Saturday, July 27, 2024

21 आदतें जो लड़कों को पुरुषों में हमेशा घुमाता हैं...




21 आदतें जो लड़कों को पुरुषों में हमेशा घुमाता हैं...


1. जिम्मेदारी---

अपने कार्यों के लिए जिम्मेदारी लें और अपनी गलतियों के लिए जवाबदेह बनें...


2. सम्मान---

अपने लिए और दूसरों के लिए सम्मान दिखाएं, जिसमें उन लोगों को भी शामिल किया गया है जो आपसे अलग हैं...


3. ईमानदारी...

अपने शब्दों और कार्यों में ईमानदार रहें...


4. सहानुभूति...

दूसरों की भावनाओं और अनुभवों को समझने और उनसे संबंधित करने की कोशिश करें...


5. स्व-नियंत्रण...

आत्म-नियंत्रण का अभ्यास करें और नकारात्मक आवेगों का विरोध करें...


6. दृढ़ता...

कड़ी मेहनत करते रहें और हार न मानें, भले ही चीजें कठिन हो जाएं...


7. पहल...

पहल करें और अपने लक्ष्यों और जिम्मेदारियों में सक्रिय रहें...


8. समय प्रबंधन...

अपने समय का बुद्धिमानी और कुशलता से उपयोग करें...


9. अच्छा संचार...

दूसरों के साथ स्पष्ट और प्रभावी ढंग से संवाद करें...


10. समस्या का समाधान...

चुनौतियों पर काबू पाने के लिए महत्वपूर्ण सोच और समस्या सुलझाने के कौशल का उपयोग करें...


11. संसाधन...

काम पूरा करने के लिए अपने संसाधनों और कौशल का प्रभावी ढंग से उपयोग करें...


12. स्वतंत्रता...

स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता का विकास करें...


13. अन्तरात्त्व...

टीम वर्क के महत्व को पहचानें और दूसरों के साथ परस्पर निर्भर रहें...


14. रचनात्मकता...

नए विचारों और समाधानों के साथ आने के लिए अपनी रचनात्मकता और कल्पना का उपयोग करें...


15. अनुकूलता...

बदलाव के लिए लचीला और अनुकूलनीय बनें...


16. नेतृत्व...

नेतृत्व कौशल और दूसरों को प्रेरित करने और मार्गदर्शन करने की क्षमता विकसित करें...


17. भावनात्मक बुद्धि...

अपनी भावनात्मक बुद्धि और अपनी खुद की भावनाओं और दूसरों की भावनाओं को समझने और प्रबंधित करने की क्षमता विकसित करें...


18. आत्मविश्वास...

अपने आप पर और अपनी क्षमताओं पर विश्वास रखें...


19. हिम्मत...

बहादुर बनो और जिस में आप विश्वास करते हैं उसके लिए खड़े हो जाओ...


20. विनम्रता...

विनम्र और सीखने और विकास के लिए खुले रहें...


21. आभार...

कृतज्ञता का अभ्यास करें और जो आपके पास है उसकी सराहना करे...


अचेतन...


आपका अचेतन क्या कर सकता है...


जब हम इस पर विचार करते हैं तो हम पाते हैं कि अचेतन ही ब्रह्म है।सब कुछ इसी में निहित है और इसी से पल्लवित प्रस्फुटित भी। इसके कृत्य विविध है...


1) आपका अचेतन आपकी मृत्यु का आयोजन करता है।

2) यह व्यवस्था करता है कि मरने के बाद आप गत्यात्मक न् हो।

3) यह पुनर्जन्म हेतु आपके गर्भ (मा) का चयन करता है।

4) यह जैविक घड़ी (bio-geo Clock) का आधार है। यह जन्म यौवन जीवन मरण के समय को निर्धारित करता है।

5) यह आपको द्विज (बाल्यावस्था से वयस्क के रूप ) बनाता है।

6) आपके जीवन मे "मनोलैंगिक विकास (Psycho Sexual Development) " को सुरक्षित करता है।

7) यह जीवों के जैविक क्रियाओं का नियामक है। यही आपके दिल को धड़काता है।

8) यह आपके अधिगम का आधार है।

9) हर शय वक्त का गुलाम होता है पर वक्त इसी अचेतन का गुलाम है।

10) आपके संस्कार इसी अचेतन में सुसंस्कृत होते है। आपके पास जो जीवन है उसके उद्देश्य का यह रखवाला है।


वादरायण अपने ब्रह्मसूत्र में ब्रह्म को चेतन सिद्ध करने के लिये हठ धर्म अपनाते है पर अचेतन ही ब्रह्म है यही सत्यता है। आगन्तुक और आकस्मिक रूप से ब्रह्म का चैतन्य होना ही सृष्टि है। हम सम्मोहन में आपके अचेतन से ही परिचित है...


शिक्षा वो उपकरण है, जो जीवन, समाज और राष्ट्र में सभी असंभव स्थितियों को संभव बनाती है...आज क़ल ईज्जत प्रतिष्ठा लोक लज्जा हृया,शर्म जाति धर्म पुजापाठ सभ्यता,संस्कृति संस्कार तहजीब तमीज तालिम बड़े पावर पैसे नेता अभिनेता पढ़ेलिखे उच्च ओहदे वाले के लिए कोई मायने नहीं रखता...इनके लिए पावर पैसे पद सबकुछ है। लेकिन वही पर गरीब कमजोर पिछड़ा मिडियम बर्ग अपनी ईज्जत प्रतिष्ठा जाति धर्म समाज बचाने में परेशान है...


वो लोग जिन्हे खेलने से पहले हारने का डर होता है वो कभी लाइफ में जित नहीं पाते...Your actions today shape your tomorrow...Sow seeds of hard work and positivity, and reap a bountiful future...उम्मीद से सुबह होती हैं,और दिलाशे से रात कटती है..परिणाम आपकी सोच के अनुसार नहीं,बल्कि आपके परिश्रम के अनुसार होता है...Raj Sir...


Have a great day friends...

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