Important GS
अग्नि-1 मिसाइल
* अग्नि-1 पर काम 1999 में शुरु हुआ था लेकिन परीक्षण 2002 में किया गया
* इसे कम मारक क्षमता वाली मिसाइल के तौर पर विकसित किया गया था
* यह 700 किलोमीटर तक मार करने में सक्षम है
* परीक्षण में भारत ने परमाणु क्षमता संपन्न अग्नि - 1 प्रक्षेपास्त्र का दिसंबर 2011 में फिर से सफल परीक्षण किया
* इससे पहले 25 नवंबर 2010 को अग्नि- 1 मिसाइल का इसी द्वीप से सफल परीक्षण किया गया था
* अग्नि - 1 को पहले ही भारतीय सेना में शामिल कर लिया गया है लेकिन सेना से जुड़े लोगों के प्रशिक्षण और उनकी कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए इसका समय-समय पर प्रायोगिक परीक्षण किया जाता है
* अग्नि-1 मिसाइल स्वदेशी तकनीक से विकसित सतह से सतह पर मार करने वाली परमाणु सक्षम मिसाइल है
* मिसाइल का परीक्षण ओड़िशा के बालासोर से करीब 100 किलोमीटर दूर व्हीलर द्वीप स्थित इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज [आइटीआर] से किया गया
* 15 मीटर लंबी व 12 टन वजन की यह मिसाइल एक क्विंटल भार के पारंपरिक तथा परमाणु आयुध ले जाने में समक्ष है
* मिसाइल को रेल व सड़क दोनों प्रकार के मोबाइल लांचरों से छोड़ा जा सकता है
* अग्नि-1 में विशेष नौवहन प्रणाली लगी है जो सुनिश्चत करती है कि मिसाइल अत्यंत सटीक निशाने के साथ अपने लक्ष्य पर पहुंचे
* इस मिसाइल का पहला परीक्षण 25 जनवरी 2002 को किया गया था
* अग्नि-1 को डीआरडीओ की प्रमुख मिसाइल विकास प्रयोगशाला "एडवास्ड सिस्टम्स लैबोरैटरी" (एएसएल) द्वारा रक्षा अनुसंधान विकास प्रयोगशाला और अनुसंधान केंद्र इमारत (आरसीआई) के सहयोग से विकसित और भारत डायनामिक्स लिमिटेड (बीडीएल) हैदराबाद द्वारा एकीकृत किया गया था
त्रिशूल मिसाइल
* Defence research and development organisation के integrated guided missile development programme के अनुसार बनाई गई missiles में से त्रिशूल भी एक है
* यह मिसाइल सतह से हवा (surface to air) में मार करने में सक्षम है
* इस मिसाइल की रेंज 9 km है तथा इसका उपयोग भारतीय सेनाओं के द्वारा किया जाता है
* त्रिशूल मिसाइल का पहला परीक्षण 5 जून 1989 को किया गया था
* इस मिसाइल का उपयोग कम ऊंचाई पर उड़ान भरने वाले विमानों तथा missiles को ब्लास्ट (blast) करने में किया जाता है
* त्रिशूल मिसाइल का वजन 130 kg तथा इसकी लंबाई 3.1 m है
* BDL (Bharat dynamics Limited) के द्वारा इस मिसाइल का launch system develop किया गया है
* single stage solid fuel engine का उपयोग इस मिसाइल में किया गया है
* त्रिशूल मिसाइल की Warhead ले जाने की क्षमता 15 kg है
* यह मिसाइल "Supersonic speed" ध्वनि की गति से target पर हमला करती है और उसे नष्ट करने में सक्षम है
* इस missile के निर्माण की प्रक्रिया 1983 में प्रारंभ की गई और त्रिशूल मिसाइल के निर्माण की प्रक्रिया 1992 में संपन्न हुई
* इस मिसाइल के निर्माण में 2.82 बिलियन खर्च किए गई
* इस मिसाइल के द्वारा समुद्री इलाकों में कम ऊंचाई पर उड़ान भरने वाले विमानों तथा मिसाइल इत्यादि आक्रमणकारी हथियारों को हवा में नष्ट किया जा सकता है
* भारतीय नौसेना के लिए इस मिसाइल का एक संस्करण तैयार किया गया उस संस्करण का नाम torpedo MK-2 रखा गया !
रूद्र हेलीकॉप्टर (HAL Rudra)
* रुद्र भारत में ही विकसित और हथियारों से लैस पहला हेलीकॉप्टर है
* HAL रूद्र, HAL ध्रुव का एक सशक्त संस्करण है
* रुद्र हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल से सुसज्जित है
* रुद्र आधुनिक इंफ्रारेड, थर्मल इमेजिंग जगह इंटरफ़ेस, 20 मिमी बुर्ज बंदूक, 70 मिमी रॉकेट पॉड और एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल से लैस है
* रुद्र भारतीय थल सेना का एक अटैक हेलीकॉप्टर है
* रूद्र ने अपना पहला उड़ान 16 अगस्त 2007 को किया था
* रुद्र हेलीकॉप्टर में आगे पीछे स्पेशल कैमरे लगे हैं जो दिन रात और खराब मौसम में भी दुश्मनों पर नजर रखता है
* इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें पायलट के हेलमेट के साथ इस पर लगी गन भी घूमती है जिससे पायलट को दुश्मन को निशाना बनाने में आसानी होती है
* रुद्र अपनी तरफ आने वाली मिसाइलों को हवा में मार गिराने की क्षमता रखता है
* रूद्र हेलीकॉप्टर में एक साथ दो पायलट बैठ सकते हैं
* रुद्र अपने साथ 14 लोगों को ले जा सकता है
* जोधपुर एयरबेस देश का पहला एयरबेस इस जहां इस स्वदेशी हेलीकॉप्टर को तैनात किया गया
* यह हेलीकॉप्टर सर्जिकल स्ट्राइक को बेहतरीन तरीके से अंजाम दे सकता है
* इसके फ्यूल टैंक पर गोली लगने के बाद भी यह नहीं फटेगा
* यह 290 से 300 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से उड़ता है
* एंटी टैंक मिसाइल हेलिना को इस पर तैनात किया गया है
* इसमें नेवी वर्जन के साथ एंटी शिप मिसाइल सिस्टम लैस की गई है
* इस हेलीकॉप्टर की मैन्युफैक्चर हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा की गई है
* हेलीकॉप्टर के आगे बड़ी गन लगी हुई है
* रक्षा मंत्रालय द्वारा सभी लड़ाकू हेलीकॉप्टरों का नियंत्रण थलसेना को सौंप दिए जाने के बाद हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) की ओर से थलसेना को दिए जाने वाले 60 हथियारबंद हेलीकॉप्टरों में ‘रुद्र’ पहला है
* रुद्र 26 जनवरी 2018 को पहली बार गणतंत्र दिवस में शामिल हुआ
अग्नि-1 मिसाइल
* अग्नि-1 पर काम 1999 में शुरु हुआ था लेकिन परीक्षण 2002 में किया गया
* इसे कम मारक क्षमता वाली मिसाइल के तौर पर विकसित किया गया था
* यह 700 किलोमीटर तक मार करने में सक्षम है
* परीक्षण में भारत ने परमाणु क्षमता संपन्न अग्नि - 1 प्रक्षेपास्त्र का दिसंबर 2011 में फिर से सफल परीक्षण किया
* इससे पहले 25 नवंबर 2010 को अग्नि- 1 मिसाइल का इसी द्वीप से सफल परीक्षण किया गया था
* अग्नि - 1 को पहले ही भारतीय सेना में शामिल कर लिया गया है लेकिन सेना से जुड़े लोगों के प्रशिक्षण और उनकी कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए इसका समय-समय पर प्रायोगिक परीक्षण किया जाता है
* अग्नि-1 मिसाइल स्वदेशी तकनीक से विकसित सतह से सतह पर मार करने वाली परमाणु सक्षम मिसाइल है
* मिसाइल का परीक्षण ओड़िशा के बालासोर से करीब 100 किलोमीटर दूर व्हीलर द्वीप स्थित इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज [आइटीआर] से किया गया
* 15 मीटर लंबी व 12 टन वजन की यह मिसाइल एक क्विंटल भार के पारंपरिक तथा परमाणु आयुध ले जाने में समक्ष है
* मिसाइल को रेल व सड़क दोनों प्रकार के मोबाइल लांचरों से छोड़ा जा सकता है
* अग्नि-1 में विशेष नौवहन प्रणाली लगी है जो सुनिश्चत करती है कि मिसाइल अत्यंत सटीक निशाने के साथ अपने लक्ष्य पर पहुंचे
* इस मिसाइल का पहला परीक्षण 25 जनवरी 2002 को किया गया था
* अग्नि-1 को डीआरडीओ की प्रमुख मिसाइल विकास प्रयोगशाला "एडवास्ड सिस्टम्स लैबोरैटरी" (एएसएल) द्वारा रक्षा अनुसंधान विकास प्रयोगशाला और अनुसंधान केंद्र इमारत (आरसीआई) के सहयोग से विकसित और भारत डायनामिक्स लिमिटेड (बीडीएल) हैदराबाद द्वारा एकीकृत किया गया था
त्रिशूल मिसाइल
* Defence research and development organisation के integrated guided missile development programme के अनुसार बनाई गई missiles में से त्रिशूल भी एक है
* यह मिसाइल सतह से हवा (surface to air) में मार करने में सक्षम है
* इस मिसाइल की रेंज 9 km है तथा इसका उपयोग भारतीय सेनाओं के द्वारा किया जाता है
* त्रिशूल मिसाइल का पहला परीक्षण 5 जून 1989 को किया गया था
* इस मिसाइल का उपयोग कम ऊंचाई पर उड़ान भरने वाले विमानों तथा missiles को ब्लास्ट (blast) करने में किया जाता है
* त्रिशूल मिसाइल का वजन 130 kg तथा इसकी लंबाई 3.1 m है
* BDL (Bharat dynamics Limited) के द्वारा इस मिसाइल का launch system develop किया गया है
* single stage solid fuel engine का उपयोग इस मिसाइल में किया गया है
* त्रिशूल मिसाइल की Warhead ले जाने की क्षमता 15 kg है
* यह मिसाइल "Supersonic speed" ध्वनि की गति से target पर हमला करती है और उसे नष्ट करने में सक्षम है
* इस missile के निर्माण की प्रक्रिया 1983 में प्रारंभ की गई और त्रिशूल मिसाइल के निर्माण की प्रक्रिया 1992 में संपन्न हुई
* इस मिसाइल के निर्माण में 2.82 बिलियन खर्च किए गई
* इस मिसाइल के द्वारा समुद्री इलाकों में कम ऊंचाई पर उड़ान भरने वाले विमानों तथा मिसाइल इत्यादि आक्रमणकारी हथियारों को हवा में नष्ट किया जा सकता है
* भारतीय नौसेना के लिए इस मिसाइल का एक संस्करण तैयार किया गया उस संस्करण का नाम torpedo MK-2 रखा गया !
रूद्र हेलीकॉप्टर (HAL Rudra)
* रुद्र भारत में ही विकसित और हथियारों से लैस पहला हेलीकॉप्टर है
* HAL रूद्र, HAL ध्रुव का एक सशक्त संस्करण है
* रुद्र हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल से सुसज्जित है
* रुद्र आधुनिक इंफ्रारेड, थर्मल इमेजिंग जगह इंटरफ़ेस, 20 मिमी बुर्ज बंदूक, 70 मिमी रॉकेट पॉड और एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल से लैस है
* रुद्र भारतीय थल सेना का एक अटैक हेलीकॉप्टर है
* रूद्र ने अपना पहला उड़ान 16 अगस्त 2007 को किया था
* रुद्र हेलीकॉप्टर में आगे पीछे स्पेशल कैमरे लगे हैं जो दिन रात और खराब मौसम में भी दुश्मनों पर नजर रखता है
* इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें पायलट के हेलमेट के साथ इस पर लगी गन भी घूमती है जिससे पायलट को दुश्मन को निशाना बनाने में आसानी होती है
* रुद्र अपनी तरफ आने वाली मिसाइलों को हवा में मार गिराने की क्षमता रखता है
* रूद्र हेलीकॉप्टर में एक साथ दो पायलट बैठ सकते हैं
* रुद्र अपने साथ 14 लोगों को ले जा सकता है
* जोधपुर एयरबेस देश का पहला एयरबेस इस जहां इस स्वदेशी हेलीकॉप्टर को तैनात किया गया
* यह हेलीकॉप्टर सर्जिकल स्ट्राइक को बेहतरीन तरीके से अंजाम दे सकता है
* इसके फ्यूल टैंक पर गोली लगने के बाद भी यह नहीं फटेगा
* यह 290 से 300 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से उड़ता है
* एंटी टैंक मिसाइल हेलिना को इस पर तैनात किया गया है
* इसमें नेवी वर्जन के साथ एंटी शिप मिसाइल सिस्टम लैस की गई है
* इस हेलीकॉप्टर की मैन्युफैक्चर हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा की गई है
* हेलीकॉप्टर के आगे बड़ी गन लगी हुई है
* रक्षा मंत्रालय द्वारा सभी लड़ाकू हेलीकॉप्टरों का नियंत्रण थलसेना को सौंप दिए जाने के बाद हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) की ओर से थलसेना को दिए जाने वाले 60 हथियारबंद हेलीकॉप्टरों में ‘रुद्र’ पहला है
* रुद्र 26 जनवरी 2018 को पहली बार गणतंत्र दिवस में शामिल हुआ
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