Friday, May 29, 2020

Newspaper online link for UPSC Exam

समाचार पत्रों  की प्रति के लिए डिमांड 
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आपको_सिविल_सेवा_परीक्षा_कोचिंग_की_आवश्यकता_कब_होती_है?

आईएएस_कोचिंग_क्यों?

यदि आप यूपीएससी पाठ्यक्रम, नवीनतम पैटर्न, आईएएस किताबों के बारे में पूरी तरह से अनजान हैं और अपने लिये एक रणनीति तैयार नहीं कर सकते हैं।

यदि आपके पास समय कम है (परीक्षा से पहले 2 या 3 महीने पहले), तब आपको एक क्रैश कोर्स की जरूरत है।

यदि आप एक ऐसे व्यक्ति हैं, जो अकेले रहने या तैयारी करने में आत्मविश्वास महसूस नहीं करते।

यदि आप सिविल सेवा मुख्य परीक्षा देना चाहते हैं और आपके द्वारा चयनित वैकल्पिक विषय में आपको बहुत ही कम ज्ञान हो, व उसके लिये सटीक रणनीति का अभाव हो।

आप उन सभी अच्छी वेबसाइटों की मदद लें जो आईएएस अध्ययन सामग्री और मार्गदर्शन प्रदान करती है। इसके अतिरिक्त  नि:शुल्क शिपिंग और कैश ऑन डिलीवरी की सुविधा का लाभ उठाते हुए, भारतीय प्रशासनिक सेवा के लिए आवश्यक सभी पुस्तकों को प्राप्त कर सकते हैं। और यदि आप ये सब भी नहीं जुटा सकते, तब आपको एक अच्छे कोचिंग संस्थान  से जुड़ना चाहिये।

??#आपको_सिविल_सेवा_परीक्षा_कोचिंग_की_आवश्यकता_कब_नहीं_होती_है?

जब आपको यह पूर्णत: विश्वास हो, कि आप अपनी खुद की मेहनत और सूझबूझ से यह एग्जाम क्रैक कर सकते हैं।

जब आप आश्वस्त हों कि आप यूपीएससी के पटर्न को अच्छी तरह समझते हैं और तदनुसार रणनीति बना कर अध्ययन कर सकते हैं, तो कोचिंग संस्थानों की आवश्यकता ना के बराबर हो जाती है।

यदि आप भारत में जेएनयू या आईआईटी जैसे शीर्ष संस्थानों में से किसी एक में अध्ययन प्राप्त अभ्यर्थी रह चुके हों और आपको विभिन्न विषयों के बारे उपयुक्त जानकारी पहले से ही हो।

यदि आपने पहले से ही एक कोचिंग के साथ इस परीक्षा का प्रयास किए हों। (यानि आपको पहले से ही पैटर्न, आवश्यक किताबें और पाठ्यक्रम पता हो तथा एक बार फिर कक्षाओं समय देने पर आप ऊब महसूस करें)।
🛑 #निष्कर्ष:  एक सिविल सेवा अभ्यर्थी बिना कोचिंग के आईएएस परीक्षा पास कर सकते हैं।

🛑#आशा है कि इस आलेख के माध्यम से सिविल सेवा परीक्षा के पैटर्न से जुड़े प्रश्नों व शंकाओं का समाधान हो गया |


अखबार_कैसे_पढ़ा_जाए ?*

*ये सवाल हर उस परीक्षार्थी के मन में आता हैं जो प्रशासनिक  परीक्षा की तैयारी कर रहा हैं....

#द_हिन्दू अखबार में मनोरंजन या मसाला खबरे नहीं आती हैं,लेकिन ऐसा भी नहीं हैं के आपको सब पढ़ना हैं। वो भी समय की बाध्यता को देखते हुए हमे अखबार के कुछ हिस्सो को ही पढ़ना हैं जिससे परीक्षा की दृष्टि से हमें उपयोगी बिंदु मिल जाए। आपको सिर्फ इन चार भागो को पढ़ना हैं –*
• प्रथम पृष्ठ_
_• राष्ट्रीय खबरे_
_• अंतर्राष्ट्री खबरे_
_• व्यापर/कारोबार खबरे_

ऐसे कोई भी खबर मत पढ़िए जो परीक्षा की दृष्टि से लाभदायक नहीं हैं। सबसे पहले एक रजिस्टर या कॉपी ले और उसे अर्थशास्त्र,विज्ञानं,भूगोल,संविधान आदि विषयानुसार भागो में बाँट ले और सम्बंधित खबर उसी विषय में लिखे, इससे अगर आपको करेंट अफेयर का पुनरावलोकन करने में आसानी होगी।*
_उदाहरण से समझते हैं इसको_
_मान लीजिये आपके शहर में_ _*किसी मन्नू लाल की कार दुर्घटना में मृत्यु हो गयी हैं, तो क्या*_ _*आपको लगता हैं की ये खबर कभी यूपीएससी में पूछी जाएगी?
_जवाब नहीं।*_

_दूसरे तथ्य को देखे तो मान लीजिये आज सोना का भाव गिर गया या उठ गया, या शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल आया तो ऐसे प्रश्न भी परीक्षा में कभी नहीं आएँगे। कम से कम यूपीएससी में तो कभी नहीं।_
*समाचार की बजाय मुद्दे पर ध्यान दें:*
*मान लीजिए कि एक समाचार “शीर्ष सीट के न्यायाधीश को अपनी सीट से हटा दिया गया है” के रूप में शीर्षक है। तो पढ़िए कि – उसने क्या किया कि वह हटा दिया गया, वह कब निकाल दिया गया? “कैसे एक सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश को हटाया जा सकता है” पर फोकस, “हमारे संविधान को सीट से न्यायाधीश को हटाने के लिए क्या प्रावधान है”, “हमारे राष्ट्र और आगामी पीढ़ी पर क्या प्रभाव पड़ सकता है” इत्यादि ।*

*कुछ श्रेणियों में समाचार को वर्गीकृत करने की कोशिश करें-*

*अंतर्राष्ट्रीय संबंध, पर्यावरण और जैव विविधता, व्यक्तित्व और पुरस्कार, सरकारी नीतियां और योजनाएं, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों, आर्थिक नीतियां, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य और चिकित्सा, विविध आदि जैसे कुछ श्रेणियों में समाचार या मुद्दों को विभाजित करें।*
*ऐसा भी नहीं हैं कि आप ने द हिन्दू पढ़ लिया तो आप ने गंगा नहा ली हैं। अखबार में दिए गये तथ्य ही पर्याप्त नहीं है: इस बारे में और अधिक जानने के लिए इंटरनेट का प्रयोग करें ।*

*उदाहरण-*
_हाल ही में एच्1 बी वीजा समाचार में है और हिंदू संपादकीय में भी देखा जा सकता है। संपादकीय इसके बारे में कुछ बिंदुओं और विचार देगा, लेकिन यह पर्याप्त नहीं है,इसके लियेआप गूगल देवता के शरण में जाइये और आपके दिमाग में उभर रहे सवालों जैसे “एच्1 बी वीजा का क्या असर नौकरी पेशा लोगो पर क्या पड़ेगा ? क्या इससे भारत और अमेरिका के रिश्तो में खटास आएगी? इसमें क्या सुधर किये जा सकते हैं या किये जा रहे हैं ?आदि को खंगाले।_
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*समाचार पढ़ने के बाद ये देखे ये किस विषय से सम्बंधित हैं उसे उस विषय में लिख ले ,लेकिन तारीख के अनुसार नहीं विषय के अनुसार अंग्रेजी माध्यम के छात्रों के लिए हिन्दू अखबार को समझना बहुत मुश्किल नहीं हैं ,लेकिन जब बात हिंदी माध्यम के छात्रों की आती हैं तो उनके लिए हिन्दू पढ़ना टेढ़ी खीर बन जाता हैं। देखिये उनको क्या करना चाहिए –*
• *हिन्दू अखबार में एक मजबूत पकड़ बनाने के लिए आपको कम से कम दो से तीन माह का समय लग जाएगा तो यहाँ आप को आवश्यक हैं एक रजिस्टर और पेन की।*
• *अब जो बिंदु मैंने आपको ऊपर बताये हैं उसी हिसाब से पढ़िए और जो शब्दावली आपको नहीं समझ आ रही हैं आप उसके लिए डिक्शनरी (ऑनलाइन या ऑफलाइन) का प्रयोग करिये और उन शब्दो को अपने रजिस्टर में लिखिए हो सके तो वाक्यो के साथ उदहारण के तौर पर समझने के लिए लिखे और उन्हें लगातार दोहराते रहे ,क्यों कि आपको अंगरेजी भाग भी उत्तीर्ण करना  हैं तो इससे आपका वह भाग धीरे-धीरे तैयार होता जाएगा।*
*दोस्तों यह जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो कृपया पोस्ट को शेयर  जरुर करें और आप मुझे फौलो भी कर सकते हैं 

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