Thursday, October 29, 2020

इंटरव्यू या साक्षात्कार में ध्यान देने योग्य बाते

Iटरव्यू या साक्षात्कार में ध्यान देने योग्य बाते... 


1. बिना पूछे इंटरव्यू या साक्षात्कार रूम में न घुसे.
2. अपने बायोडाटा या रिज्यूमे को विनम्र तरीके से इंटरव्यूर को दे.
3. इंटरव्यूर के सामने आपने आँख को नीचे न करे (नीचे की तरफ न देखे). आपका अच्छा Eye Contact होना चाहिए.
4. इंटरव्यूर के सामने घबराए नही. आराम से बैठे.
5. यदि इंटरव्यूर आपसे हाथ मिलता हैं तो अच्छी तरह मिलाये. ढीले तरीके से हाथ न मिलाए.
6. चमचमापन, भड़कीला दिखने वाला और बहुत ज्यादा आकर्षक दिखने वाला कपड़ा न पहने. साधारण और सिंपल कपड़े पहने जिसमे आप आरामदायक महसूस करते हैं.
7. इंटरव्यूर के सामने आराम से बैठे और आराम से बाते करे. कुर्सी पर बीच में आराम से बैठे.
8. अपने जीभ से अपने होटो को बार-बार न चाटें.
9. हाथ घड़ी को बार-बार न देखे.
10. मोबाइल को साइलेंट रखे या बंद करके रखे.
11. इंटरव्यूर के प्रश्नों के उत्तर कम-से-कम शब्दों में दे और उचित उत्तर दे.
12. प्रश्नों के उत्तर घुमा-फिरा कर न दे.
13. गलत उत्तर न दे.
14. विचार करके और तार्किक विचारों को पेश करें.
15. प्रश्न को अच्छी तरह सुने और उसके बाद समझे फिर उत्तर दे. उत्तर देने में जल्दबाजी न करे.
16. इंटरव्यू देने से पहले, अपने कम्युनिकेशन स्किल (Communication Skill) को बेहतर बनाए. शीशे के सामने अपने इंटरव्यू की जरूर तयारी करे. अपने आवाज को रिकॉर्ड करके भी देख सकते हैं कि जब आप उत्तर दे रहे हैं तो वह कितना प्रभावी हैं.
17. शिष्टता और आत्मविश्वास बनाए रखें.
18. इंटरव्यू में आप जिस विषय (Topics) पर बात कर रहे हैं उसे तथ्यों और वास्तविक जीवन के उदाहरण (Real-life Example) से जोड़ें.
19. इंटरव्यूर के द्वारा पूछा गया प्रश्न समझ में नही आया तो प्रश्न को विनम्रता पूर्वक दुबारा पूछे.
20. जिस भाषा में आपसे प्रश्न किया जाय, उसी भाषा में उत्तर देने की कोशिश करे. यदि आपकी उस भाषा पर अच्छी पकड़ नही हैं तो जिस भाषा को आप जानते हैं इंटरव्यूर से इजाजत लेकर उस भाषा में उत्तर दे सकते हैं. उदाहरण के लिए अधिकत्तर टेक्निकल प्रश्न इंग्लिश में पूछे जाते हैं परन्तु आप इंग्लिश में अच्छी तरह एक्सप्लेन (Explain) नही कर सकते तो, हिंदी का प्रयोग कर सकते हैं क्योकि यहाँ पर आपकी टेक्निकल स्किल्स (Technical Skills) को देखा जाता हैं. समय की अनुसार निर्णय ले.
21. यदि आप प्राइवेट जॉब इंटरव्यू (Private Job Interview) दे रहे हैं और फ्रेशर (Fresher) हैं तो इंटरव्यू के अंत में अपना फीडबैक (Feedback) जरूर ले. इसे विनम्रता पूर्वक पूछे. इससे आप अपने इंटरव्यू की कमियों के बारे में पता चलेगा.


यूपीएससी परीक्षा के लिए करेंट अफेयर्स की तैयारी कैसे करें... 


*जैसा कि हम जानते हैं कि आईएएस तैयारी के सभी तीन चरणों (प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा व साक्षात्कार या व्यक्तित्व परीक्षण) में वर्तमान मामलों की समझ महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। हाल के वर्षों में आईएएस परीक्षा में वर्तमान मामलों का महत्व में वृद्धि हुई है, जिसमें आनुपातिक रूप से प्रश्नों के विश्लेषणात्मक रुझान के साथ-साथ कुछ विषय जैसे पर्यावरण और अर्थव्यवस्था से जुड़ी घटनाओं आदि का विशेष महत्व भी बढ़ा है।*


*अब प्रश्न यह उठता है कि आईएएस परीक्षा के लिए वर्तमान मामलों को कैसे तैयार किया जाए?* यूपीएससी प्रिलिम्स के पाठ्यक्रम में काफी स्पष्ट रूप से *"राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय महत्व की वर्तमान घटनाओं"* का उल्लेख है जिसे हम करेंट अफेयर्स या समसामयिकी के रूप में समझते हैं। आयोग ने परीक्षा में वर्तमान मामलों को बहुत ही कुशलता से शामिल किया है, लेकिन प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा दोनों के पाठ्यक्रम में इस भाग को परिभाषित नहीं किया गया है। एक उम्मीदवार को हर दिन यूपीएससी परीक्षा के स्तर के आधार पर समाचार पत्रों के माध्यम से महत्वपूर्ण वर्तमान मामलों से संबंधित सभी प्रमुख समाचारों को पढ़ना और उनसे नोट्स बनाने की कला का विकास करना चाहिये।
*Note*- *अगर आप समाचार पत्र को नहीं पढ़ते हैं तो कोई बात लेकिन आप उस दिन के वे तथ्य जो परीक्षा के दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं उसको जरूर पढें और अगर आप   समाचार पत्र पढ़ते भी हैं तो उसमें ध्यान रखें कि जो उसमें दिया है उसको पढ़ के उसके बारे में विस्तृत जानकरी रखें तभी पढ़ना सार्थक हो पायेगा।।*

*समाचार पत्र पढ़ने से पहले आपको पूरा विषय वस्तु ध्यान से पढ़ लें ताकि जो भी आप पढें उसको आप अपने विषय से जोड़ लें,,अगर आप न्यूज़पेपर नहीं पढ़ते हैं तो _हमारे ग्रुप_ में जो समाचार बताया जाता है उसको लिखें और उससे बहुत सारी जानकारियां इकट्ठा करें!!*


आईएएस परीक्षा में मौजूदा मामलों से पूछे जाने वाले प्रश्नों का कोई विशेष ट्रेंड नहीं है। यदि हम पिछले वर्ष के पेपर का अध्ययन करें तो हम यह समझ सकते हैं कि कई मौजूदा घटनाओं से कई प्रश्नों को सीधे-सीधे पूछा गया था। वर्तमान मामलों में विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला को शामिल किया गया जाता है और ये प्रमुख विषयों जैसे कि भूगोल, नीति, अर्थशास्त्र, इतिहास, पर्यावरण एवं विज्ञान और प्रौद्योगिकी के साथ ओवरलैप करते हैं। इस तरह से हम यह समझते हैं कि करेंट अफेयर्स की तैयारी के लिये किसी विशिष्ट विषय के तहत प्रश्नों को वर्गीकृत करना कठिन है।


*दैनिक समसामयिकी में कवर किये जाने वाले टापिक्स।*


सरकार के पहलुओं / नीतियों, भारत की नीतियां जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हैं जैसे - पूर्व की ओर देखो नीति (Act East policy), अंतर्राष्ट्रीय संस्थान - अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्व बैंक, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (United Nations Security Council), अंतर्राष्ट्रीय समझौते - गैर-प्रसार संधि (एनपीटी), वासेनार व्यवस्था, स्टार्ट संधि, राइट्स इश्यू, सोशल सेक्टर की पहल (Social Sector Initiatives), सस्टेनेबल डेवलपमेंट (Sustainable Development) पर सरकार द्वारा उठाए गए अच्छे उपाय इत्यादि।

आप आसानी से *समाचार पत्रों के महत्व* को समझ सकते हैं। सभी स्थैतिक (Static Portion) भाग जैसे भूगोल, इतिहास, अर्थशास्त्र, राजनीति, विज्ञान और तकनीक या पर्यावरण इत्यादि दैनिक समाचारों का एक नियमित हिस्सा है। इसके अलावा, यूपीएससी के प्रश्नों के उत्तर देने के लिये हमें समकालीन मुद्दों का स्थैतिक पहलू से संबंध तथा उसके विश्लेषण आदि की समझ में निपुणता प्राप्त करने की आवश्यकता होती है। जब आप समकालीन विकास व घटनाओं से अवगत होते हैं, तो इसकी तैयारी मुश्किल नहीं होती है।


*आईएएस परीक्षा में वर्तमान मामलों का क्या महत्व है।

*सिविल सेवा परीक्षा में वर्तमान घटनाओं या सीधे उससे जुड़े प्रश्न पूछे जा सकते हैं। आप वर्तमान घटनाओं का उपयोग उदाहरणों के लिए कर सकते हैं जो आपके उत्तर में आपके द्वारा उठाए गए रुख को स्पष्ट कर सके।*

करेंट अफेयर्स का वर्गीकरण:

♦सरकारी योजनाएं और नीतियां
♦विज्ञान और तकनीक
♦भारत के अंतरिक्ष मिशन और रक्षा प्रणाली
♦अंतर्राष्ट्रीय संस्थान जैसे विश्व बैंक, विश्व व्यापार संगठन, आईएमएफ, संयुक्त राष्ट्र आदि।
♦अंतर्राष्ट्रीय एनजीओ
♦अंतर्राष्ट्रीय सामाजिक और पर्यावरण संबंधी पहल
तथा वर्तमान राष्ट्रीय समाचार||

*यूपीएससी सिविल सेवाओं की परीक्षा में वर्तमान मामलों के लिए विषय-आधारित नोट तैयार करने और अध्ययन करने से संबंधित खबरों का अध्ययन करने के सुझावों के लिए नीचे दिये गये सुझाव व स्रोत पढ़ें:*

*भूगोल*: हिमशैल पिघल

ने, एल नीनो / ​​ला नीना (El Nino/La Nina) आदि पर अखबारों की रिपोर्ट।
*भारतीय सोसाइटी*: महिला मुद्दे, समाचारों में महिला संगठन, आबादी के मुद्दे, क्षेत्रवाद, सांप्रदायिकता, गरीबी के मुद्दों और योजनाएं वैश्वीकरण और महिलाओं, प्रवासियों आदि जैसे विशेष समूहों पर इसके प्रभाव।
*सामाजिक न्याय*: एनजीओ, संघ बजट, स्वास्थ्य और शिक्षा से शिक्षा के मुद्दों, खाद्य सुरक्षा मुद्दों आदि से कल्याण योजनाएं आदि।
*शासन*: योजना पत्रिका की रिपोर्ट व लेख।
*अंतरराष्ट्रीय मामले*: समाचार पत्र, समाचार वेबसाइटें।
*भारतीय अर्थव्यवस्था*: समाचार चैनलों, लोकसभा, राज्यसभा टीवी, आर्थिक सर्वेक्षण, संघ बजट, सरकार की पहल, कृषि, बुनियादी ढांचा, बिजली आदि में चर्चा।
*विज्ञान और तकनीकी*: द हिंदू अखबार व साइंस रिपोर्टर पत्रिका।
*आंतरिक सुरक्षा*: भारतीय सुरक्षा, आतंकवाद, साइबर सुरक्षा, उन्हें रोकने के लिए सरकार के उपाय, आदि।
*आचार विचार*: कॉर्पोरेट जासूसी, भ्रष्टाचार, आदि के उदाहरण।
*द हिंदू समाचार पत्र*: सामाजिक-आर्थिक और राजनीतिक मुद्दों के लिए तैयार करने के लिए द हिंदू अखबार सबसे अच्छे स्रोतों में से एक है तथा इसके संपादकीय और राय भाग में विभिन्न सरकारी कार्यक्रमों और नीतियों के बारे में एक विस्तृत विवरण और विचार प्राप्त हो जाता है। इसके अतिरिक्त पर्यावरण संबंधी मुद्दों- राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मुद्दे और नीतियां, राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था, आर्थिक विकास और नीतियां, विज्ञान और प्रौद्योगिकी इत्यादि। *इसका हर रोज़ वैज्ञानिक विकास खण्ड बहुत उपयोगी है।*

*द इंडियन एक्सप्रेस*: इसमें अंतरराष्ट्रीय संबंधों प्रकाशित लेख अन्य अखबारों की तुलना में अच्छे माने जाते हैं। *इंटरनेशनल रिलेशन्स (IR)* के लिये कई महत्वपूर्ण जानकारियां इससे तैयार की जा सकती हैं।


*आपको यह सीखना चाहिए कि अख़बारों और अन्य स्रोतों से पढ़ी जाने वाली जानकारी को यूपीएससी पाठ्यक्रम से जोड़कर उत्तर कैसे बनाया जाए जो विश्लेषणात्मक दृष्टिकोणों से उपयुक्त हो। वर्तमान मामलों के लिए पाठ्यक्रम की संपूर्ण जानकारी होना महत्वपूर्ण है, ताकि जब आप स्रोतों के माध्यम से जानकारी के लिए अध्ययन करें तो आप तुरंत उस खबर को संबंधित विषय से जोड़ सकते हैं और अपने मौजूदा मामलों के फाइल में संबंधित समाचारों को संक्षेप में नोट सकते हैं।*

*वर्तमान मामलों के लिए स्रोतों की विस्तृत सूची*

♦द हिंदू अख़बार
♦फ्रंटलाइन पत्रिका
♦प्रेस सूचना ब्यूरो (PIB)
♦योजना और कुरुक्षेत्र
♦लाइव मिंट न्यूज
♦अखिल भारतीय रेडियो समाचार चर्चा
♦मन की बात (प्रधान मंत्री द्वारा)
♦राज्य सभा और लोकसभा टीवी
♦सरकारी मंत्रालयों की वेबसाइट
♦इंडिया ईयर बुक
♦आर्थिक सर्वेक्षण
♦मैनोरमा ईयरबुक
♦मथुब्रूमी ईयरबुक
♦प्रतियोगिता दर्पण पत्रिका


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