पिताजी के वो डायलॉग्स...
जो बचपन में सिर्फ "शब्द" लगे थे,
पर आज "सबक" बन गए हैं!
1. "पढ़ाई पर ध्यान दो, बाकी सब बाद में!"
2. "मैं जो कर रहा हूं, सब तुम्हारे लिए कर रहा हूं।"
3. "खुद के पैरों पर खड़ा होना सीख।"
4. "मेरे जैसे मत बन, मुझसे अच्छा बन।"
5. "बड़ा आदमी बन, लेकिन अच्छा इंसान पहले बन।"
6. "नाम रोशन करना, बस यही सपना है मेरा।"
7. "तेरी उम्र में मैं जिम्मेदारियां उठाता था।"
8. "खर्च सोच-समझकर करना, पैसे पेड़ पर नहीं उगते।"
9. "मां को कभी दुख मत देना, नहीं तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा।"
10. "बचपन जल्दी निकल जाएगा, सम्हल जा।"
11. "कमाना आसान है, इज्जत कमाना मुश्किल।"
12. "अपने फैसले खुद ले, लेकिन सोच समझकर।"
13. "दोस्ती सोच समझकर करना, सब तेरे जैसे नहीं होते।"
14. "हर वक्त तेरे पीछे नहीं रहूंगा, खुद लड़ना सीख।"
15. "जो भी कर, मेरा सिर ऊँचा होना चाहिए!"
16. "मुझे कुछ नहीं चाहिए बेटा, तू खुश रहे बस।"
17. "जो सीख रहा है, ज़िंदगी में काम आएगा।"
18. "ज़िंदगी में गिरा भी तो उठना सीख।"
19. "तेरे लिए ही तो सब कुछ कर रहा हूं बेटा।"
20. "जिस दिन खुद के लिए खड़ा होगा, उसी दिन मेरा सपना पूरा होगा।"
21. "तू बस मेहनत कर, किस्मत मैं संभाल लूंगा।"
22. "कभी भी झूठ मत बोलना, चाहे हालात कैसे भी हों।"
23. "तू मेरा बेटा है, खुद पर भरोसा रख।"
24. "बेटा कितना भी बड़ा हो जाए, बाप हमेशा बाप ही रहेगा।"
25. "जब मैं नहीं रहूंगा, तब समझेगा कि मैं क्या था।"
🥹 आज जब ये शब्द याद आते हैं, तो लगता है…
तब समझ नहीं आता था, पर आज ये हर वाक्य ज़िंदगी की नींव जैसा लगता है।
अगर आपके पिताजी ने भी कभी इनमें से कुछ कहा हो…
तो दिल से एक ❤️ ज़रूर भेजना...
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