UPSC क्रैक करना है? तीन IAS ने दिए टिप्स...
यूपीएससी परीक्षा पास करने के लिए क्या नहीं करना चाहिए.??
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1. ऑनलाइन फ़ोरम में समय बर्बाद करना , अप्रासंगिक मुद्दों पर बहस करना, जिनका आपकी UPSC तैयारी पर कोई असर नहीं है,
और अपने ज्ञान ’के साथ लोगों को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं। अधिकांश लोगों के लिए समय की कुल बर्बादी है।
2. दैनिक समाचार पत्र को पाठ्यपुस्तक की तरह पढ़ने की कोशिश करना,
यह सोचना कि हर जगह से सीधे प्रश्न पूछे जाएंगे। अधिकांश दिनों में, अखबार का केवल 20-30% (द हिंदू / इंडियन एक्सप्रेस) प्रासंगिक है - संपादकीय के कुछ जोड़े, कुछ राष्ट्रीय / अंतर्राष्ट्रीय समाचार, और अर्थव्यवस्था पृष्ठ से कुछ।
3. सिलेबस को ठीक से नहीं पढ़ना और पूरी किताबों को कवर से कवर करने की कोशिश करना।
4. कुछ विषयों में अतिउत्साह की ओर जाना , और कुछ में जागरूकता की कमी है। बहुत बड़ी गलती।
5. प्रत्येक दृष्टिकोण से टॉपर्स स्ट्रेटेजीज़ ’का पालन करने की कोशिश करना - वे कितने घंटे सोते हैं , वे क्या खाते हैं, वे कौन सी फिल्में देखते हैं, नोट लेने के लिए वे किस सॉफ्टवेयर का उपयोग करते हैं, आदि एक विनाशकारी नीति है।
अंतिम मेरिट सूची में आने का एकमात्र तरीका 'विशिष्ट' होना है। 'सफल लोगों' की नकल करने की कोशिश करेंगे, तो आप निश्चित रूप से दौड़ से बाहर हो जाएंगे। बस उनकी रणनीतियों से संकेत लें, और अपनी तैयारी करें।
6. तकनीकी सामानों को महत्वहीन करने के लिए बहुत अधिक समय देना - क्या मुझे नोट लेने के लिए वन नोट या एवरनोट का उपयोग करना चाहिए?
क्या मुझे यह टेस्ट सीरीज लेनी चाहिए या वह?
क्या मुझे उस कोचिंग में भी शामिल होना चाहिए जो मेरा दोस्त भाग ले रहा है? कितने घंटे पढ़ाई करनी है?
7. पूरे पाठ्यक्रम पर ध्यान केंद्रित किए बिना, कुछ विषयों / विषयों पर एक विद्वान बनने की कोशिश करते हुए, इंटरनेट पर बहुत अधिक समय बिताना।
8. प्रीलिम्स क्वालिफाई करने के बाद विस्तृत आवेदन पत्र (DAF) पूरा करने में तीन सप्ताह का समय बिताना,
Mains के लिए कड़ी मेहनत करने के बजाय।
9. आईएएस बनने पर किन योजनाओं और नीतियों को लागू करने का सपना देख रहे हैं,
अधिकारियों को किस तरह की कारें मिलती हैं, भविष्य में किस तरह का जीवनसाथी मिलता है।
इन मुद्दों पर समय बर्बाद करने के बजाय एक अच्छी फिल्म देखना बेहतर है |
10. अनावश्यक संख्या में किताबें खरीदना और अलमारी को भरना, और आपके आने-जाने वाले लोगों को प्रभावित करना।
बाद में, आपके द्वारा खरीदी गई पुस्तकों की संख्या से अभिभूत हो जाना और वास्तव में उनके साथ कुछ भी नहीं करना।
11. बहुत अधिक सामान पढ़ना, अप्रासंगिक जानकारी / तथ्यों / आंकड़ों के साथ अपने सिर को रटना और पर्याप्त उत्तर लिखने का अभ्यास न करना।
12. यह सोचकर समय बर्बाद करना कि क्या एक बार क्लीयर प्रिलिम्स या मेन्स को क्लियर किए बिना भी आपका प्रोफाइल इंटरव्यू में अच्छा लगेगा।
यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के लिए कौन सी किताबें पढ़नी चाहिए.??
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UPSC की प्रारंभिक परीक्षा में दो प्रश्नपत्र होता है - ‘सामान्य अध्ययन’ और ‘सिविल सेवा बोधगम्यता परीक्षा(CSAT)’। छात्रों को मुख्य परीक्षा में बैठने के लिए प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण करना जरुरी ही होता है। इसका अंक मेरिट लिस्ट में भले नहीं जुड़ता हो लेकिन अगली सीढ़ी तक आपको पहुँचाने में इसकी भूमिका सबसे अहम होगी।
◆सामान्य अध्ययन -
०NCERT की कक्षा 6–12 तक की पाठ्यपुस्तक।
०प्राचीन भारत का इतिहास - रामशरण शर्मा।
०स्पेक्ट्रम प्रकाशन की प्राचीन,मध्यकालीन और आधुनिक इतिहास।
०भारतीय राजनीति - एम. लक्ष्मीकांत।
०भारत का संविधान - डी.डी. बसु।
०भारत का भूगोल - माजिद हुसैन।
०विश्व का भूगोल - माजिद हुसैन।
०भौतिक भूगोल - सविंद्र सिंह।
०भारतीय अर्थशास्त्र - रमेश सिंह।
०भारतीय अर्थशास्त्र - दत्त एवं सुंदरम।
◆सिविल सेवा बोधगम्यता परीक्षा (CSAT) -
०संख्यात्मक अभियोग्यता - अरुण शर्मा।
०संख्यात्मक अभियोग्यता - आर.एस. अग्रवाल।
०तर्कशक्ति - आर.एस. अग्रवाल।
अरिहंत प्रकाशन द्वारा CSAT पर प्रकाशित अन्य पुस्तकों का भी संभव हो तो हल करने का प्रयास करें।
◆समाचार-पत्र एवं पत्रिकाएं -
●किसी भी एक समाचारपत्र के राष्ट्रीय संस्करण का दैनिक रूप से अध्ययन करे। दैनिक जागरण,हिंदुस्तान,दैनिक भास्कर या नवभारत टाइम्स में से किसी एक को अपने जीवनशैली का हिस्सा बना लें।
अंग्रेजी माध्यम वाले छात्र द हिन्दू या इंडियन एक्सप्रेस का नियमित अध्ययन करें।
●प्रकाशन विभाग द्वारा प्रकाशित ‛योजना’ और ‛कुरुक्षेत्र’ पत्रिका तैयार के दौरान सरकारी रिपोर्ट तथा आंकड़ों के सन्दर्भ में विशेष लाभप्रद है। इसके साथ ही ‛विज्ञान प्रगति’, ‛साइंस रिपोर्टर’ तथा ‛डाउन टू अर्थ’ भी फायदेमंद है।
इन सब के साथ साथ अपने विचारों को सीमित न बनाएं रखे,क्योंकि UPSC बहुत ही जांच परख के साथ ही आपको अगले पड़ाव पहुँचने का सुअवसर देती है। इसलिए इसे हलके में न लेकर तन्मयता से लग जाए।
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आज जब कोरोना संकट के चलते पूरे देश में लॉकडाउन है. अभी इस बात का अंदाजा लगाना भी मुश्किल है कि ये संकटकाल कब तक खत्म होगा. हमें सामान्य जीवन में लौटने में कितना समय लगेगा. ऐसे में यूपीएससी की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के सामने ऐसे कई उदाहरण हैं जो बिना कोचिंग के आईएएस परीक्षा में टॉप कर चुके हैं. बिना कोचिंग आईएएस बनने वालों से जानिए कुछ ऐसे ही टिप्स जो आपको लॉकडाउन के दौरान घर में पढ़ने की बेस्ट स्ट्रेटजी साबित हो सकते हैं...
सिविल सर्विसेज फाइनल परीक्षा के नतीजे जारी कर दिए हैं. इस परीक्षा में जयपुर के रहने वाले कनिष्क कटारिया ने पहला स्थान हासिल किया है. यूपीएससी की इस अहम परीक्षा को पास करने से पहले कटारिया आईआईटी में पढ़ाई भी कर चुके हैं. कनिष्क के बारे में खास बात ये है कि उन्होंने बिना किसी कोचिंग के घर से रहकर तैयारी की.
कनिष्क कटारिया आईआईटी मुंबई से पढ़ाई करने के बाद दक्षिण कोरिया और बंगलुरु में नौकरी की. उसके बाद साल 2017 मार्च में वो जयपुर आए और सिविल सर्विसेज की परीक्षा में जुट गए. मैथ्स सब्जेक्ट से आईएएस करने वाले कनिष्क ने आईआईटी मुंबई से कंप्यूटर साइंस से पढ़ाई की थी.
शुरुआत में बेसिक आइडिया वगैरह समझने के लिए कनिष्क ने दिल्ली में आईएएस कोचिंग जॉइन की. फिर मार्च, 2018 से वो सेल्फ स्टडी करने लगे. कनिष्क का कहना है कि अगर आपको सिलेबस क्लियर हो तो आप घर से ही अच्छी तैयारी कर सकते हैं. आपके पढ़ने का समय निश्चित होना चाहिए. कनिष्क खुद घर पर 8-10 घंटे का समय देते थे. फिर जैसे-जैसे मेंस का पेपर नज़दीक आने लगा, प्रेशर बढ़ने लगा. इसके बाद पढ़ने समय सीमा 14-15 घंटे प्रतिदिन कर दी थी.
IAS डॉ. अर्तिका शुक्ला की कहानी भी कुछ इसी तरह की है. उन्होंने भी बिना कोचिंग ये परीक्षा पास की. बता दें कि MBBS की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने MD की पढ़ाई की तभी मन में आईएएस बनने का ख्याल आया और तैयारी शुरू कर दी. इसके लिए सोशल मीडिया से दूरी बनाई और एक साल में बिना कोचिंग यूपीएससी की परीक्षा क्रैक कर दी. आइए जानें, आईएएस आर्तिका की स्ट्रेटजी.
परीक्षा की तैयारी करने वालों को अर्तिका सलाह देती हैं कि प्रीलिम्स और मेन्स दोनों को दिमाग में रखकर तैयारी करनी चाहिए. रात में लिखने की प्रैक्टिस के साथ कुछ घंटे मेन्स के लिए साथ में देते रहें. उन्होंने बताया कि आईएएस बनने के लिए उन्होंने खुद को सोशल मीडिया से दूरी बना ली थी. वो इस दौरान फेसबुक भी इस्तेमाल नहीं करती थीं.
बिना कोचिंग के अर्तिका ने यूपीएससी परीक्षा में टॉप किया है. वो बताती हैं कि तैयारी के लिए कोचिंग से सैंपल पेपर लेकर हल करके भी तैयारी की जा सकती है. वो बताती हैं कि उन्होंने तीन दिन कोचिंग ज्वाइन की थी. ज्यादातर टॉपर मानते हैं कि आईएएस के लिए तैयारी स्कूल स्तर से ही शुरू हो जाती है. कुछ इसी तरह अर्तिका भी मानती हैं कि स्कूल के दिनों से अगर 10वीं स्तर से गणित, अंग्रेजी और जनरल स्टडी अच्छे से तैयार की जाए तो अभ्यर्थी इस परीक्षा के लिए तैयार हो जाते हैं.
बिना कोचिंग सिर्फ टेस्ट सीरीज की मदद से दिल्ली की लॉ स्टूडेंट सौम्या शर्मा का मुसीबतें पीछा नहीं छोड़ रही थीं. 16 की उम्र में उनकी सुनने की क्षमता चली गई थी. किसी तरह तैयारी करके जनरल कैटेगरी से फॉर्म भरा, एग्जाम के दिन ही उन्हें 102 डिग्री वायरल फीवर हो गया. लेकिन, फिर भी अपनी स्ट्रैटजी पर यकीन था, इसलिए परीक्षा नहीं छोड़ी. फिर पहले ही अटेंप्ट में वो नौवीं रैंक से UPSC टॉपर बन गईं. आइए जानें उनकी स्ट्रैटजी.
सौम्या कहती हैं कि यूपीएससी के लिए सेल्फ स्टडी से अच्छा कोई विकल्प नहीं है. अगर आपने मन में ठान लिया है कि आपको यूपीएससी निकालना है तो सिलेबस और स्टडी मैटेरियल अपने पास रखिए और पढ़ाई में जुट जाइए.
पढ़ती थीं ये दो न्यूजपेपर
सौम्या बताती हैं कि मैं सिलेबस से पढ़ाई के साथ घर पर हर दिन दो न्यूजपेपर पढ़ती थी. एक था द हिंदू और दूसरा इंडियन एक्सप्रेस जिससे मुझे मदद मिलती थी. इसके अलावा योजना मैगजीन और कुछ वेबसाइट की मदद से तैयारी की. मेन्स के लिए जरूरी है कि आप आंसर राइटिंग में परफेक्ट हों. मैंने कोचिंग नहीं ली, टेस्ट सीरीज की मदद से मैंने इसकी तैयारी की. इसमें मैंने सही समय पर सभी सवालों के सटीक जवाब देने की प्रैक्टिस...
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IAS Toppers की IAS Prelims की रणनीति
IAS Toppers की रणनीति को IAS उम्मीदवार अक्सर IAS Exam पास करने की प्रभावी मूल योजना के रुप में देखते हैं। IAS उम्मीदवारों को IAS Toppers द्वारा सुझाई गयी किताबो अथवा अन्य अध्ययन सामग्रियों पर ध्यान देना चाहिए। यहां हम IAS Toppers द्वारा अपनाई गयी IAS Prelims Exam की रणनीति प्रस्तुत कर रहे हैं।
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IAS Toppers को अक्सर हमारे देश के मेहनती छात्रों के लिए रोल मॉडल के रूप में माना जाता है। IAS उम्मीदवारों को IAS Toppers द्वारा पढ़ी गयीं पुस्तकों, उनके द्वारा उपयोग में लाये गए विभीन्न स्रोतों और अध्ययन सामग्री के बारे में जानना चाहिए एवं उन्हें उपयोग में लाना चाहिए.
IAS Toppers की प्रभावी रणनीति का अनुसरण भी उनकी सफलता में योगदान दे सकता है। यहां हम IAS Toppers जैसे जसमीत सिंह संधू, इरा सिंघल, नितिन संगवान इत्यादि द्वारा अपनाई गयी IAS Prelims Exam की रणनीति प्रस्तुत कर रहे हैं।
जसमीत सिंह संधू सीएसई परीक्षा 2015 में 3rd रैंक धारक हैं। जसमीत सिंह संधू IIT Roorkee के एक इंजीनियर हैं और वर्तमान में एक IRS अधिकारी हैं और सहायक आयुक्त के रूप में तैनात हैं। उन्होंने अपने IAS के चौथे प्रयास में रैंक 3 हासिल किया है, लेकिन वह सिविल सेवा परीक्षा में लगातार प्रदर्शन करते रहे हैं।
IAS Prelims की अपनी रणनीति के बारे में वे कहते हैं कि IAS परीक्षा के लिए एक एकीकृत दृष्टिकोण होना बहुत महत्वपूर्ण है और इसलिए उम्मीदवारों को IAS Prelims, IAS मुख्य परीक्षा और IAS साक्षात्कार के लिए एकीकृत एवं व्यापक तैयारी करनी चाहिए।
सिद्धार्थ जैन (RANK 13, सीएसई-2015)
सिद्धार्थ जैन IIT Roorkee से मैकेनिकल इंजीनियर हैं और उन्होंने 2015 में सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण की है। उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में 13वी रैंक हासिल की है और आशा व्यक्त की कि वह कई उम्मीदवारों को इसे उत्तीर्ण करने के लिए प्रेरित करे।
IAS Prelims की तैयारी के बारे में वह सुझाव देते हैं कि उम्मीदवारों को अपनी सोचने की शैली में सुधार करना चाहिए तथा उन बातों को भी समझना चाहिए जो सीधे सीधे नही कही गयीं हो यानि जिनका अर्थ निहित हो. IAS Prelims में कई प्रश्नों को केवल विकल्पों के माध्यम से हल किया जा सकता है जिसका अभ्यास करना बहुत आवश्यक है। उस सहज कौशल को सुधारने के लिए, IAS उम्मीदवारों को बहुत सारे mock test देने चाहिए। इसके अलावा, IAS उम्मीदवारों को बुनियादी अध्ययन सामग्री जैसे NCERT और बुनियादी पुस्तकों को अच्छी तरह पड़ना चाहिए।
सिविल सेवा
IAS Toppers की IAS Prelims की रणनीति
IAS Toppers की रणनीति को IAS उम्मीदवार अक्सर IAS Exam पास करने की प्रभावी मूल योजना के रुप में देखते हैं। IAS उम्मीदवारों को IAS Toppers द्वारा सुझाई गयी किताबो अथवा अन्य अध्ययन सामग्रियों पर ध्यान देना चाहिए। यहां हम IAS Toppers द्वारा अपनाई गयी IAS Prelims Exam की रणनीति प्रस्तुत कर रहे हैं।
Toppers को अक्सर हमारे देश के मेहनती छात्रों के लिए रोल मॉडल के रूप में माना जाता है। IAS उम्मीदवारों को IAS Toppers द्वारा पढ़ी गयीं पुस्तकों, उनके द्वारा उपयोग में लाये गए विभीन्न स्रोतों और अध्ययन सामग्री के बारे में जानना चाहिए एवं उन्हें उपयोग में लाना चाहिए.
IAS Toppers की प्रभावी रणनीति का अनुसरण भी उनकी सफलता में योगदान दे सकता है। यहां हम IAS Toppers जैसे जसमीत सिंह संधू, इरा सिंघल, नितिन संगवान इत्यादि द्वारा अपनाई गयी IAS Prelims Exam की रणनीति प्रस्तुत कर रहे हैं।
Jasmeet singh IASजसमीत सिंह संधू (RANK 3, सीएसई -2015)
जसमीत सिंह संधू सीएसई परीक्षा 2015 में 3rd रैंक धारक हैं। जसमीत सिंह संधू IIT Roorkee के एक इंजीनियर हैं और वर्तमान में एक IRS अधिकारी हैं और सहायक आयुक्त के रूप में तैनात हैं। उन्होंने अपने IAS के चौथे प्रयास में रैंक 3 हासिल किया है, लेकिन वह सिविल सेवा परीक्षा में लगातार प्रदर्शन करते रहे हैं।
IAS Prelims की अपनी रणनीति के बारे में वे कहते हैं कि IAS परीक्षा के लिए एक एकीकृत दृष्टिकोण होना बहुत महत्वपूर्ण है और इसलिए उम्मीदवारों को IAS Prelims, IAS मुख्य परीक्षा और IAS साक्षात्कार के लिए एकीकृत एवं व्यापक तैयारी करनी चाहिए। अधिक जानने के लिए देखें विडियो..
UPSC Rank 3 Jasmeet Singh Sandhu's Prelims Strategy
IAS Tips by Siddharth Jainसिद्धार्थ जैन (RANK 13, सीएसई-2015)
सिद्धार्थ जैन IIT Roorkee से मैकेनिकल इंजीनियर हैं और उन्होंने 2015 में सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण की है। उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में 13वी रैंक हासिल की है और आशा व्यक्त की कि वह कई उम्मीदवारों को इसे उत्तीर्ण करने के लिए प्रेरित करे।
IAS Prelims की तैयारी के बारे में वह सुझाव देते हैं कि उम्मीदवारों को अपनी सोचने की शैली में सुधार करना चाहिए तथा उन बातों को भी समझना चाहिए जो सीधे सीधे नही कही गयीं हो यानि जिनका अर्थ निहित हो. IAS Prelims में कई प्रश्नों को केवल विकल्पों के माध्यम से हल किया जा सकता है जिसका अभ्यास करना बहुत आवश्यक है। उस सहज कौशल को सुधारने के लिए, IAS उम्मीदवारों को बहुत सारे mock test देने चाहिए। इसके अलावा, IAS उम्मीदवारों को बुनियादी अध्ययन सामग्री जैसे NCERT और बुनियादी पुस्तकों को अच्छी तरह पड़ना चाहिए। अधिक जानने के लिए देखें विडियो..
IAS Topper 2015 Siddharth Jain Shares IAS Prelims Strategy
Nitin Sangwan IASनितिन सांगवान (RANK 28, सीएसई - 2015)
नितिन संगवान सीएसई परीक्षा 2015 में 28वीं रैंक धारक हैं। नितिन संगवान ने चाकरी दादरी हरियाणा से अपनी पढ़ाई की थी। उन्होंने IIT MADRAS से MBA किया था और इससे पहले, उन्होंने हरियाणा के इंजीनियरिंग कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की है। IAS Exam देने के समय वह 27 साल की आयु को पार कर चुके थे और IAS परीक्षा की तैयारी करने के समय वो इन्फोसिस में काम कर रहे थे।
IAS Prelims की तैयारी के बारे में वे कहते हैं, IAS Prelims के लिए विशेष रूप से कोचिंग लेना, IAS Prelims परीक्षा को उत्तीर्ण करने के लिए अनिवार्य नहीं है। इसके अलावा, एक समर्पित IAS उम्मीदवार ऑनलाइन स्रोतों से मार्गदर्शन लेकर और UPSC द्वारा दिए गए Syllabus का विश्लेषण करके परीक्षा को उत्तीर्ण कर सकता है। वह बताते है कि IAS Prelims में विषय विशिष्ट ज्ञान की आवश्यकता होती है और इसलिए सभी विषयों को तैयार किया जाना चाहिए।
इरा सिंघल (RANK 1, सीएसई -2014)
ईरा सिंघल की UPSC IAS परीक्षा 2014 में प्रथम रैंक है और उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में सफल होने के लिए सभी बाधाओं को पार किया है। वह बताती है कि उम्मीदवारों को IAS की तैयारी का आनंद लेना चाहिए ताकि वे स्वयं पर दबाव न महसूस करें। इसके अलावा, उन्होंने उम्मीदवारों को सलाह दी कि वे किसी भी विषय के बारे में पूर्वानुमान न लगायें तथा पूरे IAS syllabus पर ध्यान दे ताकि परीक्षा में वोआश्चर्यचकित न हो।
सिविल सेवा
IAS Toppers की IAS Prelims की रणनीति
IAS Toppers की रणनीति को IAS उम्मीदवार अक्सर IAS Exam पास करने की प्रभावी मूल योजना के रुप में देखते हैं। IAS उम्मीदवारों को IAS Toppers द्वारा सुझाई गयी किताबो अथवा अन्य अध्ययन सामग्रियों पर ध्यान देना चाहिए। यहां हम IAS Toppers द्वारा अपनाई गयी IAS Prelims Exam की रणनीति प्रस्तुत कर रहे हैं।
Toppers को अक्सर हमारे देश के मेहनती छात्रों के लिए रोल मॉडल के रूप में माना जाता है। IAS उम्मीदवारों को IAS Toppers द्वारा पढ़ी गयीं पुस्तकों, उनके द्वारा उपयोग में लाये गए विभीन्न स्रोतों और अध्ययन सामग्री के बारे में जानना चाहिए एवं उन्हें उपयोग में लाना चाहिए.
IAS Toppers की प्रभावी रणनीति का अनुसरण भी उनकी सफलता में योगदान दे सकता है। यहां हम IAS Toppers जैसे जसमीत सिंह संधू, इरा सिंघल, नितिन संगवान इत्यादि द्वारा अपनाई गयी IAS Prelims Exam की रणनीति प्रस्तुत कर रहे हैं।
Jasmeet singh IASजसमीत सिंह संधू (RANK 3, सीएसई -2015)
जसमीत सिंह संधू सीएसई परीक्षा 2015 में 3rd रैंक धारक हैं। जसमीत सिंह संधू IIT Roorkee के एक इंजीनियर हैं और वर्तमान में एक IRS अधिकारी हैं और सहायक आयुक्त के रूप में तैनात हैं। उन्होंने अपने IAS के चौथे प्रयास में रैंक 3 हासिल किया है, लेकिन वह सिविल सेवा परीक्षा में लगातार प्रदर्शन करते रहे हैं।
IAS Prelims की अपनी रणनीति के बारे में वे कहते हैं कि IAS परीक्षा के लिए एक एकीकृत दृष्टिकोण होना बहुत महत्वपूर्ण है और इसलिए उम्मीदवारों को IAS Prelims, IAS मुख्य परीक्षा और IAS साक्षात्कार के लिए एकीकृत एवं व्यापक तैयारी करनी चाहिए। अधिक जानने के लिए देखें विडियो..
UPSC Rank 3 Jasmeet Singh Sandhu's Prelims Strategy
IAS Tips by Siddharth Jainसिद्धार्थ जैन (RANK 13, सीएसई-2015)
सिद्धार्थ जैन IIT Roorkee से मैकेनिकल इंजीनियर हैं और उन्होंने 2015 में सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण की है। उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में 13वी रैंक हासिल की है और आशा व्यक्त की कि वह कई उम्मीदवारों को इसे उत्तीर्ण करने के लिए प्रेरित करे।
IAS Prelims की तैयारी के बारे में वह सुझाव देते हैं कि उम्मीदवारों को अपनी सोचने की शैली में सुधार करना चाहिए तथा उन बातों को भी समझना चाहिए जो सीधे सीधे नही कही गयीं हो यानि जिनका अर्थ निहित हो. IAS Prelims में कई प्रश्नों को केवल विकल्पों के माध्यम से हल किया जा सकता है जिसका अभ्यास करना बहुत आवश्यक है। उस सहज कौशल को सुधारने के लिए, IAS उम्मीदवारों को बहुत सारे mock test देने चाहिए। इसके अलावा, IAS उम्मीदवारों को बुनियादी अध्ययन सामग्री जैसे NCERT और बुनियादी पुस्तकों को अच्छी तरह पड़ना चाहिए। अधिक जानने के लिए देखें विडियो..
IAS Topper 2015 Siddharth Jain Shares IAS Prelims Strategy
Nitin Sangwan IASनितिन सांगवान (RANK 28, सीएसई - 2015)
नितिन संगवान सीएसई परीक्षा 2015 में 28वीं रैंक धारक हैं। नितिन संगवान ने चाकरी दादरी हरियाणा से अपनी पढ़ाई की थी। उन्होंने IIT MADRAS से MBA किया था और इससे पहले, उन्होंने हरियाणा के इंजीनियरिंग कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की है। IAS Exam देने के समय वह 27 साल की आयु को पार कर चुके थे और IAS परीक्षा की तैयारी करने के समय वो इन्फोसिस में काम कर रहे थे।
IAS Prelims की तैयारी के बारे में वे कहते हैं, IAS Prelims के लिए विशेष रूप से कोचिंग लेना, IAS Prelims परीक्षा को उत्तीर्ण करने के लिए अनिवार्य नहीं है। इसके अलावा, एक समर्पित IAS उम्मीदवार ऑनलाइन स्रोतों से मार्गदर्शन लेकर और UPSC द्वारा दिए गए Syllabus का विश्लेषण करके परीक्षा को उत्तीर्ण कर सकता है। वह बताते है कि IAS Prelims में विषय विशिष्ट ज्ञान की आवश्यकता होती है और इसलिए सभी विषयों को तैयार किया जाना चाहिए। अधिक जानने के लिए देखें विडियो..
Nitin Sangwan's Tips and Strategies for IAS Prelims
Ira Singhal IASइरा सिंघल (RANK 1, सीएसई -2014)
ईरा सिंघल की UPSC IAS परीक्षा 2014 में प्रथम रैंक है और उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में सफल होने के लिए सभी बाधाओं को पार किया है। वह बताती है कि उम्मीदवारों को IAS की तैयारी का आनंद लेना चाहिए ताकि वे स्वयं पर दबाव न महसूस करें। इसके अलावा, उन्होंने उम्मीदवारों को सलाह दी कि वे किसी भी विषय के बारे में पूर्वानुमान न लगायें तथा पूरे IAS syllabus पर ध्यान दे ताकि परीक्षा में वोआश्चर्यचकित न हो। अधिक जानने के लिए देखें विडियो..
Ira Singhal's Tips and Strategies for IAS Prelims
NISHANT JAIN IASनिशांत जैन (RANK 13, सीएसई -2014)
निशांत जैन की UPSC सीएसई IAS परीक्षा 2014 में 13वीं रैंक है। उन्होंने संसद में हिंदी सहायक के रूप में काम किया है और उनका मानना है कि जीवन में धीरे धीरे ही प्रगति होती है। उनके अनुसार, CSAT पेपर के क्वालीफाइंग किये जाने के बाद से सामान्य अध्यन का महत्व बहुत बढ़ गया है। IAS की तैयारी में उन्होंने कला और संस्कृति के टॉपिक्स और पर्यावरण के महत्वपूर्ण अंशों को ज्यादा महत्व दिया। अन्त में, उन्होंने कई mock test पेपर्स से अभ्यास किया।
सिविल सेवा
IAS Toppers की IAS Prelims की रणनीति
IAS Toppers की रणनीति को IAS उम्मीदवार अक्सर IAS Exam पास करने की प्रभावी मूल योजना के रुप में देखते हैं। IAS उम्मीदवारों को IAS Toppers द्वारा सुझाई गयी किताबो अथवा अन्य अध्ययन सामग्रियों पर ध्यान देना चाहिए। यहां हम IAS Toppers द्वारा अपनाई गयी IAS Prelims Exam की रणनीति प्रस्तुत कर रहे हैं।
Toppers को अक्सर हमारे देश के मेहनती छात्रों के लिए रोल मॉडल के रूप में माना जाता है। IAS उम्मीदवारों को IAS Toppers द्वारा पढ़ी गयीं पुस्तकों, उनके द्वारा उपयोग में लाये गए विभीन्न स्रोतों और अध्ययन सामग्री के बारे में जानना चाहिए एवं उन्हें उपयोग में लाना चाहिए.
IAS Toppers की प्रभावी रणनीति का अनुसरण भी उनकी सफलता में योगदान दे सकता है। यहां हम IAS Toppers जैसे जसमीत सिंह संधू, इरा सिंघल, नितिन संगवान इत्यादि द्वारा अपनाई गयी IAS Prelims Exam की रणनीति प्रस्तुत कर रहे हैं।
Jasmeet singh IASजसमीत सिंह संधू (RANK 3, सीएसई -2015)
जसमीत सिंह संधू सीएसई परीक्षा 2015 में 3rd रैंक धारक हैं। जसमीत सिंह संधू IIT Roorkee के एक इंजीनियर हैं और वर्तमान में एक IRS अधिकारी हैं और सहायक आयुक्त के रूप में तैनात हैं। उन्होंने अपने IAS के चौथे प्रयास में रैंक 3 हासिल किया है, लेकिन वह सिविल सेवा परीक्षा में लगातार प्रदर्शन करते रहे हैं।
IAS Prelims की अपनी रणनीति के बारे में वे कहते हैं कि IAS परीक्षा के लिए एक एकीकृत दृष्टिकोण होना बहुत महत्वपूर्ण है और इसलिए उम्मीदवारों को IAS Prelims, IAS मुख्य परीक्षा और IAS साक्षात्कार के लिए एकीकृत एवं व्यापक तैयारी करनी चाहिए। अधिक जानने के लिए देखें विडियो..
UPSC Rank 3 Jasmeet Singh Sandhu's Prelims Strategy
IAS Tips by Siddharth Jainसिद्धार्थ जैन (RANK 13, सीएसई-2015)
सिद्धार्थ जैन IIT Roorkee से मैकेनिकल इंजीनियर हैं और उन्होंने 2015 में सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण की है। उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में 13वी रैंक हासिल की है और आशा व्यक्त की कि वह कई उम्मीदवारों को इसे उत्तीर्ण करने के लिए प्रेरित करे।
IAS Prelims की तैयारी के बारे में वह सुझाव देते हैं कि उम्मीदवारों को अपनी सोचने की शैली में सुधार करना चाहिए तथा उन बातों को भी समझना चाहिए जो सीधे सीधे नही कही गयीं हो यानि जिनका अर्थ निहित हो. IAS Prelims में कई प्रश्नों को केवल विकल्पों के माध्यम से हल किया जा सकता है जिसका अभ्यास करना बहुत आवश्यक है। उस सहज कौशल को सुधारने के लिए, IAS उम्मीदवारों को बहुत सारे mock test देने चाहिए। इसके अलावा, IAS उम्मीदवारों को बुनियादी अध्ययन सामग्री जैसे NCERT और बुनियादी पुस्तकों को अच्छी तरह पड़ना चाहिए। अधिक जानने के लिए देखें विडियो..
IAS Topper 2015 Siddharth Jain Shares IAS Prelims Strategy
Nitin Sangwan IASनितिन सांगवान (RANK 28, सीएसई - 2015)
नितिन संगवान सीएसई परीक्षा 2015 में 28वीं रैंक धारक हैं। नितिन संगवान ने चाकरी दादरी हरियाणा से अपनी पढ़ाई की थी। उन्होंने IIT MADRAS से MBA किया था और इससे पहले, उन्होंने हरियाणा के इंजीनियरिंग कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की है। IAS Exam देने के समय वह 27 साल की आयु को पार कर चुके थे और IAS परीक्षा की तैयारी करने के समय वो इन्फोसिस में काम कर रहे थे।
IAS Prelims की तैयारी के बारे में वे कहते हैं, IAS Prelims के लिए विशेष रूप से कोचिंग लेना, IAS Prelims परीक्षा को उत्तीर्ण करने के लिए अनिवार्य नहीं है। इसके अलावा, एक समर्पित IAS उम्मीदवार ऑनलाइन स्रोतों से मार्गदर्शन लेकर और UPSC द्वारा दिए गए Syllabus का विश्लेषण करके परीक्षा को उत्तीर्ण कर सकता है। वह बताते है कि IAS Prelims में विषय विशिष्ट ज्ञान की आवश्यकता होती है और इसलिए सभी विषयों को तैयार किया जाना चाहिए। अधिक जानने के लिए देखें विडियो..
Nitin Sangwan's Tips and Strategies for IAS Prelims
Ira Singhal IASइरा सिंघल (RANK 1, सीएसई -2014)
ईरा सिंघल की UPSC IAS परीक्षा 2014 में प्रथम रैंक है और उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में सफल होने के लिए सभी बाधाओं को पार किया है। वह बताती है कि उम्मीदवारों को IAS की तैयारी का आनंद लेना चाहिए ताकि वे स्वयं पर दबाव न महसूस करें। इसके अलावा, उन्होंने उम्मीदवारों को सलाह दी कि वे किसी भी विषय के बारे में पूर्वानुमान न लगायें तथा पूरे IAS syllabus पर ध्यान दे ताकि परीक्षा में वोआश्चर्यचकित न हो। अधिक जानने के लिए देखें विडियो..
Ira Singhal's Tips and Strategies for IAS Prelims
NISHANT JAIN IASनिशांत जैन (RANK 13, सीएसई -2014)
निशांत जैन की UPSC सीएसई IAS परीक्षा 2014 में 13वीं रैंक है। उन्होंने संसद में हिंदी सहायक के रूप में काम किया है और उनका मानना है कि जीवन में धीरे धीरे ही प्रगति होती है। उनके अनुसार, CSAT पेपर के क्वालीफाइंग किये जाने के बाद से सामान्य अध्यन का महत्व बहुत बढ़ गया है। IAS की तैयारी में उन्होंने कला और संस्कृति के टॉपिक्स और पर्यावरण के महत्वपूर्ण अंशों को ज्यादा महत्व दिया। अन्त में, उन्होंने कई mock test पेपर्स से अभ्यास किया। अधिक जानने के लिए देखें विडियो..
Nishant Jain's Tips and Strategies for IAS Prelims
ANANYA MITTAL IASअनन्य मित्तल (RANK 85, सीएसई -2014)
अनन्य मित्तल ने अपनी प्रथम प्रयास में IAS परीक्षा 2014 में सफलता प्रोप्त की और 85वां रैंक हासिल की। उन्होंने अपने अनुभव और रणनीतियों को साझा किया है जो IAS Prelims की परीक्षा के लिए तैयारी के दौरान उम्मीदवारों के लिये सहायक होगा। उनका कहना है कि कम से कम एक साल पहले ही IAS की तैयारी शुरू कर देना चाहिए, ताकि पुर्नावृत्ति के लिए समय शेष हो। उन्होंने पूरे साल IAS Prelims के लिए तैयारी की थी लेकिन अंत के 3 महीने केन्द्रित रूप से IAS Prelims के Syllabus को तैयार किया था।
IAS Prelims के लिए, सामान्य अध्ययन की कुछ मानक किताबें जैसे भारतीय राजव्यवस्था के लिए लक्ष्मीकांत, आधुनिक इतिहास की स्पेक्ट्रम को पड़ना आवश्यक माना है और mock test से अभ्यास करने पर इन्होने भी जोर दिया है।
आदित्य रंजन (RANK 99, सीएसई -2014)
आदित्य रंजन एक कंप्यूटर इंजिनियर हैं, जो की एक एमएनसी में कार्यरत थे जब उन्होंने IAS परीक्षा 2014 में 99वां रैंक हासिल की । उनकी रणनीति पारंपरिक थी तथा उन्होंने IAS Prelims के Syllabus को बहुत अच्छी तरह से तैयार किया था। उनका मानना है कि पहले पारंपरिक टॉपिक्स पर पकड़ बनाओ, फिर करंट अफेयर्स की तैयारी करें क्योंकि करंट अफेयर्स अधिक अप्रत्याशित होता है। CSAT के लिए उन्होंने इंजीनियरिंग की पृष्ठभूमि होने की वजह से ज्यादा प्रयास नहीं किया, लेकिन उन्होंने भी IAS Prelims परीक्षा के लगभग 10-12 mock test paper से अभ्यास किया था।
रिशव गुप्ता (रैंक 37, सीएसई -2013)
रिशव गुप्ता ने IAS परीक्षा 2013 में 85वां रैंक हासिल किया। IAS Prelims के लिए उनकी रणनीति बहुत ही मूलभूत थी क्योंकि उन्होंने सभी विषयों के आधारभूत टॉपिक्स पर अधिक बल दिया। उनका मानना था कि IAS Prelims की तैयारी में IAS अभ्यर्थी को सभी विषयों की जानकारी होनी चाहिए।
निष्कर्ष
उपरोक्त सभी IAS Prelims की रणनीतियाँ अपने आप में बहुत ही विविध हैं और यह IAS अभ्यर्थियों को भ्रमित भी कर सकती हैं। इसलिए सभी अभ्यर्थि को अपनी कुशलताओं और कमियों को आंक कर ही इन रणनीतियों का अनुसरण करना चाहिए। इन सभी रणनीतियों का मूल एक ही सच्चाई है कि सफलता के लिए कोई शॉर्टकट नहीं है और सफल होने के लिए सभी को कठिन परिश्रम करना अनिवार्य है।
सभी उपरोक्त रणनीतियों का सारांश यह भी है कि सभी IAS उम्मीदवारों को दुनिया में घट रहीं सामाजिक आर्थिक घटनाओं पर विशेष ध्यान बनाये रखना चाहिए। इसके अलावा, IAS उम्मीदवारों को अर्थशास्त्र और राजनीति के मजबूत मौलिक सिद्धांतों को मौजूदा मुद्दों के साथ सम्बन्ध स्थापित करना आना चाहिए...
यूपीएससी परीक्षा पास करने के लिए क्या नहीं करना चाहिए.??
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1. ऑनलाइन फ़ोरम में समय बर्बाद करना , अप्रासंगिक मुद्दों पर बहस करना, जिनका आपकी UPSC तैयारी पर कोई असर नहीं है,
और अपने ज्ञान ’के साथ लोगों को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं। अधिकांश लोगों के लिए समय की कुल बर्बादी है।
2. दैनिक समाचार पत्र को पाठ्यपुस्तक की तरह पढ़ने की कोशिश करना,
यह सोचना कि हर जगह से सीधे प्रश्न पूछे जाएंगे। अधिकांश दिनों में, अखबार का केवल 20-30% (द हिंदू / इंडियन एक्सप्रेस) प्रासंगिक है - संपादकीय के कुछ जोड़े, कुछ राष्ट्रीय / अंतर्राष्ट्रीय समाचार, और अर्थव्यवस्था पृष्ठ से कुछ।
3. सिलेबस को ठीक से नहीं पढ़ना और पूरी किताबों को कवर से कवर करने की कोशिश करना।
4. कुछ विषयों में अतिउत्साह की ओर जाना , और कुछ में जागरूकता की कमी है। बहुत बड़ी गलती।
5. प्रत्येक दृष्टिकोण से टॉपर्स स्ट्रेटेजीज़ ’का पालन करने की कोशिश करना - वे कितने घंटे सोते हैं , वे क्या खाते हैं, वे कौन सी फिल्में देखते हैं, नोट लेने के लिए वे किस सॉफ्टवेयर का उपयोग करते हैं, आदि एक विनाशकारी नीति है।
अंतिम मेरिट सूची में आने का एकमात्र तरीका 'विशिष्ट' होना है। 'सफल लोगों' की नकल करने की कोशिश करेंगे, तो आप निश्चित रूप से दौड़ से बाहर हो जाएंगे। बस उनकी रणनीतियों से संकेत लें, और अपनी तैयारी करें।
6. तकनीकी सामानों को महत्वहीन करने के लिए बहुत अधिक समय देना - क्या मुझे नोट लेने के लिए वन नोट या एवरनोट का उपयोग करना चाहिए?
क्या मुझे यह टेस्ट सीरीज लेनी चाहिए या वह?
क्या मुझे उस कोचिंग में भी शामिल होना चाहिए जो मेरा दोस्त भाग ले रहा है? कितने घंटे पढ़ाई करनी है?
7. पूरे पाठ्यक्रम पर ध्यान केंद्रित किए बिना, कुछ विषयों / विषयों पर एक विद्वान बनने की कोशिश करते हुए, इंटरनेट पर बहुत अधिक समय बिताना।
8. प्रीलिम्स क्वालिफाई करने के बाद विस्तृत आवेदन पत्र (DAF) पूरा करने में तीन सप्ताह का समय बिताना,
Mains के लिए कड़ी मेहनत करने के बजाय।
9. आईएएस बनने पर किन योजनाओं और नीतियों को लागू करने का सपना देख रहे हैं,
अधिकारियों को किस तरह की कारें मिलती हैं, भविष्य में किस तरह का जीवनसाथी मिलता है।
इन मुद्दों पर समय बर्बाद करने के बजाय एक अच्छी फिल्म देखना बेहतर है |
10. अनावश्यक संख्या में किताबें खरीदना और अलमारी को भरना, और आपके आने-जाने वाले लोगों को प्रभावित करना।
बाद में, आपके द्वारा खरीदी गई पुस्तकों की संख्या से अभिभूत हो जाना और वास्तव में उनके साथ कुछ भी नहीं करना।
11. बहुत अधिक सामान पढ़ना, अप्रासंगिक जानकारी / तथ्यों / आंकड़ों के साथ अपने सिर को रटना और पर्याप्त उत्तर लिखने का अभ्यास न करना।
12. यह सोचकर समय बर्बाद करना कि क्या एक बार क्लीयर प्रिलिम्स या मेन्स को क्लियर किए बिना भी आपका प्रोफाइल इंटरव्यू में अच्छा लगेगा।
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UPSC की प्रारंभिक परीक्षा में दो प्रश्नपत्र होता है - ‘सामान्य अध्ययन’ और ‘सिविल सेवा बोधगम्यता परीक्षा(CSAT)’। छात्रों को मुख्य परीक्षा में बैठने के लिए प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण करना जरुरी ही होता है। इसका अंक मेरिट लिस्ट में भले नहीं जुड़ता हो लेकिन अगली सीढ़ी तक आपको पहुँचाने में इसकी भूमिका सबसे अहम होगी।
◆सामान्य अध्ययन -
०NCERT की कक्षा 6–12 तक की पाठ्यपुस्तक।
०प्राचीन भारत का इतिहास - रामशरण शर्मा।
०स्पेक्ट्रम प्रकाशन की प्राचीन,मध्यकालीन और आधुनिक इतिहास।
०भारतीय राजनीति - एम. लक्ष्मीकांत।
०भारत का संविधान - डी.डी. बसु।
०भारत का भूगोल - माजिद हुसैन।
०विश्व का भूगोल - माजिद हुसैन।
०भौतिक भूगोल - सविंद्र सिंह।
०भारतीय अर्थशास्त्र - रमेश सिंह।
०भारतीय अर्थशास्त्र - दत्त एवं सुंदरम।
◆सिविल सेवा बोधगम्यता परीक्षा (CSAT) -
०संख्यात्मक अभियोग्यता - अरुण शर्मा।
०संख्यात्मक अभियोग्यता - आर.एस. अग्रवाल।
०तर्कशक्ति - आर.एस. अग्रवाल।
अरिहंत प्रकाशन द्वारा CSAT पर प्रकाशित अन्य पुस्तकों का भी संभव हो तो हल करने का प्रयास करें।
◆समाचार-पत्र एवं पत्रिकाएं -
●किसी भी एक समाचारपत्र के राष्ट्रीय संस्करण का दैनिक रूप से अध्ययन करे। दैनिक जागरण,हिंदुस्तान,दैनिक भास्कर या नवभारत टाइम्स में से किसी एक को अपने जीवनशैली का हिस्सा बना लें।
अंग्रेजी माध्यम वाले छात्र द हिन्दू या इंडियन एक्सप्रेस का नियमित अध्ययन करें।
●प्रकाशन विभाग द्वारा प्रकाशित ‛योजना’ और ‛कुरुक्षेत्र’ पत्रिका तैयार के दौरान सरकारी रिपोर्ट तथा आंकड़ों के सन्दर्भ में विशेष लाभप्रद है। इसके साथ ही ‛विज्ञान प्रगति’, ‛साइंस रिपोर्टर’ तथा ‛डाउन टू अर्थ’ भी फायदेमंद है।
इन सब के साथ साथ अपने विचारों को सीमित न बनाएं रखे,क्योंकि UPSC बहुत ही जांच परख के साथ ही आपको अगले पड़ाव पहुँचने का सुअवसर देती है। इसलिए इसे हलके में न लेकर तन्मयता से लग जाए।
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