न पूछो मुझसे क्या मेरी कहानी है,मेरी पहचान तो सिर्फ ये है,की मै सिर्फ एक इंसानियत भरी जिंदगी जीता हूँ...ज़ख्म कहाँ - कहाँ से मिले हैं छोड़ इन बातों को ज़िंदगी,तू तो ये बता तेरी अंतिम यत्रा की दुरी और कितना बाकी है...
I'm not an/a author,writer...any professor & motivator or principle & master of any heavy university & the biggest colege but my ability & capability or manner & behaviour are able to face like this personalities...
हर बात पर दुसरो की सहमियत और सलाह लेने वाले लोग भी जीवन में ज्यदा सफल नहीं होते मेरे दोस्त...राय सब की लो किन्तु निर्णय स्वयम करो क्योंकि खुद की निर्णायक और निर्देशानुसार बनाई गई जिंदगी की जीने का मजा ही कुछ और होता है...
अपनी जीवन में संघर्ष से अपने कदमो को पीछे की ओर मत खींचो क्योंकि सफलताओ की जड़ को मजबूत करने के लिए संघर्ष का होना अति आवस्यक है दोस्त...
दिल में बुराई रखने से बेहतर है कि नाराजगी जाहिर कर दें ,जहाँ दूसरों को समझाना कठिन हो,वहाँ खुद को समझ लेना ही बेहतर है...खुश रहने का मात्र एक ही मूल मंत्र है, कि उम्मीद अपने आप से रखें, किसी और से नहीं...क्योंकि तमन्नाये जब तमाम होती है तो सपनो और उमीदो को टूटना पड़ता है...
शुभ संध्या मेरे प्यारे मित्रो...
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