Friday, April 14, 2023

तुझ से मिलते मिलते अपने आप से बिछड़ गए...

  तुझ से मिलते मिलते अपने आप से बिछड़ गए...



क्या खूब लिखा किसी शायर ने दोस्त...एक पल में एक सदी का मजा हमसे पूछिए, दूजे पल में जिंदगी क़ी सजा हमसे पूछिए,भूले है रफ्ता -रफ्ता उन्हें मुद्दतों में हम, किस्तों में खुद ख़ुशी की सजा हमसे पूछिए,आगाजे आशिकी का मजा आप लीजिये, अंजामे आशिकी क़ी सजा हमसे पूछिए...जरूरी तो नहीं हर पल तेरे पास रहुं,मुहोब्बत और ईबादत दूर से भी की जाती है दोस्त...चाहत, फिक्र, एहतराम, सादगी और वफा,मेरी इन्हीं आदतों ने मेरा तमाशा बना दिया दोस्त...तु ही बता हमारे रिश्ते का नाम क्या है,दोस्ती, मोहब्बत,जरूरत,जुनून,ख्वाहिश, या फिर ख़्वाबेइश्क़ दोस्त...इश्क वह खेल नहीं जो छोटे दिल वाले खेले,रूह कांप जाती है सदमे सहते सहते दोस्त...मुझको मेरे इश्क़ के द्वारा क्या खूब इनाम दिया गया,हर रात तेरे यादों में जागने का काम दिया गया दोस्त...तुझमें मैं ना सही तो क्या हुआ, तुम तो मुझमें बेसुमार हो न दोस्त...यह इश्क,महोब्बत की रवायतें अजीब है दोस्त, जिसको कभी पाया न हो उसे लोग कभी खोना नही चाहते...पत्थर में एक ही कमी है वह पिघलता नहीं है,पर यह उसकी खूबी भी है कि वह बदलता नहीं है दोस्त...मोहब्बत में पागल हो जाना आम बात है,एक ही शक्स के लिए पागल रहना खास बात है दोस्त...कुछ रिश्ते महोब्बत के ऐसे निभाएं जाते हैं,चंद लम्हों की मुलाकात के लिए तम्माम उम्र इंतजार में बिताएं जाते हैं दोस्त...कुछ हादसे ऐसे भी हुए है मेरी ज़िंदगी में,जिस ने जान भी ले ली और ज़िंदा भी छोड़ दिया दोस्त...अभी तक मौजूद है इस दिल में तेरे कदमों के निशान,मैंने तेरे बाद इस राह से किसी को भी नहीं गुजरने दिया दोस्त...देने वाले की हैसियत है,कोई प्यार देता है कोई धोखा दोस्त...सबको दिलासा देने वाला शख्स,अक्सर अपने दुखों में अकेला होता है दोस्त...तेरे बग़ैर ऐसे हैं हम जैसे इतवार के दिन वीरान स्कूल दोस्त...हम क़तरा क़तरा फ़ना हुए जर्रा जर्रा बिखर गए, ऐ दोस्त एक तुझ से मिलते मिलते अपने आप से बिछड़ गए...टूटे हुए लोग किसी को तकलीफ नहीं देते,वो बस खुद को अलग कर लेते है दोस्त...गम ये नहीं कि वक़्त ने साथ नहीं दिया,गम ये है जिसे वक़्त दिया उसने ही साथ न दिया दोस्त...मंज़िल पर पहुँच के करेंगे रास्तो की मुश्किलों का ज़िक्र,अभी तो बस आगे बढ़ने से फुर्सत नही है दोस्त...राज

 An imagination for a true love...for my will and wish... 




मोहब्बत की रिवायत को...

         हम दोनों यूं ही निभाएंगे...!!💕


कभी तुम याद आ जाना...


                 कभी हम याद आएंगे...!!💕


ख़फा नहीं होने देंगे कभी...


               दोनों एक-दूसरे को हम...!!💕


कभी तुम मुस्कुरा देना...


                  कभी हम मुस्कुराएंगे...!!💕


कोई कुछ भी कहता रहे...


            कहने दो सबकी आदत है...!!💕


हमारा दिल जो चाहेगा...


                हम वो करते ही जाएंगे...!!💕


शरारत का अगर मन हो तो...


              तुम यूं करना मेरे हमदम...!!💕


अचानक रूठ जाना तुम...


              और तुमको हम मनाएंगे...!!💕


 

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