इत्तफाक से तो नही हम दोनो टकराये...कुछ तो साजिश खुदा की भी होगी...हम बदनसीब सही पर दिल के बुरे नहीं...तेरी वेफाई को भी हम ज़िन्दगी भर याद करंगे...हाथ क्या मिलाया कुछ दोस्तों से...कमाल देखिये...दुःख की सारी लकीरें मिटा गए...
Life is not easy...accept it... no matter how hard you work...there will surely be a time when everything will not be in your mind... Everything will not be in your control...You fall...but you have to stand again...Education is not the best school...life is the best school...Why not read as many books as you can...in academic life...it will never fully teach you to face the real challenge of real life...Be prepared to learn from your own life..friends
घमंड और गरूर से कभी भी कुछ नहीं सीखा जा सकता है...और हम मरते दम तक सीखते रहते है...दोस्त आज मै इसे भी आपको एक छोटी सी पराग्राफ के तहत दर्शता हूँ...
जब श्रीराम जी ने रावण का वध किया उसके तत पश्चात लक्षमण से कहा...भाई लक्षमण जाओ रावण से कुछ ज्ञान ले लो क्यूंकि वो एक महा ज्ञानी पंडित है...लक्षमण रावण के तरफ गए और उसके सर के समीप बैठ गए और कोई प्रश्न किया पर रवण ने उनसे बात तक नहीं की...ठीक उसी समय श्रीराम की नजर लक्षमण के तरफ आकर्षीत हुआ...श्रीराम जी ने कहा लक्षमण विद्या झुक कर ली जाती न की अकड़ के दम पे...श्रीराम की बाते लक्षमण को अच्छी तरह समझ में आगई....फिर लक्षमण दुबारा रावण के पास गए और उसके पैर की ओर जाकर बैठ गए ...तब लक्षमण के प्रश्न न करने के वजूद भी रवण उनसे दो शब्द कहा...की लक्ष्मण घमंड और गरूर कभी भी नहीं रखना चाहिए ये बाते आज मुझे समझ में आ गई है...और सिखाने और सिखाने की प्रक्रिया कभी भी खत्म नहीं होती है...ये बाते भी मुझे आज दम तोड़ने के वक्त समझ में आ गई...कुछ तो समझो यारो यूँही कोई बात नहीं कही जाती...यंहा दो बाते प्रतीत होती है एक तो लक्षमण का अभिमानी तरीका ज्ञान प्राप्त करने की और दूसरा रावण से की ज्ञान की कोई अवधि नहीं होती है...
कटा हूँ,बंटा हूँ, जला हूँ, कतरा कतरा गला हूँ मैं...तब कही जाकर किसी आकर के ढांचे में ढ़ला मैं...शब्द मेरी पहचान बने तो बेहतर है...चेहरे का क्या है वो तो मेरे साथ ही चला जाएगा एक दिन..."मन" सभी के पास होता है...मगर "मनोबल" किसी किसी के पास पाया जाता है मेरे दोस्त...
Have a dashing evening to alll my FB Friends...
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