Wednesday, January 4, 2023

एक तुम्हारा ही ख्याल है मेरे पास...






एक तुम्हारा ही ख्याल है मेरे पास...

मेरे जिंदगी की किताब का हर पन्ना बेमिसाल है,कुछ में तेरे आरज़ू तो कुछ में तेरा ख़्याल है दोस्त...खेल सारे खेलना सीखा मगर,किसी की Feelings के साथ खेलना आज तक नहीं आया दोस्त...दिसंबर की सर्द हवाएं मेरा क्या बिगाड़ लेंगीं,गर्म चाय पीता हूँ तेरी यादो की शॉल लपेट कर दोस्त...तेरी धड़कन में मेरी याद अभी बाकी है,ये हकीकत मेरे जीने के लिए काफ़ी है दोस्त...हमें वो लोग भी छोड़कर चले गए,जिनका दूसरा नाम हमने जिंदगी रखा था दोस्त...गलत ये हुआ की हम पूरे खर्च हो गए,गलत जगहों पर और गलत लोगों पर दोस्त... ना ख़ुशीयों का ज़िक्र है ना ही ज़ख्मों के किस्से याद है,दास्ताँ अलग अलग है पर सब इश्क़ के हाथों बर्बाद है दोस्त...तुम लाख छुपाओ चेहरे से अहसास हमारी चाहत का,दिल जब भी तेरा धड़का है आवाज़ मेरे दिल तक आती है दोस्त...तुम्हें दूर से चाहना मंज़ूर है मुझे,मेरी इस इबादत पर गुरूर है मुझे दोस्त...अपने अंतिम यात्रा पर कंधा देने तो आ जाएंगे,मगर जीते जी साथ देने कोई नहीं आएंगा दोस्त...मर्द कितना ही बहादुर क्यों ना हो,अपने मनपसंद औरत को खोने से हमेशा डरता है दोस्त...एक तुम्हारा ही ख्याल है मेरे पास,वर्ना अकेले बैठकर कौन मुस्कुराता है दोस्त...शिद्दत से जिया है हर लम्हा तेरे साथ,यूं ही खूबसूरत नहीं लगती तेरी यादें दोस्त...जो मिल जाता है वो आम हो ही जाता है,खास वही है जो काश में है दोस्त...हम आज भी खड़े हैं उस राह पर ,जिस पर तुमने चलना छोड़ दिया था दोस्त...यह साल तो बदल ही जाएगा,काश हमारे दिल कि हालात भी बदल जाते दोस्त...तुम्हें सोच लेने का एहसास तुम्हें पा लेने से ज्यादा खूबसूरत हैं दोस्त...हर कोई समझ सके मुझे, इतनी सरल लिखावट नहीं हूँ मैं दोस्त...तुझको लेकर मेरा ख्याल नहीं बदलेगा,साल बदलेगा मगर मेरे दिल का हाल नहीं बदलेगा दोस्त...ये जो 2023 आ रहा है ना देख लेना, ये भी 365 दिन से ज्यादा नहीं टिकेगा दोस्त...कुछ आह आंसू बन बह जाएंगे,कुछ दर्द चिता तक जाएंगे दोस्त...थक कर मुस्कुरा देता हूॅं,जब रोया नहीं जाता हमसे दोस्त...दूर तक देखने के चक्कर में,बहुत कुछ करीब से निकल गया दोस्त...प्रेम समर्पण का विषय है,प्रतिस्पर्धा का नही दोस्त...राज 


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