मेरा कसूर की मै सर उठा के चलता हूं दोस्त...जो हूँ जैसा हूँ अपने आप में लाजबाब हूँ,औरों की निगाहों से खुद को क्यों परखूं दोस्त...सुबह की पहली किरण की तरह मुस्कुराओ,फूलों की तरह महको और पंछियों की तरह गुनगुनाओ दोस्त...ऐ दुआ है तहे दिल से दोस्त...राज 

HOW TO RESPECT YOURSELF...

1 Stop looking for who is not looking for you...

2 Stop comparing to others...

3 Stop saying more than necessary.

4 When people disrespect you, confront them immediately...

5 Don't eat other people's food more than they eat yours...

6 Reduce how you visit some people, especially if they don't reciprocate it...

7 Invest in yourself. Make yourself happy...

8 Stop entertaining gossip about other people...

9 Think before you talk. 80% of how people value you is what comes out of your mouth...

10 Always look your best. Dress the way you should be addressed...

11 Be an achiever. Get busy with your goals... 

12 Respect your time...

13 Don't stay in a relationship where you don't feel respected and valued. Walk away.

14 Learn to spend money on yourself. That's how people will learn to spend on you...

15 Be scarce sometimes...

16 Be a giver more than a receiver...

17 Don't go where you are not invited. And when invited don't overstay your welcome...

18 Treat people exactly the way you want to be treated...

19 Except they owe you money, two call attempts is enough. If they value you they will call you back...

20 Be good at what you do...

Have a Dashing Day My Dear Friends...

Saturday, January 18, 2025

Raj's Sir Words



दोस्तों...जिसके होने से मिलती है इज्जत उसे ये दुनिया पैसा कहती है पर वास्तव में ऐसा कुछ भी नहीं है.महत्व इंसान और धन का नही उसके अच्छे चरित्र, स्वभाव, संस्कार और व्यवहार का होता है। यदि यकीन न हो तो कुछ लोगो का बायोग्राफी पढ़ कर देख लीजिये यक़ीनन समझ जायेंगे जैसे की...The Father of Indian constitution Honorable & Respectable Dr. B. R. Ambedker Sir...Qualified & Specialized The Missile Man of India पूजनीय Dr. A. P. J. Abdul Kalam Sir... The Symbol of Struggle Wonderful & Dynamic Personality Abraham Lincan Sir... The Symbol of Humanity & Morality पूजनीय स्वामी विवेकानंद सर...The Symbol of Dedication & Loyalty सम्मानीय Mother Teresa Ma'am...The Symbol of Patience & Perseverance World wide Eminent Woman Nelson Mandela Ma'am...साहस एक ऐसी ताकत है जिससे डर को भी डर लगता है! किसी भी कार्य मे एक्सपर्ट बनने का एकमात्र तरीका प्रैक्टिस करते रहना क्यूंकि अभ्यास असंभव को भी संभव बना देता...उस उड़ान से उम्मीद रखे जो आपकी खुद की हो.आशाओं भरा सबेरा नई उम्मीदें लाता है इसलिए हमेशा उत्साहित रहने की कोशिश करे.कामयाबी सुबह के जैसी होती है माँगने पर नहीं जागने पर मिलती है! ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है.लोगों का काम है सामने से सलाम करना पीछे से बदनाम करना...घमंड का कीड़ा इंसान के दिमाग को बीमार बना देता है जो किसी भी व्यक्ति के विनाश का कारण होता है.इससे अपने आप को जितना हो सके उतना दूर रखे...जो दिल मे है उसे कहने की हिम्मत रखिए और जो दूसरो के दिल में है उसे समझने का हुनर...धोखा, गद्दारी, चुगली,बेईमानी और बेइज्जती जैसी घटिया शब्दो से दुरी बना कर रखे ताकि आपके जिंदगी पर कोई दाग न लगे...मेहनत आदत हो तो कामयाबी दोस्त बन जाती है.कर्म का गणित बहुत सीधा हैं कर भला तो हो भला...अच्छाई और भलाई ऐसी इन्वेस्टमेंट हैं जो कभी बेकार नहीं जाती। पूरी दुनिया जीत सकते हैं संस्कार से और जीता हुआ सब कुछ हार सकते हैं अहंकार से...Raj Sir

वख्त तुमको बताएगा हम कितने कीमती थे...

क्या खूब लिखा है किसी शायर ने दोस्त...मैं अपनी रूह की पोशाक भी तुझे दे दूं,तू इसमें रहने का फैसला तो कर...मैंने काटे है जवानी के 23 साल अकेले दोस्त,किसी बाप की गुड़िया को कभी खिलौना नही समझा...किसी के साथ सोना ही इश्क़ नहीं होता दोस्त,किसी की यादो में होना भी बेपनाह इश्क़ है...सुंदरता किसी मर्द को बांध कर नहीं रख सकती, क्यूंकि वफादार मर्द खुबसूरती के मोहताज नहीं होते दोस्त...गर्व है मुझे मेरे अपने दिल पर, वो जलता है टूटता हैं फिर भी धड़कता हैं दोस्त...कटी पतंग की तरह आ रही थी वो मेरी तरफ,उसे भी लूट लिया ऊंचे मकान वालो ने दोस्त...वक़्त गुज़ारने का दौर है दोस्त,अदाकार मिलते हैं जिंदगी में वफ़ादार नहीं...कई झूठ इतने बड़ें होते हैं न दोस्त,की वो हक़ीक़त को छोटा कर देते हैं...इश्क़ का वरदान है दोस्त,हारे हुए आशिक जीते हुए आशिकों से ज्यादा खुश दिखते...वख्त तुमको बताएगा हम कितने कीमती थे दोस्त...ज्यादा खींचकर उलझाने से बेहतर है, ढील देकर जाने देना चाहे वो पतंग हो या फिर रिश्ता दोस्त...मोहब्बत भी एक कटी पतंग तरह है दोस्त,गिरती वहीं है जिसकी बड़ी छत होती है...जहर का जाइका उनसे मत पूछो,जिनको सारी उम्र सांप मिले हो दोस्त...इंसान की आधी मौत तब ही हो जाती है,जब उसका मनपसंद इंसान बदल जाता है दोस्त...भरोसा है, परवाह है, हमदर्दी है और थोड़ी सी तकरार है, शायद इसी का नाम बेइंतहा प्यार दोस्त...मर्दों को रोते हुए देखने का मौका,सिर्फ उनकी प्रेमिका को मिला है पत्नी को नहीं दोस्त...दुनिया वो किताब है जो कभी पढ़ी नहीं जा सकती,जमाना वह अध्यापक है जो सब कुछ सिखा देता है दोस्त...बात अगर आत्मसम्मान की हो तो मै कुछ इस तरह का हूं दोस्त,बहुत कुछ छोड़ आया हूं और बहुत कुछ छोड़ भी सकता हूं...राज 

41 Empowerment Lines for Youths...

1. Privacy is power. What people don’t know they can’t ruin. Keep it private, people love to ruin things...

2. The cost of growth is sometimes loneliness. Learn the art of loneliness...

3. Everything is temporary. Be reminded, nothing last forever even the life you are given so stay humble...

4. So many people are fighting silent battles. Be kind...

5. Your partner is a reflection of you. Choose wisely. More reason why you must go after her VALUE SYSTEM And not only the physique...

6. Your mental health is more important than anyone’s feelings. This is something you need to be selfish about...

7. You don’t need more time. You need less distractions. Learn to be focused...

8. Be selfish with your time. A lot of people don't deserve it...

9. Go where your LOVED, APPRECIATED, a priority, recognized, respected and valued without having to ask...

10. Self love isn't selfish...

11. Anyone who makes your life even a little bit easier is a big blessing. Hold unto them, they are few out there...

12. Choose your circle wisely, whoever you allow into your space can affect your state of mind...

13. Peace of mind is priceless...

14. Stop being desperate to be in love and just live...

15. Be around people who have that “grow together” mentality...

16. No regrets in life, just lesson learned the hard way. Dust yourself up and keep pushing...

17. Go for someone who is proud to have you...

18. Never give up everyone has bad days, pick yourself up and keep going...

19. If you get tired, learn to pull back and rest, not to Quit...

20. Disappear. Come back better...

21. Learning from people's success is smart, learning from people's mistakes is genius...

22. How to be happy: don't expect anything from anyone. Don't, people owe you nothing...

23. Everything is going to be alright, maybe not today, but eventually. Always keep a positive and optimistic mindset...

24. Keep grinding. Your day is coming...

25. It’s so attractive when you get the same effort you give...

26. Stop being considerate in situations where you aren’t considered...

27. If nobody will help you, do it alone. And don't complain...

28. Be obsessed with improving yourself.

29. A conversation about how you feel is not supposed to end in a argument...

30. “I’ll do it tomorrow” is a big scam...

31. Don’t be the same, be better...

32. Better to wait than force things to happen...

33. Not everyone will understand you and that's okay...

34. Heal so you don’t become the people that traumatized you...

35. keep your circle small, keep only friends that have senses...

36. If they need you temporarily, ignore them permanently...

37. Everyone leaves. Learn how to survive alone...

38. Disappear if you have to. Focus on you...

39. People start hating you when they cannot control you...

40. Focus on improving yourself, not proving yourself...

41. Never, ever, run back to what broke you.Keep pushing...


Have a Great Day all of You...❤️💐🌹🌷

Wednesday, January 15, 2025

क्या अहंकार का त्याग संभव है ?...



क्या अहंकार का त्याग संभव है ?आईये आज ओशो के विचारों और प्रवचनों से जाने कि कोई भी मनुष्य अपने अहंकार, क्रोध और इर्षा का त्याग कैसे कर सकता है...ओशो ने बताया अहंकार का त्याग कैसे करें ?

यह असंभव है। अहंकार का त्याग नहीं किया जा सकता क्योंकि अहंकार का कोई अस्तित्व नहीं है। अहंकार केवल एक विचार है: उसमें कोई सार नहीं है। यह कुछ नहीं है - यह सिर्फ शुद्ध कुछ भी नहीं है। तुम इस पर भरोसा करके इसे वास्तविकता दे देते हो। तुम भरोसा छोड़ सकते हो और वास्तविकता गायब हो जाती है, लुप्त हो जाती है।

अहंकार एक तरह का अभाव है। अहंकार इसलिए है क्योंकि तुम स्वयं को नहीं जानते। जिस क्षण तुम स्वयं को जान लेते हो, कोई अहंकार नहीं पाओगे। अहंकार अंधकार के समान है; अंधकार का अपना कोई सकारात्मक अस्तित्व नहीं होता; यह बस प्रकाश का अभाव है। तुम अंधकार से लड़ नहीं सकते, या लड़ सकते हो? तुम अंधकार को कमरे के बाहर नहीं फेंक सकते; तुम उसे बाहर नहीं निकाल सकते, तुम उसे भीतर नहीं ला सकते। तुम अंधकार के साथ सीधे-सीधे कुछ नहीं कर सकते, इसके लिए तुम्हे प्रकाश के साथ कुछ करना होगा। यदि तुम प्रकाश करो तब अंधेरा नहीं रह जाएगा; यदि तुम प्रकाश बुझा दो, वहां अंधेरा है।

अंधकार प्रकाश का अभाव है, अहंकार भी ऐसा ही है: आत्म-ज्ञान का अभाव। तुम उसका त्याग नहीं कर सकते। तुम्हे बार-बार ये कहा गया है: "अपने अहंकार को मारो"--और यह वाक्य साफ तौर पर बेतुका है, क्योंकि जिस चीज का कोई अस्तित्व ही नहीं उसका त्याग भी नहीं किया जा सकता। और यदि तुम उसका त्याग करने की कोशिश भी करोगे, जो उपस्थित ही नहीं है, तो तुम एक नया अहंकार पैदा कर लोगे--विनम्र होने का अहंकार, निरहंकार होने का अहंकार, उस व्यक्ति का अहंकार जो सोचता है कि उसने अपने अहंकार का त्याग दे दिया। यह फिर से एक नए प्रकार का अंधकार होगा।

नहीं, मैं तुमसे अहंकार का त्याग करने के लिए नहीं कहता। इसके विपरीत, मैं कहूंगा कि यह देखने की कोशिश करो कि अहंकार है कहां? इसकी गहराई में देखो; इसे पकड़ने कि कोशिश करो कि आखिर यह है कहां, या फिर यह वास्तविकता में है भी या नहीं। किसी भी चीज का त्याग करने से पहले उसकी उपस्थिति का पक्का कर लेना चाहिए।

पर आरम्भ से ही इसके विरोध में ना चले जाओ। यदि तुम इसका विरोध करते हो तो तुम इसको गहराई से नहीं देख सकोगे। किसी भी बात के विरोध में जाने की आवश्यकता नहीं है। अहंकार तुम्हारा अनुभव है--स्पष्ट दिख सकता है पर है तो तुम्हारा अनुभव ही। तुम्हारा पूरा जीवन अहंकार की घटनाओ के आस-पास घूमता है। हो सकता है यह सब स्वप्न हो, पर तुम्हारे लिए तो यह बिल्कुल सत्य है।

इसका विरोध करने की कोई जरूरत नहीं। इसमें गहरी डुबकी लगाओ, भीतर प्रवेश करो। इसमें प्रवेश करने का अर्थ है अपने घर में जागरूकता ले आना, अंधकार में प्रकाश ले आना। सावधान रहो सतर्क रहो। अहंकार के ढंगो को देखो, यह कैसे काम करता है, आखिर कैसे यह संचालित करता है। और तुम हैरान हो जाओगे; जितने गहरे तुम इसमें जाते हो यह उतना ही दिखाई नहीं पड़ता। और जब तुम अपने भीतरतम के केंद्र में प्रवेश कर जाते हो, तुम कुछ बिल्कुल ही अलग बात पाओगे जो कि अहंकार नहीं है। जो कि निरहंकारिता है। यह स्वयं का भाव है, स्वयं की पराकाष्ठा है --यह भगवत्ता है। तुम अब एक अलग सत्ता के रूप में मिट गए; अब तुम कोई निर्जन द्वीप नहीं हो, तुम पूर्ण का हिस्सा हो।

प्रेम क्या है...




प्रेम क्या है और अगर ये सत्य है तो इसमें शर्तें क्योँ है ? प्रेम और सच्चे प्रेम में बहुत भेद है, क्योंकि प्रेम बहुत तलों पर अभिव्यक्त हो सकता है। जब प्रेम अपने शुद्धतम रूप में प्रकट होता है--अकारण, बेशर्त--तब मंदिर बन जाता है। और जब प्रेम अपने अशुद्धतम रूप में प्रकट होता है, वासना की भांति, शोषण और हिंसा की भांति,र् ईष्या-द्वेष की भांति, आधिपत्य, पजेशन की भांति, तब कारागृह बन जाता है।

कारागृह का अर्थ है: जिससे तुम बाहर होना चाहो और हो न सको। कारागृह का अर्थ है: जो तुम्हारे व्यक्तित्व पर सब तरफ से बंधन की भांति बोझिल हो जाए, जो तुम्हें विकास न दे, छाती पर पत्थर की तरह लटक जाए और तुम्हें डुबाए। कारागृह का अर्थ है: जिसके भीतर तुम तड़फड़ाओ मुक्त होने के लिए और मुक्त न हो सको; द्वार बंद हों, हाथ-पैरों पर जंजीरें पड़ी हों, पंख काट दिए गए हों। कारागृह का अर्थ है: जिसके ऊपर और जिससे पार जाने का उपाय न सूझे।

मंदिर का अर्थ है: जिसका द्वार खुला हो; जैसे तुम भीतर आए हो वैसे ही बाहर जाना चाहो तो कोई प्रतिबंध न हो, कोई पैरों को पकड़े न; भीतर आने के लिए जितनी आजादी थी उतनी ही बाहर जाने की आजादी हो। मंदिर से तुम बाहर न जाना चाहोगे, लेकिन बाहर जाने की आजादी सदा मौजूद है। कारागृह से तुम हर क्षण बाहर जाना चाहोगे, और द्वार बंद हो गया! और निकलने का मार्ग न रहा!

मंदिर का अर्थ है: जो तुम्हें अपने से पार ले जाए; जहां से अतिक्रमण हो सके; जो सदा और ऊपर, और ऊपर ले जाने की सुविधा दे। चाहे तुम प्रेम में किसी के पड़े हो और प्रारंभ अशुद्ध रहा हो; लेकिन जैसे-जैसे प्रेम गहरा होने लगे वैसे-वैसे शुद्धि बढ़ने लगे। चाहे प्रेम शरीर का आकर्षण रहा हो; लेकिन जैसे ही प्रेम की यात्रा शुरू हो, प्रेम शरीर का आकर्षण न रह कर दो मनों के बीच का खिंचाव हो जाए, और यात्रा के अंत-अंत तक मन का खिंचाव भी न रह जाए, दो आत्माओं का मिलन बन जाए।

जिस प्रेम में अंततः तुम्हें परमात्मा का दर्शन हो सके वह तो मंदिर है, और जिस प्रेम में तुम्हें तुम्हारे पशु के अतिरिक्त किसी की प्रतीति न हो सके वह कारागृह है। और प्रेम दोनों हो सकता है, क्योंकि तुम दोनों हो। तुम पशु भी हो और परमात्मा भी। तुम एक सीढ़ी हो जिसका एक छोर पशु के पास टिका है और जिसका दूसरा छोर परमात्मा के पास है। और यह तुम्हारे ऊपर निर्भर है कि तुम सीढ़ी से ऊपर जाते हो या नीचे उतरते हो। सीढ़ी एक ही है, उसी सीढ़ी का नाम प्रेम है; सिर्फ दिशा बदल जाएगी। जिन सीढ़ियों से चढ़ कर तुम मेरे पास आए हो उन्हीं सीढ़ियों से उतर कर तुम मुझसे दूर भी जाओगे। सीढ़ियां वही होंगी, तुम भी वही होओगे, पैर भी वही होंगे, पैरों की शक्ति जैसा आने में उपयोग आई है वैसे ही जाने में भी उपयोग होगी, सब कुछ वही होगा; सिर्फ तुम्हारी दिशा बदल जाएगी। एक दिशा थी जब तुम्हारी आंखें ऊपर लगी थीं, आकाश की तरफ, और पैर तुम्हारी आंखों का अनुसरण कर रहे थे; दूसरी दिशा होगी, तुम्हारी आंखें जमीन पर लगी होंगी, नीचाइयों की तरफ, और तुम्हारे पैर उसका अनुसरण कर रहे होंगे।

साधारणतः प्रेम तुम्हें पशु में उतार देता है। इसलिए तो प्रेम से लोग इतने भयभीत हो गए हैं; घृणा से भी इतने नहीं डरते जितने प्रेम से डरते हैं; शत्रु से भी इतना भय नहीं लगता जितना मित्र से भय लगता है। क्योंकि शत्रु क्या बिगाड़ लेगा? शत्रु और तुम में तो बड़ा फासला है, दूरी है। लेकिन मित्र बहुत कुछ बिगाड़ सकता है। और प्रेमी तो तुम्हें बिलकुल नष्ट कर सकता है, क्योंकि तुमने इतने पास आने का अवसर दिया है। प्रेमी तो तुम्हें बिलकुल नीचे उतार सकता है नरकों में। इसलिए प्रेम में लोगों को नरक की पहली झलक मिलती है। इसलिए तो लोग भाग खड़े होते हैं प्रेम की दुनिया से, भगोड़े बन जाते हैं। सारी दुनिया में धर्मों ने सिखाया है: प्रेम से बचो। कारण क्या होगा? कारण यही है कि देखा कि सौ में निन्यानबे तो प्रेम में सिर्फ डूबते हैं और नष्ट होते हैं।

प्रेम की कुछ भूल नहीं है; डूबने वालों की भूल है। और मैं तुमसे कहता हूं, जो प्रेम में नरक में उतर जाते थे वे प्रार्थना से भी नरक में ही उतरेंगे, क्योंकि प्रार्थना प्रेम का ही एक रूप है। और जो घर में प्रेम की सीढ़ी से नीचे उतरते थे वे आश्रम में भी प्रार्थना की सीढ़ी से नीचे ही उतरेंगे। असली सवाल सीढ़ी को बदलने का नहीं है, न सीढ़ी से भाग जाने का है; असली सवाल तो खुद की दिशा को बदलने का है।

तो मैं तुमसे नहीं कहता हूं कि तुम संसार को छोड़ कर भाग जाना; क्योंकि भागने वाले कुछ नहीं पाते। सीढ़ी को छोड़ कर जो भाग गया, एक बात पक्की है कि वह नरक में नहीं उतर सकेगा; लेकिन दूसरी बात भी पक्की है कि स्वर्ग में कैसे उठेगा? तुम खतरे में जीते हो, संन्यासी सुरक्षा में; नरक में जाने का उसका उपाय उसने बंद कर दिया। लेकिन साथ ही स्वर्ग जाने का उपाय भी बंद हो गया। क्योंकि वे एक ही सीढ़ी के दो नाम हैं। संन्यासी, जो भाग गया है संसार से, वह तुम्हारे जैसे दुख में नहीं रहेगा, यह बात तय है; लेकिन तुम जिस सुख को पा सकते थे, उसकी संभावना भी उसकी खो गई। माना कि तुम नरक में हो, लेकिन तुम स्वर्ग में हो सकते हो--और उसी सीढ़ी से जिससे तुम नरक में उतरे हो। सौ में निन्यानबे लोग नीचे की तरफ उतरते हैं, लेकिन यह कोई सीढ़ी का कसूर नहीं है; यह तुम्हारी ही भूल है।और स्वयं को न बदल कर सीढ़ी पर कसूर देना, स्वयं की आत्मक्रांति न करके सीढ़ी की निंदा करना बड़ी गहरी नासमझी है। अगर सीढ़ी तुम्हें नरक की तरफ उतार रही है तो पक्का जान लेना कि यही सीढ़ी तुम्हें स्वर्ग की तरफ उठा सकेगी। तुम्हें दिशा बदलनी है, भागना नहीं है। क्या होगा दिशा का रूपांतरण?

जब तुम किसी को प्रेम करते हो--वह कोई भी हो, मां हो, पिता हो, पत्नी हो, प्रेयसी हो, मित्र हो, बेटा हो, बेटी हो, कोई भी हो--प्रेम का गुण तो एक है; किससे प्रेम करते हो, यह बड़ा सवाल नहीं है। जब भी तुम प्रेम करते हो तो दो संभावनाएं हैं। एक तो यह कि जिसे तुम प्रेम करना चाहते हो, या जिसे तुम प्रेम करते हो, उस पर तुम प्रेम के माध्यम से आधिपत्य करना चाहो, मालकियत करना चाहो। तुम नरक की तरफ उतरने शुरू हो गए। प्रेम जहां पजेशन बनता है, प्रेम जहां परिग्रह बनता है, प्रेम जहां आधिपत्य लाता है, प्रेम न रहा; यात्रा गलत हो गई। जिसे तुमने प्रेम किया है, उसके तुम मालिक बनना चाहो; बस भूल हो गई। क्योंकि मालिक तुम जिसके भी बन जाते हो, तुमने उसे गुलाम बना दिया। और जब तुम किसी को गुलाम बनाते हो तो याद रखना, उसने भी तुम्हें गुलाम बना दिया। क्योंकि गुलामी एकतरफा नहीं हो सकती; वह दोधारी धार है। जब भी तुम किसी को गुलाम बनाओगे, तुम भी उसके गुलाम बन जाओगे। यह हो सकता है कि तुम छाती पर ऊपर बैठे होओ और वह नीचे पड़ा है; लेकिन न तो वह तुम्हें छोड़ कर भाग सकता है, न तुम उसे छोड़ कर भाग सकते हो। गुलामी पारस्परिक है। तुम भी उससे बंध गए हो जिसे तुमने बांध लिया। बंधन कभी एकतरफा नहीं होता। अगर तुमने आधिपत्य करना चाहा तो दिशा नीचे की तरफ शुरू हो गई। जिसे तुम प्रेम करो उसे मुक्त करना; तुम्हारा प्रेम उसके लिए मुक्ति बने। जितना ही तुम उसे मुक्त करोगे, तुम पाओगे कि तुम मुक्त होते चले जा रहे हो, क्योंकि मुक्ति भी दोधारी तलवार है। तुम जब अपने निकट के लोगों को मुक्त करते हो तब तुम अपने को भी मुक्त कर रहे हो; क्योंकि जिसे तुमने मुक्त किया, उसके द्वारा तुम्हें गुलाम बनाए जाने का उपाय नष्ट कर दिया तुमने। जो तुम देते हो वही तुम्हें उत्तर में मिलता है। जब तुम गाली देते हो तब गालियों की वर्षा हो जाती है। जब तुम फूल देते हो तब फूल लौट आते हैं। संसार तो प्रतिध्वनि करता है। संसार तो एक दर्पण है जिसमें तुम्हें अपना ही चेहरा हजार-हजार रूपों में दिखाई पड़ता है।