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Tuesday, December 6, 2022
Special line फॉर my wish and choice...
आपका सबसे बड़ा शत्रु कौन...
दोस्तो क्रोध भी तब पुण्य बन जाता है, जब वह धर्म और मर्यादा के लिए किया जाए और सहनशीलता भी तब पाप बन जाती है जब वह धर्म और मर्यादा को बचा नहीं पाती... दोस्तो अपने पास मेहनत नाम का हथियार रखो, सफलता तो खुद आपकी गुलाम हो जायेगी, असफलता आपको तब तक नहीं मिल सकती जब तक आपकी सफलता पाने की इच्छा मजबूत है। हमारी सबसे बढ़ी कमज़ोरी है की हम छोड़ देते हैं सफलता का एक रास्ता है की एक बार और प्रयास किया जाये। सफलता हमेशा अकेले में गले लगाती है लेकिन असफलता हमेशा सबके सामने तमाचा मारती है। किसी भी कार्य का परिणाम रातो-रात नहीं आता, धैर्य के साथ मेहनत करते रहें,मंजिल किसी भी कार्य का परिणाम रातो-रात नहीं आता, धैर्य के साथ मेहनत करते रहें,मंजिल एक दिन आपको जरूर मिलेगी। दुनिया में किसी भी इंसान को पूरी तरह से गलत समझने से,पहले शान्तिपूर्वक उसकी हालात जानने की कोशिश अवश्य करें।,जिन्दगी में हमेशा सुख-दुख और मुश्किलें तो सदा ही आती जाती रहती हैं,ये कोई इंसानियत नहीं कि किसी को दुख-दर्द देकर मृत्यु के लिए विवश करें... Wonderful Saying As per Modern Life... ना जाने कितना बटोरने के लिए भागती है दुनिया चंद खुशी के लिए वक्त नहीं,जिंदगी में जब हर खुशियां हैं दामन में पर सुकून से एक हंसी के लिए वक्त नहीं,दुनिया में हर एक के आगे बड़ी-बड़ी बताते हैं असलियत में निभाने का वक्त नहीं,जिंदगी के सफर में रिश्तों को स्वार्थ से कुचल दिया और उन्हें दफनाने का वक्त नहीं... इस संसार में हर किसी को,अपने “ज्ञान” का “घमंड” हैं परन्तु,किसी को भी अपने “घमंड” का “ज्ञान” नहीं है... मनुष्य का कोई गुण ऐसा नही है, जिसे हर मनुष्य अपने मेँ पैदा ना कर सके या विकसित ना कर सके। सच जब तक घर से बाहर निकलता है, जब तक झूठ आधी दुनिया घूम लेता है... एक सफल व्यक्ति हमेशा कुछ अच्छा हासिल करने के लिए प्रेरित होता है,ना कि किसी को पराजित करने के लिए। जिंदगी में हर मौके का फ़ायदा उठाओ,मगर किसी की मज़बूरी और भरोसे का नहीं। जीवन में कभी भी निर्दोष और निर्धन का मजाक नहीं उड़ाना चाहिए... जिंदगी में कोई भी रास्ता अपने आप नही बनता,इंसान खुद बनाते है, इंसान जैसा रास्ता बनाता है,उसे वैसी ही मंजिल मिलती है... हार से मत घबराओ क्योकि जो सब कुछ हार जाता है उसके पास जीतने के अलावा कुछ नही बचता। ऊँचाई तक वहीं पहुँचते है,जो प्रतिशोध की बजाय परिवर्तन की सोच रखते हैं. उम्र से सम्मान" जरुर मिलता है पर "आदर" तो आपके व्यवहार से ही मिलेगा...अक्सर हमें थकान काम के कारण नहीं बल्कि चिंता, निराशा और असंतोष के कारण होती है। लोग क्या सोचेंगे इस बात की चिंता करने की बजाये क्यों ना कुछ ऐसा करने में समय लगाएं जिसे प्राप्त करने पर लोग आपकी प्रशंशा करेंं... शर्म की अमीरी से इज्जत की गरीबी अच्छी होती है...जब कोई देख कर भी अनदेखा करें समझे कि उनकी नजर आप पर ही है...राज कुमार
दोस्तो आप सबने ..इरा सिंघल , गौरव अग्रवाल , फैसल शाह , निशांत जैन , गोविन्द जयसवाल , रचित राज , हिमांशु अग्रवाल , रोमन सैनी , मेधा रूपम ..ये नाम तो सुने ही होंगे न ..? ...मेरा एक सवाल कैसा महसूस करते हो आप सब जब इनके बारे में पढ़ते हो , देखते हो या सुनते हो ... ? ...एक अजीब सी हलचल होती है न बदन में .. और कुछ कर गुजरने का जूनून एक दम से जाग उठता है ..?.. ..और सब बनना चाहते हैं इनकी तरह .. पर कभी सोचा है ये लोग क्या सोचते थे जब आपकी तरह तैयारी कर रहे थे ..... मेरे संपर्क में कई आईएएस ऑफिसर्स हैं एक बार इसी तरह बात बात में एक बार मैंने एक सवाल किया कि आज कल के लड़के जिस तरह किसी ना किसी को अपना रोल मॉडल मानते हैं ..जैसे मैं गौरव अग्रवाल जी जैसा बनूँगा , मैं इरा सिंघल जैसी बनूँगी ....क्या आपने भी उस दौरान किसी को अपना रोल मॉडल बनाया था ...?? ...उन्होंने जो उत्तर दिया वो मेरे दिल को छु कर गया ...उनका उत्तर था कि मैं ही खुद का सबसे बड़ा रोल मॉडल था "" ये परीक्षा मेरी थी , सपना मेरा था , मुझे ही आईएएस बनना था , मुझे खुद को साबित करना था... जब हर चीज में " मैं" ही था तो फिर किसी दूसरे को अपना रोल मॉडल कैसे बनाऊ ..? यहाँ पर मुझे ही खुद को साबित करना था !! ..उनके इस उत्तर के बाद एक और लोकप्रिय सवाल मैंने उनसे पूछ लिया कि "" जो युवा अब आईएएस कि तयारी करना चाहते हैं उनके लिए आपकी क्या राय होगी ""? ...उनका जवाब था कि आईएएस इंसान ही होते हैं और आज के युवा को अपना खुद का महत्व समझना होगा .."" अगर हम लोग सफल हो सकते हैं तो आप क्यों नहीं ..?''' दोस्तों सबसे बड़ी बात यही है ..क्या आपने कभी सोचा कि आपमें और उनमे जो सफल हो गए क्या फर्क है ? ..दो आँखे , दो हाथ , दो कान , सब कुछ एक ही जैसा है न .... अब ये मत कहियेगा कि सर मस्तिष्क में अंतर होता है ... जाओ एक अपनी उम्र के एक आईएएस अधिकारी का मस्तिष्क और अपना मस्तिष्क वजन करके देखो ... लगभग बराबर ही होंगे ,,, हो सकता है आपका ज्यादा भी हो ..अब बताइये ..? ..है कोई सवाल ...!! ... सफल व्यक्ति और असफल व्यक्ति में सिर्फ एक ही अंतर होता है जानते है क्या .. सफल व्यक्ति निरंतर किसी काम को करता जाता है और असफल व्यक्ति उसे कई टुकड़ो में करता है और रुक रुक कर करता है ...!! ..बहुत ही प्यारी लाइन्स हैं आपको पता होगा "" कोई भी लक्ष्य मनुष्य के इरादों से बढ़कर नहीं होता , मन लो तो हार है और ठान लो तो जीत !! ..अब देखिये लक्ष्य आपका है , इरादे भी आपके हैं , पढाई भी आपको ही करनी है , और आईएएस बनने के बाद लाल और नीली बत्ती भी आपको ही मिलनी हैं ..अपनी सैलेरी तो मुझे या किसी अन्य को दोगे नहीं ना ... तो फिर प्रतियोगिता किससे...? ..खुद से करो कि आपको खुद को साबित करना है ...हमेशा एक ही चीज याद रखो अगर वो लोग कर सकते हैं , तो फिर आप क्यों नहीं...
Some beautiful line...
संसार में जुबान की हिफाज़त दौलत से कहीं ज्यादा मुश्किल है,दुनिया में ऐसा कोई मनुष्य नहीं है, जो पूरी तरह से संतुष्ट और सुखी हो। जिसे कोई समस्या ही ना हो और सम्पूर्ण संसार में ऐसी कोई भी समस्या नहीं है जिसका कोई समाधान ही ना हो। यदि आप वही करते हैं जो आप हमेशा से ही करते आये हैं तो आपको वही मिलेगा जो हमेशा से ही मिलता आया है। जब अपने खफा होने लग जाएँ तो आप समझ लेना आप सही राह पर हैं। मनुष्य को अपने लक्ष्य में कामयाब होने के लिए खुद पर विश्वास होना बहुत ज़रूरी है। हमें हमेशा इतना बड़ा बनने का सोचना चाहिए कि हम उसको प्रोत्साहित कर सकें जो कि हमसे बेहतर है। एक अच्छा इंसान आपको हमेशा बुरा लगेगा जबकि एक बुरा व्यक्तित्व हमेशा आपको सम्मोहित करेगा। हमें काम के साथ साथ हमेशा कुछ समय का विराम लेना चाहिए, ताकि खुद के बारे में भी कुछ सोच सकें। सफलता पाने के लिए हमें पहले विश्वास करना होगा की हम कर सकते हैं। जिंदगी में कुछ बदलाव चाहते हो तो,बदलाव की शुरुआत पहले अपने आप से करो। दुनिया के डर से अपने फैसले बदलने वालों के फैसलों की कोई अहमियत नहीं होती है। अपनी अपनी जिंदगी में तो दुखी सभी हैं यह इसलिए क्योंकि कोई यहां अपने गमों और कर्मों से दुखी है, तो कोई यहां दूसरों के सुख और खुशियों से दुखी है। सब कुछ के होते हुए भी कोई यहां संतुष्ट नहीं है, ठीक इस प्रकार साहब कि सारा झगड़ा यहां ख्वाहिशों का है, ना तो किसी को अपने कर्मों गम चाहिए ना ही किसी को किसी से कम चाहिए। आज के दुनिया की यही सच्चाई है कि जब आपके जेब में रुपए हो तब दुनिया आपकी औकात देखती है और जब आपके जेब में रुपए ना हो तो दुनिया अपनी औकात दिखाती है। जहां में फर्क सिर्फ अपनी अपनी सोच का है क्योंकि जिंदगी की जो सीढ़ियां हमें ऊपर ले जाती है, वही सीढ़ियां हमें नीचे भी लेकर आती है इसलिए हमें अपने वक्त का ख्याल रखना चाहिए। जिंदगी में जो व्यक्ति शक, अंधविश्वास और झूठ के सहारे से अपना जीवन व्यतीत करता है, उस व्यक्ति के पास खोने के लिए स्वयं उसके खुद का अस्तित्व नहीं बचता जिन्दगी में खुद के लिए। इसलिए कहा गया है कि मनुष्य जब से जाग जाए उसे तभी से सवेरा समझना चाहिए सुख दुख दो पहलू हैं अर्थात मनुष्य जब से सुधर जाए उसका जीवन वहीं से शांत और सुखमय व्यतीत होने लगता है...
आपका सबसे बड़ा शत्रु कौन...
अगर कभी दुनियां में खोट नजर आए तो अपने आपको सुधारो अगर आप सुधर गए तो जमाना खुदबखुद सुधर जाएगा वैसे कहते हैं भी हैं कि हम जमाने से नहीं बल्कि जमाना हम से है
अगर जमाना आपका दुश्मन होता तो वह पानी हवा बारिश किसी में भी जहर मिला कर आपकी जान ले लेता अगर जमाना खराब होता तो साधुओं को जमाने में भगवान नजर नही आते अगर जमाना आपका दुश्मन होता तो आपको बचपन में ही गला दबाकर मार दिया गया होता। उपरोक्त में से कुछ भी आपके साथ नहीं किया गया है फिर भी आपको जमाना खराब नजर आता है तो आप से बड़ा आपका कोई शत्रु नही है जो समय के साथ नए नए दुश्मन बनाते चला जाता है अर्थात दुनियां को नए नए रूप में दुश्मन की नजर से देखता है हमारे खुद की आंखों में ही खोट होता है इसलिए तो धार्मिक सांस्कृतिक आर्थिक कार्यक्रम जैसे लोग कल्याण के कार्यक्रमों में भी खोट नजर आता है अपने अंदर की ये प्रतिस्पर्धा ऊंच नीच महिला पुरुष जैसे विचारों को त्यागकर सभी परमपिता परमेश्वर की अनुपम कृति हैं का रूप धारण करके देखेंगे तो दुनियां रंग बिरंगी नजर आयेगी जो एक परम सत्य है इसलिए अपने आपको सुधारो दुनियां खुदबखुद सुधर जायेगी...
अब बस तभी रुकना हैं, जब सफलता हमारे कदमों में हो...
ये आपका फैसला होगा कि आसमान की ऊंचाइयों से खूबसूरत दुनिया को देखते हो या असफलता के चौखट में ही रहकर सिमट जाते हो। क्या आप असफलता की चौखट पर ही अपना दम तोड़ देना चाहते हैं , क्या आप भूल गए कि आप घर से बाहर इसलिए निकले थे ताकि आप अपने सर पर जीत का ताज पहन के घर पहुंचे , क्या आप भूल गए उनके ख्वाहिशों को ,अरमानों को जिन्होंने आपके लिए वर्षों से संजो कर रखे हैं , आखिर हुआ क्या है आपको ,आखिर क्यों आप आज उस तरीके से नहीं लड़ रहे जिस तरीके से आप को लड़ना चाहिए ! क्यों आप उन कसमों से दूर भाग रहे हैं जो आपको जीत दिलाती हैं आखिर क्यों आप एक नादान परिंदे की तरह गुलामी की जंजीरों में जकड़े हुए खामोश बैठे हैं , क्यों अभी तक आपके अंदर का मानव जगा नहीं। बहुत कुछ तो मैं नहीं कहना चाहता पर इतना जरूर बता दूं कि आप वह है जिसके अंदर से ही शख्सियत निकलती है , आप वह है जो कर्मो का तूफ़ान पैदा कर इतिहास बदल सकता है , आप वह है जो लकीर को इतनी लंबी खींच सकता है कि आगे आने वाले वर्षों तक वह सुनहरा बनकर चमकता रहेगा ! वक्त बहुत नहीं है पर वक्त इतना जरूर है कि आप अपने जिंदगी को अपने जीवन को साकार कर जाइए। चमक थी और आपके कर्मों में एक तूफान था। आखिर क्यों आप थम सा गए हैं आपकी सिद्दत कहां गई , आपका जुनून कहां गया , ऐसा तो नहीं कि आप जिंदा लाश बन गए हैं ! जनाब याद रखिए दुनिया उन्हीं को याद रखती है जो याद रखने जैसा कुछ कर जाते हैं। कल का तो मुझे पता नहीं पर आपसे इतना जरूर कहूंगा कि आप इस कदर मेहनत करो की खुद को सुकून मिले ! इतिहास गवाह है इतिहास उन्हीं का लिखा जाता है जो संघर्षों से गुजरते हुए खुद को खुद के लिए खड़ा कर लेते हैं।याद रखिये वही इंसान हैं जो लड़ सकता है गिर के उठ सकता है जो हार के भी जीत सकता है और जीत के भी जीत सकता है ! आपके लिये चंद लाइने –हौंसले हो बुलंद तो हर मुश्किल को आसां बना देंगे ,
छोटी टहनियों की क्या बिसात, हम बरगद को ही हिला देंगे ! वो और हैं जो बैठ जाते हैं थक कर मंजिल से पहले , हम बुलंद हौंसलों के दम पर आसमां को ही झुका देंगे...हम कैसे हार मान सकते हैं अपनी मंजिल, अपने ख्वाबों से पहले, कैसे भाग सकते हैं अपनी जिम्मेदारियों से किसी के भी प्रति ! बहुत लोगों की उम्मीद की किरण हैं हम, चाहे वो हमारे माता-पिता हो, चाहे हो भाई बहन, चाहे हो रिस्तेदार कोई, चाहे तो हमारा अपना समाज (Society), चाहे हो शहर अपना, हो चाहे हमारा अपना देश...तो दोस्तो पूरी ताकत से जुट जाइये और अब बस तभी रुकना हैं जब सफलता हमारे कदमों में हो। ऐसी कोई चीज नहीं है, जो हम मेहनत, लगन व आत्मविश्वास से नहीं पा सकते. खुद पर भरोसा कर इंसान अपनी किस्मत खुद बना सकता है...
समस्याओं का समाधान कैसे करें...
आज के समय में हर इन्सान की सबसे बड़ी यही चाहत है कि उसका जीवन और लाइफस्टाइल बेहतर से बेहतर हो लेकिन इस बेहतर जीवन की चाहत में इन्सान पैसों और धन को सबसे प्रमुख स्थान देता है एक कहावत के अनुसार पैसा ही सबकुछ नही होता है लेकिन जहां तक पैसों का सवाल है पैसों से सुख के संसाधन तो खरीदे जा सकते हैं लेकिन सुख नही खरीद सकते हैं ठीक उसी प्रकार पैसों से बिस्तर तो खरीदे सकते हैं लेकिन कभी भी पैसों से नीद नही खरीद सकते हैं...कहने का आशय यही है कि इन्सान काल्पनिक सुख की चाहत में अपने जीवन के वास्तविक सुख को खो दे रहा है और फिर उसी वास्तविक सुख की तलाश में इधर उधर भटकता फिरता है और अंत में उसे यही समझ में आता है कि मानव सेवा तथा भलाई और मानव परोपकार ही सबसे बड़ा सुख देने वाला होता है... यदि हमें अपना जीवन सुंदर और बेहतर बनाना है तो हमें हमेशा दूसरों की मदद करनी चाहिए क्योंकि जो लोग दूसरों की मदद में आगे आते हैं आवश्यकता पड़ने पर उस व्यक्ति की मदद में ईश्वर खुद स्वयं मदद करने आते हैं...
एक कहानी पर हकीकत...
समुद्र के किनारे जब एक लहर आयी तो एक बच्चे का चप्पल ही अपने साथ बहा ले गई| बच्चा रेत पर अंगुली से लिखता है "समुद्र चोर है"| उसी समुद्र के एक दूसरे किनारे कुछ मछुआरे बहुत सारी मछली पकड़ लेते हैं| वह उसी रेत पर लिखता है "समुद्र मेरापालनहार है"| एक युवक समुद्र में डूब कर मर जाता है| उसकी मां रेत पर लिखती है "समुद्र हत्यारा है"| एक दूसरे किनारे एक गरीब बूढ़ा टेढ़ी कमर लिए रेत पर टहल रहा था| उसे एक बड़े सीप में एक अनमोल मोती मिल गया| वह रेत पर लिखता है "समुद्र दानी है" अचानक एक बड़ी लहर आती है
और सारे लिखा मिटा कर चली जाती है| लोग जो भी कहे समुद्र के बारे में लेकिन विशाल समुद्र अपनी लहरों में मस्त रहता है| अपने तुफान और शांति वह अपने हिसाब से तय करता है| अगर विशाल समुद्र बनना है तो किसी के निर्णय पर अपना ध्यान ना दें| जो करना है अपने हिसाब से करें| जो गुजर गया उसकी चिंता में ना रहे| हार जीत, खोना पाना, सुख-दुख, इन सबके चलते मन विचलित ना करें| अगर जिंदगी सुख शांति से ही भरी होती तो आदमी जन्म लेते समय रोता नहीं| जन्म के समय रोना और मरकर रुलाना इसी के बीच के संघर्ष भरे समय को जिंदगी कहते हैं...
बुराई करना आसान है...
एक नगर में एक मशहूर चित्रकार रहता था। चित्रकार ने एक बहुत सुन्दर तस्वीर बनाई और उसे नगर के चौराहे मे लगा दिया। नीचे लिख दिया कि जिस किसी को, जहाँ भी इस में कमी नजर आये वह वहाँ निशान लगा दे। जब उसने शाम को तस्वीर देखी उसकी पूरी तस्वीर पर निशानों से ख़राब हो चुकी थी। यह देख वह बहुत दुखी हुआ। उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि अब क्या करे वह दुःखी बैठा हुआ था। तभी उसका एक मित्र वहाँ से गुजरा उसने उस के दुःखी होने का कारण पूछा तो उसने उसे पूरी घटना बताई ।उसने कहा एक काम करो कल दूसरी तस्वीर बनाना और उस मे लिखना कि जिस किसी को इस तस्वीर मे जहाँ कहीं भी कोई कमी नजर आये उसे सही कर दे! उसने अगले दिन यही किया। शाम को जब उसने अपनी तस्वीर देखी तो उसने देखा की तस्वीर पर किसी ने कुछ नहीं किया । वह संसार की रीति समझ गया। कमी निकालना, निंदा करना, बुराई करना आसान है, लेकिन उन कमियों को दूर करना अत्यंत कठिन होता है...
Friends...Hope is favorable and confident expectation; it's an expectant attitude that something good is going to happen and things will work out, no matter what situation we're facing...दोस्तो इंसान की सोच अज़ीब है कामयाबी मिले तो अपनी ‘अक्ल‘ पर खुश होता है,और जब ‘परेशानी‘ आये तो अपने ‘नसीब‘ को दोष देता है. आप उस पछतावे के साथ मत जागिये,जिसे आप कल पूरा नहीं कर सके,बल्कि उस संकल्प के साथ जागिये,जिसे आपको आज पूरा करना है...सबसे पहले समस्याओं का आकलन करे फिर खुद कि क्षमताओं का आकलन करो...और एक मनुष्य के अंदर उतनी शक्तियां मौजूद होती हैं कि वह अपना भविष्य का निर्माण खुद कर सकता है। अगर आपके पास पैसा नहीं है तो योग्यता बनाइये और मुझे लगता है कि जिसके अंदर वास्तविक योग्यता होगी वो खाली नहीं रह सकता...जीवन में सुख साधन संपन्न व्यक्ति भाग्यशाली तो होते ही हैं लेकिन परम सौभाग्यशाली वो होते हैं जिनके पास भोजन के साथ-साथ भूख भी है, बिस्तर के साथ-साथ नींद भी है, धन के साथ- साथ धर्म भी है, विशिष्टता के साथ-साथ शिष्टता भी है, सुन्दर रूप के साथ-साथ सुन्दर चरित्र भी है, सम्पत्ति के साथ-साथ स्वास्थ्य भी है, बुद्धि के साथ-साथ विवेक भी है, परिवार के साथ-साथ प्यार भी है, सामर्थ्य के साथ-साथ दया भी है, और पद के साथ-साथ प्रतिष्ठा भी है...दूसरों की ख़ुशी में अपनी ख़ुशी देखना एक बहुत बड़ा हुनर है और जो इंसान ये हुनर सीख जाता है वो कभी भी दुखी नही होता..दोस्तो Life एक खेल है ये आप पे Depend करता है कि आपको खिलाड़ी बनना है या खिलौना...राज कुमार
किसी की सफलता पर जलन क्यों...
दोस्तो किसी अन्य व्यक्ति के प्रति जलन भाव ना रखकर ही उससे ईर्ष्या करने से बचा जा सकता है जो आपका नहीं उससे ईर्ष्या क्यों जिसको हम कभी हासिल नहीं कर सकते हैं उसके लिए अपने मन मस्तिष्क की कोमल कोशिकाओं को कठोर बनाने का कोई अर्थ ही नहीं निकलता कभी कभी हमारे मन मस्तिष्क में अपने मित्रों की सफलताओं को लेकर उनके प्रति असहजता उत्पन्न हो जाती है जबकि वह मित्र हमें बहुत प्रिय होते हैं हम उनके शुभचिंतक भी होते हैं लेकिन ये ईर्ष्या इसलिए उत्पन्न हो जाती है कि हम दोनों की शिक्षा एक साथ हुई होती है हम दोनों के एक ही सपने होते हैं हम दोनों अपने अपने तरीके से सपनों के रास्ते पर चल पड़ते हैं किसी तरह से हमारा मित्र सफल हो जाता है और हम असफल हो जाते हैं हमारा मित्र अपने जीवन में बुलंदियों को छूता जाता है और हम दिन रोज उससे पिछड़ते जाते हैं अचानक एक दिन खबर मिलती है कि हमारा मित्र किसी अन्तर्राष्ट्रीय कम्पनी का मैनेजिंग डायरेक्टर नियुक्त हो गया है और हम यहीं दिल्ली में किसी देशी कम्पनी की खाक छान रहे हैं हमारा मित्र मैनेजिंग डायरेक्टर नियुक्त हुआ है तो सबने मिलकर साथ में जश्न मनाया अचानक हमारे मन में उसके प्रति असहजता उत्पन्न हो जाती है ऐसा लगता है कि हम तो इससे बहुत पीछे छूट गए हैं...ऐसी असहजता मन मस्तिष्क में आना बहुत ही स्वाभाविक सी बात है बहुत कम ही लोग ऐसी असहजता से बच पाते हैं ये ईर्ष्या हमेशा किसी दूर दराज के व्यक्ति से हो यह जरूरी नहीं है किसी अपने के प्रति उत्पन्न हो यह भी जरूरी नहीं है जहां कहीं भी तुलना का भाव मन मस्तिष्क के अंदर गहरा जाए ईर्ष्या उसी समय से मन मस्तिष्क में बैठ जाती है...वर्तमान के दौर में इस मन मस्तिष्क की असहजता को बढ़ावा देने के लिए हमारे जीवन की दिनचर्या और भी प्रभावी घटक का कार्य कर रही है इस इंटरनेट के युग में एक दूसरे से मिलना जुलना निरंतर कम होता जा रहा है हम केवल मोबाइल वॉट्सऐप चैट के सहारे ही जीवन की नाव को पार लगाने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं जिससे ये मन मस्तिष्क की असहजता और भी विकराल रूप धारण करती जा रही है...जहां से परस्पर प्रेम कम होता जाता है वहां से एक दूसरे के प्रति और भी मन मस्तिष्क की असहजता बढ़ती जाती है पहले समय में अर्थात इस इंटरनेट और प्रतिस्पर्धा के समय से पूर्व हम सब के थे सब हमारे थे यह विचार परिवार और समाज का केंद्रीय भाव हुआ करता था तब हम कितने भी दूर क्यों ना रहते थे चाहे कितने भी कम मिलते जुलते थे लेकिन कितनी शांति से गुजारा कर रहे थे...हमारे आर्थिक रूप से सक्षम हो जाने और हमारे जीवन में प्रतिस्पर्धा का तनाव बढ़ने के साथ ही हमारा ये सम्बन्ध टूटता चला गया और एक दूसरे के प्रति मन मस्तिष्क की असहजता बढ़ती चली गई अगर हम अपनी महत्वाकांक्षाओं पर ठीक से लगाम नहीं लगा पा रहे हैं तो यह इस इंटरनेट के युग की नहीं हमारी खुद की देन है जो हमको दिन रोज एक ऐसे समाज में ले जा रही है जो हमको परमार्थवादी नहीं बल्कि स्वार्थवादी बनाती जा रही है जहां से वापस आना बहुत ही मुश्किल है जो हमारे लिए हमारे समाज के लिए और हमारे देश के लिए घातक सिद्ध हो सकती है...
जो आप सोचते हैं आप वही बनते हैं...
दोस्तो प्रत्येक व्यक्ति की परिस्थितियां एक जैसी नही होती कोई अच्छी और सकारात्मक परिस्थितियों में पला बढ़ा होता है तो कोई खराब यानी नकारात्मक परिस्थितियों में पला बड़ा होता है लेकिन जीवन को किस दिशा में ले जाना है ये हम तय करते हैं और उसी दिशा में दिन रात मेहनत करते हैं...ये कहानी है दो सगे भाइयों की जो एक ही घर मे रहते थे वह अपने जीवन के 22 साल एक ही घर में एक जैसी परिस्थितियों में व्यतीत किये इनमें से एक आईएएस अफसर बन गया उसका पास पड़ोस में बहुत नाम हुआ हर व्यक्ति उसका तारीफ करता हर कोई उसको सम्मान देता और अपने परिवार के साथ खुशी से जीवन व्यतीत कर कर रहा था...और दूसरी तरफ उसके भाई का कोई भी स्थिर पैसा कमाने का जरिया नही था और वह बहुत शराब पीताता था उसको कोई भी पसंद नही करता था उसको कोई तनिक भी सम्मान नही देता था और वह अपने पत्नी बच्चों को मारता पीटता था कुल मिला कर वो समाज मे बदनाम व्यक्ति था...एक दिन किसी ने दूसरे भाई से पूछ लिया कि तुम ऐसा क्यों करते हो तुम्हारी इन सब आदतों के कारण क्या है दूसरे भाई ने उत्तर दिया मेरे घर की परिस्थितियां इन सब का कारण है मेरे पिता बहुत शराब पीते थे शराब पी कर मेरी माँ को मारते थे कभी कभी तो वे हम सबको भी मारा करते थे...घर का माहौल बहुत ही नकारात्मक था हम सभी बहुत ही परेशान रहते थे सोचो ऐसे माहौल में मेरा पालन पोसन हुआ था तो मैं बन ही क्या सकता था जो मैं आज हूं इसके अतिरिक्त और कुछ नही बन सकता था...प्रसन्न पूछने वाला व्यक्ति पहले भाई के पास गया जो एक आईएएस अफसर था उससे भी उसने वही प्रसन्न पूछा तो पहले भाई ने उत्तर दिया आज मैं जो कुछ हूं अपने परिवार की वजह से हूं मेरे पिता शराब पीते थे कुछ कमाते नही थे और सभी घर वालो को मारते पीटते भी थे...समाज मे कोई भी उनकी इज्जत नही करता था हम बहुत परेशान रहते थे तब एक दिन मैंने सोचा कि मैं अपने पिता के जैसे बिल्कुल नही बनूंगा खूब मन लगाकर पढ़ाई करूँगा और एक सफल इंसान बन कर दिखाऊंगा इन्ही सब निर्णयों के कारण आज मैं ऐसा हूं...दोस्तों आप क्या बनोगे ये आपकी परिस्थितियां तय नही करती बल्कि आपकी सोच आपका निर्णय तय करता है कि आप क्या बनोगे...
अक्सर हम दुखी क्यों रहते हैं...
दोस्तो अक्सर देखा जाता है कि लोगों में गुस्से का अंबार लगा हुआ है बात बात पर जहर उगलने लग जाते हैं चाहे बात कितनी भी छोटी क्यों ना हो उसछोटी सी बात को भी पहाड़ जैसी बना देते हैं अगर इस गुस्से कारण जानने की कोशिश की जाए तो पायेगें कि हम अपने से कम दूसरों से ज्यादा उम्मीदें रखते हैं और ये कारण पर्याप्त है किसी की जिंदगी का सुख चैन छीनने के लिए अगर किसी ने हमारे किसी कार्य के लिए मना कर दिया तो ऐसा लगता है कि शायद उसने हमारी जान लेने की कोशिश है...अगर आपको लगता है कि उसने आपके विश्वास को तोड़ दिया है तो आप अपने आपको उस व्यक्ति के स्थान पर रख कर देखिए और सोचिए कि क्या आप दूसरों के हर कार्य को हमेशा करते रहेंगे क्या कभी मना नही करेंगे अगर उत्तर नहीं में मिले तो फिर ऐसी उम्मीदें लगाने का क्या फायदा जो आप भी पूरी नही कर सकते हो तो दूसरा कैसे पूरी कर सकता है...दूसरा कारण हमारे दुखी रहने का यह भी है कि हम जिस सुकून और आराम की कल्पना अपने सपनों में अपने जीवन के लिए करते हैं वह सुकून और आराम वास्तविक जीवन में नही मिलता है अगर यह कल्पना पूरी नही होती है तो हम दुखी रहने लग जाते हैं...तीसरा कारण यह भी है कि हम किसी सम्पन्न व्यक्ति को देखते हैं तो उसके जैसी पदप्रतिष्ठा मान सम्मान पाने की कल्पना करने लग जाते हैं हम कभी यह नहीं सोचते हैं कि उस व्यक्ति को कितनी मेहनत से यह पदप्रतिष्ट्ठा मान सम्मान हासिल हुआ है।हमको कोई आईएएस अफसर दिखाई देता है तो तुरंत निर्णय ले लेते हैं कि हमको भी आईएएस अफसर ही बनना है हम कभी उसकी परिस्थितियों और अपनी परिस्थितियों पर विचार नही करते हैं हम कभी यह विचार नहीं करते हैं कि उसके परिवार और हमारे परिवार की स्थिति में कितना फर्क है हम यह कभी नही सोचते हैं कि उसको कैसा माहौल मिला है उसको कोचिंग लेने की जरूरत क्यों नहीं पड़ी है इन तमाम बातों को नजरअंदाज करके निकल पड़ते हैं आईएएस अफसर बनने के लिए और कोचिंग करने के दौरान पाते हैं कि खूब मेहनत करने के बावजूद भी हमसे नहीं हो पाएगा और अंत में एक नया दुखी रहने का जरिया अपने जीवन में ले आते हैं और अंदर ही अंदर अपने आपको दोष देना शुरू कर देते हैं अपने द्वारा बनाए दुख में खुद ही फंस जाते हैं...अगर हम कोई बॉय फ्रेंड या गर्ल फ्रेंड देखते हैं तो सोचते हैं कि काश हमारा भी कोई बॉय फ्रेंड या गर्ल फ्रेंड होता या होती अगर कोई बॉय फ्रेंड या गर्ल फ्रेंड बन जाए तो हम उसके लिए वह सब करने के लिए तैयार हो जाते हैं जो हमारे बस की बात नही होती और उससे वो सब उम्मीदें करने लग जाते हैं जो शायद कभी पूरी ना हों और अगर सामने वाला हमारी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाता है तो उससे लड़ना झगड़ना शुरू कर देते हैं और अन्त में खुद का तो सुख चैन खत्म करते हैं साथ ही सामने वाले का भी जीना हराम कर देते हैं...अंत में मैं ये कहना चाहता हूं कि दोस्तो कोई भी निर्णय लो तो पहले अपने आपको उस निर्णय के तराजू में अच्छे तरीके से तौल कर देख लो अगर आपके कदम थोड़े भी डिगडिगाते हैं तो अपना निर्णय बदल लो या अपने आपको अपने निर्णय के प्रति अच्छे से तैयार करो और ऐसा निर्णय लो जिस पर आप हमेशा खरे उतर सको...
आखिर हम पढ़ते लिखते क्यों हैं...
दोस्तो आजादी से पहले के समाज में यह समझ थी कि पढ़ाई का मकसद सिर्फ पैसा कमाना नहीं है बल्कि व्यक्तिगत विकास करके देश सेवा में समर्पित होना भी है अर्थात अपना नैतिक दायित्व भी निभाना है मगर आज की ज्यादातर पढ़ी लिखी पीढ़ी के सामने ऐसे नैतिक दायित्व दूर दूर तक नजर नही आते हैं जिससे व्यक्तिगत विकास के साथ देश के विकास को भी चार चांद लग सकें...शिक्षा की उम्र को लेकर एक सवाल हमेशा हमारे समाज में आता रहता है कि शिक्षा ग्रहण करने की वास्तविक उम्र क्या होनी चाहिए अक्सर देखा जाता है कि गरीब और ग्रामीण इलाकों के छात्र अपनी शिक्षा अल्पायु में पूरी कर लेते हैं जबकि अमीर घरानों और शहरी इलाकों में छात्र लगभग 28 30 साल तक ग्रहण करते रहते हैं फिर भी रोजगार प्राप्त करने में लगभग सभी को एक जैसी चुनौतियां आती हैं इस का मतलब साफ हो जाता है कि लंबे समय या अल्प समय तक शिक्षा ग्रहण करने से कोई विशेष फर्क नही पड़ता है...एक बार मैकाले से पूछा गया कि भारत में शिक्षा का क्या मकसद है तो उन्होंने भारत में पढ़ाई लिखाई का मकसद क्लर्क पैदा करना बताया था मैकाले के जाने के बाद पढ़ाई लिखाई का मूल लक्ष्य और भी घातक होता गया शिक्षा का व्यवसायीकरण होता गया और शिक्षा अमीर और शहरी लोगों में वितरित होती चली गई...पहले भी मध्यवर्गीय घरों में साइंस को कॉमर्स या आर्ट्स के मुकाबले ज्यादा अच्छी पढ़ाई मानने का चलन था क्योंकि उसमें नौकरी की गुंजाइश ज्यादा थी लेकिन अब तो पढ़ाई लिखाई का इतना भयावह व्यावसायीकरण हुआ है कि जैसे हर कोर्स नौकरी की गारंटी के बाद ही सार्थक है और इससे अलग किसी भी पढ़ाई का कोई मतलब नहीं रह गया है पढ़ाई अब न बेहतर मनुष्य बनने का जरिया है न बौद्धिकता और तर्कशीलता के माध्यम से चेतना अर्जित करने का न अपने समाज या जीवन की समझ पैदा करने का वह बस पैसा पैदा करने का रास्ता है जिस पर ज्ञान की दुकान चल रही है और जिसमें दो या चार साल की कारोबारी पढ़ाई के बाद कैंपस से लड़के सीधे मोटे पैकेज पर उठाए जा रहे हैं और औद्योगिक घरानों के परिसर में झोंके जा रहे हैं...जाहिर है जब शिक्षा ऐसे चोखे कारोबार में बदल जाए तो उसमें वे लोग ही ज्यादा होते हैं जिनका शिक्षा से नहीं पैसे से ज्यादा वास्ता होता है यह इत्तेफाक भर नहीं है कि इन दिनों भारत में स्कूली शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक में निजी निवेश काफी बढ़ा है और इसमें भी ज्यादातर उस संदिग्ध पूंजी के जरिए आया है जिसके पीछे प्रॉपर्टी डीलिंग से लेकर बिल्डिंग इंडस्ट्री और बहुत सारे दूसरे ऐसे ही धंधे हैं इसका एक नतीजा यह हुआ है कि शिक्षा बेहद महंगी हो गई है और अक्सर कर्ज लेकर हासिल की जाती है जिसे बाद में चुकाना पड़ता है...हमारी कारोबारी शिक्षा से निकली कमाऊ पीढ़ी के किसी नौजवान के सामने नैतिकता के संकट आम तौर पर नहीं आते हैं वह शादी में दहेज लेने से नहीं हिचकता सरकारी कंपनियों में होता है तो घूस लेने में नहीं हिचकता निजी कंपनियों में होता है तो घूस देने में नहीं हिचकता इन निजी कंपनियों में योग्यता के नाम पर वह अपनों को भरता है और कार्यकुशलता की कमी की भरपाई वह ड्यूटी के घंटों को फैला कर देर तक काम करके पूरा करता है किसी नैतिक या सामाजिक या राष्ट्रीय दायित्व की भरपाई वह आसान किस्म की देशभक्ति से करता है जैसे भारत पाकिस्तान के क्रिकेट मैच में झंडे फहराकर कश्मीर या पूर्वोत्तर के पक्ष में या दलितों और आदिवासियों के पक्ष में बोलने वालों को गाली देकर आरक्षण के विरोध में योग्यता का परचम लहराते हुए दिखाया जाता है यह अलग बात है कि ऐसे अंध देश भक्त पहला मौका मिलते ही वह खुद देश छोड़कर विदेश में जाने में बिल्कुल भी हिचकिचाते नही हैं...
Wonderful answers of amazing questions...It is only for fun... Politely requested... Don't get bad...
प्रश्न - कितने लोगों को BSNL की चिंता है?
उत्तर- सभी को।
प्रश्न - कितने लोग BSNL की सिम का प्रयोग करते हैं?
उत्तर- कोई नहीं।
प्रश्न - सरकारी स्कूल की चिंता कितने लोग करते हैं?
उत्तर- सभी।
प्रशन - सरकारी स्कूल में कितने लोगो के बच्चे पढ़ते हैं?
उत्तर- किसी के नहीं।
प्रश्न - कितने लोग पालीथीन युक्त वातावरण चाहते हैं?
उत्तर - सभी।
प्रश्न - पालीथीन का प्रयोग कौन नहीं करता?
उत्तर- सभी करते हैं।
प्रश्न -भ्रष्टाचार मुक्त भारत कौन कौन चाहते हैं?
उत्तर-सभी।
प्रश्न - अपने स्वार्थ के लिए कितने लोगों ने रिश्वत नहीं ली / दी?
उत्तर - सभी ने किसी न किसी रूप में रिश्वत जरूर ली / दी है।
प्रश्न - गिरते रुपये की चिंता कितने लोग करते हैं?
उत्तर- सभी करते हैं ।
प्रश्न - कितने लोग सिर्फ स्वदेशी सामान खरीदते हैं?
उत्तर- कोई नहीं ।
प्रश्न - यातायात की बिगड़ी हालात से कौन कौन दुखी है?
उत्तर - सभी ।
प्रश्न - यातायात के नियमों को 100% पालन कौन कौन करता है?
उत्तर- कोई नहीं ।
प्रश्न - बदलाव कौन कौन चाहते हैं?
उत्तर - सभी।
प्रश्न - खुद कितने लोग बदलना चाहते हैं?
उत्तर - कोई नहीं।
*प्रश्न - कौन कौन मोदी से दुखी है ?*
*उत्तर - सभी ।*
*प्रश्न - कौन चाहता है कांग्रेस सरकार ?*
*उत्तर - कोई नहीं ।
Wishing you all my dear friends Wonderful night...
तब से अब तक कि एहसास...
तब से अब तक कि एहसास..
अपनी नज़दीकियों से दूर ना कर मुझे,मेरे पास जीने की वजह अब बहुत कम बचा है दोस्त...हालात और पसंद चाहे कितना भी बदल जाए,पर मैं बदल जाऊँ ये तो अपने जमीर और प्यार दोनो के खिलाफ हैं न दोस्त...एक तरफ़ा ही सही दोस्त प्यार तो प्यार है,तुम्हे नहीं है तो क्या हुआ मुझे तो आज बेशुमार है...दोस्त आँखों मे नींद तब अच्छी लगे जब आँसू न हो,लेकिन तु ही बता बरसते हुए नैन को सोना जरूरी है क्या...दोस्त पूरी कायनात की नींद पसंद हैं तेरे इस राज को, सिवाय मुझे और मेरे इस दिल को छोड़ के...दोस्त रोना तो हैं मेरे जिंदगी की मुकदर में,क्यूँकि वो हँसी अब किसी और के आँगन की खुशी जो बन गई...दोस्त सच मे दिल बहुत रोता है और वो भी दिल से,पर अफसोस इस दिल के लिए वो दिल अब कँहा रहा...क्या बताऊँ दोस्त तुम्हें अपनी इस दिल की दास्तां, ये वो दिल जिससे किसी दिलदार ने दिलगी की थी...दोस्त कितने अच्छे और संचे थे कभी मेरे लिए,लेकिन बहुत गलत हैं न जो आज बने हो तुम औरो के लिये...मेरे जिंदगी की उजड़ी हुई आशियानों के रौशनी की कसम दोस्त, दुआ दिलसे तेरे इस दिलदार की तेरे आँगन की रौनक कभी कम न हो...बेसक मैं मर जाऊ उन यादो में जो पल गुजरे थे तेरे साथ,पर तू मुझे याद आना बंद मत करना दोस्त...क्या बताऊँ दोस्त क्या हालत हैं इस दिल की,बस ये समझ ले कि अब जिंदगी की आखरी पन्ना है तेरा राज... हम गलत नही दोनो सही थे कही न कही,पर ये दिल सिर्फ तुम्हे ही कुं बुरा मानता है दोस्त...चल छोड़ जाने भी दे उन सफ़सानो को, लेकिन तू ही बता दोस्त ये हकीकत किस काम है...दोस्त ज़िन्दगी का आनंद अपने तरीके से ही लेना चाहिए,लोगों की खुशी के चक्कर में तो शेर को भी सर्कस में नाचना पड़ता हैं...तेरी गली का पहला चक्कर आज भी याद है मुझे,मैं कोई वैज्ञानिक नही था दोस्त पर मेरी खोज लाजवाब थी...बहुत ही खूबसूरत है तेरे एहसास की खुशबू, जितना भी सोचते है उससे भी अधिक तू याद आती है...पत्थर की दुनिया है ये जज़्बात नही समझती दोस्त,दिल में क्या है वो हर बात कभी नही समझती...तमाम गीले शिकवे भुला कर सोया करो दोस्त, सुना है मौत किसी को मुलाक़ात का मौका नहीं देती...ये ज़िन्दगी अक्सर,ज़िद से नहीं चलती न दोस्त,कुछ धडकनों की खातिर दिल से समझौता भी ज़रूरी है...कभी कोई अपना अनजान हो जाता है,कभी अनजान से प्यार हो जाता है,ये जरुरी नही कि जो ख़ुशी दे उसी से प्यार हो दोस्त,दिल तोड़ने वालो से भी कभी कभी बेपनाह प्यार हो जाता है...दोस्त किसी ने थोड़ा सा अपना वक़्त दिया था मुझे,मैंने आज तक उसे इश्क समझ कर सम्भाल रखा है...तू ही बता दिल की तुम्हे समझाऊं कैसे,जिसे चाहता है तू उसे नज़दीक लाऊँ कैसे,यूँ तो हर तमन्ना हर एहसास है वो मेरा,मगर दोस्त उस एहसास को ये एहसास दिलाऊं कैसे ...लिख कर संभालकर रख लेना तुम मेरे नाम को कहीं,अब तुम्हारी हर बातों से तो मैं गायब हो रहा हुं दोस्त...जरूरी तो नहीं जो खुशी दे उनसे ही प्यार हो,सच्ची मौहब्बत अक्सर दिल तोड़ने वालो से ही न होती है दोस्त...लिख दूँ तो लफ्ज़ तुम हो, सोच लूं तो ख़याल तुम हो,मांग लूं तो मन्नत तुम हो, चाह लूं तो मुहब्बत भी तुम हो, पर अफसोस दोस्त सब कुछ होने के वावजुद भी अब कुछ नही रहा...कौन कहता है कि रिश्तों में जलन और कड़वाहट बसती है,मेरे शहर के तरफ रुख करना मेरे बस्ती में सिर्फ और सिर्फ मोहब्बत और एहसास बसती है दोस्त...हर कोई अधूरा है दोस्त किसी अपने के बिना,जिसे किसी ने छोड़ रखा है...राज कुमार
दोस्त याद वो नहीं जो अकेले होने में आए,याद तो वो भी है जो महफिल में आए और अकेला कर जाए...कुछ यादे दे गये तो कुछ धोखे दे गये,जो कुछ भी दे गये वो सभी अपने दे गये दोस्त...रूठने से भी जो न रूठे वो प्यार हो तुम, छूटने से भी जो न छूटे वो साथ हो तुम, यूं तो संजोई हैं मैंने कई यादें,पर भुलाए से भी जो न भूले वो याद हो तुम दोस्त...यू तो आज हर चीज बिक गयी बाज़ार में,पर मेंरी तन्हाई को खरीदने कोई नहीं आया दोस्त...खुल सकती हैं गाँठें, बस जरा सी जतन से,मगर दोस्त लोग कैंचियाँ चला कर सारा फ़साना ही बदल देते हैं...एहसास ए मोहब्बत के लिए बस इतना ही काफ़ी है,बस तेरे ही रहते हैं वो भी तेरे बगैर दोस्त...मिटा ना पाओगे मेरे निशां दिल से,मिलने से जुदाई तक तुममें बेशुमार हूँ मैं दोस्त...तड़प रहीं हैं मेरी साँसें तुम्हें महसूस करने को, रुबरू होकर सपनों में दीदार की रस्म पूरी कर देना दोस्त...तलाश कर मेरी कमी को अपनी ज़िन्दगी में,दर्द हो तो समझ लेना रिश्ता अभी बाक़ी है दोस्त...झुठ बोलकर तो मैं भी दरिया पार कर जाता,मगर डूबो दिया मुझे सच बोलने की आदत ने दोस्त...फिक्र है सब को खुद को सही साबित करने की,जैसे ये जिन्दगी, जिन्दगी नही, कोई इल्जाम है दोस्त..जो लोग दिल के अच्छें होंते है,दिमाग वाले उनका जमकर फायदा उठाते है न दोस्त...Some special line...मुहब्बत है मुझे अपने तन्हाई से,जो मुझे तुम्हारी याद के करीब लाती है...मुहब्बत है मुझे उस ख्वाब से,जो सिर्फ तुम्हे देखा करता है...मुहब्बत है मुझे गुजरी रात से,जो बीत गयी तुम्हारी याद में...मुहब्बत है मुझे उस सवाल से, जिसका जवाब तुम हो...मुहब्बत है मुझे अपने दिल से,जो धड़कता है सिर्फ तुम्हारे लिए ...मुहब्बत है मुझे अपने साँसो से जिसमें सिर्फ तुम बसे हो दोस्त...राज कुमार
दोस्त इस बार की दिवाली भी क्या दीवाली होगी,रौशनी तो हम दोनों के आशियाने होगी पर एक आँगन में दिप से तो दूसरे के यंहा दिल से दोस्त...उजालो की तो कोई कमी नही रही दोस्त, but अब अंधेरा से रौशनी का कोइ ताल्लुक ही नही रहा...गम इस बात का नही की मेरे जिंदगी प्रकाश की कमी, अफसोस यह है दोस्त की राज के जीवन की उसकी ज्योति ही जुदा होगई...तेरी यादों के सहारे देखी है मैंने सुबह की रौशनी दोस्त,उम्मीद है तेरी तस्वीर के साथ ये चांदनी रात यू ही गुज़रे...अपने प्यार का गुस्सा भी क्या गुस्सा था दोस्त,दिल करता था कि हमदोनो यू एकदूसरे उम्र भर तंग करते रहे...उजालो में मिल ही जाते हैं कोई ना कोई बातो के लिए, पर अंधरे में सिर्फ तेरी ही चर्चा करता है ये दिल मेरे साथ दोस्त...किसी ने पूछा मुझसे सच्चे प्यार की निशानी क्या है,मैंने भी कह दिया दोस्त की अब इसके बाद किसी और से मोहब्बत नही हो सकती...इश्क़ में हमने वही किया जो फूल करते हैं बहारों में,खामोशी से खिले महके और फिर बिखर गए दोस्त...बीत जाती है जिसकी रात सिसकियों में,वही शख्स दिन के उजालों में सारे जहाँ को हंसाता फिरता है दोस्त...मोहब्बत तो हर कोई कर लेता है दोस्त मगर,इंतजार और वफ़ा हर किसी के बस की बात नही...दोस्त तकलीफ में वही चेहरा नजर आता है,जिसे हम हद से ज्यादा प्यार और याद करते...दस्तक और आवाज तो कानों के लिए है न दोस्त,जो रूह को सुनाई दे उसे खामोशी कहते है...ख़ुदा ने तो जिंदगी दी थी जीने के लिए,पर क्या पता था दोस्त कि ये तुम्हे सिर्फ याद करने में ही गुजर जाएगी...दर्देए मौत का ख़ौफ़ की अब फिक्र नही रही ,सिर्फ तुम्हे ही खबर है दोस्त कि राहत ए जिंदगी का ख्वाब तो कब का टूट चुका...उम्मीदों का सब्र तोडू भी तो कैसे तोड़ू दोस्त,दिल कहता है वो ख्वाब अभी भी अधूरी ही है राज जिसे सिर्फ तुम्हे पूरा करना... Wishing you and your beautiful on this auspicious and melodious occasion Dipawali...May God this Dipawali bring a lot of happiness, melodious moment, joying with pace and open the all doors of success As per your wish and choice friend...This is my wonderful wish from my side special for you...राज कुमार
Phrasal Verb 150
PART ----1 (1--150)
1. Act Up-
Misbehave (For People); Not Work Properly (For Machines). दुर्व्यवहार
2. Act Like
Behave In A Way That’s Like की तरह व्यवहारकरना
3. Add Up
Logically Fit Together. जोड़ना
4. Add Up
Find The Total. जोड़ना
5. Add Up
To To Total. योगकरना
6. Ask Out
Ask For A Date. मुलाकात के लिए पूछना
7. Back Down
Not Follow A Threat. संधि न मानना, दावा, छोड़ देना
8. Back Off
Not Follow A Threat. संधि न मानना, दावा, छोड़ देना
9. Back Up
Move Backward; Move In Reverse. पीछेजाना
10. Back Up
Confirm A Story Facts Or Information. पुष्टिकरना
11. Back Up
Make A “Protection” Copy To Use If There Are Problems With The Original. बैक अप बनाना, एक प्रति सुरक्षित रखना
12. Beg Off
Decline An Invitation; Ask To Be Excused From Doing Something. मना कर देना
13. Blow Up
Inflate. हवा भरना
14. Blow Up
Explode; Destroy By Exploding. विस्फोटहोना, बर्बादहोना
15. Blow Up
Suddenly Become Very Angry. अचानक क्रोधित हो जाना
16. Bone Up
On Review / Study Thoroughly For A Short Time. पुनर्निरीक्षण
17. Break Down
Separate Something Into Component Parts. अलग-अलग करना
18. Break Down
Stop Working / Functioning. काम रोकना
19. Break In
Enter By Using Force (And Breaking A Lock Window Etc.) जबर्दस्ती घरमें घुसना
20. Break loose
To make free बंधन विमुक्त करना
21. Break In
Train; Get Someone / Something Accustomed To A New Routine. प्रशिक्षण देना
22. Break Up
Disperse; Scatter. बिखरना
23. Break Up
End A Personal Relationship. संबंध विच्छेद
24. Bring / Take Back
Return Something. पुनःलाना
25. Bring Off
Accomplish Something Difficult; Accomplish Something People Had Considered Impossible Or Unlikely. किसी असंभव कार्य को करना
26. Bring Up
Mention (As A Topic Of Discussion). उल्लेख करना
27. Bring Up
Raise; Rear. पालन-पोशणकरना
28. Brush Up
On Review / Study Thoroughly For A Short Time. पुनर्निरीक्षण
29. Burn Down
Become Destroyed / Consumed By Fire. जलकर बर्बाद होना
30. Burn Up
Become Destroyed / Consumed By Fire. जलकर बर्बाद होना
31. Burn Up
Cause Someone To Become Very Angry. क्रोधित करना
32. Butt In
Impolitely Interrupt (A Conversation An Action). हस्तक्षेप करना
33. Butter Up
Praise Someone Excessively With The Hope Of Getting Some Benefit. चापलूसी करना
34. Call Off
Cancel Something That Has Been Scheduled. समाप्तकरना
35. Call On
Ask Someone For An Answer In Class. प्रश्नपूछना
36. Calm Down
Become Calm / Less Agitated Or Upset; Help Someone Become Calm / Less Agitated Or Upset. शांत होना या कराना
38. Care For
Take Care Of; Supply Care To; Attend / Watch… देखभालकरना
39. Catch On
Develop Understanding Or Knowledge Of Something. समझ विकसित करना
40. Catch Up (With)
Stop Being Behind. आगेनिकलना
41. Check In (To)
Register For / At A Hotel Conference Etc.; Let Someone Know Officially That You Have Arrived. पंजीयन
42. Check Off
Make A Mark To Indicate That Something On A List Has Been Completed. सूची चैक करना
43. Check Out (Of)
Follow Procedures For Leaving (A Hotel Etc.) छोड़ने की प्रक्रिया का अनुसरण
44. Check Out
Follow Procedures For Borrowing Something (Usually For A Limited Period Of Time). किसी चीज को उधार मांगने की प्रक्रिया
45. Cheer Up
Help Someone Feel Less Worried / Depressed / Sad. ढाढस बंधाना, बढ़ावादेना
46. Chew Out
Scold Someone Severely; Berate. धमकाना
47. Chicken Out
Lose The Courage Or Confidence To Do Something–Often At The Last Minute. हिम्मत हारना
48. Chip In
Contribute / Donate (Often Money) To Something Done By A Group. योगदानदेना
49. Clam Up
Suddenly Become Quiet / Refuse To Talk About Something. बातचीतसेइंकारकरना, अचानक शांत होना
50. Come Across
Find (Unexpectedly). अचानक मिल जाना
51. Come Down
With Become Ill With अस्वस्थहोना
52. Come To
Total. निश्कर्शपरआना
53. Come To
Regain Consciousness. होषमेंआना
54. Count On
Depend On; Trust That Something Will Happen Or That Someone Will Do As Expected भरोसाकरना
55. Cross Out
Show That Something Written Is Wrong Or Unnecessary By Making An X Across It. सूची में से काटना
56. Do In
Cause To Become Very Tired. थकना
57. Do In
To Kill; To Murder. मारना, हत्याकरना
58. Do Over
Do Something Again. दोहराना
59. Drag On
Last Much Longer Than Expected Or Is Necessary. लंबा खींचना
60. Draw Up
Create A Formal Document. औपचारिकदस्तावेजकानिर्माण
61. Drop Off
Deliver Something; Deliver Someone (By Giving Him/Her A Ride). छोड़ना
62. Drop In (On)
Visit Informally (And Usually Without Scheduling A Specific Time). किसी के यहाँ अकस्मात जाना
63. Drop By
Visit Informally (And Usually Without Scheduling A Specific Time). अनौपचारिकमुलाकात
64. Drop Out (Of)
Stop Attending / Leave School Or An Organization. अलगहोजाना
65. Draw Out
Prolong Something (Usually Far Beyond The Normal Limits). विस्तारितकरना
66. Eat Out
Have A Meal In A Restaurant. रेस्तरांमें खाना खाना
67. Egg On
Urge / Encourage Greatly Toward Doing Something (Usually Something Negative). उकसाना
68. End Up
Finally Arrive At; Arrive At An Unexpected Place. अप्रत्याशित स्थान पर पहुँचना
69. End Up
Arrive Somewhere As A Result Or Consequence. परिणाम स्वरूप पहुँचना
70. Face Up
To Admit To; Take Responsibility For. जिम्मेदारी लेना
71. Fall Through
Not Happen. असफलहोना
72. Feel Up
To Feel Strong Enough Or Comfortable Enough To Do Something. किसी कार्य में सहजता महसूस करना
73. Figure Out
Logically Find The Answer To A Problem; Solve A Problem By Thinking About It Carefully. समाधान निकालना
74. Figure Out
Understand Why Someone Behaves The Way She/He Does. पता लगाना
75. Fill In
Add Information To A Form. फॉर्ममेंसूचनाएँ भरना
76. Fill In (On)
Supply Information That Someone Doesn’t Know. सूचनाएँ प्रशितकरना
77. Fill In
For Temporarily Do Someone Else’s Work; Temporarily Substitute For Another Person. अस्थाई रूप सेदूसरेकाकार्यकरना
78. Fill Out
Complete A Form By Adding Required Information. फॉर्मभरना
79. Fill Out
Become Less Thin; Gain Weight. फूलजाना
80. Find Out (About)
Learn / Get Information (About). खोजनिकालना
81. Get Across
Make Something Understood; Communicate Something Understandably. समझाना
82. Get Along (With)
Have A Friendly Relationship (With); Be Friendly (Toward). मैत्रीपूर्णसंबंध होना
83. Get Around
Avoid Having To Do Something. किसीकार्यसेबचना
84. Get Around
Move From Place To Place. स्थानान्तरण
85. Get By
Survive Financially In A Difficult Situation. जिन्दारहना
86. Get In
Arrive. पहुँचना
87. Get On
Progress आगे बढ़ना
88. Get Off
Depart प्रस्थानकरना
89. Get Off
Be Excused (For A Period Of Time) From Work Class Or Other Regularly Scheduled Activities. बाहरजाना
90. Get Out Of
Escape Having To Do Something. भागजाना
91. Get Over
Finish. समाप्त
92. Get Over
Recover From An Illness Or Painful Experience. ठीकहोना
93. Get Rid Of
Dispose Of; Give Away Or Throw Away. छुटकारापाना
94. Get Rid Of
Dismiss Someone; Fire Someone From A Job; Cause Someone To Leave. बाहरनिकालना
95. Get Up
Leave Bed After Sleeping And Begin Your Daily Activities. उठना
96. Give Up
Stop Doing Something (Usually A Habit). छोड़ना, त्यागना
97. Give Up
Decide Not To Try (Unsuccessfully) Solving A Problem. त्यागदेना
98. Go Out
With Have A Date With. साथमेंबाहरजाना
99. Go With
Look Pleasing Together. साथमेंअच्छादिखना
100. Goof Off
Be Lazy; Do Nothing In Particular. आलसीहोना
101. Grow Up
Spend The Years Between Being A Child And Being An Adult. परिपक्वहोना
102. Grow Up
Behave Responsibly; Behave As An Adult Not A Child. जिम्मेदारानाव्यवहार
103. Hand In
Submit Homework An Assignment Etc. गृहकार्यजमाकरना
104. Hand Out
Distribute. विभाजन
105. Hang Up
End A Phone Conversation By Replacing The Receiver. बातचीत समाप्त करना
106. Have To Do With
Be About. के विषय में
107. Hold Up
Raise; Lift To A Higher-Than-Normal Position. स्तर से ऊपर उठना
108. Hold Up
Delay. देरीहोना
109. Hold Up
Rob; Threaten Someone With Harm Unless She/He Gives Her/His Money Or Other Valuable Things. रोक कर लूटना
110. Iron Out
Mutually Reach An Agreement; Mutually Resolve Difficulties सहयोगसेमतभेदमिटाना
111. Jack Up
Raise / Life By Using A Jack. ऊपरउठाना
112. Jack Up
Raise (Used For Prices). कीमतें बढ़ाना
113. Keep On
Continue जारी रखना
114. Keep On
Continue To Remind Someone To Do Something Until She/He Does It (Even If This Irritates Her/Him). याद दिलाते रहना
115. Kick Out
Expel; Force Someone To Leave Because Of His/Her Poor Performance Or Unacceptable Behavior. निष्कासित करना
116. Knock Out
Make Unconscious. मारकरअचेत कर देना
117. Knock One Out
Work Much Harder Than Normal Or Than What Is Expected. मेहनत से कार्य करना
118. Lay Off
Dismiss Someone From A Job Because Of Lack Of Work Or Money (Not Because Of Poor Performance) अस्थाई तौर पर निकाल देना
119. Leave Out
Forget; Omit. हटादेना, भूलजाना
120. Let Down
Disappoint. निराश करना
121. Let Up
Become Less Intense Or Slower. प्रभाव कम करना
122. Look Back
On Remember; Reflect On / Consider Something In The Past. यादकरना
123. Make Fun
Of Make Jokes About (Usually Unkindly). मजाकबनाना
124. Make Up
Invent / Create (Imaginary) Information. काल्पनिक सूचना तैयार करना
125. Make Up
Compensate For Something Missed Or Not Done By Doing Extra Or Equivalent Work. क्षतिपूर्ति
126. Make Up
(With) Re-Establish A Friendly Relationship By Admitting Guilt. गलतीस्वीकारकरकेपुनः दोस्तीकरना
127. Make Out
See / Hear Something Well Enough To Understand What It Means. पता लगाना
128. Make For
Result In; Cause. उत्पन्नकरना, कारणहोना
129. Mark Up
Increase The Price (For Resale). मूल्य बढ़ना
130. Mark Down
Reduce The Price (As An Incentive To Buy). मूल्य घटाना
131. Mix Up
Cause To Become Confused. भ्रमितहोना
132. Nod Off
Fall Sleep (Usually Unintentionally). झपकीलगना
133. Pan Out
Succeed; Happen As Expected (For Plans). योजनाअनुसार
134. Pass Away
Die. मरजाना, गुजरजाना
135. Pass Out
Faint; Lose Consciousness. बेहोष, होष खोदेना
136. Pass Out
Distribute. विभाजन
137. Pick Out
Choose; Select. छांटलेना
138. Pick Up
Lift; Take Up. पकड़करउठालेना
139. Pick Up
Arrange To Meet Someone And Give Her/Him A Ride. साथलेजाना
140. Pick Up
Get; Buy. खरीदना, प्राप्तकरना
141. Pick Up
Refresh; Revitalize. नयाकरना, ताजाकरना
142. Pick On
Bully; Intentionally Try To Make Someone Upset. किसीकोदुखीकरना
143. Pitch In
Help; Join Together To Accomplish Something. सहायता
144. Pull Over
Drive A Vehicle To The Side Of The Rode. सड़क के किनारेवाहनचलाना
145. Put Away
Return Something To The Proper Place. वापससहीस्थानपर रखना
146. Put Off
Postpone; Delay; Avoid स्थगितकरना
147. Put On
Begin To Wear; Don. पहनना
148. Put On
Try To Make Someone Believe Something That Is Ridiculous Or Untrue. असत्य बात पर विश्वास दिलाने का प्रयास करना
149. Put Out
Inconvenience Someone. असहजकरना
150. Put Up
Return Something To The Proper Place. पीछेहटाना
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Natural Disasters:
1. Earthquake - भूकंप
2. Cyclone - चक्रवात
3. Tsunami - सुनामी
4. Blizzard - बर्फानी तूफान
5. Avalanche - हिमस्खलन
6. Tornado - बवंडर
7. Volcanic Eruption - ज्वालामुखी विस्फोट
8. Drought - सूखा
9. Wildfire - जंगल की आग
10. Landslide - भूस्खलन
11. Flood - बाढ़
12. Hailstorm - ओलों का तूफ़ान
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Geography related words:
(Geography सम्बन्धी शब्द):
1. Altitude (ऊँचाई): the height of an object or point in relation to sea level or ground level
2. Latitude (विश्व रेखान्तर): distance north or south of the equator measured in degrees up to 90 degrees
3. Longitude: distance measured in degrees east or west from an imaginary line (called the prime meridian) that goes from the North Pole to the South Pole and that passes through Greenwich, England (मध्याह्न रेखा से पूर्वी या पश्चिमी दूरी)
4. Elevation (ऊँचा स्थान): a place (such as a hill) that is higher than the area around it
5. The Tropics: the part of the world that is near the equator where the weather is very warm (भूमध्य रेखा के दोनों ओर का प्रदेश)
6. Hemisphere: a half of the Earth (आधा गोला)
7. Cartography (मानचित्रण): the process or skill of making maps
8. Topography: the art or science of making maps that shows the height, shape, etc., of the land in a particular area (किसी स्थान का वर्णन)
9. GPS (जीपीएस): a radio system that uses signals from satellites to tell you where you are and to give you directions to other places
10. Pole (ध्रुव बिन्दु): either of the two points at which the axis of a circle cuts the surface of a sphere
11. Analemma: This can be interpreted as how "fast" or "slow" the Sun (or a sundial) is compared to clock time. It also shows how far west or east the Sun is, compared with its mean position. (इसका अर्थ यह है कि सूर्य की गति घड़ी के समय की तुलना में कितनी तेज़ या धीमी है. यह भी दिखाता है कि इसकी औसत स्थिति की तुलना में सूर्य कितनी दूर पश्चिम या पूर्व है)
12. Atlas (मानचित्रों की किताब): a book of maps or charts
13. Map (नक्षा): a diagrammatic representation of an area of land or sea showing physical features, cities, roads, etc.
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Shopping and mall vocabulary:
1. Trolley - जिसमें सामान रखा जा सकता है
2. Escalator - स्वचालित सीढ़ी
3. Billing counter / Cash counter - जहाँ billing होती है
4. Changing room / Fitting room - जहाँ कपड़े try कर सकते हैं
5. Shopping spree: a short period of time in which someone buys a lot of things. जब कम समय में कोई बहुत सी चीज़ें खरीद लेता है
6. Window shopping: the activity of looking at goods displayed in shop windows, especially without intending to buy anything. जब कोई सिर्फ store के बाहर से चीज़ें देख लेता है पर खरीदना नहीं चाहता
7. Rip-off: an act of cheating someone by charging too much or not giving anything of value for money spent. किसी चीज़ को अधिक कीमत लगा कर बेचने
8. Bargain hunting: looking for goods that are valued for money, usually because they are on sale at a lower price than normal. ऐसी चीज़ें देखना जो पैसा वसूल हो या जितना पैसा लिखा हो उससे कम में मिल जाएं
9. Discount - छूट
10. Price tag - label जिस पर दाम लिखा हो
11. Receipt - रसीद
12. To be on sale: offered for purchase at a reduced price. कम दाम में मिलना
13. Be out of stock: not available to buy (because all have already been bought) जब कोई चीज़ बिक गयी हो और फ़िलहाल store पर मौजूद न हो
14. Barcode: applied to products as a means of quick identification. एक लाईनो वाला कोड जिस से item का पता चल सके
15. Cashier - रोकड़िया
16. Arcade: a covered passage where there are shops or market stalls - एक ढका हुआ गलियारा जहाँ दुकानें होती हैं
17. Shelf: तख़्ता
18. Till: a cash register or drawer for money in a shop. रुपया रखने की सन्दूक
19. Food court: an area in a shopping mall where fast-food outlets are located. जहाँ मॉल में खाना मिलता है
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Tech-related words...
1. Portable hard drive: the removable hard disk/pen drive
(इसमें कई चीज़ें store करी जा सकती हैं और यह carry करने में बहुत आसान होती है.)
E.g. Portable hard drive is very easy to carry and beneficial for essential file storage.
2. USB (Universal Serial Bus): a cable which is used to connect computer and mobile phone
(एक केबल जिससे फ़ोन को कंप्यूटर से कनेक्ट करा जाता है.)
E.g. We can access the files on mobile phones by connecting it to the computer using USB cable.
3. Cellphone/Smartphone/iPhone: These are the different names for a Mobile Phone which are changing with time and technology.
(यह फ़ोन के अलग अलग नाम हैं.)
E.g. An iPhone has a brand image all over the world in mobile phone categories.
4. iPod: It’s a device used for listening to music.
(इसे music सुनने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.)
E.g. iPod is a brand of Apple for listening to music. It consists of a good storage capacity.
5. iPad: It’s nothing but the tablet computer which is designed and marketed by Apple Inc.
(एक tab जोकि एप्पल द्वारा डिज़ाइन किया गया है.)
E.g. iPad is very efficient to use for videos, photos, music, and Internet functions, such as web-browsing and emailing.
6. Digital Camera: This camera encodes the digital images and videos digitally and stores them.
(डिजिटल कैमरा)
E.g. The sale of digital cameras is increasing day by day.
7. Joystick: A remote control used for handling different steps while playing a video game.
(यह एक video game खेलते समय काम आती है, यह remote control की तरह काम करती है.)
E.g. Joystick is needed to be connected to T.V.
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It's not hard to learn English, try these 10 tips...
Are you unable to learn English due to problems in Grammar and Translation? So no matter you can try some of the ways in which your mind will feel and you will learn English as well.Essential Tips For Fragrant English...
1. Search engine used in English...
Use Google in English while searching any information.Especially when it comes to getting news or information about your choice. For example, if you like cooking, then you can search food recipes in English. Also get information about fashion, car, travel in English. Maybe you did not understand anything initially, but do not panic at it. Learn the meaning of some words and then try to understand. Gradually your interest will start to grow. Learn English Free here
2. Listen and try to understand...
Learning to listen to English is the best way to learn. The biggest advantage of this is to improve the pronunciation. So whenever you go out, listen to your headphones by downloading some of your favorite audio recordings. This will help you to understand many things like English idioms...
3. Follow people who post in English on Twitter, Facebook and Google Plus follow...
Facebook, Twitter and Google Plus will all be active. Why not take advantage of this inlearning English ? You follow people like that who post in English. Keep in mind that these people should be from the fields you are interested in. This way, when these people post and tweet your liking, you will read them with great passion and understand the meaning. After this you also communicate with them.
4. Write your blog in English...
You must both understand and write English. For this, create your own blog and type in it according to your choice. This is a great platform for learning English , with the help of which you can freely put your views in English in front of others.
5. Read also the blogs of others...
If you think that you are not ready to write your blog at the moment, then you start reading others' blogs. In the blog you can see how the writer is writing about, about who is writing and what people are saying about the blog. This will also inspire you and your writing skills will be strengthened and you will understand Grammar's structure.
6. See English movies and listen to English music...
Watching movies and listening to songs is not what they like. If you want to be perfect in English then you can do all these work in English. This will help you learn English. Especially you will help to understand the language of colloquialism.
7. Read the English book...
If you have a passion for reading books then you can read the English book of your choice. Keep in mind that read a book that you can read by mind. If possible, then read the children's English book, if possible. After this slowly read your level and English books of choice. Write whatever new words you learn in English to a notebook.With this, try to use new words in sentences.
8. Follow the English website to read the news...
It is also important to be aware of the daily news. It is important for you to fall in the English website to know the news. This will give you a lot of news, like lifestyle, technology, and you will understand the words in these fields.
9. Practice with friends...
After learning so much in English, practice practicing with your friends and know how much improvement you have done in English.
10. Do not translate the language into English...
Do not translate your language into English. Think English for fluency. Talk to yourself. Do not be afraid to make mistakes. be confidence...
7
vocabulary
Outsmart - मात देना
Intercept - अवरोधन करना
Parlance- बोल-चाल
Quantifiable- मात्रात्मक
Intervention- हस्तक्षेप
Magnitude- परिमाण
Sputum- बलगम
Infertility- बांझपन
Dormant- निष्क्रिय
Etiquette- शिष्टाचार
Notorious- कुख्यात
Insomnia- उनींदापन
Perforce- ज़रूरत पर
Segregate- पृथक करना
Quagmire- कीचड़
Whopping- बहुत ज़्यादा
Insubordination- अवहेलना
Viable- व्यवहार्य
Unprecedented- अभूतपूर्व
City dwellers- दर्शक
Lip service- दिखावटी प्रेम
Agitate- उत्तेजित करना
Ceremonial- अनुष्ठानिक
Dissuade- रोकना
Gruelling- थकानेवाला
Chronic- बहुकालीन
Paradigm- मिसाल
Procurement- खरीद
Surmountable- जीतने योग्य
Exodus- दुर्दशा
Woe- शोक
Midstream- मझधार
Punitive- दंडात्मक
Mentor- उपदेशक
Maxim- नीतिवचन
Extricate- सुलझाना
Firmament- आसमान
Adamant- कठोर पदार्थ
Insipid- नीरस
Enfranchise- मताधिकार देना
Elliptical- दीर्घवृत्ताकार
Deprecating- विरोधात्मक
Minuscule- छोटा अक्षर
Dalliance- मौज मस्ती
Confluence- संगम
Insatiable- अतिलोभी
Inordinate- अतिरिक्त
Conciliatory- मिलाप करनेवाला
Jamboree- उत्सव
Enshroud- लपेटना
Stopgap- कामचलाऊ उपाय
Pretentious- अभिमानी
Hold out- प्रतिरोध करना
Assault- हमला
Outset- शुरू
Abet- उकसाना
Uncontemplated- अचिंतित
Goon- घृणास्पद आदमी
Restrain- नियंत्रित करना
Cadres- कार्यकर्ताओं
Deem- समझना
Insistence- आग्रह
Fragile- नाज़ुक
Reckon- संगणित
Substitute- विकल्प
Aloof- पृथक
Impartially- निष्पक्षता से
Augur- शुभ संकेत
Slant- झुकाव
Fend- बचाव करना
Dwindle- कम हो चलना
Foist- थोपना
Discourse- बातचीत
Autonomy- स्वराज्य
Vocal- मौखिक
Rile- क्रोधित करना
Indeed- वास्तव में
Secede- अलग होना
Indestructible- अविनाशी
Vestige- अवशेष
Set the cat among the pigeons- कबूतरों के बीच बिल्ली सेट
Skew- झुका हुआ
Prudent- विवेकी
Headway- उन्नति
Shard- टुकड़ा
Cumbersome- कष्टकर
Workaround- वैकल्पिक हल
Bilateral- द्विपक्षीय
Federalism- संघवाद
Deception- छल, धोखा
Tempting- मोहक, लुभाने वाला
Undue- अनावश्यक, असंगत
Deliverable- प्रदेय
Perceptible- सुस्पष्ट
Rupture- बिगाड़
Put aside- भूला देना
Rhetoric- आलंकारिक
Sermonise- प्रचार करना
Tenor- विषय
Susceptible- अतिसंवेदनशील
Meddle- हस्तक्षेप करना
Diplomat- राजनयिक
Credence- विश्वास
Discreetly- सावधानी से
Skew- तिरछा
Standalone- अकेले चल सकने योग्य
Obscure- अस्पष्ट करना
Entrant- प्रतियोगी
Critique- समालोचना
Reckon- गणना करना
Punitive- दंडात्मक
Vest- निहित
Clamour- कोलाहल
Moot- विचार करना
Wade- पार करना
Discernible- प्रत्यक्ष
Shun- त्यागना
Pander- बढ़ावा देना
Obscure- अस्पष्ट
Carnage- नरसंहार
Inure- त्रस्त
Ghastly- भयानक
Lapses- खामियों
Lax- उदास
Requisite- अपेक्षित
Hereafter- इसके पश्चात
Solicitor- वकील
Refugee- शरणार्थी
Leniency- उदारता
Distil- अनिवार्य अर्थ निकालना
Dictum- वाक्य
Disproportionate- असंगति
Successor- वारिस
Gratitude- धन्यवाद
Affection- स्नेह
Oath- शपथ
Delimitation- परिसीमन
Contender- मुकाबला करने वाला
Troops- सैन्य दल
Mutilation- अंग भंग
Crib- नांद/टोकरा
Espionage- गुप्तचर रखना/चारवृत्ति
Patrol- गश्त लगाना
Affordable- वहन करने योग्य
Sheaths- म्यान
Trekking- लंबी पैदल यात्रा
Expedition- अभियान
Strike- टकराना
Turn up- आना
Vindictive- बदला लेनेवाला
Tribute- श्रद्धांजलि
Shelter- पनाह
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Ways to Introduce yourself...
1. Formal: Hi, nice to meet you. Let me introduce myself. I am Aman Singh. I work for ABC Private Limited. May I know your name, please?
(Hi, आपसे मिलकर अच्छा लगा. मैं अपना परिचय देता हूँ. मैं अमन सिंह हूँ. मैं ABC प्राइवेट लिमिटेड के लिए काम करता हूँ. क्या मैं आपका नाम जान सकता हूँ?)
2. Formal: Hi, are you Akshay Singh? Nice to meet you. I am Manisha Sharma. We spoke over the phone yesterday. I am from ABC Private Limited.
(Hi, क्या आप अक्षय सिंह हैं? आपसे मिलकर अच्छा लगा. मैं मनीषा शर्मा हूँ. हमने कल फ़ोन पर बात करी थी. मैं ABC प्राइवेट लिमिटेड से हूँ.)
3. Formal: Thank you for having me here, today. My name is Rita Singh. Pleasure meeting you all.
(मुझे आज यहाँ बुलाने के लिए शुक्रिया. मेरा नाम रीटा सिंह है. आपसे मिलकर अच्छा लगा.)
4. At a party: Hi, I am Raj's friend, Aman. Are you Priya? Raj has told me so much about you. It is nice to meet you in person.
(Hi, मैं राज का दोस्त अमन हूँ. क्या आप प्रिय हो? राज ने मुझे आपके बारे में बहुत कुछ बताया है. आप से मिलकर अच्छा लगा.)
5. Informal (pet name): My name is Aman, but you could call me Jolly. That's what most people call me.
(मेरा नाम अमन है लेकिन आप मुझे Jolly कह कर बुला सकते हैं. अधिकतर लोग मुझे इसी नाम से बुलाते हैं.)
6. Informal (pet name): My name is Aman Singh. I also go by 'Lucky'.
(मेरा नाम अमन सिंह है. मुझे लोग 'Lucky' भी बुलाते हैं.)
7. At a wedding: Hi, I am Rekha. I am the bride's cousin. Are you from the groom's side?
(Hi, मैं रेखा हूँ. मैं दुल्हन की बहन हूँ. क्या आप दूल्हे की तरफ से हैं?)
8. Asking for introductions:
i. May I know your name, please?
ii. Hi, I am Aman, Raj's best friend, and you are?
iii. Are you here for the interview as well? I am Aman, by the way. And you are?
iv. Hi, I am Saket. I haven't seen you around - are you a recent recruit? What is your name?
Common Ways of Saying Goodbye...
आम तौर पर इस तरह से विदा ले सकते हैं...
1. Bye bye - अलविदा
2. See you later - फिर मिलते हैं
3. So long: goodbye till we meet again. - हम फिर से मिलें तब तक के लिए अलविदा
4. I'm off! - मैं चलता हूँ
5. Later - कभी और
6. All right then - ठीक है फिर
7. It's getting late, I've got to go - देरी हो रही है, मुझे जाना होगा
Formal Ways of Saying Goodbye:
जब आप किसी से औपचारिक तरीके से विदा ले रहे हों, तो कह सकते हैं:
1. I look forward to our next meeting - हमारी अगली मुलाकात के लिए इंतज़ार करूँगा
2. Until tomorrow - कल तक के लिए अलविदा (जब आप किसी से अगले दिन मिल रहे हों)
3. I better be going now. (or I'll be late) - अब मुझे चलना चाहिए नहीं तो मुझे देरी हो जायेगी
4. I'm afraid I have to go now. - मुझे डर है मुझे अब जाना होगा
5. I enjoyed seeing you again. - आपसे दोबारा मिलकर मज़ा आया
6. Keep in touch - मिलते रहना
7. It was nice meeting you! - आपसे मिलकर अच्छा लगा!
Informal Ways of Saying Goodbye:
जब आप दोस्तों या रिश्तेदारों के साथ हों, तो आप कह सकते हैं:
1. Catch you later - बाद में मिलता हूँ
2. I'm out of here - मैं चला
3. Catch you on the flip side - फिर मिलते हैं
4. Peace out! - अलविदा
5. I gotta roll - मुझे जाना होगा
6. I gotta hit the road! - मुझे जाना होगा
Ways to say "You're Welcome!"
1. Of course
2. No problem
3. Don't mention it
4. It was nothing
5. By all means
6. No worries
7. That's OK
8. That's alright
9. My pleasure
10. You're welcome
11. You got it